Book Title: Satyartha Chandrodaya Jain arthat Mithyatva Timir Nashak
Author(s): Parvati Sati
Publisher: Lalameharchandra Lakshmandas Shravak
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( १३ ) पृष्ठ पंक्ति अशुद्ध
५५ १२ नहीं नहीं ____५५ १४ अजर
अज नराकार
निराकार मदर
मंदिर ६१८ यावद
यावत् ___६२ ३ । नरूत जरूरत
यावदकाल यावत्काल तावद् काल तावत् काल चेतन
चेतन ७ प्रश्न
(१३) प्रश्न ११ हं १४ क
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प्रमाणीक ७२४ प्रमाणीक ७२८ प्रमाणीक
पूर्वक
प्रामाणिक प्रामाणिक प्रामाणिक
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