Book Title: Jain Dharm Darshan me Tanav Prabandhan
Author(s): Trupti Jain
Publisher: Trupti Jain

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Page 251
________________ 233 When a stressful situation might be controllable, the best coping strategy is to treat the situation as a challenge. Focusing on way to control it. अर्थात् जब तनाव की स्थिति को नियंत्रित करना हो तो सबसे उचित तरीका है कि उस स्थिति को चुनौती के रूप में स्वीकार कर स्थिति को नियंत्रण करें। 2 Make a threating situation less threatening-: When a stressful situation seems to be uncontrollable a different approach must be taken. It is possible to change your appraisal of the situation, to view it in a different light, and to modify your attitudes towards it. अर्थात् जब तनाव की स्थिति अनियंत्रित हो तो कोई दूसरा तरीका अपना लेना चाहिए जिसमें खतरा कम हो। जैन दृष्टिकोण :- तनाव को कम या समाप्त करने के लिये मनोवैज्ञानिकों ने जो विधियाँ प्रस्तुत की हैं, उनमें से कुछ विधियाँ जैन चिन्तकों ने भी स्वीकृत की हैं। __ इन विधियों में सर्वप्रथम बाधा निवारण को स्थान दिया गया। जैनदर्शन का मानना है कि बाधाएँ उसी लक्ष्य की प्राप्ति में आती है, जो "पर" आश्रित और बाह्य होता है, अतः उनका मानना है कि हमें बाधा निवारण के स्थान पर लक्ष्य को ही 'पर' आश्रित से 'स्व' आश्रित बनाना चाहिए। यदि लक्ष्य आध्यात्मिक या स्व-आश्रित होगा, तो उसमें बाह्य बाधाएं नहीं होगी, केवल आत्मिक शक्ति या मनोबल के विकास से उसकी बाधाएं दूर की जा सकती है। इस प्रकार जैन दर्शन बाधा निवारण के स्थान पर लक्ष्य प्रतिस्थापन को अधिक महत्व देता है। जहाँ तक व्याख्या एवं निर्णय विधि का प्रश्न है, जैनदर्शन का मानना है कि सम्यक् दर्शन और सम्यक् ज्ञान के आधार पर हमें अपने लक्ष्य के औचित्य या अनौचित्य का निर्धारण तथा उसकी सम्यक्ता पर पूर्ण विचार करके ही अपने लक्ष्य का निर्धारण करना चाहिए। जैनदर्शन का मानना है कि सम्यक्-दृष्टि Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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