Book Title: Epigraphia Indica Vol 03
Author(s): Jas Burgess
Publisher: Archaeological Survey of India

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Page 23
________________ EPIGRAPHIA INDICA. [VOL. III 3 छटा । [२] पाच्छाद्य राजतपन: कनकैविमानं रंगे हरेस्त[द]पदानभुवा खनाच[] [*] अखापयत् परममा प्रणखात् सुवर्णन्तस्मिन् पुमांसममले मनसीव योगी ॥ [३१] कोशादात्तां क्षितिपतिरवि: काठकक्षोणिभर्तुर्मालाम् प्रादाभरतकमयीं' 4 शाङ्गिणे रंगधान्ने [1] लीना तस्योरसि महति या लीलयोपेत्य पश्चादालिं]. गन्या: परिकलयते दोर्जतासाम्यमुवाः ॥ [४] देवाय रंगपतये नरदेवभाखानस्पर्शयनणिमयम्मकुटम्महौ[ज]: [*] यस्य विषा दिनमणे[रिव तारकाणां शान्ता रुचिशायन 5 भोगिफणामणीनाम् ॥ [५] पक्कत कनकवर्माच्छादितं' रंगभरिशयनमुरगराज शाह्मिणी राजसूर्यः [1"] विलसति विहरन्या यममन्तेन पत्या कवचित व लख्या: कोंकुमैरंगरागैः ॥ ["] प्रत्यादिष्टसुमेरुगविभवं विश्वोत्तरमापति- - 8 स्त्रीरंगे नरसिंहधाम विदधे कार्तस्वरं गोपुरम' [1] यस्मिनतमुदीरभासुरमहस्तोमे मुहर्त गत: पर्याप्ताकतिरेव भास्करमिव प्राप्तशशी दृश्यते ॥ [*] घोरहे. रथखिनकाठकपुरीसम्पत्समाकर्षिणा देवेनेन्दुकुलोरहेन 7 विदधे सर्वोत्तरमामता [*] विश्वसनविमानमवतनभस्मचारवेलोभिवद्रो. चिम[य]व[चितामणिना हेनातिभूना हृतम् ॥ [८] तसा नृपभाखित] रिपुकिरीटमोच्चयैरनेकमणिशोभिनी मकरतोरणस्थान्तर [1] 8 हरि[]ि रचिता[सि]को जय[ति] रंगधामात्रयस्तपावयपयोधर[न्त्रि]दशका. []कावेष्टितम् ॥ [2] विष्णोरुत्भुजसुन्दरस्य' विदधे वेश्म चितिीन्द्रार्यमा कोशगारविलुटि]: क्षितिभुजा कोटीरहेमोच्चयैः [*] अद्याप्य[न्ति]कभूरमुच बह] 9 यंतेजसामुत्गमैरुत्संगस्थविदीर्णंदैत्यरुधिरव्याप्तेव विद्योतते [1] [१०] रंगेखराय शितिपालसूर्य: प्रालम्बमुक्तासजमुवतश्री: [1] भीतेन शोर विरोटभंगात् सुरद्रुमन्दत्तमिवोपनिन्थे । [११] मूर्त यशस्खमिव सुन्दरपाय___ 10 देवो मुक्तामयं व्यधित रंगपतबितानम् [1] यस्य प्रभाभिरनुयाति तदीयमौलिर्भागीरथीपरिगतम्मकुटम् पुरारीः ॥ [१२] क्रमुकपनसमोचानाळिराममुख्यैः कनकनिचयकरबैंकल्प:' फलौघैः [1"] मुदमवत मुराररेकरूपापि रंगे . 11 मरकतपृथिवीभृत्सम्भवा भक्तिवनी । [१३] नृपतिरविरुदारमचरीति] गं व्यरचयदधिरंगं शातकुम्भं गतांगम् [*] 'सटिदभिसरणबीवों[वि] यस्त्र प्रभाभिशरदवतरणपि प्राप्यते वारिवाहः ॥ [१४] सर्वोत्तीर्णमहीपतिमधुरिपोहेवस्य जता दिया Read मरकव. * Read mo. Rand बयाः पौडुमै • Read गीपुरम् Read गुज. • Bend "मुझम. | Rend कृौ.. • Road वडिद.

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