Book Title: Subodh Sanskrit Dhatu Rupavali Part 01
Author(s): Rajesh Jain
Publisher: Tattvatrai Prakashan
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________________ विरमाणि विरम विरमतु वर्षामि वर्षसि वर्षति આજ્ઞાર્થ વિધ્યર્થ विरमाव विरमाम विरमेयम् विरमेव विरमेम विरमतम् विरमत विरमेः विरमेतम विरमेत विरमताम् विरमन्तु विरमेत् विरमेताम् विरमेयुः वृष् - वरसj,वरसाद यवो વર્તમાનકાળ હસ્તન ભૂતકાળ वर्षाव: वर्षामः अवर्षम् अवर्षाव अवर्षाम वर्षथः वर्षय अवर्षः अवर्षतम् अवर्षत वर्षतः वर्षन्ति अवर्षत् अवर्षताम् अवर्षन् આજ્ઞાર્થ વિધ્યર્થ वर्षाव वर्षाम वर्षेयम् वर्षेव वर्षेम वर्षतम् वर्षत वर्षे: वर्षेतम् वर्षेत वर्षताम् वर्षन्तु वर्षेत् वर्षताम् वर्षेयुः शंस्- प्रशंसा रवी વર્તમાનકાળ હસ્તન ભૂતકાળ शंसाव: शंसामः अशंसम् अशंसाव अशंसाम शंसथ: शंसथ अशंस: अशंसतम् अशंसत शंसत: शंसन्ति अशंसत अशंसताम् अशंसन HEREILL t u tirga धातु 3iqeii MII-I वर्षाणि वर्ष वर्षतु शंसामि शंससि शंसति

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