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विषय-सूची : ११
खण्ड : ३ : व्यक्तित्व एवं कर्तृत्व पूज्य वर्णीजीकी दृष्टिमें पण्डितजी
पं० रमेशचन्द्र बांझल पं० टोडरमलके चरण चिह्नोंपर
पं० जगन्मोहनलाल शास्त्री जैन भारतीके ओजस्वी सपूत
डॉ० ज्योतिप्रसाद जैन विरल विभूति
श्री यशपाल जैन उदार व्यक्तित्वके धनी
डॉ० लालबहादुर शास्त्री वर्तमान दि० जैन पाण्डित्यकी प्रमुख कड़ी
प्रो० खुशालचन्द्र गोरावाला बहु आयामी विद्वत्ता
डॉ० दरबारीलाल कोठिया, न्यायाचार्य समाजके ज्याति पुंज
साहु श्रेयांस प्रसाद जैन मेरे श्रद्धा सुमन
श्रीमती चंचलाबेन शाह प्रेरक व्यक्तित्व
श्रीमती सरयू दफ्तरी मेरे दृष्टिदाता विद्यागुरु
श्रीमती गजान जैन सिद्धान्तके प्रखर विद्वान्
भैया राजकुमार सिंह प्राचीन भारतीय परम्पराके मनीषी
श्री महाराजा बहादुरसिंह श्रमण-संस्कृतिके उन्नायक
श्री बाबूलाल पाटौदी समाजके गौरव
श्रीमंत सेठ भगवानदास जैन समाजकी विभूति
श्री सेठ डालचन्द्र जैन जैन सिद्धान्तके मर्मज्ञ
पं० भँवरलाल न्यायतीर्थ जिनके प्रति मेरे मनमें सबसे अधिक आदरके भाव हैं श्री बलभद्र जैन जैन सिद्धान्तके पारगामी विद्वान्
डॉ० कस्तूरचन्द कासलीवाल बुन्देलखण्डकी माटीसे गढ़ा गया
श्री नीरज जैन एक मेधावी व्यक्तित्व
स० सि० धन्यकुमार जैन अचिंत्यनिष्ठा और सतत् लगनकी विभूति
श्रीमंत सेठ राजेन्द्रकुमार जैन शत्-शत् नमन
श्रीमती नर्मदा बाई जैन बीसवीं सदीका चिरयुवा मनस्वी पुष्पदन्त भूतबलि
प्रो० राजाराम जैन सुधारवादी प्रखर विद्वान् नेता
पं० यतीन्द्रकुमार वैद्यराज निर्भीक व्यक्तित्व
श्री सुजानमल जैन स्वाभिमानी व्यक्तित्व
श्री राजमल पवैया
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खण्ड : ४: साहित्य सर्जना
धर्म और दर्शन १. जैनधर्म २. हिंसा और अहिंसा ३. विश्वशान्ति और अपरिग्रहवाद
( अप्रकाशित) ('ज्ञानोदय', मार्च १९५१) ( श्री गणेशप्रसाद वर्णी ग्रन्थमाला प्रकाशन वी०नि० २४७३)
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