Book Title: Aagam Manjusha 05 Angsuttam Mool 05 Bhagavati
Author(s): Anandsagarsuri, Sagaranandsuri
Publisher: Deepratnasagar
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लद०१, गोयमा ! हेहिला तिन्नि भयणाए उवरित ण बंधइ, एवं वेदणिजबजाओ सत्तवि, वेदणिजं देट्टिाडा तिन्नि बंधति केवलदसणी भयणाए, णाणावरणिज्ज कम्मं किं पजनओ बंधइ अपज्जत्तओ बंधड़ नोपज्जत्तएनोअपञ्चत्तए बंधइ ? गोयमा ! पज्जत्तए भयणाए, अपजत्तए बंधइ, नोपज्जत्तएनोअपजत्तए न बंधइ. एवं आउगवज्जाओ. आउग हेट्ठिाडा दो भयणाए उवगिते ण बंधड, नाणावरणिजं कि भासए बंधइ अभासए०, गोयमा ! दोऽवि भयणाए, एवं वेदणीयवज्जाओ सत्त. वेदणिज्जं भासए बंध अभासए भयणाए. णाणावरणिज्नं किं परित्ते बंधइ अपरित्ते बंधइ नोपरित्तेनोअपरिने बंधइ ?, गोयमा ! परित्ते भयणाए अपरित्ते चंधइ नोपरित्तेनोअपरित्ते न बंधइ. एवं आउगवज्जाओ सत्त कम्मप्पगडीओ, आउए परित्तोऽवि अपरित्तोऽवि भयणाए नोपरित्तोनोअपरित्तो न बंधइ, णाणावरणिज्जं कम्मं किं आभिणियोहियनाणी बंधड सुयनाणी ओहिनाणी. मणपज्जवनाणी केवलनाणी ०?. गोयमा ! देटिडा चत्तारि भयणाए केचलनाणी न बंधइ. एवं वेदणिज्जवज्जाओ सत्तवि. वेदणिज्ज हेट्टिाडा चत्तारि पंधति केवलनाणी भयणाएणाणावरणिज्ज कि |मतिअन्नाणी बंधइ सुय विभंग ?. गोयमा ! सब्वेऽपि आउगवज्जाओ सत्तवि बंधति, आउगं भयणाए, णाणावरणिज्जं कि मणजोगी बंधड वय काय अजोगी बंधड. गोयमा!
हेट्ठिाडा तिमि भयणाए अजोगी न बंधइ. एवं वेदणिजवजाओ, वेदणिज हेट्टिाडा बंधति अजोगी न बंधइ. णाणावरणिज्जं किं सागारोवउत्ते बंधइ अणागारोवउत्ते पंधइ. गोयमा ! C अट्ठसुवि भयणाए, णाणावरणिज्जं किं आहारए बंधइ अणाहारए बंधइ. गोयमा! दोऽवि भयणाए, एवं वेदणिजआउगवजाणं छहं. वेदणिजं आहारए बंधति अणाहारए भयणाए. 2
आउए आहारए भयणाए अणाहारएन बंधति, णाणावरणिचं किं सुहमे बंधइ बायरे बंधइ नोसुहुमेनोबादरे बंधइ ?. गोयमा ! सुहमे बंधइ बायरे भयणाए नोसुहुमेनोचादरे
नबंधह, एवं आउगवजाओ सत्तवि, आउए सुहुमे पायरे भयणाए नोसुहुमेनोचायरे ण बंधइ. णाणावरणिज किं चरिमे अचरिमे पं० १. गोयमा ! अट्ठवि भयणाए। २३६ । एएसि Mण भंते ! जीवाणं इस्थिवेदगाणं पुरिसवेदगाणं नपुंसगवेदगाणं अवेयगाण य कयरे २ अप्पा वा०'. गोयमा ! सव्वत्थोबा जीवा पुरिसवेदगा इस्थिवेदगा संखेजगुणा अवेदगा अणंतनागणा नपंसगवेदगा अर्णतगणा, एएसिं सम्बेसि पदाणं अप्परहगाई उचारेयब्वाईजाब सब्बत्थोबा जीवा अचरिमा चरिमा अणंतगणा। | उ.३॥ जीचे णं भंते ! कालाएसेणं किं सपदेसे अपदेसे ?. गोयमा ! नियमा सपदेसे. नेरतिए णं भंते ! कालादेसेणं कि सपदेसे अपदेसे . गोयमा ! सिय सपदेसे सिय अपदेसे, एवं जाब सिद्धे. जीचा णं भंते ! कालादेसेणं किं सपदेसा अपदेसा?. गोयमा ! नियमा सपदेसा. नेरइया णं भंते! कालादेसेणं कि सपदेसा अपदेसा?. गोयमा! सब्वेऽपि ताव होज्जा रूपदेसा अहवा सपएसा य अपदेसे य अहवा सपदेसा य अपदेसा य. एवं जाव थणियकुमारा. पुढवीकाइया णं भंते ! सपदेसा अपदेसा?. गोयमा ! सपदेसावि अपदेसावि, एवं जाव वणष्फइकाइया. सेसा जहा नेरइया तहा जाब सिद्धा. आहारगाणं जीवेगेंदियवजो तियभंगो. आहारगाणं जीवेगिदियवजा छम्भंगा एवं भाणियव्या-सपदेसा वा अपएसा वा अहवा सपदेसे य अप्पदेसे य अहवा सपदेसे य अपदेसा य अहवा सपदेसा य अपदेसे य अहवा सपदेसा य अपदेसा य. सिद्धेहि तियभंगो, भवसिद्धिया अभवसिद्धिया जहा ओहिया, नोभवसिद्धियनोअभवसिद्धिया जीवसिद्धेहि नियभंगो, सणीहि जीवादिओ तियभंगो. असण्णीहि एगिदियवज्जो नियभंगो. नेरइयदवमणुएहिं उम्भंगा, नोसमिनोअसनिजीवमणयसिदेहिं तियभंगो. सलेसा जहा ओहिया कण्हलेस्सानीललेस्साकाउलेस्सा जहा आहारओ नवरं जस्स अन्थि एयाओ. तेउलेस्साए जीवादिओ तियभंगा. नवरं पुढवीकाइम आउवणप्फतीसु उभंगा. पम्हलेससुकलेस्साए जीवादिओहिओ तियभंगो. अलेसीहि जीवसिद्धेहि तियभंगो मणुस्से उभंगा. सम्महिट्ठीहि जीवाइनियभंगा. विगलिंदिएस छम्भंगा. मिच्छदिट्ठीहिं एगिदियवजो तियभंगो सम्मामिच्छदिट्ठीहिं छम्भंगा, संजएहि जीवाइओ तियभंगो. असंजएहिं एगिदियव जो तियभंगा. संजयासंजएदि तियभंगो जीवादिओ. नोमंजयः नोअसंजयनोसंजयासंजयजीवसिद्धेहिं तियभंगो, सकसाएहिं जीवादिओ तियभंगो एगिदिएस अभंगकं. कोहकसाईहि जीवएगिदियवज्जो तियभंगा, देवेहि उम्भंगा, माणकमाई. मायाकसाई जीवेगिदियवज्जो तियभंगो. नेरतियदेवहि छम्भंगा. लोभकसाईहिं जीवगिदियवज्जो तियभंगा, नेरतिएम उम्भंगा. अकमाईजीयमणएहिं सिद्धेहिं तियभंगो, ओहियनाणे आभिणिचोहियनाणे मुयनाणे जीवादिओ तियभंगो विगलिंदिएहिं छम्भंगा ओहिनाणे मण केवलनाणे जीवादिओ तियभंगो, ओहिए अन्नाणे मतिअण्णाणे मुयअण्णाणे एगिदियवज्जो तियभंगो, विभंगनाणे जीपादिओ तियभगो. सजोगी जहा ओहिओ. मणजोगी वयजोगी कायजोगी जीवादिआ तियभंगो नवरं कायजोगी पगिदिया नेसु अभंग, अजोगी जहा अलेसा. सागारोवउत्ते अणागारोवउत्ते जीवएगिदियवज्जो तियभंगो, सवेयगा य जहा सकसाई, इत्थिवेयगपुरिसवेयगनपुंसगवेयगेसु जीवादिओ तियभंगो, नवरं नपुं. सगवेदे एगिदिएसु अभंगयं, अवेयगा जहा अकसाई, ससरीरी जहा ओहिओ, ओरालियवेउब्वियसरीराणं जीवएगिदियवज्जा तियभंगो, आहारगमरीरे जीवमणएम छन्भंगा, तेयग२०७ श्रीभगवत्यंग-सत
मुनि दीपरत्नसागर

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