Book Title: Tattvarthadhigam Sutraam Tasyopari Subodhika Tika Tatha Hindi Vivechanamrut Part 03 04
Author(s): Vijaysushilsuri
Publisher: Sushil Sahitya Prakashan Samiti
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श्रीस्वार्थाधिगमसूत्रे
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नरकभूमि से निकले हुए नारक जीव देशविरति प्राप्त कर सकते हैं। तथा सातवीं नरकभूमि से निकले हुए नारक जीव सम्यक्त्व प्राप्त कर सकते हैं ।
* प्रश्न - नरकगति का श्रायुष्य कौन से जीव बाँध सकते हैं ?
उत्तर - मिथ्यादृष्टि जीव, महारम्भी जीव, महापरिग्रही जीव, मांसाहारी जीव, पञ्चेन्द्रिय प्राणियों का वध करने वाले जीव, तीव्र क्रोधी तथा रौद्रपरिणामी इत्यादि प्रकार के जीव नरकगति आयुष्य बाँधते हैं।
* प्रश्न- कौनसे जीव नरकगति से प्राये हैं और फिर नरकगति में जाने वाले हैं ?
उत्तर- प्रत्यन्त क्रूर अध्यवसाय वाले सर्प, सिंहादि, गिद्ध प्रमुख पक्षी, तथा मत्स्य इत्यादिक जलचर जीव प्रायः नरकगति में से आये हैं, और नरकगति में जाते हैं । वे जीव नरकगति से ही ये हैं, ऐसा नियम नहीं है । किन्तु अत्यन्त अशुभ अध्यवसाय के कारण सामान्य रूप से ऐसा ही कहा जाता है । इसी तरह ये जीव मृत्यु पाकर नरक में ही जाने वाले हैं, ऐसा नियम नहीं है । केवल उपर्युक्त कारण से सामान्य रूप में ऐसा कह सकते हैं, निश्चयात्मक नहीं ।
प्रश्न- कौनसे संघयरण वाले जीव- श्रात्मा कौनसी नरकभूमि तक जन्म पाते हैं ? उत्तर - १. सेवा संघयरणवाले जीव-ग्रात्मा नरकगति में पहली और दूसरी नरकभूमि तक जन्म पाते हैं ।
२. कीलिका संघयरणवाले जीव- श्रात्मा नरकगति में पहली नरकभूमि से तीसरी नरकभूमि तक जन्म पाते हैं ।
३. अर्धनाराच संघयरणवाले जीव-प्रात्मा नरकगति में पहली नरकभूमि से चौथी नरकभूमि तक जन्म पाते हैं ।
पाते हैं ।
४.
नाराच संघरणवाले जीव- ग्रात्मा पहली नरक से पाँचवीं नरक तक जन्म पाते हैं । ५. ऋषभनाराचसंघयरणवाले जीव- श्रात्मा पहली नरक से छठी नरक तक जन्म पाते हैं । ६. वज्रऋषभनाराच संघयरणवाले जीव- श्रात्मा पहली नरक से छठी नरक तक जन्म
* प्रश्न - कौनसी नरकभूमि में से आये हुए जीव- श्रात्मा कौनसी लब्धि प्राप्त कर सकते हैं ?
उत्तर - ( १ ) पहली नरकभूमि से प्राये हुए जीव - श्रात्मा चक्रवर्ती हो सकते हैं ।
(२) पहली और दूसरी नरकभूमि से प्राये हुए जीव- श्रात्मा वासुदेव या बलदेव हो
सकते हैं ।