Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 2
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand

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Page 852
________________ सिद्धाचलस्तुति सं., पद्य, श्लोक४, पाकाहेम १२१२४ - पे. क्र. १८, पृ. ८६मुं, प्रकरणसङ्ग्रह आदि, वि-१५मी, संपूर्ण प्रत विशेष पत्र २३ नथी. कुल झे. पृष्ठ- ८१ सिद्धादेश सं., पद्य, श्लोक६२, आदि वाक्यः सिद्धादेशं प्रवक्ष्यामि भाषितं च चतुर्मुखैः..... पातासंघवी १८०-२- पे.क्र. ७ पृ. ६७-७२ त्रिभुवनसार योगशास्त्र प्रकाशत्रण आदि संपूर्ण , डीवीडी-३६/५४ सिद्धान्त आराधना एकोनचत्वारिंशतिका कृति उपरथी प्रत माहिती पं. पार्श्वचन्द्र, मारुगूर्जर, पद्य, गा. ४०, पाकाहेम १०३६२- पे.क्र. ५, पृ. ८-१०, मुहपत्तीछत्रीसी आदिसङ्ग्रह, वि-१६मी, संपूर्ण सिद्धान्तगत लेखादिस्वरूप प्रत विशेष- प्रति एक खूणेथी उंदरे करडेली छे. कुल झे. पृष्ठ ५० सिद्धान्तगत अनेककथासङ्ग्रह (कथासङ्ग्रह) प्रा.सं., पाकाहेम ८१४२- पे क्र. १ पृ. १-२५ सिद्धान्तगत लेखादिस्वरूप आदि वि-१७मी, संपूर्ण कुल झे. पृष्ठ- २५ प्रा. सं., पाकाहेम ८१४२- पे.क्र. २, पृ. १-२५ सिद्धान्तगत लेखादिस्वरूप आदि वि-१७मी, संपूर्ण कुल झे. पृष्ठ- २५ सिद्धान्तगतअनेकविचारसङ्ग्रह (विचारसङ्ग्रह ) प्रा.सं., गद्य, पाकाहेम ११११६, पृ. ३, सिद्धान्तगतअनेकविचारसङ्ग्रह, वि-१६मी, संपूर्ण सिद्धान्तरत्नावली सिद्धान्तरत्नावली- (सं.) टिप्पन मुनि-हेमसूरि-शिष्य [खरतरगच्छ], सं., पद्य, श्लोक३२, आदि वाक्यः कुग्राहनिवारणे पटुतरस्साक्षाद्गिरागीष्पतिः.... भांका १९०, पृ. ७ सिद्धान्तरत्नावली सह टिप्पण, वि-१९वी संपूर्ण प्रत विशेष पदच्छेद व अन्ययदर्शक चिनयुक्त. कुल झे. पृष्ठ-६, डीवीडी-८७ सं., पद्य, भांका १९०, पृ. ७, सिद्धान्तरत्नावली सह टिप्पण, वि-१९वी, संपूर्ण प्रत विशेष पदच्छेद व अन्वयदर्शक चिनयुक्त. कुल झे. पृष्ठ-६, डीवीडी-८७ सिद्धान्तविचार · सिद्धान्तरत्नावली- (सं.) टिप्पन सं., पद्य, भांका १९०, पृ. ७, सिद्धान्तरत्नावली सह टिप्पण, वि-१९वी, संपूर्ण प्रत विशेष- पदच्छेद व अन्वयदर्शक चिह्नयुक्त. कुल झे. पृष्ठ-६, डीवीडी-८७ मारुगूर्जर, सं., प्रा., गद्य, पाकाहेम १३६८७, पृ. २४, सिद्धान्तविचार, वि-१९मी, संपूर्ण प्रत विशेष- पत्र २३मुं नथी. 835

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