Book Title: Subodh Sanskrit Dhatu Rupavali Part 01
Author(s): Rajesh Jain
Publisher: Tattvatrai Prakashan
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________________ છે. વર્તમાન કૃદંતા तर | भरा વિધ્યર્થ કૃદંત કર્મણિ હેત્વર્થ સંબંધક ભૂતકૃદંત | ભૂતકૃદંત | ભૂતકૃદંત, रोदुम् रुदवा(आरुहा) संलक्षित संलक्षयितुम् | संलक्ष्य BE रुह्यमाण रोढव्य,रोहणीय,रोह संलक्ष्यमाण | संलक्षयितव्य,संलक्षणीय,संलक्ष्य लक्षयत् सह्यमान | लयभान | लयितव्य,लचनीय,लथ्य लज्जमान लज्ज्यमान | लज्जितव्य,लज्जनीय, लज्य लभ्यमान |लब्धव्य,लभनीय,लभ्य(आलम्भ्य) लयित लयितुम् | लङ्घित्वा (उल्लङ्घ्य) लग्न,लज्जित | लज्जितुम् लज्जित्वा लब्ध लब्धुम् लब्ध्या (आलभ्य) अवलम्बित | अवलम्बितुम् | अवलम्ब्य लिभमान अवलम्ब- | अवलम्व्यमान अवलम्बितव्य,अवलम्बनीय,अवलम्ब्य लुट्यमान | लोटितव्य,लोटनीय,लोट्य | लुभ्यमान लोभितव्य,लोब्धव्य,लोभनीय,लोभ्य लुटित,लोटित | लोटितुम् लुटित्वा, लोटित्वा लुभित लोभितुम्, लुभित्वा, लोब्धुम् लोभित्या, लुब्ध्या SIH3 - - - - - - - - - - - - -- सोध संस्थधातुपावलीला- 15

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