Book Title: Rom Rom Ras Pije
Author(s): Lalitprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 31
________________ १६ ] रोम रोम रस पीजे : ललितप्रभ उपवास मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए भोजन की तरह कषायों एवं तनावों का भी उपवास करना चाहिये । भोजन का त्याग उपवास का एक चरण है । वह व्यक्ति भी उपवासी है, जो कषायों का उपशमन कर रहा है । शारीरिक बिमारियों के विरेचन के लिए उपवास अचूक औषधि है। उपासना उपासना उपासक को उपास्य के करीब ले जाती है । एकता दसों बाहर से टूटकर भी भीतर से एक रहो । पौधे पर फूल अलग-अलग हैं, पर जड़ सबकी एक है । एकाग्रता - सोपान चित्त की एकाग्रता के लिए जीवन में आवश्यकताओं की परिमितता, समदर्शिता तथा सर्वत्र मांगल्य देखने की शुभ दृष्टि पूर्व सीढ़ियाँ हैं । Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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