Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 3
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand

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Page 67
________________ ५० विद्वान उपरथी कृति माहिती स्थानाङ्गसूत्रना बोल\ मागु. (पाकाहेम१०५२७) स्थानाङ्गसूत्रनो हिस्सो (प्रा.)ठाणाङ्गगत पाठ\ प्रा. (पातासंघवीजीर्ण३१, पातासंघवी६२-२) स्थापनाकल्प-लघु सं. (पाकाहेम८२२६) स्थापनाचार्यविचार सं. (पाकाहेम१०७७९) स्थापनाचार्य प्रतिष्ठा विधि। प्रा. करेमि भन्ते साम (भांता७०) स्थूलिभद्रकथानक प्रा. गा.१२\ इत्थ भारहि... (पाताहेसं१६८) स्नात्रकुसुमाञ्जलि। सं.,प्रा.,अप. मुक्तालङ्कारविक (पाताखेत२३) स्याद्वादविरोधपरिहारवादस्थल सं. (पाकाहेम८७९३) । स्याद्वादचूलिका-(हि.)भाषाटीका हिन्दी\ भूयः अपि मनाक (भांका२८४) स्याद्वादपुष्पकलिका\ सं. श्लोक १४६ नत्वा संयमवामेय (भांका१६२) स्वप्नफल प्रा. गा.१०\ चिन्तइज... (पातासंघवी६२-२) स्वप्नसप्ततिकाप्रकरणगतगाथा प्रा. गा.३८ किञ्चोदाहरणाइं (जेताजि१५४, जेताजि२१९, पाकाहेम६५९६) स्वप्नाध्याय। सं. श्लोक४२ (पाकाहेम१६४८१) स्वयम्भूस्तोत्र-(सं.)अवचूरि। सं. (पाकाहेम१६१८४) स्वरोदयवार्ता। ब्रज टेस्टीङ्ग आदिवा (जेताजि१००००, पाकाहेम१४५०८) स्वाध्यायप्रस्थापनविधि प्रा. तयाणन्तरं वाणाय (भांता७०) हंसपादकथा। सं. (पाकाहेम७४३३) हंसाष्टक\ सं.\ श्लोक९ (पाकाहेम१३७५, पाकाहेम८६८८) हरमेखलोद्धार सं. (पाकाहेम८९२१) हरस-मसा औषधादि। गुजराती (पाकाहेम५१०८) हरिणाष्टक\ सं.\ श्लोक९ (पाकाहेम१३७५, पाकाहेम८६८८) हरिवाहन चरित्र (वताहंस४४३) हस्तरेखा विज्ञान प्रा. (वताकांति४३८) हस्तिपालस्वप्नफल सं. श्लोक५० (पातासंघवी६२-२) हानर्षिगणिए हेमविमलसूरिनी शाळामां मोकलावेल प्रश्नपत्रना उत्तरो मागु. (पाकाहेम३७७०) हिताचरणप्रकरण-(सं.)बीजक सं. (पाकाहेम१४६०) हितोपदेशकुलक\ प्रा.\ गा.२५\ भो भव्वा सवणञ्ज (पातासंघवी५९-२, भांता६९, पाकाहेम१११५३) हितोपदेशकुलक\ प्रा. गा.८ (पाकाहेम११०८६) हुण्डीपत्र (जेताजि१००००, भांका९५) हेतुबिन्दुतर्क-(सं.)टीका सं. यः सञ्जात महाकृ (पातासंघवी२०१-२) हेतुबिन्दु। सं. (पातासंघवी२०१-२) हैमधातुपाठसक्षेप सं. (पाकाहेम६५९९) हैमलिङ्गानुशासन-(सं.)अवचूरि\ सं. (पाकाहेम७२२३, पाकाहेम१०२०२) हैमलिङ्गानुशासनना (सं.)विवरणनो (सं.)उद्धार सं. (पाकाहेम१०२०१) हैमविभ्रमसूत्र सं.\ श्लोक२२\ testing adivaky (जेताजि१००००, पाकाहेम८६७९, पाकाहेम८६७९) अज्ञात-मुनि ऋषिमण्डलप्रकरण-(सं.)बृहद्वृत्ति - कथासहित सं. (पातासंघवी१९९-१) कर्मग्रन्थ-(सं.)टीका *\ सं. (पातासंघवीजीर्ण८८) कालचक्र प्रा. गा.३४ (पातासंघवीजीर्ण७३) कालिकाचार्यकथा। प्रा. सयलधरासुपसिद्धं (वताकांति४२९) क्षेत्रसमासप्रकरणी प्रा. गा.९१\ वीरं कणयसरीरं प (पाताखेत३४-३) गाथाकोशोद्धार प्रा. (पाकाहेम३९९०) चन्द्रप्रभस्तुति\ प्रा. गा.४ (वताकांति४१९) चैत्यवन्दनसूत्रादि प्रा.,सं. (वताकांति४२५) चौरासी गच्छनी पट्टावली\ सं.,मागु. (अताका५०८)

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