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विषय
सन्तानके स्वीकारका निराकरण
2000
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३. एकत्वज्ञानसे एक सन्तान के स्वीकारकी आलोचना
४. भेदाभेदात्मक सन्तान
की सिद्धि ५. भेदको वास्तविक और अभेदको कल्पित माननेके बौद्धोंके विचार का खण्डन
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विषय-सूची
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कारिका
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१५-२२
६. क्षणिकवाद में सदसत् कार्यका अभाव २३-२४
७. स्याद्वाद में सदसत् कार्य
१०. सन्तान, सादृश्य,
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६-१३
१४
का सद्भाव
२७-३४
म. द्रव्यपर्यायात्मक वस्तु की सिद्धि ६. क्षणिकवाद में अर्थक्रियाका अभाव ३५-५१
२५-२६
साध्य, साधन, उनकी क्रिया और स्मरणादिका भी क्षणिकवाद में अभाव ५२-५७
११. प्रत्यभिज्ञान से एक वास्त
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विषय
कारिका
विक आत्माकी सिद्धि ५८
१२. प्रत्यभिज्ञानके प्रमाताकी सिद्धि
१३. हेतु के अन्यथानुपपन्नत्वस्वरूपकी सिद्धि ६४
१४. तर्क एवं विपक्षबाधक प्रमाणसे उसका निश्चय
. ६५-७०
१५. दृष्टान्तसे उसका निश्चय करने में दोष ७१-७६ १६. तथोपपत्ति अथवा
५.
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५६-६३
अन्तव्याप्ति ही अन्यथानुपपत्ति है
१७. हेतुकी गमकता में अन्तव्याप्ति ही प्रयोजक है, पक्षधर्मत्वादि नहीं ८२-८६
७७-८१
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भोक्तृत्वाभावसिद्धि १-३२
१. नित्यैकान्तमें भी भोक्तृत्वादिका
अभाव
२. कर्तृत्वादिको क्रमशः एवं अभिन्न मानने पर आत्मामें अनित्यताका प्रसंग
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