Book Title: Parshvanath Charitra Ek Samikshatmak Adhyayana
Author(s): Surendrakumar Jain
Publisher: Digambar Jain Atishay Kshetra Mandir

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Page 17
________________ 'श्रेणिकचरित' (1298ई.) रामचन्द्र मुमुक्षु कृत 'शान्तिनाथ चरित', धर्मकुमार कृत 'शालिभद्र चरित' (1277ई.), देवेन्द्रसूरि (तेरहवीं शताब्दी ई.) कृत 'श्रेणिकरित', विक्रम (13वीं शती) कृत 'नेमिचरित', कमलप्रभसृरि कृत 'पुण्डरीक चरित' ( 1315ई.). मेरुतुंग सूरि (14 वीं शताब्दी). कृत 'महापुरुषचरित', 'कामदेवचरित' तथा 'संभवनाथचरित', मुनिभद्रसूरिं कृत 'शान्तिनाथचरित' ( 1353 ई.). भावदेवसरिंकृत पार्श्वनाथचरित' (वि. सं. 1412), कीर्तिराज उपाध्याय कृत 'नेमिनाश्च चरित्र' ( 1356ई.), वर्तमान भट्टारक (14 वीं 15 वीं सदी) कृत 'चरांगचरित', जयसिंहसूरि कृत 'कुमारपालचरित' (1265ई.), पद्मनन्दि ( 14 वीं शताब्दी) कृत 'वर्द्धमान चरित', भद्रगुप्त कृत 'धन्यसालिभद्रचरित' ( 1371ई.), जय शेखरसृरि कृत 'जम्बू स्वामिचरित' (1381ई.), जयतिलसृरि कृत 'मलयसुन्दरीचरित', 'हरिविक्रमचरित' तथा 'सुलसाचरित्र' वाग्भट्ट कृत 'ऋषभदेवचरित', जयानन्द सूरि ( 11वीं सदी ई.) कृत 'ठूलका परित', 'मारक साव :1393 1453 ई.) विरचित 'शान्तिनाथधरित'. 'वीर वर्द्धमानचरित', 'ऋषभदेवचरित', 'धन्यकुमारचरित', 'सुकुमालचरित', 'सुदर्शनचरित', 'श्रीपालचरित' तथा 'मल्लिनाथचरित', माणिक्यचन्द्र सूरि कृत 'श्रीधरचरित' (1406ई.), ब्रह्मजिनदास (15वीं शताब्दी का प्रारम्भ) कृत 'जम्बूस्वामिचरित' तथा 'रामचरित', मुनि सुन्दरसूरि कृत 'जयानन्द केवलिचरित' ( 1421- 1446 ई.). चारित्रसुन्दरगणि कृत 'महीपालचरित' तथा 'कुमारपालचरित', रामचन्द्र कुत विक्रमचरित्र' (1433ई), जयसागर कृत 'पृथ्वी चन्द्रचरित' (1446 ई.) जयानन्दकृत 'धन्यकुमार चरित' (1453ई.) तथा 'स्थूलभद्रचरित', राजबालभ (15वीं शताब्दी) कृत भोजचरित्र, 'चित्रसेन पद्मावती चरित्र', शीलसिंहगणि कृत 'श्रीचन्द्र के वलिचरित' (1437ई.), जिनहर्षगणि कृत 'वस्तुपालचरित्र' (1440ई.) धर्मधर कृत 'नागकुमारचरित' (1454ई.) तथा 'श्रीपालचरित', विद्यानन्दि (1432 - 1481) कृत 'सुदर्शनचरित', सत्वराज गणि कृत 'पृथिवीचन्द्रचरित' (वि.सं. 1535) तथा 'श्रीपालचरित', भुवनकीर्ति (14511470ई.) कृत 'अंजनाचरित', ज्ञानसागर कृत 'विमलनाथचरित' (1459ई.), इन्द्रहंसगणि कृत 'भुवनभानुचरित्र' ( 1497ई.), सोमकीर्ति ( 1469. 1433ई.) कृत 'प्रद्युम्रचरित', 'वशोधरचरित' तथा 'सप्तव्यसनचरित्र', भावचन्द्रसूरि कृत 'शान्तिनाथचरित' (1478ई.) श्रुतसागर सूरि (15वीं शताब्दो) कृत

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