Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 3
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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विद्वान उपरथी कृति माहिती हरिश्चन्द्र गणि-गणि
प्रश्नपद्धति। सं. (तालाद३२४) हरिषेण-मुनि कर्पूरप्रकर\ सं. (अताका५०२) धर्मपरीक्षा अप. ग्रं.२०७०\ सिद्धिपुरन्धिहि (भांका२८९) हर्ष कवि-कवि (प्र. नाम-कवि-हर्षदेव) नागानन्द नाटक प्रा.,सं. (जेताजि३६०, पाताहेसं१४०) नैषधचरितमहाकाव्य सं. प्रिया ह्रियालङ (जेताजि३४१, जेताजि३४२, पातासंघवी११४-२, पातासंघवी१३१-१,
पातासंघवी१३१-१, पातासंघवी१८७-२, पाकाहेम१०४००, पाकाहेम१२९२७) हर्षकीर्तिसूरि-आचार्य
बृहत् शान्तिस्तव-(सं.)अवचूरि। सं. श्लोक२१५ (पाकाहेम८२८१) हर्षकुलगणि-गणि गुरु-आचार्य हेमविमलसूरि
चतुर्विध आहारविषयकगाथा-(सं.)टीका सं. (पाकाहेम५३०३) वाक्यप्रकाशौक्तिक-(सं.)टीका सं. (पाकाहेम५३०३, पाकाहेम१५३१०)
सूत्रकृताङ्गसूत्र-(सं.)दीपिकाटीका\ सं. श्लोक६६००\ प्रणम्य श्रीजिन (भांका२६१) हर्षदेव - जुओ - हर्ष कवि-कवि हर्षभूषण-मुनि
श्राद्धविधिविनिश्चय-अञ्चलमतसदउत्तर सं. ग्रं.१२८३ (पाकाहेम७९३०) हर्षराज-पण्डित
सुरसेनकुमाररास\ मागु. गा.८८१ (पाकाहेम१०८०३) हर्षवर्द्धन गणि-पं. सर्वजिनस्तोत्र-आदिमध्यान्त यमकमय। सं. श्लोक२८\ मानवा जिनवर त्व (पाकाहेम१६१८५)
सर्वजिनस्तोत्र। सं. श्लोक५\ श्रीनाभिजात सुम (पाकाहेम१६१८५) हलायुध भट्ट-जैनेतर कविरहस्य। सं. ग्रं.२९९। जयन्ति मुरजित्प (जेताजि३३७, जेकाजि१०७९, पाकाहेम८६८०)
छन्दोवृत्ति अमृतसञ्जीवनी। सं. श्लोक१२३४ (पातासंघवी६२-५) हीरविजयसूरि-आचार्य
जम्बूद्वीपप्रज्ञप्तिसूत्र-(सं.)टीका सं.\ ग्रं.१८४०० (पाकाभाभा८७४) हीरविजयसूरिना १२ बोल\ मागु. (पाकाहेम५९२९) हीरानन्दसूरि-आचार्य
सम्यक्त्वमूलबारव्रत रास\ मागु. श्लोक६७ (पाकाहेम१०२२) हेमकुञ्ज-उपाध्याय
यशोधरचरित्र (गद्य) सं. (पाकाहेम२१०५) हेमचन्द्रसूरि-आचार्य (प्र. नाम-आचार्य-हेमाचार्य) अनेकार्थसङ्ग्रह। सं.\ ग्रं.१८२७\ ध्यात्वार्हतः क (जेताजि३०९, जेताजि३१०, जेताजि३११, जेताजि३१२, पाताखेत२३,
पातासंघवी८२-१, पातासंघवी१७८-१, पाताहेसं१३६, पाताहेसं१३७, अताका४७७, अताका४८६, पाकाहेम६६१८, पाकाहेम८७२३, पाकाहेम१०३९१, पाकाहेम१०४०१, पाकाहेम१०६८२) अन्ययोगव्यवच्छेदवीरद्वात्रिंशिका*\ सं. का.३२ (पातासंघवी१७९-१, खंता११८, पाकाहेम१०७०७, पाकाहेम१०७०८) अभिधानचिन्तामणिनाममाला। सं. ग्रं.२६३०\ प्रणिपत्यार्हतः (जेताजि३१३, जेताजि३१३, पातासंघवी१२०,
पातासंघवी१७९-१, पातासंघवी१८५-१, खंता२५८, खंता२५९, खंता२६०, तालाद३४१, अताका४८६, पाकाहेम१००९९, पाकाहेम१०२१०, पाकाहेम१०२११, पाकाहेम१०२१२, पाकाहेम१३०५१) अभिधानचिन्तामणिनाममाला-(सं.)टीका सं.\ ग्रं.१००००\ धर्मतीर्थकृतां (जेताजि३१३, जेताजि३१३,
पातासंघवीजीर्ण३६, पातासंघवी१२०, खंता२५९, खंता२६०, पाकाहेम१०२११) आप्तपरीक्षाद्वात्रिंशिका\ सं. का.३२ (पातासंघवी१७९-१) काव्यानुशासनसूत्र। सं. (पातासंघवी६२-२, पाताहेसं१८६)

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