Book Title: Bhoj Charitra
Author(s): Rajvallabh, B C H Chabda, Shankar Narayanan
Publisher: Bharatiya Gyanpith
View full book text
________________
भोजचरित्रे रे रे साटकमलनिर्धाटक पाटकपटकपटीरक । अस्मिन् नगरे वद का का वार्ता ॥२१८।। रजक ऊचेअश्या वहन्ति नगराणि सनोरणानि
गावश्चरन्ति कमलानि सकेसराणि । भीलं पयो पत्रिषु नालि लिलेषु नै
प्रासादशैलशिखरेषु मृगाश्चरन्ति ॥२१६॥ न स्थिति तद्गृहे ज्ञात्वानीतोन्यत्र स 'पण्डितः । बालिकालापिता तेन कासि त्वं किंकुलोद्भवा" ॥२२०॥ पालिकोचेमृतका यत्र जीवन्ति निश्वसन्ति मतायुषः । स्वगोत्रे कलहो यत्र तस्याहं कुलबालिका ॥२२१॥ कुम्भकारगृहेन्यत्र नीतः पण्डितपौरुषैः । मिलिता तत्सुना द्वारे पृष्टा कस्य गृहं अदः ॥२२२॥ मालिकोचेपर्वताग्रे रथो यानि भूमौ तिष्ठति सारथिः । चलते वायुवेगेन पदमेकं न गच्छति ॥२२३|| एवं भ्रान्त्वा पुरी सबों पुलिन्दकुटिकां गतः । वसतिं यावदीक्षत पुलिन्दी तावदुत्थिता ॥२२४|| पलं करें समादाय गता भोजसभान्तरे । पूर्व दवानरेन्द्राग्रे प्रश्नोत्तरवचो जगौ ॥२२५॥ यथादेव ! त्वं जय, कासि ? लुब्धकवधूः, पाणी'" किमेतत् १ पलं, क्षामं किं ? सहजं ब्रवीमि नृपते ! यद्यस्ति ते कौतुकम् । गायन्ति त्वदरिप्रियाश्रुतटिनीतीरेषु सिद्धाङ्गनाः । गीतान्धा न चरन्ति भोज ! हरिणास्तेनामिपं दुर्बलम् ।।२२६॥
1. A, B1B2 and Its add यथा belore this verse 12. !, has च instead of f which is omitted by B7 and 18, 33, pl and pil gat; pusite; the whole is ommitted by L14. Pall Pa ति:; L, IB, Riel Ba " । .. P! तोप्यन्यत्र । 6. P का कुलोद्भवः । 7. A.पा। 8. A ति । १, P3 anel !. भ्रान्ता पुरी सर्वा। 10. लां। 11. P3, A, B and B नत्वा । 12. P1, P3, I. anti B: धुर्हस्ते । 1J. L. दिव्याङ्गनाः ।

Page Navigation
1 ... 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193