Book Title: Bharat ke Prachin Rajvansh Part 01
Author(s): Vishveshvarnath Reu, Jaswant Calej
Publisher: Hindi Granthratna Karyalaya

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Page 346
________________ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भारत के प्राचीन राजवंश www.kobatirth.org २८२ ओंका नाम परस्परका संबन्ध ज्ञात समय समकालीन राजा और उनके ज्ञात समय बीयराम नं० १८ का पुत्र परमार भोज वि०सं० १०७६,१०७८, १०९९ महमूद गजनी ई० स० १०२४ २० चामुंडनं० १९ का छोटाभाई २१/ दुर्लभ ( तीसरा) नं० २० का उत्तरा परमार उदयादित्य वि० सं० १११६,११३७,११४३/4 धिकारी चौलुक्य कर्ण वि० सं० ११२० से ११५० २२ वीसल (तीसरा) नं० २१ का छोटाभाई २३. पृथ्वीराज (पहला) नं० २२ का पुत्र २४ अजयदेव न० २३ का पुत्र २५/ अराजनं० २४ का पुत्र वि० सं० १२.४ चौलुक्य कुमारपाल वि.सं०११९९से १२३०विक्रमसिंह २६ जगद्देव नं. २५ का पुत्र २७वीसलदेव(विप्रह०चौ०)नं० २६ का छोटाभाई वि०सं०१२११,१२२० २८ अमरगांगेय नं० २७ का पुत्र २९ पृथ्वीराज ( दूसरा) नं० २६ का पुत्र वि० सं० १२२४, | १२२५, १२२६ ३० सोमेश्वर नं० २५ का पुत्र वि०सं०१२२६,१२२८ | १२२९, १२३४ ३१ पृथ्वीराज (तीसरा ) नं० ३० का पुत्र वि०सं०१२३६,१२३९ | १२४४, १२४५ चंदेल परमर्दि, शहाबुद्दीन गोरी ३२ हरिराज नं. ३१ का छोटाभाई हि• स० ५९१ कुतुबुद्दीन ऐबक For Private and Personal Use Only Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra

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