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* स्याद्वादसिद्धि सहयोग दिया। इन सब सत्पुरुषोंके सौजन्यका ही प्रस्तुत फल है और उसका श्रेय इन्हींको प्राप्त है, अन्यथा मैं अकेला क्या कर सकता था। __ अन्तमें मैं उन ग्रन्थकारों, सम्पादकों और लेखकोंका भी आभारी हूँ जिनके ग्रन्थों आदिसे कुछ भी सहायता मिली है।
सम्पादक दरियागंज, देहली । दरबारीलाल कोठिया, ६ अक्तूबर १६५०, , (मुख्याध्यापक श्रीसमन्तभद्रविद्यालय)
(विषय-सूचीका शेषांश) विषय कारिका विषय
कारिका ६. जीव-ब्रह्मविचार १०८-१२५१६. ............ १-६१ ५०. वेदसे ब्रह्मज्ञानकी
१. अनेकधर्मात्मक वस्तु सिद्धिका निरा" १२६-१३३
की असंभवताकी ११, ब्रह्मज्ञानका
आशंका और उसका - फल १३४-१३८ । निराकरण "" १-३ १०. ब्रह्म तथा अविद्या कल्पित २. बौद्धोंद्वारा एक वस्तु भेदकी सविस्तर
में अभिमत कार्यआलोचना १३६-८७
कारणतारूप धर्म१३. शून्यैकान्तमें
भेदका दृष्टान्त ४-५ दोष प्रतिपादन १८८ १४. स्याद्वादकी समी
३. अन्यापोहसे धर्मभेद चीनता __ "" १८६ माननेका खण्डन ६३
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