Book Title: Subodh Sanskrit Dhatu Rupavali Part 01
Author(s): Rajesh Jain
Publisher: Tattvatrai Prakashan
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________________ अन्विष्यतु अन्विष्यताम् अन्विष्यन्तु | अन्विष्येत् अन्विष्येताम् अन्विष्येयुः सम् + ऋध्- समृद्ध थj. વર્તમાનકાળ હસ્તન ભૂતકાળ समृध्यामि समृध्याव: समृध्यामः समाय॑म् समावि समााम समृध्यसि समृध्यथ: समृध्यथ समाऱ्या: समाय॑तम् समाऱ्यात समृध्यति समृध्यत: समृध्यन्ति समाऱ्यात् समाऱ्याताम् समाय॑न् આજ્ઞાર્થ વિધ્યર્થ समृध्यानि समृध्याव समृध्याम समृध्येयम् समृध्येव समृध्येम समृध्य समृध्यतम् समृध्यत समृध्येः समृध्येतम् समृध्येत समृध्यतु समृध्यताम् समृध्यन्तु / समृध्येत् . समृध्येताम् समृध्येयुः વર્તમાનકાળ नृत्- नृत्य रj, नायवू હસ્તન ભૂતકાળ नृत्याव: नृत्याम: अनृत्यम् अनृत्याव अनृत्याम नृत्यसि नृत्यथ: नृत्यथ अनृत्यः अनृत्यतम् अनृत्यत नृत्यति नृत्यत: नृत्यन्ति अनृत्यत् अनृत्यताम् अनृत्यन् આજ્ઞાર્થ વિધ્યર્થ नृत्यानि नृत्याव नृत्याम नृत्येयम् नृत्येव नृत्येम नृत्य नृत्यतम् नृत्यत नृत्ये: नृत्येतम् नृत्येत सुबोध संस्कृत धातु पावली II- I नृत्यामि

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