Book Title: Khartar Gacchha Bruhad Gurvavali
Author(s): Jinpal Upadhyaya, Jinvijay
Publisher: Singhi Jain Shastra Shiksha Pith Mumbai

View full book text
Previous | Next

Page 10
________________ श्री जिनपालोपाध्यायादि-विद्वत्कर्तृक खरतरगच्छबृहद्गुर्वावलि सङ्ग्राहक एवं संपादक आचार्य, जि न वि जय मुनि ऑनररी मेंबर जर्मन ओरिएण्टल सोसाईटी, जर्मनी; भाण्डारकर ओरिएण्टल रिसर्च इन्स्टीट्यूट पूना, (दक्षिण); गुजरात साहित्यसभा, अहमदाबाद (गुजरात); विश्वेश्वरानन्द वैदिक शोध प्रतिष्ठान, होसियारपुर (पञ्जाब) __ ऑनररी डायरेक्टर राजस्थान ओरिएण्टल रिसर्च इन्स्टीट्यूट, जयपुर (राजस्थान) निवृत्त सम्मान्य नियामक भारतीय विद्या भवन, बम्बई . G - . भा - 4 . roy OSE प्रकाशनकर्ता- अधिष्ठाता सिंघी जैन शास्त्र शिक्षा पीठ भारतीय विद्या भवन, बम्बई विक्रमाब्द २०१२] प्रथमावृत्ति [ख्रिस्ताब्द १९५६ ग्रन्यांक ४२] सर्वाधिकार सुरक्षित [मूल्य रू.७-०-० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 ... 148