Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 3
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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विद्वान उपरथी कृति माहिती आदिनाथ वीनति मागु.\ गा.१६\ शेत्रुञ्जमण्डणस (पाकाहेम९०२) रत्नाकरसूरि-आचार्य
रत्नाकरपच्चीशी\ सं. का.२५ (पाकाहेम१२१२४, पाकाहेम१२२३१, पाकाहेम१२३५९) रभसनन्द-अज्ञात
षट्कारक\ सं. (पाकाहेम६६५८, पाकाहेम७३८५) रवि-अज्ञात
भोज्यनामगर्भित शान्तिनाथस्तवन। सं.\ श्लोक२० (पाकाहेम८२२३) रविप्रभसूरि-आचार्य
धर्मघोषसूरिस्तुति। सं.। श्लोक३३\ श्रीधर्मघोषसूरी (पाताहेसं११९) रविवर्धन-पं.
आसराजादिप्रबन्ध सं. (पाकाहेम७९९८) रविसागर-गणि प्रद्युम्नचरित्र श्लोकबद्ध सं. श्लोक७२०० (पाकाहेम१७१६) मौनएकादशीमाहात्म्यकथा पद्य सं.\ श्लोक२०० (पाकाहेम१०१७५, पाकाहेम१३६४६) रविसिंहसूरि-आचार्य तीर्थमालास्तोत्र अप. गा.२३\ पयतियसपणासणु सं (पाकाहेम१०२३) राजकुण्ड-कवि
रघुवंश-कुमारसम्भव-मेघदूत-किरातार्जुनीयमहाकाव्यगत दुर्घटसङ्ग्रह। सं. श्लोक१०१६ (पाकाहेम९५९४) राजशेखर-जैनेतर
काव्यमीमांसा\ सं. (जेताजि३१८, पाताहेसं१४२, पाकाहेम६६२६) राजशेखर-कवि कर्पूरमञ्जरीनाटिका सं.प्रा. (जेकाजि२४६, पाकाहेम६८०५, पाकाहेम७३७६)
छन्दशेखर\ सं. द्विगुणो यद्यवल (तालाद३९०) राजशेखरसूरि-आचार्य
चतुर्विंशतिजिनप्रबन्ध सं. श्लोक३८०० (पाकाहेम१४९५४) दानषटिंत्रशिका सं. का.३६ (पाकाहेम७८००) राजानक मम्मट - जुओ - मम्मट-कवि राजानक महिम-जैनेतर
व्यक्तिविवेक काव्यालङ्कार सं.अनुमानान्तर्भाव (जेताजि३२५, पाकाहेम६६४३) रामचन्द्र-कवि (प्र. नाम-कवि-प्रबन्धशतकर्तु-महाकवि) निर्भयभीमव्यायोग। सं.,प्रा. तपोभिर्दुस्तपैर (खंता२६८, पाकाहेम२७४१, पाकाहेम६६५६) रामचन्द्रसूरि-आचार्य द्रव्यालङ्कार सं. (जेताजि३६६, जेताजि३६६, अताका४८१, अताका४८२, अताका४८३, अताका४८४, जेकाजि१५०,
जेकाजि१५१) विक्रमचरित्र सं.\ श्लोक६०२० (पाकाहेम१४८९९) रामचन्द्रसूरि-आचार्य कुमारविहारशतक\ सं. गा.११६ (जेकाजि१९५७, पाकाहेम१०२१७) रघुविलास सं. (पातासंघवी१९१-१) रामचन्द्राचार्य-अज्ञात
प्रक्रियाकौमुदी। सं. (पाकाहेम१०२८५) रामदेव गणि-गणि
आगमिकवस्तुविचारसारप्रकरण प्राचीन चतुर्थ कर्मग्रन्थ षड्शीति-(प्रा.)टिप्पनक प्रा. (वताकांति४१०, जेकाजि१३२४) रामदेव व्यास-जैनेतर
सुभद्रापरिणयनछायानाटक सं. (पाकाहेम३७३३) रामर्षि-मुनि

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