Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 2
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand

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Page 853
________________ कृति उपरथी प्रत माहिती कुल झे.पृष्ठ-२४ सिद्धान्तसारप्रकरण-आचरणोपन्यासप्रकरण (आचरणोपन्यासप्रकरण) सं.. पाकाहेम ९६२२- पे.क्र. २, पृ. १-७, मुखपोतिकाकुलक आदि, वि-१६मी, संपूर्ण सिद्धान्तसारोद्धार प्रकरण आचार्य-चक्रेश्वरसूरि, प्रा., पद्य, गा.२१३, आदि वाक्यः अइविसमरागकेसरि नरिन्दनिद्दारणम्मि जसपसरो... पाकाहेम १११५३- पे.क्र. १९, पृ. १६-२१, मुनिचन्द्रसूरि-चक्रेश्वरसूरि-रत्नसिंहसूरिकृत प्रकरणसङ्ग्रह, वि-१९७९, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-३५ सिद्धान्तस्तवन जुओ - जैनागमस्तव, आचार्य-जिनप्रभसूरि, संस्कृत, का.४६ सिद्धान्तस्तवन (जैन सिद्धान्तस्तवन) आचार्य-जयशेखरसूरि, प्रा., पद्य, गा.११, पाकाहेम ७३०७- पे.क्र. १३, पृ. १९-२०, शीलसन्धि आदि सङ्ग्रह, वि-१५मी, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-१७ सिद्धान्तालापकादि प्रा., गद्य, पाकाहेम ८१३९, पृ. ५, सिद्धान्तालापकादि, वि-१६मी, संपूर्ण __ कुल झे.पृष्ठ-५ सिद्धिकुलक प्रा., पद्य, गा.१३, आदि वाक्यः ज्झायन्तो सुहज्झाणं सुक्कं जं चउव्विहं समक्खायं... पाताहेसं १६८- पे.क्र. ३८, पृ. ७६अ-७७अ, दशवैकालिकसूत्र, पाक्षिक सूत्रस्तोत्रवृत्ति, स्तुति स्तवनादि, संपूर्ण पे. नाम- सिद्धि, पे. विशेष- संपूर्ण. झेरोक्ष पत्र-४५-४६. प्रत विशेष- प्रारंभिक कुछेक पत्र उभय पार्श्व खंडित होने से पाठ भी खंडित है. कुल झे.पृष्ठ-७२, डीवीडी-९/१८ सिन्दूरप्रकर आचार्य-सोमप्रभसूरि, सं., पद्य, आदि वाक्यः सिन्दूरप्रकरस्तपः... पातासंघवी ५५-२- पे.क्र.८, पृ. १६-३१, योगशास्त्र आदि, संपूर्ण डीवीडी-२९/४७ पातासंघवी १४५-१- पे.क्र. २९, पृ. २१७-२२७, चउसरण आदि, संपूर्ण कुल झे.पृष्ठ-९४, डीवीडी-३५/५३ पाकाभाभा ४५, पृ. ८, सिन्दूरप्रकर, वि-१९वी, संपूर्ण सियाचरित्र (सीताचरित्र) प्रा., पद्य, आदि वाक्यः कमनहकन्तिजलेण वखालिय देह सुणिम्मला हुन्ति... कृ.विः अं.वाक्य- एयं सीयाचरियं...सूरींहि निवेइयं किचि. कर्ता-? भांका २६०, पृ.६१, सियाचरित्र, वि-१६००, संपूर्ण प्रत विशेष- सूचीपत्रक्रम-१-८२४. विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका. डीवीडी-८९ सीता चरित्र आचार्य-भुवनतुङ्गसूरि (महेन्द्रसूरिशिष, प्रा., पद्य, गा.४४१, आदि वाक्यः जस्स पयपउमनहचन्दजुहजलजालियखालिमलोहहं... पातासंघवी ९९- पे.क्र. २, पृ. ५४-८४, सुबाहु आदि कथा सचित्र आदि, वि-१३४५, संपूर्ण पे. विशेष- पत्र ५४ नथी. प्रत विशेष- २९, ३०, ५३ पत्रमां चित्रो छे. डीवीडी-३३/५१ 836

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