Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 2
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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कृति उपरथी प्रत माहिती कुल झे.पृष्ठ-६०, डीवीडी-५७/६० सूक्तमुक्तावलि जुओ - सुभाषितश्लोकसङ्ग्रह, संस्कृत,प्राकृत,मारुगूर्जर सूक्तमुक्तावली
आचार्य-मेघप्रभाचार्य, सं., पद्य, आदि वाक्यः श्रीवर्द्धमानमभिनौमि... पाताहेसं १४७- पे.क्र. ३, पृ. ६८-८५, लिङ्गानुशासन वृत्तिसहित आदि, वि-१२७३, संपूर्ण प्रत विशेष- गायकवाड केटलॉगमां पत्र ८५ आप्या छे.
डीवीडी-८/१७ सूक्तरत्नाकर
जैनश्रावक-मन्मथ सिंह- विद्यासिंहपुत्र, सं., पद्य, श्लोक४३४०, आदि वाक्यः जीयाज्जगन्मङ्गलदीपकस्य
कल्याणकुम्भः शिवसौधमूर्धनि.... पातासंघवी १४९, पृ. २६८, सूक्तरत्नाकर, वि-१३४७, संपूर्ण प्रत विशेष- विशिष्ट प्रतिलेखन पुष्पिका.
डीवीडी-३५/५३ सूक्तसङ्ग्रह
सं., पद्य, ग्रं.९९, पाकाहेम २७१७, पृ.८, सूक्तसङ्ग्रह, वि-१६मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-६ सूक्तसङ्ग्रह
सं., पद्य, आदि वाक्यः जयतिसरोरुहवसतिर्निगमगिरां... पातासंघवीजीर्ण ७१, पृ. ७८, सूक्तसङ्ग्रह, संपूर्ण प्रत विशेष- अपूर्ण. अन्तिम बे पत्रो अवाच्य छे. श्लोक-७०५ थी पण बधारे छे., एक बाजुनी कोरो खरी गई
छे. झेरोक्ष पत्र-८ नथी.
कुल झे.पृष्ठ-३१, डीवीडी-५८/६० सूक्तसमुच्चय
मुनि-विबुधचन्द्र मलधारी, सं., पद्य, गा.४२१, आदि वाक्यः छायाविश्रान्तसंसारसन्तप्तानन्तजन्तवे... पातासंघवीजीर्ण ५२- पे.क्र. ५, पृ. (ग)९८-१३७, विविध विषयक सुभाषितादि सङ्ग्रह, संपूर्ण
पे. विशेष- त्रुटक., वचमां घणां पत्रो नथी. प्रत विशेष- पत्र ३-४-५-६-७-१६ नथी., झेरोक्ष पत्र ५० नथी.
कुल झे.पृष्ठ-६०, डीवीडी-५७/६० सूक्तावली
सं.प्रा., पद्य, पाकाहेम ३७८९- पे.क्र. १, पृ. १-४, सूक्तावली आदि, वि-१८४२, संपूर्ण पे. विशेष- मूल सं., गाथा-३२.
कुल झे.पृष्ठ-३ पाकाहेम १०२१८, पृ. ४०, सूक्तावली, वि-१७मी, संपूर्ण
कुल झे.पृष्ठ-४१ सूक्तावली-(मा.गु.)स्तबक
मारुगूर्जर, गद्य, पाकाहेम ३७८९- पे.क्र. १, पृ. १-४, सूक्तावली आदि, वि-१८४२, संपूर्ण पे. विशेष- मूल सं., गाथा-३२.
कुल झे.पृष्ठ-३ सूक्तावली
सं., पद्य, पाकाहेम २७१५, पृ. ४४, सूक्तावली, वि-१६१८, संपूर्ण
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