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कृति उपरथी प्रत माहिती पाकाहेम १४९०५. पृ. १२३ श्रावकप्रतिक्रमणसूत्रसटीक अर्थदीपिकावृत्ति, वि- १५४९ संपूर्ण
प्रत विशेष पत्र ९४ मुं नथी. कुल झे. पृष्ठ- १२३
श्रावकप्रतिक्रमणसूत्र-(सं.) लघुवृत्ति
आचार्य-तिलकसूरि, सं., गद्य, ग्रं. २००, आदि वाक्यः प्रणिधाय श्रीवीरं स्वल्परूचिनां कृते समासेन.... पातासंघवी १२१-२- पे क्र. २. पृ. ५१-७० चैत्यवन्दनप्रत्याख्यानलघुवृत्ति आदि, संपूर्ण
डीवीडी-३४ / ५२
पातासंघवी २०६-२- पे. क्र. ६२, पृ. १८७-१९३ योगशास्त्र चार प्रकाश आदि संपूर्ण
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पे. नाम - श्रावकप्रतिक्रमणसूत्र - (सं.) लघुवृत्ति
डीवीडी-३८/५५
पाताहे १०५ पे. क्र. ४ पृ. १२६अ १४५आ स्थविरावलिवृत्तिसह आदि अपूर्ण
पे. नाम वन्दित्तुसूत्र की तिलकसूरीय टीका, पे. विशेष पूर्ण गाथा ४७वी की टीका अपूर्ण तक है. झेरोक्ष
पत्र - ३१-४०.
प्रत विशेष पत्र-३२-६५ नहीं है.
कुल झे. पृष्ठ ४२, डीवीडी-७/१६
पाकाहेम ७४७३ पृ. ३. श्रावकप्रतिक्रमणसूत्र लघुवृत्ति वन्दित्ता सुत्रवृत्ति, वि-१६मी, संपूर्ण श्रावकप्रतिक्रमणसूत्र-(सं.) वृत्ति
सं. गद्य,
भांता ५७, पृ. ३२, वन्दित्तुसूत्र सह टीका, संपूर्ण
प्रत विशेष- सूचीपत्र नं. १ - १०००. ग्रन्थ नथी. कुल झे. पृष्ठ-८, डीवीडी-७२/८१
श्रावकषडावश्यकसूत्र - (मा.गु.) स्तबक
मारुगूर्जर, गद्य,
पाकाहेम ७४७४, पृ. १२, श्रावकषडावश्यकसूत्र सस्तबक, वि-१५९९, संपूर्ण पाकाहेम १४८८२, पृ. ११, षडावश्यकसूत्रसस्तबक, वि-१६मी, संपूर्ण कुल झे. पृष्ठ- १२
श्रावकष डावश्यक सूत्र- (सं.) अवचूरि
सं. गद्य,
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पाकाहेम १५०१०, पृ. ७ षडावश्यकसूत्र सावचूरि, वि-१६मी, संपूर्ण
कुल झे. पृष्ठ- ८
श्रावकषडावश्यकसूत्र-(सं.) वन्दारु वृत्ति (वन्दारुवृत्ति), (श्रावकानुष्ठानविधि), (अनुष्ठानविधि टीका)
आचार्य-देवेन्द्रसूरि, सं., गद्य, ग्रं. २७७०, आदि वाक्य : (१) वृन्दारुवृन्दारकवृन्दवन्द्यं ...(२) प्रणौमि महिमामेयं....
कृ. विः मात्र प्रतिक्रमण ऊपर के षडावश्यक ऊपर?
पातासंघवीजीर्ण ५६, पृ. ८०, श्राद्धप्रतिक्रमणवृत्ति, संपूर्ण
प्रत विशेष - पत्र ८० थी पण वधारे छे पण त्रुटक छे ने अपूर्ण.
डीवीडी-५७/६०
पातासंघवी १५०- पे.क्र. १, पृ. १८४-२६६, वन्दारुवृत्ति (श्रावकानुष्ठानविधि) व प्रवचनसारोद्धार, संपूर्ण पे. नाम- श्रावकप्रतिक्रमणसूत्र सह (सं.) वन्दारुवृत्ति, पे. विशेष- ग्रन्थाग्र-२७००, २७७०. सारी डीवीडी-३५/५३
पातासंघवी १६८- पे.क्र. १, पृ. १-८४, वन्दारुवृत्ति आदि, संपूर्ण
पे. विशेष ग्रन्थाग्र-२७२०.
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डीवीडी-३६/५४
पातासंघवी ७८-१ ५ २४६ वन्दारुवृत्ति (श्रावकानुष्ठानविधि), संपूर्ण
डीवीडी-३१/५०
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