Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 2
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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कृति उपरथी प्रत माहिती साङ्ख्यसप्ततिका-(सं.)भाष्य (साङ्ख्यकारिका-(सं.)भाष्य)
जैनेतर-गौडपाद, सं., गद्य,
पाकाहेम १०७२०, पृ. १०, साङ्ख्यकारिका भाष्यसहित पञ्चपाठ, वि-१६४२, संपूर्ण साङ्ख्यसप्ततिका-(सं.)भाष्य (साङ्ख्यकारिका-(सं.)भाष्य)
जैनेतर-गौडपाद, सं., गद्य,
पाकाहेम १०७२०, पृ. १०, साङ्ख्यकारिका भाष्यसहित पञ्चपाठ, वि-१६४२, संपूर्ण सातनयनो विचार (सप्तनय विचार)
पं.-पार्श्वचन्द्र, मारुगूर्जर, गद्य, पाकाहेम १०३६२- पे.क्र.९, पृ. २४-२७, मुहपत्तीछत्रीसी आदिसङ्ग्रह, वि-१६मी, संपूर्ण प्रत विशेष- प्रति एक खूणेथी उंदरे करडेली छे.
कुल झे.पृष्ठ-५० साधम्मियकुलय जुओ - साधर्मिककुलक, आचार्य-अभयदेवसूरि, प्राकृत, गा.२६ साधर्मिककुलक (साधम्मियकुलय)
आचार्य-अभयदेवसूरि, प्रा., पद्य, गा.२६, पाकाहेम ४७४०- पे.क्र. १, पृ. १-२, साधर्मिककुलक आदि, वि-२०मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-६ साधर्मिकवात्सल्यकुलक
आचार्य-जिनप्रभसूरि, प्रा., पद्य, गा.२४, आदि वाक्यः साहम्मियवच्छलं भणामि भावियाण... पाताखेत ६- पे.क्र. ४०, पृ. २१७-२२०, उपदेशमालादि ५४ ग्रन्थो, संपूर्ण
पे. विशेष- संबंधित अन्य गाथाएँ भी संलग्न है. प्रत विशेष- शुद्ध प्रति.
कुल झे.पृष्ठ-११०, डीवीडी-६१/६३ साधर्मिकवात्सल्ये पुण्यसारकथा जुओ - पुण्यसारकथा साधर्मिकवात्सल्ये, संस्कृत साधारणजिन पञ्चकल्याणकस्तव
आचार्य-सोमसुन्दरसूरितपागच्छ], सं., पद्य, श्लोक८, आदि वाक्यः कल्याणकारीणि जिनेश्वराणां... पाकाहेम ८५१३- पे.क्र. १०, पृ. ४, जिनस्तोत्रसङ्ग्रह, वि-१६मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-६ साधारणजिनकल्याणकस्तुति (जिनकल्याणकस्तुति)
आचार्य-सोमसुन्दरसूरि[तपागच्छ], सं., पद्य, का.४, आदि वाक्यः सर्वे धुलोकागम...
पाकाहेम १२३७३- पे.क्र. ४, पृ. १, पञ्चतीर्थङ्करस्तुति आदि, वि-१६मी, संपूर्ण साधारणजिनस्तव जुओ - देवाःप्रभोस्तोत्र, आचार्य-जयानन्दसूरि, संस्कृत, का.९ साधारणजिनस्तव (जिनस्तव)
प्रा., पद्य, गा.२१, पातासंघवी १९८-२- पे.क्र. १६, पृ. १३मुं, श्रावकधर्मविधिप्रकरण आदि, संपूर्ण
डीवीडी-३८/५५ साधारणजिनस्तव (जिनस्तव), (साधारणजिनस्तोत्र)
आचार्य-मुनिसुन्दरसूरि[तपागच्छ], सं., पद्य, श्लोक५, आदि वाक्यः जयश्रीजिनकल्याण... पाकाहेम १२२५६- पे.क्र. २, पृ. १, साधारणजिनस्तवन आदि, वि-१७मी, संपूर्ण
पे. विशेष- श्लोक-६. पाकाहेम १२२५७, पृ. १, साधारणजिनस्तोत्र सावचूरि पञ्चपाठ, वि-१६८४, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-२ पाकाहेम १२२५९, पृ. १, साधारणजिनस्तुति सटीक त्रिपाठ, वि-१८मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-२ पाकाहेम १२३५८- पे.क्र. १, पृ. २, साधारणजिनस्तोत्र सटीक त्रिपाठआदि, वि-१७मी, संपूर्ण
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