Book Title: Ang Sootra Vishayaanukram 02
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
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आगम
संबंधी
साहित्य
प्रत
सूत्रांक
यहां
देखीए
दीप
क्रमांक
के लिए
देखीए 'सवृत्तिक
आगम
सुत्ताणि'
श्री
मगवत्यंग
सूत्रे
॥१३८॥
अंगसूत्र- लघुबृहद्विषयानुक्रमौ
[ अंगसूत्र- ५. “भगवती" ]
मुनि दीपरत्नसागरेण पुनः संकलित: अंग-सूत्रस्य विषयानुक्रमः (आगम-संबंधी साहित्य)
८६९-१०९४-१४७ भगवतीपदभावादिमानं, समुद्ररूपेण सह - घस्य स्तुतिः श्रुतदेवतास्तुतिः, योगविधिः श्रुताधिष्ठात्र्यादि
स्तुतिः ।
॥ प्रशस्तिः ॥ यशचन्द्र साहाय्यात् जिनचन्द्रनियोगाद् वृत्तिकृतिः, शोधका
~150~
९८०
द्रोणाचार्याः, प्रथमादर्शलेखका विनयगणिप्रभृतयः, दायिकसुतमाणिक्यप्रेरणया ११२८ वर्षे । ९८१ ॥ इति भगवतीविषयानुक्रमः ॥
ॐ बृहत्क्रमः।

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