Book Title: Prakaran Ratnakar Mool
Author(s): Mehta Nagardas Pragjibhai
Publisher: Mehta Nagardas Pragjibhai

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Page 28
________________ ॥ १५१ ॥ गाहावई १ दहवई २, वेगवई ३ तत्त ४ मत्त ५ उम्मत्ता ६ । खीरोय ७ सीयसोया , तह अंतोवादिणी ए चेव ॥ १५२ ॥ उम्मीमा. लिणी १० गंजी-रमालिणी ११ फेणमालिण १५ चेव । सव्व वि दसजोयण-उंमा कुंमुब्नवा एया ॥१५३॥ कच्छ १ सुकलो २ य महा-कहो ३ कजावई ४ तहा। आवत्तो ५ मंगलावत्तो ६, पुक्खलो ७ पुक्खलावई ॥१५४॥ वच्छ ए सुव. बो १० य महा-वल्लो ११ वहावई १२ वि य । रम्मो १३ य रम्मो १४ चेव, रमणी १५ मंगलावई १६ ॥ १५५ ॥ पम्हु १७ सुपम्हो १७ य महा-पम्हो १ए पम्हावई २० तयो । संस्खो १ णलिणणामा २५ य, कूमुयो २३ णलिणावई २४ ॥ १५६ ॥ वप्पु २५ सुवप्पो २६ अ महा-वप्पो २७ वप्पावर २८ त्ति य । वग्गू २९ तहा सुवग्गू ३० य, गंधिलो ३१ गंधिलावई ३२ ॥ १५७ ॥ एए पुवावरगय-विचामृदलिय त्ति णदिसिदलेसु । जरहरूपुरिसमायो, मेहिं णामेहिं

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