Book Title: Subodh Sanskrit Dhatu Rupavali Part 01
Author(s): Rajesh Jain
Publisher: Tattvatrai Prakashan

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Page 45
________________ सेवे હાસ્તન ભૂતકાળ असेवावहिं असेवामहि असेवेथाम् असेवध्वम् असेवेताम् असेवन्त વિધ્યર્થ सेवेवहि सेवेमहि सेवेयाथाम् सेवेध्वम् सेवेयाताम् सेवेरन् सेवै सेव् - सेवा रवी વર્તમાનકાળ सेवावहे सेवामहे असेवे सेवसे सेवेथे सेवध्ये असेवथा: सेवते सेवेते सेवन्ते असेवत આજ્ઞાર્થ सेवावहै सेवामहै सेवेय सेवस्व सेवेथाम् सेवध्वम् सेवेथाः सेवताम् सेवेताम् सेवन्ताम् सेवेत वे - मोलाaj વર્તમાનકાળ ह्वयावहे वयामहे अह्वये ह्वयेथे ह्वयध्वे अह्वयथाः बयेते अह्वयत આજ્ઞાર્થ ह्वयावहै ह्वयामहै ह्वयेय वयस्व ह्वयेथाम् ह्वयध्वम् ह्वयेथाः स्वयताम् ह्वयेताम् ह्वयन्ताम् ह्वयेत लोध संत धातु Faceii लाI A हवये वयसे वयते वयन्ते હસ્તન ભૂતકાળ अवयावहि अह्वयामहि अह्वयेथाम् अह्वयध्वम् अह्वयेताम् अह्वयन्त વિધ્યર્થ बयेवहि ह्वयेमहि ह्वयेयाथाम् ह्वये वम् ह्वयेयाताम् ह्वये ग्न् 3 0 वयै - - - - - - - - - - - - - -

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