Book Title: Subodh Sanskrit Dhatu Rupavali Part 01
Author(s): Rajesh Jain
Publisher: Tattvatrai Prakashan
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________________ आ + प्रच्छ [ पृच्छ् ] - विहाय मांगवी વર્તમાનકાળ હસ્તન ભૂતકાળ आपृछे आपृच्छावहे आपृच्छामहे | आपृच्छे आपृच्छावहि आपृच्छामहि आपछसे आपृच्छेथे आपृच्छध्वे आपृच्छथा: आपृच्छेथाम् आपृच्छध्वम् आपृच्छते आपृच्छेते आपृच्छन्ते आपृच्छत आपृच्छेताम् आपृच्छन्त આજ્ઞાર્થ વિધ્યર્થ आपृच्छै आपृच्छावहै आपृच्छामहै आपृच्छेय आपृच्छेवहि आपृच्छेमहि आपृच्छस्व आपृच्छेथाम् आपृच्छध्वम् / आपृच्छेथाः आपृच्छेयाथाम् आपृच्छेध्यम् आपृच्छताम् आपृच्छेताम् आपृच्छन्ताम् / आपृच्छेत आपृच्छेयाताम् आपृच्छेरन् मृ [ म्रिय ] - भर વર્તમાનકાળ હસ્તન ભૂતકાળ मियावहे म्रियामहे अम्रिये अम्रियावहि अम्रियामहि म्रियसे नियेथे नियध्वे अम्रियथा: अम्रियेथाम् अम्रियध्वम् म्रियते नियन्ते अम्रियत अम्रियेताम् / अम्रियन्त આજ્ઞાર્થ વિધ્યર્થ म्रियावहै म्रियामहै म्रियेय म्रियेवहि म्रियेमहि म्रियस्व नियेथाम म्रियध्वम् नियेथाः नियेयाथाम् नियध्वम् म्रियताम म्रियेताम म्रियन्ताम् म्रियेत म्रियेयाताम् म्रियेरन् Kati Naza धातु पापली HIDI- RE म्म्म्म्म्म्म्म्म्म म्रियै - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - -

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