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प्राचीन अर्धमागधी की खोज में/के. आर. चन्द्र
(८) ध्वनि-परिवर्तन के कारण हस्तप्रतों में परवर्ती काल के
पाठ उतर आने के उदाहरण :( (प्रकाशित ग्रन्थपाठ) | (प्रतों में पाठान्तर) | (सूत्र नं.)
पिच्छाए
पिंछाए
| आचा. 52 | " 52
पुच्छाए
पुंछाए मंता
मत्ता
आचा. शुबिंग पृ. 4.15
जधा, तधा के स्थान पर 'जहा', 'तहा' पाठ अपनाया गया है। देखिए सूत्र. 92 के पाठान्तर
एगता
आचा. 79
एगदा णस्सति
णासति
एतं
पवेदितं
अधे
थीभि
थीहि
एयं पवेतियं अहे
" 84 अहिकंतं " 1.2 1.5
(जै. वि. भा.
संस्करण) । विवज्जासं, विवरीयं । सूत्रकृ.1.1.4.9
अभिक्कंत
विपरीयासं
1. महावीर जैन विद्यालय संस्करण
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