Book Title: Bharat ke Prachin Rajvansh Part 01
Author(s): Vishveshvarnath Reu, Jaswant Calej
Publisher: Hindi Granthratna Karyalaya
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आबूके परमारोंकी वंशावली।
नाम
परस्परका सम्बन्ध
ज्ञात समय
समकालीन राजा और उनके ज्ञातसमय
-
धूमराज
मूल पुरुष
सिन्धुराज
धूमराजके वंशमें
उत्पलराज
नं. १ का पुत्र
३ भारण्पराज
नं. २ का पुत्र
४ | कृष्णाराज पहला
नं.३ का पुत्र
सोलकी मूलराज १०३० से १०५१%राष्ट्रकूट
धवल वि० सं० १०५३
धरणीवराह
नं.४ का पुत्र महिपाल (देवराज ) ० ५ धन्धुक नं. ६ का पुत्र
वि० सं० १०५९
पूर्णपाल
विग्रहराज, चौलुक्य भीमदेव वि०सं०१०७८से ११२०
परमार भोज प्रथम वि०सं०१०७८,१०८७,१०९९ वि० सं० १०९९ और ११०२ के दो लेख वि.सं. १११७- चाहमान बालप्रसाद
११२३
का भाई
नं. ९ का वंशज
कृष्णराज दूसरा | ध्रुवभट
रामदेव विक्रमसिंह यशोधवल
नं. १० का वंशज
नं. ११ का
चौलुक्य कुमारपाल चौलुक्य कुमारपाल; मालवेका राजा बल्लाल
| नं. ११ का पुत्र
वि. सं. १२०२
धारावर्ष .
चौलक्य भीमदेव कुतुबुद्दीन ऐबक, सामन्तसिंह
गोहिल
। सोमसिंह १६ कृष्णराज तीसरा
नि- ११२०,
१९३५, १२४६
१२६५, १२७६, नं. १४ का पुत्र वि० सं० १२८७ के
दो लेख, १२९. नं० १५ का पुत्र xxx वि० सं० १३४४
१५ | प्रतापसिंह
जेत्रकर्ण (जैत्रसिंह-गोहिल )
(पृष्ठ ८३)
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