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नवमी - दशमी दशानी विगत
छेवटमां आ प्रस्तावना लखतां जे कांई स्खलना थई गई होय तो विद्वज्जनोने क्षन्तव्य छं कारण के आ प्रस्तावना पूज्यश्रीने लखवानी हती पण पूज्य श्रीनी तबीयत अनारोग्यताने लीधे मारे आ प्रयत्न यथाशक्ति करवो पड्यो छे. २०११ ना ज्येष्ठ वदि ५ शुक्रवार,
(प्रथम आवृत्तिमांथी साभार उद्धृत प्रस्तावना)
XXXII
चम्पकसागर