________________
( १५ )
४३. अपनी छाया ४४. जैसी दृष्टि : वैसी सृष्टि
४५. बादशाह का मूल्य ४६. शब्द नहीं, भावना ४७. धर्म का गौरव
४८. आनन्द का मूल ४६. दिल का आईना - आँख
५०. ज्ञानी का धीरज
५१. वीर और उदार
५२. निस्पृहता का अभ्यास
५३. आग्रह ५४. सोने का झोल
५५. क्या गोरा, क्या काला
५६. मित्र बनाकर
५७. रावण की सीख ५८. निंदा की लाज
५६. विलास का विष ६०. माता की प्रतिकृति
६१. आपका नाम ? ६२. स्वामी बनाम रक्षक ?
६३. अंकुश अपने हाथ में ६४. सम्राटों के सम्राट ६५. मोहजाल
६६. भामाशाह का त्याग
१२५
१२.८
१३१
१३३
१३५
१३७
१४०
१४३
१४६
१४८
१५०
१५२
१५४
१५७
१५६
१६२
१६४
१६७
१७१
१७४
१७६
१७८
१८०
१८३
Jain Education InternationaFor Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org