________________ तिङन्त: 255 पुषादिधुतादिलकारानुबन्धार्तिसतिशास्तिभ्यश्च परस्मै // 263 // एभ्योऽण भवति अद्यतन्यां परस्मैपदे / सिचोऽपवादः / अघसत अघसतां अघसन / पष पष्टौ // अपुषत् अपुषतां अपुषन् / शुष शोषणे। अशुषत् अशुषतां अशुषन् / धुत शुभ रुच दीप्तौ / अद्युतत् अद्युततां अद्युतन् / अद्युत: अद्युततं अद्युतत / अद्युतं अद्युताव अद्युताम। अशुभत् / अरुचत् / श्वित आवणे / अश्वितत् / षु, श्रु, द्रु, दु, ऋछ, गम्लु, सप्ल गतौ। अर्तिसोरणि // 264 // 'अर्तिसत्योर्गुणो भवति अणि परे / आरत् असरत् / शासु अनुशिष्टौ / शासेरिदुपधाया अण्व्यञ्जनयोः / / 265 // शासेरुपधाया इद्भवति अण्व्यञ्जनयोः परत:। शासिवसिघसीनां च // 266 // निमित्तात् पर: शासिवसिघसीनां सकार: षत्वमापद्यते। अशिषत् / परस्मा इति किं ? व्यद्योतिष्ट व्यद्योतिषातां व्यद्योतिषत / शीङ् स्वप्ने। अशयिष्ट / ब्रुवो वचिरिति वचिरादेशः / अणऽसुवचिख्यातिलिपिसिचिह्वः // 267 // एभ्योऽण् भवति अद्यतन्यां परत: / असु क्षेपणे। अस्यतेस्थोन्तः // 268 // अस्यतेरन्ते थकारागमो भवत्यणि परे / अपास्थत् अपास्थताम् अपास्थन् / याः॥२६९॥ वचेरुपधाया ओद्भवति कर्तरि विहितायामद्यतन्यामणि परे / अवोचत् / अवोचत / ख्या. प्रकथने / परे अद्यतनी परस्मैपद में अण् प्रत्यय होता है // 263 // सिच् नहीं होता है। अघसत् अघसतां अघसन् / पुष् पुष्टि अर्थ में है। अपुषत् / शुष-शोषण करना। अशुषत् / धुत शुभ रुच्-दीप्ति अर्थ में हैं। अद्युतत् / अशुभत् / अरुचत् / श्वित-आवरण अर्थ में है। अश्वितत् / शु श्रु द्रु दु ऋच्छ गम्लू . अण् के आने पर क्र और स को गुण हो जाता है // 264 // अ अ अ त=आरत् / असरत् / शास्-अनुशासन करना। अण् और व्यंजन के जाने पर शास् की उपधा को इकार हो जाता है // 265 // निमित्त से परे शास् वस् और घस् के सकार को षकार हो जाता है // 266 // अशिषत् / परस्मैपद में ऐसा क्यों कहा ? व्यद्योतिष्ट इसमें आत्मनेपद होने से सिच् इट् गुण सभी हो गया है। शीङ्-सोना। अशयिष्ट / 'बुवो वचि' इस ९४वें सूत्र से ब्रू को वच् आदेश हो जाता है। अस् वच् ख्या, लिप् सिच् और ह धातु से अद्यतनी में अण् हो जाता है // 267 // __ अस्-क्षेपण करना। अस्यति / अण् प्रत्यय के आने पर अस् के अंत में थकार का आगम हो जाता है // 268 // आस्थत् अप. उपसर्ग पूर्वक—'अपास्थत्' बना। कर्ता से अद्यतनी में अण् के आने पर वच् की उपधा को 'ओ' हो जाता है // 269 // अवोचत् बना। ख्या-कहना। ख्याति /