________________
[
५०
]
कृति नाम
आदि पद
पृष्ठाङ्क ११ अंग सज्झायादि आचारांग सज्झाय गा० ७ पहिलो अंग सुहामणो रे सूयगडांग स० गा० ७ बीजो रे अंग हिवे सहु० स्थानांग सूत्र स. गा० ७ त्रीजउ अंग भलउ कह्यउ रे समवायांग स. गा० ७ चौथौ समवायांग सुणौ ८९ भगवती सूत्र स० गा० ७ पंचम अङ्ग भगवती जाणिये रे ६० ज्ञाता सूत्र स० गा० ७ छठो अङ्ग ते ज्ञाता सूत्र वखाणियह१ उपासकदसांग स० गा० ७ हिवैसातमो अंग ते सांभलो ६३ अन्तगड़दसा स० गा० ७ आठमो अंग अन्तगड़दसाजी ६४ अणुत्तरोववाइ स० गा० ७ नवमो अंग अणुत्तरोववाई ६४ प्रश्नव्याकरण स० गा० ७ दसमउ अंग सुरंग सोहावइ ६५ विपाक सूत्र स० गा० ७ सुणो रे विपाक श्रुत अंग ११ अंग स.
गा० ७ अंग इग्यारे में थुण्या ६८ दुर्गति निवारण स० गा० ६ सुगुण सहेजा मेरा आतम ६६ जिन प्रतिमा स्वरूप स० गा० ३६ विपुल विमल अविचल अमल १०० कुगुरु सज्झाय गा० ३१ जैन युक्ति सुं साधना १०४ उत्तमकुमारचरित्र चौपई
१०८ से २०८ तक ढालों में प्रयुक्त देसी सूची कठिन शब्दकोष
5
२११
Jain Educationa International
For Personal and Private Use Only
www.jainelibrary.org