________________
सप्टेम्बर - २०१८
२५
आवी छे. 'लेखनखण्ड' अन्तर्गतनी सामग्री लेखो अने ढूंक नोंधो गुजराती, हिन्दी अने अंग्रेजी भाषानुसार सूचि वगेरे, शब्दचर्चा अने विहंगावलोकनना पेटाविभागोमां वर्गीकृत करीने जे ते सामग्री अङ्कना क्रमानुसार गोठवीने रजू करवामां आवी छे. अन्तिम 'प्रकीर्णखण्ड'मां माहिती वगेरे, महत्त्वना पत्रो, प्रकाशन परिचय (ग्रन्थावलोकनो वगेरे), आवरणचित्र, अवसाननोंध अने 'अनुसन्धान'ना अङ्को प्रगट थयानी तवारीखनी विगतो अङ्कना क्रमानुसार गोठवीने रजू करवामां आवी छे. आम, आ सूचि प्रत्येक अङ्कमां प्रकाशित आवरणचित्रथी शरु करीने तमाम सामग्रीने वर्गीकृत करीने तैयार करवामां आवी छे. अत्रे नोंधवू रह्यं के प्रारम्भना केटलाक अङ्को जोईने आ लखनारे 'अनुसन्धान'नी सूचि तैयार करवा मनोमन संकल्प करी कार्यारम्भ पण कर्यो हतो. परंतु, आ सुनियोजित सूचि- अवलोकन कर्या बाद सूचि तैयार करवानुं मांडवाळ करी दीधुं छे. जो के अत्रे जणावयूँ रह्यं के आ सूचि घणीबधी रीते उपभोक्ताकेन्द्री होवा छतां तेनी केटलीक मर्यादाओ आगामी संस्करणमां दूर करवी जरूरी बनी रहे छे. आ मर्यादाओ पैकी पद्यकृतिओनुं तेना स्वरूप अनुसार विभाजन. उदा. तरीके स्तवन, स्तोत्र, रास, भास, फागु, हरियाली, समस्याश्लोक, महाकाव्य, खण्डकाव्य वगेरे, संशोधनात्मक लेखो अने ट्रॅकनोंधोनुं विषयानुसार विभाजन, अंजलिलेखोनुं विभाजन सम्बन्धित व्यक्तिविशेषना नामना वर्णानुक्रममां, आवरणचित्रो आवरणचित्रना नामना / विषयना वर्णानुक्रममां गोठववां जरूरी बनी रहे छे. अथवा हालनी आ व्यवस्था यथावत् राखीने आ उपरांत जे ते कृति, लेख, चित्र, वगेरेनां नोंधपात्र पदोना आधारे अकारादिक्रममा एक सळंग उल्लेखसूचिनी तेम ज ज्यां ज्यां अङ्कोना क्रमानुसार माहिती दर्शाववामां आवी छे त्यां त्यां अक्रारादिक्रममां माहितीनी गोठवणीनी आवश्यकता बनी रहे छे.
आ सामयिकनी सूचिओ उपरांत मुनि त्रैलोक्यमण्डनविजयजी महाराज द्वारा सम्पादित 'प्रकाशित विज्ञप्तिपत्रोनी सूचि' (६८. ३८-८७) नी शास्त्रीयता अने विविध १० वर्गोमां विभाजन अभिनन्दनीय छे. आ सूचिमां 'अनुसन्धान'मां प्रकाशित विज्ञप्तिपत्रो उपरांत अन्य स्रोतोमां प्रकाशित विज्ञप्तिपत्रोनो पण समावेश करवामां आव्यो छे, जे ध्यानार्ह बनी रहे छे.