Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 3
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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विद्वान उपरथी कृति माहिती सुमतिकल्लोल-मुनि
स्थानाङ्गसूत्र-(सं.)वृत्तिगत गाथाविवरण। सं. ग्रं.११००० (लिंता४३२, पाकाहेम६८९६) सुमतिकीर्ति-मुनि (प्र. नाम-मुनि-ज्ञानभूषण)
भावसङ्ग्रहसूत्र-(सं.)टीका\ सं. (पाकाहेम७८४८) सुमतिकुशल-पण्डित-तपागच्छ
प्रतिक्रमणफल सज्झाय मागु. गा.१५\ वीरजिनवर पासे प (पाकाभाभा६२८) सुमतिसूरि-आचार्य (प्र. नाम-आचार्य-बोधकशिष्य) गुरु-अज्ञात बोधक दशवैकालिकसूत्र-(सं.)लघुवृत्ति। सं.\ ग्रं.२६५०\ जयति विजितान्यत (जेताजि८८, जेताजि४०१, पातासंघवी४-२,
पाताहेसं८८, पाकाहेम७५२६, पाकाहेम१००७५, पाकाभाभा७४, भांका२६२) सुल्हण - जुओ - सोलण-जैनश्रावक सूराचार्य-अज्ञात दानादिप्रकरण। सं. श्लोक५२६ (पातासंघवीजीर्ण८९, पातासंघवी२०५-१) सोमचन्द्र-जैनेतर
वृत्तरत्नाकर-(सं.)टीका सं. (पाकाहेम१३४९६) सोमतिलकसूरि-आचार्य (प्र. नाम-मुनि-विद्यातिलक)-रूद्रपल्लीय शीलोपदेशमाला-(सं.)शीलतरङ्गिणीवृत्ति। सं.\ ग्रं१२९४ (पाकाहेम१६२३, पाकाहेम१०३७१, पाकाभाभा५८) षड्दर्शनसमुच्चय-(सं.)लघुवृत्ति। सं. ग्रं.१२५२ सज्ज्ञानदर्पणतल (जेकाजि१७९८, पाकाहेम६६९२, भांका२८६) सोमतिलकसूरि-आचार्य (प्र. नाम-अज्ञात-सोमतिलकाचार्य) तीर्थराजपदपद्मसेवास्तुति सं. का.१ (पाकाहेम१२३०५) तीर्थराजपदपद्मसेवास्तुति-(सं.)स्वोपज्ञ अवचूरि। सं. (पाकाहेम१२३०५) नव्यबृहत्क्षेत्रसमासप्रकरण प्रा. गा.३८६\ सिरिनिलयं... (पाकाहेम११६४, पाकाहेम१०५८७, पाकाहेम१०५८८,
भांका१७०) युगादिजिनस्तवन पेथडकारितप्रासादसम्बद्ध#\ सं. का.३२\ श्रीनाभिसम्भव व (पाकाहेम१२३४८) श्राद्धजीतकल्पसूत्र-(सं.)वृत्ति सं. ग्रं.२६४७ (जेकात१६, पाकाहेम१००६३) सोमतिलकसूरि-आचार्य-आगमिकगच्छ
लक्षणशास्त्रमय महावीरस्तवन-(सं.)अवचूरि। सं. (पाकाहेम७४०६) सोमतिलकाचार्य - जुओ - सोमतिलकसूरि-आचार्य सोमदेव-अज्ञात भवभावनाकुलक प्रा. गा.२४\ नमिऊण नरिन्दसुर (जेताजि१५१, पातासंघवी५९-३, पातासंघवी१४५-१,
पाताहेसं१६८, खंता१०६) सोमदेव गणि-गणि (प्र. नाम-गणि-सोमसुन्दरसूरि-शिष्य) युष्मदस्मदष्टादशस्तवी-(सं.)अवचूरि। सं. बहुब्रीहेरेकवचन (भांका१८१) स्तोत्रसङ्ग्रह युष्मदस्मद्रूपगर्भित-(सं.)टीका\ सं. (पाकाहेम१२२९४) सोमदेवसूरि(दि.)-आचार्य
नीतिवाक्यामृत सं. (पातासंघवी६७-४, पातासंघवी१९८-२, पाकाहेम६६५९) सोमप्रभसूरि-आचार्य (प्र. नाम-अज्ञात-सोमप्रभाचार्य) कुमारपालप्रतिबोध प्रा. (पातासंघवी५२, पाताहेसं४९) चतुर्विंशतिजिनस्तुति। सं. का.२७ जनेन येन क्रियत (पातासंघवीजीर्ण८५, पाकाहेम१०२२, पाकाहेम८४९९, __ पाकाहेम१२१२४, पाकाहेम१२१९२, पाकाहेम१२१९३, पाकाहेम१२१९४, पाकाहेम१२१९५, पाकाहेम१२३७०) युष्मदस्मद्गर्भितजिनस्तोत्र। सं. श्लोक८\ श्रीमन्धर्म... (पाकाहेम७३८६) साधारणजिनस्तोत्र सं. का.८ श्रीमान् धर्म.. (पाकाहेम१२२५०, पाकाहेम१२२५१) सिन्दूरप्रकर। सं. सिन्दूरप्रकरस्त (पातासंघवी५५-२, पातासंघवी१४५-१, पाकाभाभा४५) सोमप्रभाचार्य - जुओ - सोमप्रभसूरि-आचार्य सोममण्डन-गणि आदिनाथ देशना सं.श्रीमानादिजिनः (भांका९०)

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