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खञ्चित मोक्खु
अव्यय (खञ्च) भूक 1/1 (मोक्ख) 1/1 अव्यय (साह) भूकृ 1/1 (णाह) 1/1 अव्यय (अञ्च) भूकृ 1/1
नहीं वश में किया गया मोक्ष नहीं साधा गया परमेश्वर नहीं पूजा गया
साहिउ णाहु ग अञ्चित
12. वउ
धरिउ मह
नहीं धारण किया गया विनाश
यह
किउ रिणवारिउ अप्पउ किउ तिरण-समउ णिरारिउ
(वअ) 1/1 अव्यय (धर) भूकृ 1/1 (मह) 1/1 (इम) 1/1 सवि (कि) भूकृ 1/1 (णिवार) भूकृ 1/1 (अप्पअ) 1/1 'अ' स्वार्थिक (कि) भूकृ 1/1 [(तिरण)-(समअ)1/1 वि 'अ' स्वार्थिक] अव्यय
किया गया रोका हुआ अपना बनाया गया तिनके के समान निश्चय ही
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- अपभ्रंश काव्य सौरभ
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