Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 3
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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विद्वान उपरथी कृति माहिती
७७ गुरुतत्त्वप्रदीप उत्सूत्रकन्दकुद्दाल*\ सं. श्लोक२४५ (पाकाहेम२५९९, पाकाहेम७०७५) तपागच्छगुर्वावलि\ प्रा. (जेकाजि६८८, पाकाहेम४७९७) तपागच्छगुर्वावलि-(सं.)स्वोपज्ञ टीका। सं. (जेकाजि६८८, पाकाहेम४७९७) पट्टावली तपागच्छीय-(सं.)टीका सं. अथ गुरुपरिपाटी (अताका५०३)
सर्वज्ञशतक प्रा. गा.११२ पणमिय सिरिवीरजि (भांका१९९) धर्मसूरि-आचार्य मङ्गल्यस्तोत्र सं.\ श्लोक१४ (पाकाहेम१५८१७)
शाश्वतजिनस्तव सं. गा.१४ (पातासंघवी१६६) धर्मसूरि(दि०)-आचार्य गुरु-मुनि स्वर्णनन्दी (दि.)
अध्यात्मतरङ्गिणी-(सं.)टीका\ सं. गुरुं प्रणम्य ल (पातासंघवी७०-३) धर्मसेनगणि महत्तर-गणि
वसुदेवहिण्डी-मध्यमखण्ड\ प्रा. ग्रं.१७००० (खंता२११, पाकाहेम६७०५, पाकाहेम७२७५, पाकाहेम१००९६) धाहिल-अज्ञात
पउमसिरिचरित्र अप. धाहिलु दिव्वदिह (पातासंघवी२०५-१) नगा-गणि
वीरजिनविनन्तिस्तवन\ मागु. (पाकाहेम१०२३०) नन्दिगुरू - जुओ - नन्दिवच्छ-अज्ञात नन्दिताढ्य-कवि
नन्दिताढ्यछन्दशास्त्री प्रा. गा.९३ (पाकाहेम२००१, पाकाहेम१०६८६, पाकाहेम१५२६१) नन्दिवच्छ-अज्ञात (प्र. नाम-अज्ञात-नन्दिगुरू)
योगसङ्ग्रहसार सं.श्रीनन्दिनं गुर (पातासंघवी१४६-१) नन्दिषेण-आचार्य अजितशान्तिस्तोत्र प्रा. गा.४०\ अजियं जियसवभय (जेताजि१५४, जेताजि१५६, जेताजि१५८, जेताजि१५९,
पाताखेत५, पाताखेत६, पाताखेत३६, पाताखेत५१, पाताखेत३२-२, पाताखेत३४-३, पातासंघवीजीर्ण७६, पातासंघवीजीर्ण८५, पातासंघवीजीर्ण८६-२, पातासंघवी१०८, पातासंघवी१६५, पातासंघवी१६६, पातासंघवी६७-१, पातासंघवी१०४-२, पातासंघवी११७-१, पातासंघवी१३०-१, पातासंघवी१८२-१, पातासंघवी२०६-२, पाताहेसं१०५, पाताहेसं११४, पाताहेसं१६१, पाताहेसं१६८, पाताहेसं१८९, खंता९२, खंता९४, खंता९५, खंता९६, खंता१०७, खंता११२, खंता११८, खंता१२१, खंता१२६, खंता२२६, खंता७६-१, भांता२४, भांता७२, तालाद३३६, तालाद३८९, जेकाजि१३१६, जेकाजि१३१७, जेकाजि१३२६, पाकाहेम९०२, पाकाहेम१०२२, पाकाहेम१०२३, पाकाहेम२६३९, पाकाहेम९५४६, पाकाहेम१०१८८, पाकाहेम१०६५१, पाकाहेम१२१२४, पाकाहेम१२३७९, पाकाहेम१५०३४,
भांका१८६, भांका२४४) नमिसाधु-मुनि रुद्रटालङ्कार-(सं.)टिप्पनक\ सं.श्लोक३०००\ अथेदानीं यमकलक् (जेताजि३३२, पाकाहेम६६२९, पाकाहेम६६४८)
श्रावकषडावश्यकसूत्र-(सं.)वृत्ति सं. श्लोक१५५० (जेताजि१३६, जेताजि१३७, पाकाहेम६९३६, पाकाहेम७४६९) नयकुञ्जर-उपाध्याय
प्रवचनविचारसार प्रा.,सं.\ श्रीशान्तिः शान (पाकाहेम७०३५, भांका१३३) नयचन्द्रसूरि-आचार्य चतुर्विंशतिजिन पारणकविधिस्तोत्री प्रा. गा.१७\ नमवि चउवीसतित्थ (पाकाहेम१०२३) पार्श्वनाथ अष्टक सं. श्लोक९\ भुजगेन्द्ररम्यं (पाकाहेम१०२३) शत्रुञ्जयमहातीर्थस्तोत्री प्रा. गा.९\ जत्थ सिरिपुण्डर (पाकाहेम१०२३) शान्तिनाथस्तवन सं. गा.९\ यस्सजा चितनात्स (पाकाहेम१०२३) स्तम्भनपार्श्वनाथस्तोत्र हरिशब्दार्थगर्भित#\ सं. का.९\ सेढीतटस्तम्भनकप (पाकाहेम१२३२३) नयनसुन्दरवाचक-वाचक
आत्मप्रतिबोध मागु. गा.८२ (पाकाहेम१५६१७) नयप्रभ-अज्ञात

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