Book Title: Ang Sootra Vishayaanukram 02
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
View full book text
________________
आगम संबंधी साहित्य
अंगसूत्र-लघुबृहविषयानुक्रमौ
[ अंगसूत्र-१. "आचार"] मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलित: अंग-सूत्रस्य विषयानुक्रम: (आगम-संबंधी-साहित्य)
प्रत
सूत्रांक
वृहत्क्रमः।
यहां देखीए
दीप क्रमांक के लिए देखीए 'सवृत्तिक
आगम सुत्ताणि
आचाराङ्ग alla नि० चक्षुःस्पर्शागतपृथिवीशरीरकथ- (९८ नि० पृथ्वीकायस्याङ्गोपाङ्गरहितत्वेऽपि | १६ अन्धादिवत्पृथिवीसमारम्भे प्रवृत्तI नोपसंहारः, शेषाणामाज्ञानाहिता
...वेदनाऽस्तित्वम् । मतेरहितादि भोग्यफलप्राप्तिः ३७ ॥१७॥ ४ नि० लक्षणद्वारे उदयलेश्यामेदाः (११) ९९नि० वधद्वारे कुतीर्थिकस्वरूपम् |१८ पृथिवीदण्डविरतो मुनिः निशरीरास्थिदृष्टान्तेन कठिनपृथि१००नि० दृष्टान्तगर्भ कुतीर्थिकस्वरूपनि
॥ द्वितीय उद्देशकः ॥ बीशरीरे चेतनत्यम् ३१ १०१ नि० कृतकारितानुमतिभिर्वधः
गमनम् | १०६ नि० अकायद्धाराणि भेदपरिमाणो८६-८८ नि० पृथिवीकायपरिमाणम्
पभोगशखलक्षणेषु विशेषः १०२ नि० पृथिवीकायवधे निदानिदाभ्यां | २०७-१०८ नि० अप्कायस्य भेद८९नि क्षेत्रकालयोः सूक्ष्मवादरत्वम् ३२| तदाश्रितान्यदृश्यावश्यजीववधप्रदर्शनम् नानात्यं, पादरे पञ्च शुद्धदिकायाः ४० L९०नि०कालतः पृथ्वीकायपरिमाणम् | १०३ नि०पृथ्व्या वधे तनिश्रितानां सूक्ष्मा १०९ नि० अपकायपरिमाणद्वारम् ९१ नि० पृथिवीकायानां परम्परमवगाहः
दीनां वधः । ११०नि० अप्कायलक्षणद्वारम् ९२-९३ नि० चङ्क्रमणादिभि (१६)- | १०४-१०५ नि० पृथ्वीवधविरता
१२१ नि० अर्कायोपभोग ७)द्वारम् ४१ मनुष्याणां पृथ्व्या उपभोगः
गुप्त्यादिमन्तश्चानगाराः | ९१२,, अप्कायवधप्रवर्तने हेतुः LG९४ नि सुखार्थे परदुःखोदीरकत्वम् १४ पृथ्वीहिंसका आर्तपरियूनादिमन्तः
| ११३ , अप्काये शखद्वारम् M९५ नि० शस्त्रद्वारे हलकुलिकादिसमास- | १५ असाख्येयजीवसध्यातरूपा पृथिवी- (उत्सिश्चनादि ६) द्रव्यशखप्रतिपादनम् ३३
तिप्रदर्शनम् ११४ निविभागतो द्रव्यभावशस्त्रम् ४२ ९६ नि० विभागद्रव्यभावशनप्रतिपादनम् | १६ कृतकारितानुमतिभिः पृथिवीसमा- ११५ ,, पृथिवीबदएकायस्य शेषद्वाराणि F९७ नि०पृथ्वीकाये बेदनाः
रम्मे प्रवृत्तिप्रदर्शनम् | १९ अनगारखरूपम्
॥१७॥
~27~

Page Navigation
1 ... 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179