Book Title: Rasarnavsudhakar
Author(s): Jamuna Pathak
Publisher: Chaukhambha Sanskrit Series

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Page 10
________________ विषय ला शोभा कान्ति दीप्ति प्रागल्भ्य माधुर्य धैर्य औदार्य गात्रज अनुभाव लीला विलास विच्छित्ति विभ्रम किलकिञ्चित मोट्टायित कुट्टमित विब्बोक ललित विहृत स्त्रियों के बीस सात्त्विकभावों की स्थापना के सात्त्विकभाव पुरुष शोभा विलास माधुर्य लालित्य औदार्य तेज वाग्ज अनुभाव आलाप विलाप पृष्ठ ७१ ७२ प्रलाप ७२ ७३ ७३ ७४ ७४ ७५ ७५ ७६ ७६ ७७ ७७ ७८ ७८ ७९ ७९ ८० ८० विषय संल्लाप ८२ ८.३ ८४ ८४ ८५ ८६ ८६ ८६ ८६ ८७ ८७ अनुलाप अपलाप सन्देश अतिदेश निर्देश उपदेश अपदेश व्यपदेश बुद्धिज अनुभाव कोमला ति दश प्राण श्लेष प्रसाद समता माधुर्य सुकुमारता अर्थव्यक्ति उदारता ओज कान्ति समाधि कठिना रीति मिश्रा रीति वृत्तियाँ वृत्तियों की उत्पत्तिकथा भारती वृत्ति सात्त्वती वृत्ति सात्त्वती वृत्ति के अङ्ग [v] पृष्ठ ८८ ८८ ८९ ८९ ९० ९० ९० ९१ ९२ ९२ ९२ ९२ ९१ ९३ ९३ ९४ ९४ ९५ ९५ ९५ ९६ ९६ ९६ ९७ ९७ ९८ ९९ ९९ १०२ १०२ १०२

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