Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 3
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
View full book text
________________
विद्वान उपरथी कृति माहिती स्तम्भनकपार्श्वनाथस्तोत्र सं. का.११\ श्रीस्तम्भनं पा (पाकाहेम१२३७७) जिनहंससूरि-आचार्य आचाराङ्गसूत्र-(सं.)दीपिका टीका\ सं.\ ग्रं.१०५००\ शासनाधीश्वरो जी (पाताहेसं१७१-४, जेकाजि३४०,
पाकाहेम६८९४, पाकाहेम१०४०९, पु४०४, भांका२९१) जिनहर्ष-मुनि
अवन्तिसुकुमालना ढाळियां मागु. गा.१०५ (पाकाहेम१०१३३, पाकाहेम१०२३३, पाकाहेम१०२३४) रत्नशेखरनृपतिकथानक प्रा. (पाकाहेम७२९६, पाकाहेम१५२७०)
श्रीपालनृपरास\ मागु.। गा.३०२ (पाकाहेम१०२२६, पाकाहेम१०२३७) जिनहर्ष गणि-गणि
सीमन्धरस्तव भाषाष्टकमय सं.प्रा.,अप. का.२७ श्रीसर्वज्ञसमग् (पाकाहेम१२३०२, पाकाहेम१२३०३) जिनेन्द्रइन्द्र-अज्ञात पञ्चकल्याणकप्रकरण प्रा. गा.१३७ तित्थं पवयण सुय (पाताखेत३, पाताखेत१२, पाताखेत१७-२,
पातासंघवीजीर्ण८१, पातासंघवीजीर्ण८२, पातासंघवी१०८, पातासंघवी६६-३, पातासंघवी७१-३, पातासंघवी१९०-२,
पाताहेसं११४, खंता९७, खंता१०१, खंता१०५, खंता११०, खंता११५, खंता१२३, अताका४९७) जिनेन्द्रप्रभसूरि-आचार्य
छ वयणाणि\ प्रा. बपु रि कन्दप्प- (पातासंघवी७२-३) जिनेश्वरसूरि-आचार्य (प्र. नाम-अज्ञात-जिनेश्वराचार्य)
अष्टकप्रकरण-(सं.)टीका सं. (पातासंघवी१३८-१) उपदेशमणिमालाकुलक प्रा. गा.१५\ जीवदयाइ रमिज्जइ (पातासंघवी१९६-२, जेकाजि१३२६) उपदेशरत्नकोष सं. गा.२६\ उवएसरयणकोसं नास (जेकाजि१५९४, पाकाहेम७७५, पाकाहेम२६६४, पाकाहेम७९१७) चन्द्रप्रभचरित्र प्रा. गा.४१\ चरियं भणिमो चन् (पाकाहेम७७५, पाकाहेम२०५४) चन्द्रप्रभचरित्र-(सं.)विषमपदविवृति\ सं. (पाकाहेम१०१२३) छन्दोनुशासन प्रा. गा.२३\ नमिऊण छन्दलक्षण (डतामुक्ता४५६) द्वादशभावनाकुलकी अप.\ गा.३२\ धणु जुव्वणु जीव (पातासंघवी२०६-२) पञ्चलिङ्गीप्रकरण\ प्रा. गा.१०१\ उवसम संवेगो विय (जेताजि१५४, जेताजि१५६, जेकाजि२१०, जेकाजि१३१७,
जेकाजि१३२६, पाकाहेम७७५, पाकाहेम११०२९, भांका३०८) श्रावकधर्मप्रकरण\ सं.\ ग्रं.२५०\ का.२४५\ भेजुर्यस्यांह्र (जेताजि१६१, पाकाहेम६५८८) श्रावकवक्तव्यताप्रकरणी प्रा. गा.१०३\ कयवयकम्मपभावो स (जेताजि१५४, जेताजि१५६, पाताहेसं११९, तालाद३२६,
जेकाजि१२८९, जेकाजि१३२६) जिनेश्वराचार्य-आचार्य कथानककोशसूत्र गाथाबद्ध प्रा. (जेताजि१५६, जेताजि२४३, तालाद३९३, जेकाजि१३१७, जेकाजि१३२६,
पाकाहेम१७७५) जिनेश्वराचार्य - जुओ - जिनेश्वरसूरि-आचार्य जीवदेवमुनि-मुनि
भावनासन्धि। अप.\ गा.६३ (पाकाहेम९०२, पाकाहेम९०३६, पाकाहेम९०३७) जैत्रसूरि-आचार्य
वीतरागस्तवन सं. का.८ शान्तं शिवं शिव (पाकाहेम१२३७४) ज्ञानचन्द्र-मुनि
रत्नाकरावतारिका-(सं.)टिप्पणक\ सं.\ ग्रं.२१०४ (पाकाहेम२४५७, पाकाहेम६६९०) ज्ञानभूषण - जुओ - सुमतिकीर्ति-मुनि ज्ञानविमल-उपाध्याय
शब्दभेदप्रकाश नाममाला-(सं.)वृत्ति। सं. ग्रं.३७००\ श्रीमन्तं भगवन् (पाकाहेम९५७८, पुप्रे४३०) ज्ञानविमलसूरि-आचार्य
आनन्दघनबावीसी-(मा.गु.)बालावबोध मागु. (पाकाहेम५८५५) भाष्यत्रय-(मा.गु.)बालावबोध। मागु. (पाकाभाभा६७)

Page Navigation
1 ... 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165