Book Title: Bharat ke Prachin Rajvansh Part 01
Author(s): Vishveshvarnath Reu, Jaswant Calej
Publisher: Hindi Granthratna Karyalaya
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-संस्था
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सांभरके चौहानोंका नकशा। राजाओंका नाम परस्परका संबन्ध ज्ञात समय समकालीन राजा और उनके ज्ञात समय
चाहमान वासुदेव नं. १ के वंशमें सामन्तदेव | नं. २ का पुत्र
जयराज - नं. ३ का पुत्र ५ विग्रहराज (पहला) नं. ४ का पुत्र ६ चन्द्रराज (पहला) नं०५ का पुत्र
गोपेन्द्रराज नं. ६ का छोटाभाई। दुर्लभ०७ का उत्तराधिकारी
जुनैद ( हि० स० १०५-१२५) ९/ गूवक ( पहला) नं० ८ का उत्तराधिकारी
नागावलोक वि० सं० ८१३ १० चन्द्रराज (दूसरा) नं. ९ का पुत्र ११ गूवक (दूसरा) नं. १० का पुत्र १२ चन्दनराज | नं. ११ का पुत्र
तोमर रुद्रेण १३ वाक्पतिराज नं. १२ का पुत्र
तंत्रपाल १४ सिंहराज नं० १३ का पुत्र
लवण, नासिरुद्दीन १५/ विप्रहराज (दूसरा )। नं० १४ का पुत्र । वि० सं० १०३० चौलुक्य मूलराज वि० सं० १०१७ से १०५२ १६ दुर्लभराज ( दूसरा) नं० १५ का छोटाभाई १७ गोविन्दराज नं. १६ का छोटाभाई १८वाक्पतिराज (दूसरा नं. १७ का पुत्र ।
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सांभरके चौहानोंका नकशा ।
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