Book Title: Rom Rom Ras Pije
Author(s): Lalitprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

View full book text
Previous | Next

Page 10
________________ पात्रता पाप-प्रक्षालन पार्थक्य पीड़ा पुनर्प्रकाश पुरुषार्थ पूर्व-जागृति पैसा प्यास प्यासे नयन प्रतिक्रिया प्रतिस्पर्धा प्रमाद प्रमाद-त्याग प्रशंसा प्राप्त प्रार्थना प्रेम प्रेम-सद्भाव फ फल-भेद ब बन्धन र मुक्ति बुढ़ापा बेवकूफ ब्रह्मचारी Jain Education International .... (&) ३५ ३६ ३६ ३६ ३६ ३६ ३७ ३७ ३७ ३७ ३७ ३७ ३८ ३८ ३८ ३८ ३८ ३६ ३६ w ३६ ३६ ३६ ४० ४० भ भक्त भक्ति भगवद्-स्मररण भलाई भविष्य भाई-बहिन भाग्य भाव भाव-भेद भाव - मिथ्यात्व भाव-विरक्ति भिक्षु भूखा भूल भूला-भटका म मधुर वार्तालाप मध्यम-मार्ग मन मनःकर्तृत्व मनन मनोगत मनोपयोग मनोमुक्ति मनोसंसार For Personal & Private Use Only .... .... ४० ४० ४० ܡ ܡ ४१ ४१ ४१ ४१ ४१ ४२ ४२ ४२ ४२ ४२ ४२ ४३ ४३ ४३ ४३ ४४ ४४ ४४ ४४ ४४ ४४ www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98