Book Title: Uttaradhyayanani Uttararddha
Author(s): Chirantanacharya, Kanchansagarsuri
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 350
________________ उत्तरा अवचूर्णिः परिशि.१ ॥३४१॥ गाथानां सूत्राणाचाकारादि Ko-XOXOXOXOSKOREXBOX-Ko-KOK प्रतीकम् गा. सू. पत्राकः प्रतीकम् गा. सू. पत्राकः प्रतीकम् गा. सू. पत्राङ्कः प्रतीकम् गा. सू. पत्राङ्क: मणगुत्तयाए णं भंते सू.६७ २४८ | महाउदगवेगेणं ८९६ १९३ | माया पिया पहुसा मुग्गरेहिं मुसुंढीहिं ६६१ १५४ मणगुत्तो वयगुत्तो ३६१ ८६ महाजसो एस ३८९ ९० भाया १६२ ४६ मुत्तीए णं भंते! सू.६१ २४६ , , ८२९ १८२ | महाजतेसु उच्छू वा ६५३ १५३ | मायाबुइयमेयं तु ५७३ १४० मुसं परिहरे भिक्खू २४ मणपरिणामो अकओ ८०३ १७८ | महादवग्गिसंकासे ६५० - १५२ | माया मे महाराय! ७२३ १६३ मुहपत्तिं पडिलेहित्ता १०१४ मणपहायजणणी ५११ १२८ महामेहपसूयाओ ८८२ १९१ मासे मासे उ जो २७१ मुहुत्तद्धं तु जहन्ना १३२५ मणसमाधारणयाए सू.७० २४९ महासुका सहस्सारा १५८३ ३२२ | माहणकुलसंभूओ ९४८ २०२ मणरस भावं " " १३२६ २९२ १२४२ २७६ " मतं मूलं विविहं | मा हु तुम सोयरियाण ४७३ ११५ ५०१ १२१ १३२७ मणिरयणकुहिमतले ६०४ १४६ | मंताजोगं काउं१६३६ ३२८ मिउमद्दवसंपने १०६० ,, , १३२८ २९२ मणुया दुविह भेया उ १५६७ ३२१ मंदा य फासा बहु. १२६ ३८ | मिए छुभित्ता हयगो ५५० " " १३२९ २९२ मणोगर्य वक्तगयं ४३ " १९ | माई मुद्धणे पडई १०४९ मिगचारियं चरिस्सामि ६८४ २२० मणो साहस्सिसो १३३० २९२ ८८१ १९२ """ मा गलियस्लेव कसं १२४ ., चरिस्सामो ६८५ मणोहरं चित्तधरं माणाविज १३३७ १३५६ २९१ सू. ८२ २५१ | मिच्छादसणरत्ता १६२९ मुहूं मुहूं मोहगुणे १२५ मत्तं च गंधहत्यि ७९२ १७७ | माणुसत्तं भवे मूलं १९३ ५२ महवयाए ण भंते ! सू.६३ २४१ माणुसत्तंभि आयाओ १०५ मित्तवं नाइवं होइ मोणं चरिस्सामि ३१ ११२ मरणपि सपुण्णाणं १४५ ४२ माणुसत्ते असारंमि ६१४ १४८ १४८ मिहिलं सपुरजणवयं २३१ मोसस्स पच्छाय ११८६ मरिहिसि राय ४८० ११६ | माणुस्सं विगह लहूं १०२ ३० मिहिलाए चेहए वच्छे २३६ ६२ मोसस्स पच्छाय ११९९ महत्थरूपा वयण ४१७ १०० मा य चंडालियं कासी ५. ३ | मुक्खमग्गगई १०६१ २२३ मोसस्स. १२१२ २७६ महप्पभावस्स महा ६९७ १५९ | माया० सू.८३ २५१ | मुक्खाभिकखिस्सवि ११७२ २७० । मोहणीयपि य दुविहिं १२७४ २८२ ३ ॥३४॥ Jain Education For Private & Personal use only nelibrary.org

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