Book Title: Prakrit Sukti kosha
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jayshree Prakashan Culcutta

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Page 16
________________ विषय कामना काम-भोग कामासक्त काव्य - कविता कुसंग क्रान्त-वचन क्रोध क्षमा क्षमापना क्षमाशील गच्छाधिपति गाथा गुण-दर्शन गुणवती गुणानुराग गुणोदय गुरु गुरुकुलवासी गृहलक्ष्मी चतुर्भङ्गी चारित्र जिनवचन ज्ञान ज्ञान-कर्म - योग ज्ञानी ज्ञानी- अज्ञानी तत्त्व-दर्शन तप तितिक्षा त्यागी त्रिवेणी Jain Education International 2010_03 पृष्ठ संख्या विषय ८७ दया ८८ दान ६० दारिद्रय ६३ ૪ दुःख दुराचार ६६ दुर्जन ६८ दुर्जन- प्रशंसा १०० धर्म धर्मकथा १०१ १०२ धम १०३ धर्माराधक धर्म-श्रवण १०३ १०४ धैर्यवान १०५ ध्यान १०५ नमस्कार - मन्त्र १०६ निद्रा १०६ निन्दा १०७ निरभिमान १०८ निर्गुण १०८ निर्मोही ११३ निर्लोभ ११४ ११५ ११७ १२१ १२३ १२४ पुण्य १२८ १३२ १३३ १३४ परानुपजीवी परिणाम परोपजीवी पाप पापी पुण्य-पाप पुरुषार्थं पूज्य प्रतिक्रमण For Private & Personal Use Only पृष्ठ संख्या १३४ १३५ १३८ १३६ १४० १४२ १४३ १४३ १४६ १५० १५० १५० १५२ १५४ १५६ १६० १६१ १६३ १६४ १६४ १६५ १६५ १६५ १६६ १६६ १६७ ०६८ १६६ १७१ १७२ १७३ www.jainelibrary.org

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