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अधिकता-अधिनियम हो उससे अधिक सिद्ध करना (न्या०)। -कोण-पु० . हुए देशपर तबतक अधिकार बनाये रखनेवाली सेना जबतक (आब्यूस एंगिल) एक समकोणसे बड़ा, किंतु दो वहाँ नियमित शासनकी व्यवस्था कायम न हो जाय । समकोणोंसे छोटा कोण-कोण त्रिभुज-पु० (आन्ट युस | अधिकारिराज्य-पु० (ब्यूरोक्रेसी) वह राज्य जिसकी एंगिल्ड ट्राइएंगिल) वह त्रिभुज जिसका एक कोण अधिक शासन-व्यवस्था मुख्य रूपसे अधिकारियोंकी परंपरापर कोण हो । -तर-वि० और अधिक, किसीकी तुलनामें आश्रित हो; नौकरशाही कर्मचारितंत्र । अधिक बड़ा । अ० बहुत करके,ज्यादातर ।-तिथि-स्त्री० अधिकारी (रिन)-वि० [सं०] अधिकार रखनेवाला, हकदो दिन मानी जानेवाली तिथि। -दिन,-दिवस-दे० दार । पु० वह जिसमें पात्रता हो; मालिका शासक 'अधिकतिथि-मास-पु. लौंदका महीना, मलमास । अफसर, पुरुष (सृष्टिकर्ता); नाटकका वह पात्र जिसे अधिकता-स्त्री० [सं०] बहुतायत, बढ़ती; विशेषता । मुख्य फलकी प्राप्ति होती है। अधि (क) प्रतिनिधित्व-पु० (वेटेज) किसी अल्पसंख्यक अधिकृत-वि० [सं०] अधिकार या कब्जे में आया हुआ, संप्रदाय या वर्गको दिया जानेवाला उसकी संख्याके | अधिकार-संपन्न; आवश्यक योग्यता रखनेवाला। पु० अनुपातसे अधिक प्रतिनिधित्व ।
अधिकारी, अध्यक्ष । -गणक-पु० (चार्टर्ड अकाउंटेंट) अधिकर-पु० (सूपर टैक्स) अधिक आयपर या किसी। हिसाब-किताबकी जाँच इत्यादिका काम भली-भाँति विशेष अवस्थामें लगनेवाला अतिरिक्त कर ।
जाननेवाला व्यक्ति जिसे उपयुक्त परीक्षाके बाद सरकारसे अधिकरण-पु० [सं०] आधार, आश्रय, अधिष्ठान; संबंध; इसका प्रमाणपत्र मिला हो। सामान, पदार्थ; दावा; प्राधान्य; व्याकरणमें क्रियाका | अधिकृति-स्त्री० [सं०] अधिकार, स्वत्व । आधार, सातवाँ कारक; न्यायालय; प्रकरण, अध्याय, वह अधिकोष-पु० (क) लोगोंका रुपया जमा करने और प्रकरण या परिच्छेद जिसमें किसी विषयकी पूर्ण विवेचना माँगनेपर ब्याज सहित लौटा देने, ऋण देने आदिका काम की जाय; अधिकार-प्रदान; (ट्रिब्यूनल) न्यायालय करनेवाली कोठी या संस्था। राज्यका कोई मुख्य विभाग (जैसे नावधिकरण)। अधिकोषण कार्य (व्यापार)-पु. (बैंकिंग विजिनेस) अधिकरणिक-पु० [सं०] न्यायाधीश अधिकारी। दूसरीका रुपया जमा करने, लोगोंको ऋण देने आदिका अधिकर्म (न)-पु० [सं०] निगरानी, निरीक्षण निरी- कारबार, कोठीवाली, महाजनी। क्षक, अध्यक्ष । -कर, -कृत-पु० मजदूरों आदिके अधिक्रम,-क्रमण-पु० [सं०] आरोहण; चढ़ाई, हमला। कामकी देखभाल करनेवाला, मेठ ।
अधिक्षेत्र-पु० (जूरिडिक्शन) दे० 'अधिकारक्षेत्र' । अधिकर्मी-पु० ( ओह्वरसीयर ) कुछ लोगोंपर निगरानी अधिगत-वि० [सं०] प्राप्त; शात; पढ़ा हुआ। रखते हुए उनके कामोंकी देखभाल करनेवाला अधिकारी। अधिगम-पु० [सं०] प्राप्ति; पहुँचना; जानना; सीखना; अधिकांग-पु० [सं०] अतिरिक्त अंग । वि० अतिरिक्त धनादिकी प्राप्ति; व्यापारिक लाभ । अंगवाला।
| अधिग्रहण-पु० (एक्विजिशन) अधिकार या अभियाचन अधिकांश-पु० [सं०] बड़ा भाग। वि० अधिकतर । अ० द्वारा किसीकी संपत्ति आदि ले लेना। बहुधा, अकसर ।
अधिज्य-वि० [सं०] (धनुषु ) जिसका चिल्ला चढ़ा हुआ अधिकाई-स्त्री० अधिकता; विशेषतामहत्त्व ।
हो, तना हुआ। अधिकाधिक-वि० [सं०]अधिकसे अधिक,ज्यादासे ज्यादा। अधित्यका-स्त्री० [सं०] पहाड़ आदिके ऊपरकी समतल अधिकाना*-अ० कि० अधिक होना, बढ़ना।
भूमि, 'टेबुललेंड'। अधिकार-पु० [सं०] प्रभुत्व; शक्ति, इख्तियार हक, निरी- अधिदंत-पु० [सं०] दाँतके ऊपर निकलनेवाला दाँत । क्षण; कर्तव्य पद: प्रयल; स्थान; स्वत्व, कब्जा; राज्य, | अधिदार्व-वि० [सं०] काष्ठ-संबंधी, काठका। हुकूमत; पात्रता, योग्यता; शान; कर्म-विशेषकी पात्रता अधिदिन-पु० [सं०] दे० 'अधिक दिन' । प्रकरण, विषय; नाटकके प्रधान फलका प्रभुत्व या उसको अधिदेय-पु०(अलाउंस) यात्रा व्यय,भोजन-व्यय, मकानप्राप्त करनेकी योग्यता ।-क्षेत्र-पु०(जरिस्डिक्शन) किसी के किराये आदिके संबंध या किसी अतिरिक्त कामके न्यायाधीश आदिके अधिकारकी सीमा या क्षेत्र । -का | लिए कर्मचारीको दी जानेवाली बँधी हुई रकम, भत्ता ! अवक्रमण-पु(डिवॉल्यूशन ऑफ पावर ) अधिकार-अधिदेव-पु० [सं०] इष्ट देवः प्रधान देव; देवाधिपः परका एक व्यक्ति या संस्थाके हाथसे दूसरेके हाथमें चला। मेश्वर । वि० देव-संबंधी। जाना या दे दिया जाना; अप्रयुक्त अधिकारोंका अंतिम अधिदैव, अधिदैवत-पु० [सं०] दे० 'अधिदेव' । हकदारको प्राप्त हो जाना । -पत्र-पु० (चार्टर)अधिकार अधिनाथ-पु० [सं०] अधीश्वर; प्रधान अधिकारी। प्रदान करनेवाला वह लिखित प्रलेख जो राज्य, राजा या अधिनायक-पु० [सं०] मुखिया, नेता; अनियंत्रित, प्रधान शासकसे प्राप्त हुआ हो। -पृच्छा-स्त्री० ( क्वो सर्वाधिकार-संपन्न शासक या अधिकारी, 'डिक्टेटर'। वारंटो) वह लिखित आदेशपत्र जिसके द्वारा किसी -तंत्र-पु० (डिक्टेटरशिप) एक व्यक्ति या व्यक्तिसमूहका व्यक्ति या निगमित संस्थासे पूछा जाय कि किस अधिकार- स्वेच्छापूर्ण शासन, जिसमें शासित वर्गकी स्वीकृति लेने के आधारपर उसकी ओरसे किसी पद या मताधिकारका या इच्छा जाननेकी आवश्यकता न समझी जाय । दावा किया जा रहा है।
अधिनियम-पु० (ऐक्ट) विधानमंडल (अथवा राजा या अधिकारिका सेना-स्त्री० (आरमी ऑफ आकुपेशन) जीते । प्रधान शासक) द्वारा पारित या स्वीकृत विधि ।
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