Book Title: Anuyogadwara Sutra
Author(s): Aryarakshit, 
Publisher: Sujalpur
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Page #1 -------------------------------------------------------------------------- ________________ MAnाराषथकिाबदोबसणारकरी सरसामनालाहीनाबालमतिकप्रियविनानीपत वितदिनाश्रीजीनपाश्चमायकीपटना प्रशासनाशीयातानीमनिकरीमलेश नमनाथमाछ। बन्नुकाजानहनशछदीप:परनिजाणितमतिज्ञान प्रयोजाणार नदेखेरत मणप्रर्याज्ञान ना से सम्पदा उनमोर्च जिमनुष्यलोक मसानतावासभिजानादे४िमोजाय रिसोकोसोवनीवातजाएगानकर जानक उपरेशासाभरर -भयाहाकायात जोगारा/काण्वान विषप्रतिपूर्णकेसानकाशिहाच-आरम्पानसका माहिमननीय रपत्रणरावीमाहान०२ एखाकालाबनीवातजाएगानकर जानकी बलोकनेदे लोकननाए नमामिन इमारताननीनी2सनविसराजपूणान्यानमार पर्यवज्ञानक ननणे सराना हिना मणपछचनाणाकवलनाग तहतूचत्तारामा बिमारिई उल प्राण-बीजोयापिपारनपहातण उ• भविउ नयापीरसंयवहार्याणिगोए४ज्ञानोउपदेशनपहेचाना सम्पकप्रकार उपदेसनई दवा एकला भार रतस्यामारउपदेसनेइज्ञानभानानथीमाशा स्थापनातस्प भागीवानी राणवायाराथापीत उ बश्स०पश्चितन उकारकसानबालासारननिरव देवारप्रतिभूत माहिजभणी४ हिस्मातानासमाहरलाताशदशनदेवार। अनुमतिदीयतनामाव्या प्राणानहीपू- १-प्रक्तंपापस:सुननाणातमोरि भणिरउस-सम्पबाभू-वीजानरभणीबाना उदीवानानिलकुतलान उपसातत्रज्ञानन/भाररभुतज्ञान नोउपदेन गुरुप्रागोलमतिमाउस)२ स-परिचिननउकारिक पतनाननी प्राना अिर्थविनउजवषारणबर चारिवउश्रुतणार शारिवणारणाअनुगो पनविति सुयनास्सगातासमुहासागपाण m Velena se only Page #2 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १ पर्वतकतज्ञा । जेसु-सुनना उचली नन उप्रब्रत‍ (सुनरज्ञानन उषा सबइ बरं पदे सः परिचेतूननक अ वीजानइस अरथक हिना नि उपदेभ्य एवाणि पुरु श्री नाविधि क प्रकार उपदे गनादिय त्रुटि चारिवर रानि घाख उगो ॥ पत|| जस्त्रयना एरिस अह से समुहासा उगा प-पर्त किं किं०ं. पै.रात (उ. उपास स-सम्पूकप्रका श्री ज्ञान - वषा अनु ((गनर विवर ज्ञानूनो गावाच इतर उपदेसब पवनरकिंग पटिस उदासी समुहास गोय प-प्रूव किं- किं• अंगधी बाहिरउपा. उ.उपदेस स-सम्पर्क - श्राज्ञा बई - अनुयोग प्रत तर के गादिकश्रुततानन उपदेशाब कारे उपदेस तवषाणबर मा उत्तर किंगबाहिर अहासा समाहासामा उग्गा पर्वत - शिव शिष्यप्रति गुरुबोधाने विषेक ह्यागधकी वाहिरयगिउ उपोगादिक ना उपर पुत्र ज्ञाननिपाण उ. उपदेसादिक नवेली ४ सादिक ४ च्या बोलत पुचली ४ वउ इसवि अहासा ४ उग बाहिरस्सविशद्दामा ४ इमेपु Page #3 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पागारिन सादिकहाशो नउ ॥20॥ ।प-परिस्थापनापनिनेपूजोत गपनायाश्रीनि अंगथको म:मउ अंगनातिरीन उपदि थापनतश्राश्रीतथाएतरपागादिकना बाहिउ उपहे नवामाउवात्रावीएगा ४एयारखानरासादिक नीपावली गणपटवणपाच॥अंगबाहिरस्साउहास्सn४ामशागबाहिरस्सास विं-किसका कालीकनाउपदेसारसत्रनाउपाट्साराला.याणखोलपत्र उनका निकनापणि (उपदिसादिक बोवन नरदेवहनथारात्रिप्रथमप्रहररुधीभालरनेकालिकरूत्रकहीर उ कालिकलना हासासमुन्दरामायणप्रणउगोयाकिंकालियस्साहसाउ उपाशादिव दोष होश्यारसंघराली-का-कालिकस्त बनाउपदेसादिकरोशक उउनकालिकनापणिउपदेसाद साठेमहाभणी करन्यारीलप्रत/ ध्यारोसप्रवर्तई कालिस्सारमाधाकालियस्समिउग्दासा॥४ाउकास्यिसचि मालिकहना४ . प.ग्रासरीनई..उनकीविकनोउपदेसादिवए४च्यार जजठनकालिक परिणस्यायनामात्रीन बालकहरवर उपासमुसत्यानापासादिका जावषाण४ रापारबाही उपसाधाश्मपुएरवणापमुचाउछालियरसााउपासोमाजरच 2 Banghisation intenabalig ForPINHelpaingalise Orty Page #4 -------------------------------------------------------------------------- ________________ । किनकमूत्राश्यावनाउपदसादिवयार/ इप्रवर्तदेवोखपवरकाशा प्रा.भारशकथकी ४अनेरास्त्र कलियस्सउपहासा॥४ाकिंग्रावस्मयस्साअासालाप्रावस्मयस्स विबनरीकनेरास्त्रदशकालिका वाकाशेलप्रवर्त प्रा०श्रावशकश कीअनेरासनिकाब (देकना उपरेसादिकश्चाधामप्रव हार्दिक४मा (कादिकनाप-णि उपादशादिकाया रोहोरी घशरितस्साहसाजाप्रावस्सयसविगाहासाप्रावस्मयच्य इ.एनारपकशीअनरोदशविकालिकनिप-स्थानापासगनराशावश्पवनो अ-स्वाणकर रविनावीस्थापनापनाश्रीनर ५बई रतस्सविडहासागरमपुण १४वापाचप्राचस्सयस्साम्प्रर जजउनावश्पकनेबिषाणबियाणेबरंतर श्राायपकिंस किंधणाअगर एक वेगप्रश्कएकशुवरकंध उगोजरावस्सयस्सागो प्रावस्सयाणंकिगंगारस्य Fiwidinelibravoib Page #5 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सघाश्रुत्तर के अएबमधीसा अघाउ-एकअदासाक/ उ.धणार आवाक हियर याकदिए अनुयोग हारस्वरकोसुटरबंधप्रझयप्रसयएउग्दासाउदिसाप्रावस्मय नो-एकग्रेगनहीं तो धरणगन सुःआवस्यक ना.घणाप्ताकंधन/नो यावश्यकना श्रावस्ययन नएकचन एकाधयनाकाहीयरएकधेन घरायअमेयनरव कहीए (कंधकही। कहायक गं नोवेगानाअंगाशीसयरगंवानास्यवधानाप्रक्ष्यण अक्षय नो-आवरूपक आव२१वनदाराकडादसउनकतम्हा यतिकरनीनथानावसिक करतोगुलहीण नरएकउदसारहायश्घाडादसाकडीएनही/नरपराधारान-निष्पाश्परधारश्पकनानिषेपामारकरीमश्ननि कहीएनी) नामादिकखापीइमारनिमाटीशांवरपर सेपाकई गाराना राहासानानासातिम्हाप्रावस्सयनिरिविस्सासिनि सुरजनानिषणस्परस्त्रीख-श्रुतखंधना श्राध्ययनाने निनामादिकस्वापीरनमारनीष पाक नानिषेपाचारकरीस्पर निषेपल्यारका क्षेपास्पर रीस्पई ज-जिहान-जा जेनीवादि विविस्सामिावर्धनिरिवविस्सामिाअभयरणानिविविस्सामिाजा ॥ Elicational Civinerandieanlive Page #6 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तथाशनर निनिक्षिपनामादिकभेदनि नि समस्तसंघलोरए ज.जनीवादि जाना च.यार विषाणरएपनि नावधानि रापनि सानो कवरुनाना " विसिषरहित पान-जिहांगना ΟΣ जन्य जाणिछानिववे निविचे निवास नवियनजागिधा नि-निहोपा नि तिहास अर्थ प्रश्रतं तेर-या-श्रवस्यकाणी तानपत्रातिहि गुणसनलेवाररबेशहियार स्वतघलघवामानश्यूJNTRIEma श्राश्याप्रतितीमत्रामानरयानावशी शकनानिक्षिपाश्मि ययात्मानंरकर करतापुरातीचावीर भारप्रकारई उवयेनिविवितकासतिंभावस्सयंसिकितनामात्रावास आर-पर कारबाइविश्वाशकनानिदिथपाच-माऊथापना आवश्पक मना) कारर य/रखाकरखानामनावत्रपकर श्पक रचउछिहंपगतंतंजहानामावस्सयंशस्वगावस्सयूं २दखवा जि.एकजीवतेश्रागिमाहि नाभावयाचपकनेकि.नानामयाबसाजजनदरनवासमा कोण ताकरसापाहीकनासा रसयं३भावाचस्सय ४सकितनामावस्मयाजस्संगजीवस्सवमा पषिनामाबामाती Politandi. पEEEEEEEEEELIVERY Jawanatilbaram Page #7 -------------------------------------------------------------------------- ________________ J॥४॥ कारण -आवश्यकए नामकरीना त्रिणाहाइजीवात-राकजीवानी त-घणमीधएगा घणाजीव जीवतारामानउघायण PAS विस-रामाazmamमावगरनधामजीवनानामसाधी साजीना वसीसहेनत एखालावतथानिमान नामश्राश्री जीवस्सराजीवाणंया अजावाशभियस्सहातभयागंवा प्रावस्स राम-नाम्भावस्पक म तकि (उन्धापनावश्पकतेको विद्याप अनेक कारकोस्याउ नाश्रावश्यकनाभटकावर नलीसाधुपापयासिनामंकछहासतं नामास्सयंग्सक्तिवावस्मयेरजणकटकाम चोचीत्रामण पा-यामाई व्यर्थथापुसतक एल-बाहादिवानारचाचानीयरिगोटरमा गे-पुथा उसमुदाय विश्राकारम चीतारिचीतस्य नराकारमातिमा घाचिनकाममवाग्याचकाम्प्रचारप्पकाम्मघा गाठामवाविमिना। -प्रतिमावायलनाधा -चंदणीयालीकवाक्कोडRAOआदि-अनिमसभावना 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Page #9 -------------------------------------------------------------------------- ________________ डीकपशिक्षका मत निमजोर विधानसनमा दीरधनक प.सामने किंकरतानागमथाकिबापक तेको जजेरो श्रावासकथावाशक सि-धरथकीतानहदास तिरीशियडउने गरकरat) परावरपकपदामि गगुरूकाइसीव्यउठि. हुयशालोइत्यर्थश्रागनीसरकरीत बउबर परि आदिशक गमउयामकितागमउदबास्सय समावस्मयातपयसिरिर हिलारोग जिय परिचितकरीवितधामी-विजापद स्वस्मानानाममिशि-शतादिनिएकसर नही अलकाता सजनल ख्याथकाउताउनबापाशकास्परिर्वत्रकाठियोगगि श्रमकमाना मनालागस्त माउरि उतावषउजवापदिकपत्रकान्त शकीनादिल गंगणीसकर रखेलाजस्म दियं जिभिये पारनियमामसमाशससम अहोरकर प्राचा एमालपमेधारेज्यालोरएंगनत्याहाकार हनभएपरि-एमभिखत उमिनहरीनथान्त्री तबरवामी। याबाबपरितसराघापाबानहारत्नमान-घसाचाराधानएकचारगादिकसरिसाउजोडीमाकरीप्रनीधर्णन RSानीपरिक्रमेचरइभएताPINIOHITहाभालनहा परीरिसंपूर एगानादिकोषनिहा वारकरप्रवाईदरकर यखरियमिलिग्रोवबामरियपारपाणका करकाप-प्रतिरौससेउदोनोरिक बालकनीपारेरा-गुरुसमापिलीचरणी लेभएपउउभामः मननिहांदा शाका उच्उनाउअस्सराजहरी/तातडूनही उनकधारनशिशनातकोनिधीसानादिकखर GR धलाउउपतथकीसयाम्वन्धीभरापन) पुरण परिपुरणे ग्यासकटचियामुछ गुरुवायरगा यायासगीनळवाय (रोपकनीगला हो रथादेषधी बारहान उ४) | ॥५॥ पाहातजियेक आईतवक हीरउसा CELECatorsana Page #10 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शसिनवा -भाजापा पूर्वनरापना-अहिंसावास ना-पयोराविउहा-कास्य-उपयोगविना चनउब्बिठरविलीगरंग रंगधर्मजागार/नावर करतेस्यामात्र अगउपयो खीनचारकीरा 3 फेरीबाल कवीद अनउपयोगाचार सकगातेदवेत्रावरपरश्तेत भावमा एणाराणाएपरियणाएधम्मकहाएyनाप्रणापहीएकम्हाअगुवउ हिमाण निगमेनशु-उपयोगविना उपमेोगविनायगए एकाधावति नागराएक शुकी गोदमिश्काणगमस्सएग्गाअगुवउत्तप्रागमउएगंवावस्स दाबस्टपणे श्रा-भागम दिबश्ययावशायनि- तिजा अपपणे राविना मान राश्यावश्यवकरताहारानी यादान्निभरणपउनाआगमउग्दान्तिवावस्सयारंतिन्तिप्रणव प्रागमनाति-क्षिण दट्रयाकमानरामजानारत् अ.ग्राउयोगावरपकथाभरण्याची पा ताभगनानागमभरपव उत्ताप्रागमउतिन्निदवावस्सया एवंजावश्याअण्वउत्ताप्राण BREditodamaESIRS Page #11 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ॥६॥ Educatich लाप्रातका उचककरता स-संग्रह एकवा (करीमानई। नून येमान पातेजा रचना नयनरमाथि वा परिनोध वा पारीश्रावरूप मारे निज निगमन यति के है जो कर सभी पर बड वाई एवामं उतावध्याउलाई - एम चरण उपयोग भाव- अ-भग उपयोगर चार कनोकररणाहारएक नाथ २पकना कर एए हार घ व. चथवा व ताबा म.सर्वन इरा- एवमान द·द्रमप्रापय संग्रहनयाना घली या दावत्स्याणिवा सरादावस्सए उक्सु जस्म श्राश्रागमथ की यात् ए. एक जद. (इमान /उ-धानी बांबा) स. विशिदनययाग्दीद कमथ वा ३५ क्रमान एएच अता ॥ श्रागमउ एवं दवा वस्मयं पुहतं निबतिरहे सनया हार स्मवि संगहस्स प्रा. श्रीगम का प्रथ द· एकद्रमत्रा (वाघण धको गावागावा 'द प्रांगमथ कि धरण दुमप्रानश्पक तावागमउदा वर्तमानकाज मुनयन उपयोग रचाव नोकराणार ॥६॥ Page #12 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सा-माणसा० अपिउगविनाश अबकजना-जाणवत अप3 एनोरंजन राविना गाजाएअणुवरात प्रचबुकम्हाजाज्ञाणप्रएवरतिगभव निो नोरायणउपजामानहानगनगन आ-आगम पेत्रीश्पक एस्रोष्टारिवाय साचा:द्रयन योग (प्तमाटाशी थकीइबायकाइब्यानोधगीययापन सनी नमानभवउपक्रनेथीणीमाश रिक्तश्रागमा श्रावकरी जरअएरात जाणाभवरतन्हानाबग्रगमरदहाचस्सय उसी प्रवरभोग्नेश्रामकिनणाचनबावश्यक झनकारप्रावरपकानकोणासखर वितरण दमत्रासककहाएनुरजनालास-तकिकोगनो-नोग्रामथागार गिलहीश्यलोकमशावरपकनकी अंगमपभोराच्या प्रशारण वसमतेने बरपाब सिताप्रागमेछाँवस्सयासक्तिनागमरवावस्मयेरतिविहीं १-पपोतलेकनारजा जारणमत्रायसाहसरमा सारेरते नवीमुद्रमा हवा रखरतास सर हो - यावश्यक जी रिते पातंतजहाजणगसरियादवावस्मयारानचियसरिदवायम्सया Page #13 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जा-जाणहारनाभर नथी समरीख-शादतीजानीयागम से-तकि. जाजारगसगरतकाएर सरीरक्षकोयनलमालकीनरोथकीयावश्पक कोणत-तः कोणहिवशिषभत्र हारनो HERE वशय निवारण ॥७॥ गणगंसरीर भवियसरीररितेदवावस्मय आसकिजाणगसरीर रहा श्रा-श्राव याना हिन्तेरना जा-जाणतेहतु जिमरीरकह -वगनचेतना कना अधिकार समौरविसराबवउतेजाणगण रीतचिकरान वस्मय प्रावस्सएतिपरबाहिगाणजागगस्तानसरीरयंवधगयाचुय जारीणस्ति थवरच उसास्पाड चिन्खागादकायाजीजी सिं-उपासालथामसं-हाथन-मृत्यक पाठदिवानीभूमि चारहित समस्तभोगवी पायउग्राऊपानड/रीरमाणसदिनसिटीप्रमा यात्रावानरसिथावक क्षिथावकरी थारडम नपरयर सिजिशिबाउपस्निपसेयमवरीनाकोकोरकाबोधार्चजश्रामएएजस सारा रमुगलियोरतातथाअगसरकरी नमुगति पोहताबर पादेखीनई चिनियाचतारहजीववियजासिघागयंवा संघारगयेवानिसीहियागर, पछलनविये) उदयकरण वासिरिसिखायलगपासिताकाश्वश्याप्राहाणेशमएसरिरस्त ॥७॥ Etisafiatinishi FORSEEDIN Page #14 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भा-भावकारि परश्रादियातिपदिरारका जीवापारमा निर्जरान हव उन्ना-यावसकावश्यधारहिसाभा लिवसीव्यूहतउसभाम्या अभिप्राय सुनवडक मुस्सागोजिाणायामणेभारणावस्सएति पर्यशातिरपन्नविय स्त्रर्थमकिपपडितहरप्रमुडादसाप, प्पउनचासभामुखउपासिहधारमा जनि का कारक मधुन सायानिमियाको मदहशात उल्ने उम्म रवियदेसियनिसियाउवदसिय जहााकादिवाना अयमह कामाच्या जा जानोसतर-द्रमनापक संघर्थदेवक शाउतमास-तेतेरीर जीवराति करिय अ.एघानउकु घरबाबEET कोरणनेते सि अयंण्यकुंमाअासिसतजाएगगसरीरदहावस्मयं सिकिने में यावशकलाजा खयापक) होसीस एसरी फहीए (ज-जिजीवना-जो-पान जम्मन्नसानिनोकल्मायएरीत्र aवयक्तख उनधीवराति मया 23 वियसरी०दवावस्मयंजिनिगगाजासम्म निरवातशमएँ Srindian Enatibrary Page #15 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ॥८॥ आयातित न स सारेच एउच उचइ जि जीनन उपस्पर अर्थ भा भावे करीतानि (या आवश्यक रानचत्र मित्रा यह 13 चव आदत एएं सारेर समुह एवं जिले भाग्वां प्रायस्य कृ-प्रफुलि -दसते मीका सि·सोखास न. तिवारइनथी जनिमाका कोक -एमधुन उकु विकसित (दिंद्रयांत६) व्यसनामाकम सहार स विशेष ति पयासकाल सिकिस्स नाव सिख जहााकादितो कोमल कमस छडभोस्य रमबोल राधीननु कुं· घडल. हो स्पइइम बोलर (एष-तेतं होस्पइभ जागा होस सरि सत थामृगलोचन उद्याचरविक सरक इउलि महा राना यं महे कुंभि भविस्सर अध्य कुंभ नवीस सितं भविय सागर द द- नाव - अर्थ होव जा. जाण नोसरीर जाएगाहोरनो बार नवराति इन्द्रयग्राकरपककर सरीर एबेधकी हो नाते जागसीय ए नि-त्रिएप्रकार पक करीए कि कोण एरोरनोसरी सरीरव्यतिरिक) उस्सय सिकि ते जाएग सरिर भवियसरीरखतिनं दवा वस्मयं र ॥ ८॥ Page #16 -------------------------------------------------------------------------- ________________ निविले तेकहरनाला-लोकीककू कूपर कु-पारस्चन लो जिनप्रवचनासिनकि कोण लामो परुया जनाजन तिविहं पन्नतेतंजहाालायकुमा व्यरिणयाला उतारियप्तितिंगे नारपकने जाने मारा-चक्रत्यक्ष निसानामानापाय/बेइमा-दुक्का करवलीप्रमाणा शातरवारबर रर्तिश्रादि सिराभाइचायडभानमारतीनीअधिक द्रानाधणीन रीपनामनगर राजुवराज eवाचसमय जामराइस रतलचरमामबियाकामावयासम मसेनापतिसेनास-सारश्वासापादिक सामानन मप्रकासकरवसुप्रभातायारमा नाअधिकारी नायसावणानापरिग पा-प्रभाति/र-रात्रिरानलेशतिग/पॅकिंचितउपसंसा घालोका यथक विकशोरखलकमानणमूलरिगावै सवान मानप्रकार निफ HिAणावरसबबाहा पमिदउ पाउपानिप्रभागात मायामागर) स्याभायारियाणामावमा विनउकीमत्स्सुकमा को सुशालीवमखानाने मि-तिरिमिलानमारक सिउत्सनानाककमब्यतरनउउउद्यापायनउकाममऊराहउराप्रपनीपऊन मनीयाक्षि सन्मानाबाउपनानी मरिमरकर लाए फुजय्यलकमलाकामखु मिलियामप्रकार पहाए रतामा Page #17 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रसना किकरिनाकुलहनामखचिरहसनहनराशाक-समान नि-निशानो-तनदो. अनयबासनाSाधामविषारंग (मिकमजगार यसर्य- समरोषा। ल कमरनाआग मागास किंसुयायमुलाजिगराग सरिसकिदिएकसा॥नविणिसिंहबे उगोया/म-एटोमय सारक -दिनन उकरण जाजलतमा नाम गाथकोनागाना तेजेकरीश्रावश करनेवल सदसहाउस्थिमिासारासहस्सरिसिमिरियातयों जलात मसाधारण स्दानयालिहोता मातेलवासेष-कार-प्त-सहाही दोहरमाथधारीहरिणम (सीम माराया हाकेस/माघमाराईमांगात कमानावा उपेकर ध्यान सीम मारायाम मागवाफसमा देतपरकालगातफरिगह सिखयपी यालियाअगापूर्वपुयना -Rधनपानचाया-त्यादिना दवद्रक्यावश्यवरानमाटिमबार राजहाशागणेश बारण (इट्रययावश्पवनीनप्रतिनकाशा वथना रखा गंधातोबारामाश्याशेदवावस्मयाकांतात उपजाण्याकुर रे॥ Page #18 -------------------------------------------------------------------------- ________________ समक्षादिकनारामसभा/प-पूरबपतिहराली मनिहाउडवा- एनासमधान/ए aise PAपुरमाभागामातमननशबवसन्तेत इस्थानकेअथवा अथवा नीथवा पुरुषएकरागीभमुषहरतेउफनेस्तविषारोधक (महातभाराम वादचकुसंवासभंवा पवा श्रीरामाउधाएगवाणिगाछति सताव लाकार यथावासकोरण-कं कवितेप्रानंदमुचाबरकातील- ज गमता सककतिएनजयो नङपारचा पुरव महिरीव्यवसिवात्स्यानपिनार तो इयं दहावस्सयासकिनेकपाश्यगिय दशावस्मयोकामचग बिलोनिलीवाशतवी- परिधानसर्ग भि-जएकालीमारमा - डीजलदेवी- गा-गाश्चनियार सरन उस्मगध वानरल उपसरणारबतिकबामरा भोजनकरणियपगातरीरमाउर परिणपिस्तउपाइरिसरस्थाश्रमाश्रय लाजलाउपमहाजाबकाचबिया धमाल KA चायचम्मरवायामाचगपकरगग्गायमग्गाहश्यगारधम्मधा धन्दरसीणीन विवशवादी एक ते नाप पोरी सो.पा-ननाथरारीका प्रकाशश्चत्रा उपरूपमा कायावाटकाया सवडापावी/बातपायोरिरल पारागरसभा दरधाईलामातापिता राजाबादीधीला नई मरितगविरह बिरुहाबुसावयापभिउपासमखाकल्न पाउणभी Page #19 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ॥१०॥ Education Interest रात्रिराव जरातिग कई 5- इंद्रसऋद्री दीक भागलि अथवार कार्तिकीनी रु. ईश्वरनी प्रतिमाया महादेव (प्रतिमा२) कारसहीन प्रतिम ३गी यागनि जा-जावत जाजमान सूर्य उगोक Σ याएर यूपीए जॉव जलांत इंदरसवा खंदुस्वारुहू स्मृवासिव स् व-विश्रमगधन व इं दे. देवता मामा) (ता. नागभवन जनताए ए प्रतिनी श्री सार्दिक किया भूतन विष आगलि ५ पत्रकार र ६६ समस्तवाविस्वा नागस्वा जखवाभ्यामवा मु• बलादवनी (अ० श्रार्या प्रग) (दु०मिसाउपरि खो-निसानमारि १३ उ.बाल प्रतिमा ९० तरूपम् हाल चरण १३ स्लीपर स.उजू बरि-गंधाद मुगुदरसवावाग्रामचा कोह किरिया एटा उचलाराम पालकर - धूप उ ग सुगम-गुष्णफुल त्यादिक द्रव्यावज्ञपक· करई से - ते कुप्रावध पाणी नाखा २४५.फुल ५६६ दावित साकरी पाकर 3 वरमण धूव पुष्क गंधमला इथाई दच्चारसमया करिति सतं कु ॥१०॥ Page #20 -------------------------------------------------------------------------- ________________ paनाने na.. बालकुप्राउन कति एवापथकासा-दास्पउत्तर मधामकाजी-पत्यस छानोकोत्तोनिमेश्वरिवारस्कर, इon सश्रमरगसाधनायधकीमकीबाबकानि यावणिय दवावस्मयं सकिन लागुतारियेदवावस्मयं एजशम तपागुगामलोतर गायोगेयाय ग अनुके अलावाडानीपडिउ.रामरी गगविनिर राणा कशातगुरु याररीता। मरारत यातायात समागरणमुक्कापागीरकृयणिरएकंपाहयाश्व उद्दामा गयान्न खामीर बाटुन निरंकुसाघहामटानुपाटारपळपाउरगाजिरगाणप्रणरणम् विक्चिरयः उपभातनरंकाले मा. आजपवनचर्य उत्तरइ से ते बोसोझोतर) = নগ্নঝ सउँदै विहरीकरणे उभापाकासमावस्सगरस उवठतिम्सनोलार मकीबातम्पू उजला माता -जधासमहालकामगरिमरदेलखूरा रवानश्कार्जिफरणाम म्होउशीरा हाघापगादिकघसर/पतिशादौतहो। उढणाति-नीथकर अ-म्राज्ञा स-योना थाचाल A pahdarChaand M isinelibraryara Page #21 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रियापक म्हास-तत्र (नामा लाभानियतस्थिवतिरिकदमचानसभा यगी नार्यभागीता प्स ॥११॥रथशिष्याचाराचा शहनामावग प्रकागिद्दत विशुपमा सरियेदवावस्सयासतंजाणगसारभरिय सारस्वीसंखावरम परि रंगामात म अर्थतना-भागमथकी टू क्रियास्पाइसधाराबब-सेपूर्णखई भाभावबाग इ यथारखवसपूर्णखई भानावर पाय करने श्रावसकोप हीरो सअर्थमे पर्वतकारी राहत उपथना एाइते थाप यासतानाागमउद्धावस्सयंसतंदवावस्सलासकिंतंभावावा (.भावधावस्पनाबप्रकारमा अागमायापारया.तानाश्रागमने सिअयकि-कोरपस्तंतेश्रागम रुपमागतात तशवपकप्रदानःतनमानानासार/थकीमा-भावधावपक्राता शासनि. प्रतिक्रमण आरमाशिबी पुबहथकर लातहरवाNDIA पसायास्सयाराविहेपन्तनमहाअागमउयानापागमउयासविताना जो श्रादपकपदरममा प्ररथनेल. श्रा-प्रागा-भाव श्रावण उपयोगमतीनभाउपककरयानोरागीमा मथळी नियथतेने गमउभावावस्सयाबाजागएचोउम्बा सितंभागमउभावावस्सयंम्म नामकथा पयोगक्ष पसलसम्म यागमरपत्र समाकड JENEducatiortina Page #22 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वाभासमेतात पामामाकत तिनाथांगमय-पर तं-नेका सोशक-कृपावचनावर कंकाल गमधीही कोरशिपन छीमारान पामगारखानाका भा-सानाही एडरबरपवनातिवंत. नाममना किंत नोग्रागमभावावस्सयतिविहंपणनं तंजगालायंकय्याचा नवनिरनीने याच्यकरथ लहसलोनासे थे तो लोकना-भाबप्राव पकते पुराणमाक्षिप अम्पासिलि कककोण ते काले पहिरिभा मा उलिरि सोभ वाशिईदियक बायाभाकायणीगालाउतरियासर्कितालाऽयं भावावस्सये पुन्हाहनारह वरए। बुगादिभाका र रामायगसा- श्रथला-लोकी भाभा अवि वार । भा-भावप्रानपक जुमेहनतेशीतकावधानका जनीकाशनको थानथवा रामायण सिताराड्यनावावससक्तिकुमाश्याणभा DESकिकहा हयावाणभावावास समलयसाग मनोयावत जिजेर चजभक्षाचरचीवरून आ-जावतपा-पावागजमातापातातपानमस्का 'वरून माजावतपा-पाव भातापातातपानमस्कार-मंत्रनाऊमतिमासमोठअमडका श्राप रप्रससमिक्षानविन ठपगारवेद्याप्तनतनापरलान्यानमपत्तादिवस: रोन्ननिमावि जय भागविसरमादिकापा यस्थासणराकलारत मा COPERATचरंगचीजोत्पनिम्बारछजालालामग भासारिखशमलकरण्यारित मान DainEducationiumbinal wamibiabepro Page #23 -------------------------------------------------------------------------- ________________ | ॥१२॥ (माभास्मान-पकलकरइबई-अर्थ, कुङप्रावचनी भाभाब्यापक नित्यप्रति कशिनमाताप्रव शहरबजेहनातक ततचनप्रान्चनीक ठी कारमाश्या भावावस्मयागाकारतिसतं कमाव्यरिणयंभारावस्त सन्प्राकि सालोगोताखो भा-नाराम जजेर-प्रखर सासमणीस्पा स-साधवी काहाने हातापक सपना नुअथवासा वाम रग्सर्कितालाउन्नरियंभावस्सयाजणंशमममाणाना समागी साधावामा-श्राविकालतलीजाप, तानहीन नमुनपारणा करारमय मनि तिब्ध पवितरिमनाशी मनेनीसोस्या धावसायी मान प्रतिक्षा MURTI वाकप्रतिकर्षण जासातएवासातियावातशिततम्मरणानालामतुर्दशसिएतात कायाा माबजसनशा नजउपारीकिसितममनसुधिरजाहरणागनाभावविनागरा .प्रानरयानी सचानमारनाभायाधीमुहानबा उरुपाननाचिवासाचविते निश्रावसानीमावा दिल सावरपकनिविशिमनवाभाचिन शवसाणालयारावधानतयापिकराणातजावणाभाविएप्रणब कि Shantinationshina ॥१२॥ Page #24 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धव-मासनासिरजरात अथवा प्रतिनिश्वस्पतरले विसरमामाहिसा ककि होम-मननदरव-निश्चलकमेनोनिग्रहरुधोकर्मनिनिधकरउलि पाशितो तेरनागृहब उपापकीमतीरापातिप्पा-चाबाद। समविशुधियुचाउली) कमाणमाकारमाएगमगजीरगव्यगधधम्मरागउ उकालंधी या भास - श्रर्थ बालोकोतरा भावभावापक थर्थन ले जानाभाग हवाई मकिरीयासही घस्सयं करासतलागुतीयोभावावस्सरग्सतानामागम उभाया भाभावधारसन प्रत्यक्ष नाना-खारउदाताकना नकारादिनानालप्रकारनाना रथजुहारघाघशरथक्षरनामराय चस्मयं बनस्समेएगठिया नाणायामानावंजगावेजमानामा तेरिया-साधुनरश्नावरकरणीकीनरअथवायामानरयुगर, धु-कर्मनुफाससारानश्रदयविचामा एबासरतअश्वामाक्षनश्वासानेगरते प्रथवाश्राधतितरहितवणिरतनानी रंडीनरवस्पकरशन हउपापधनीयतीरा शशाभनतिजा प्रावस्मयं प्रवसकरणिोधुवाणगााहा विम्साही HEtiallantam CELEBRATEEEEERTAN Page #25 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ध्ययअध्यननम्वर श्रा-मासमा म-मोक्षपुरपासकबासाधनाथाश्रावकन नवयना-सउपायाभगिजी प्राराधिचातुमार्य, कएकटाशनशाकाहार एअमरगबछवारमानानधाराहगामायाशसमागणसावएणय शवशका करव त-होश्मने मारिदिया नीरात्री नातमा निशिकारणि श्रा-श्रा ज मणि लचो दिवस/नी/टवसिकनामा बन्छ। अवस्सकायचंहवराजम्हा आताप्राहानिसस्मरानाहाप्रावस्मय सअर्थतन लान्यापास-अथकी-B/सुननाचारप्रका/प परुया तिन्तबहर कोण नेते भगवतेग बना नाम गधाजमुना नामरसतंभावमयंगसकिंसुयांगचडविपरगतीतजहानामसुर्य थापना रक्षाा भावभुतहा नालामनरःथापनाताभ.पूर्व समर्थकिको रद्रम श्रावश्पक घातिमस्त्रनामना चारण्वाभावा रावणासुयंदबसुयं भावमुयनामारवणभणियाउसतिंदव र भाववृतः नानामनरः पताते ॥१२॥ HEREGIsatidrried Page #26 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दु-वन रु तन वैप्रकारे भगवने कह मगध बड श्रीश्रीगम नो-नोश्रागमथकी सप्रथकिं- श्राश्रगमथ थकी जाए लेखिनादिक कोणतं ते कीद-द्रव्य (वारूप) E सुयशा विहंपगतं तं नाम ना प्रागमय ग्मर्कितं प्रागमन ञ. जे सु-पप- पह म. सिवार्याणि मि धा उज गणनाहुत थके सार नहीं वीर बहुत शीघ्रा वारज्ञान म (हारनीम) सावकरी एघारमा जाप रुब रहस्यं।) जस्सएं सुयंति पये तिकियेरमिये नियाजी सी एति· करीन का सर्व प्रकाश परिचित श्रादिद्य की बाई लालु गेंग शीसकर एस. स.अण्उपयोगात भाव पक नगनो आवइनेहन शकार परिचित कही नानावत पूर्वा वो बजारमा नरी अपेष्टा उपयोग रातयः किम्पो आचारणारा एक म्हावग्गा छ मिति क य. श्रागउपयो) (या-चाग (ए-एक्ट-द्रव्यसु-सूत्र भारत सात मश्की गमम्स गावाला गम आएगेंद जाबजा 52215 निगम नय नमनइए. राव Private & Person आवश्यक विषयल निर्माचन Page #27 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ना षमानवउमाबजा सयागमथक दियास यूथ नो-नोचागम एततनश्यनयोग कि.कोण कही निसगासाठशा। गाअट उम्तराभवातारतंत्राममउस्वसुयंग्सक्तिंनोआगम २.द्रव्यरून नि-नोवामप-परपोत-नरयावान्नारामाद्रपहलेदहीभाजारगरगहारन कामलति नगवन उधारशा शरिरतिलोम्या । उद्वसुगतिविहिंपन्नतं तंजहाजारगयसरिरस्वमुगाभावियमगि दव्यमत्र/जा जानासरीग थाकाअनजागा सहारनाशरिरशुद्धी एस्छसुरोजाएगगसार भेनियसेसरोदवसुयं जागसरिर भी र्थ जाननासाद.द्रव्यमन्त्र-मस्जिनोपन्यथा लकीरणकोनाभाधकारना . यसरािउशीशेखसुगंग्सर्कित जाणयसरीरदवमुयेसुयपदबाहि उपनिरिकप्रतिजूदा दम कि सण सल/तेसते ॥१४॥ Page #28 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाने र बर (अं-जसरी चिनारीचु·ा बम्बाव दे। उपचयजे लदे पु-पूर्वाभ (सहित सरीरनो) तेज नं- तिम कार जायस्मा संसरिरं स्वगयच यचवियचचदा (भा-इस्पाणिभ (जा जाग्न मन्त्र जा जाएगस इदमसु-कूलक) किं कोण भ-मरियम पु थेतं. ते रीय एकू ही राई। येभाणियां।। जामिनं जागय सरिर दत्वसुयं सिकिंतं भव्यिस इन्द्रस्तजीव जानिथकी न.जन्म से नि· निकल्मो जजी द्रव्यभाव ता.ति करी जन्म पक गिर देव सुर्याजजी व जाण ॥ जेम्मए निस्कान जहा रहा वस्म एन (भा.भाव्य बा. जावत विसरिर इस तते जा-जागना स च क. कोण एस. प्रर्थनं. सरी रथ किया यहीणहार भाउ समाना लियई जावमिताभवि यसरी यादवसुया मर्कितं नागसरी Page #29 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ॥१५॥ नासरीर थकी विव्यतिरिक-मसलने को ए. ७. लाउनापान डायुक्त पो. पुत्र अथवा हिरोनिजो तं. ते कहइबई किश्व कालषितं ना. जा गर्भाविय स र/भविग सरीरवि। इरिते। दन्ड सुरते पत्तयं पचयविहियं गृह्वा जाण अतिरिक्त द· द्रममुत्रहना पंपांचे प्रकार १- परशुभग नेक इरट्रियजीव उनीप घात - पतंग सर्वत्र पल थक वंत शिवथ की सूत्र पंचविहिंपगतात जर त्रय वाकय भविय सरीरव5 दिसं क) क्रीडीयको उपज वालकी व बाकी बालि अर्थ: काका जीवाशात बा. वमन नितिरि उपनाउन योनीप नुनस्ल हियश नं - ते ४ थकीत देशमु कृषि क्रादिकमे जोग खनाल नरात शकीरा वाला नावकरांसकितं इहंसगसखायंक पे पानी की कीरा पांचकार ते ते कडू की नटी म. मदेसगुनी चाटे सनुनी चणतात ते नि पशुध या कौनीपन प· परसुभग बर २५६२ [मलीया नरदेति ४ नगर Sas व्यासमाईकी चाही पुरतं ते जरा पाहमल एसएची एसिरात्रि ॥१५॥ Page #30 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मनीसा-वार-पंपांच/प-परमान्तिकाउ-गाडरा उन्ना SHMI मम्म मानन्तक रू-गाडरा उरनी मि- मिनास्पा उदानास्गिाना कानापरकार भगना रखर नीउन उनर रानुनीपनुउन स्याउ उपाय हानुपर गरानाकोनुनेस्ना नीफ्नूमन्तथा जीनी लेन-ननननाउगवाकना। पिन धाकुचाशीनीपन अथवाएगादीकलभोगर नीपना नानीपनी वबादितुनीत-ते G मिॉगवालय पंचविखापरणतं तंजहाउणिए उरिए मियलोमएकुतावाका स-मणिप्रभु से-यात त मेनेनाराजाणगतेना रणनुमरी मायनुते डेट जड़ास तो हामसिलवालयासकितावक्करं समाईसवकंसनंजाणगसरी सभडियसरीर यतिरिक दबकरीसने नो-नोश्रागम) द्रवस्त्र मन्नद्रयाल । भवियसरीर वरिखसुासनांनाभागमरवनुयासतंद करिए मिनिकितभावहादबारप.पस्याभगवान-तकरया आगमनाना-नायागमथनी काणनेते तेस्ना भावत पर बडभावस्टा भावहजार विमुमतिंभावमुरविलंपणते तंजहानागमउयाना प्रागम Tvuntimelibrary.org Page #31 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सशकी। तोरात ते शायणभभावहनाजा -आनयनहरपनोगसहीत.मेनेभागमभाभावह इस कि कोणत ॥१६॥ य सकिंतं प्रागमउभावसुराजाणए उरतोसतं आगमउभावस जा-तनाचागमणकीनारस डालन प्रणालीमा शासकिंतंभागमरभाउमानाप्रागभउभावमयं विहंपगनती लासा किलोमा कोतरनावमा नेकि शिवाजोलो-नोश्राम भाभावबाज-जेमप्रत्यास जहालाश्यालाउनरियं सकितालारयानाभागमभावमुज अज्ञानीपरी -मियादीया सोननाना शकाव्यधारणशनि त तेवर भाभारत में अन्नाणीहिंमिदिग्हिासदेहि मलिंगपिया जहाभारह बसूरए६५ EVEDibabatta Page #32 -------------------------------------------------------------------------- ________________ dain Education भा-भारत भी मारुशा को कोई बाधा छोहामुरवशा स. सकटभद्रा । कः रामा खुल ५ ल रामायण भीमा शुरुस्काका दुायेग्यादय सुर्य सगभाट्याउ कष्णाति ना.नाट · बोधनशाल का कार्यला भ साकोस यदि शालू नाच १५ नागमुह कणगमत्तवसिय वसितियं बुरम्माणं काविलं मा. मीठार ना-नाटकादि अथवा पुरखोत्तर कशास्त्र १० लगाये तेसरि तंतंमारं पुराणवागरण नाडगाई वा बाबती स्व. चारवे वेदस गो-शक्षामाकरण उपांग सहित मांमार में अर्थी आतिष्कालय ५ ह्मणानिष्टुोगने स·तेथोकीना. ना 3 (तं. ते कपाठ चलारिया मांगा चंगा तलाश्यांना गमाभावसुर्यास ककन कशा स इनिबई ल पु-पूरा · व्याक रण१० Page #33 -------------------------------------------------------------------------- ________________ । किंकोमा-कोलाकोजर गिनोभागम भाभार नानावस/ज-जर शरिरंतर मनगदनई। रहत्रानको राप्रत्य कितागगुनारियानायागमभावसुयं जरमंअरहातहि भावंतिस्ि उपनाका दलदर्शश तिव्यनित प-वर्तमाम अनागतप्राण त्रीनसानीचर्सि-नावम-वनयपूच Pाणकारमा नकारनामीशाकानाजाहरवेसोचनीकारिनरामवनमा स्त्रादे वहातण RAण तपाईलताताको पाननाणंसरण४रिहिं तपपम्यान्न मणगयानालाचरतियमारगणा स-सर्ववसतुनारे -परश्न राहयान कक्तता दे कनसाना भगवंतप যায় उरदानHISदेवनाएरवाज्ञा जद-निनाधरणramme आधारसदारसाह परिहरनागासगणिपाग)। हार गबाचार्यनीणि-पूटामा दिवधनधासरी दुई तनकटवर सामजस्माले शोमालालाजिमनागीयाना निमयाचार्थना भगवतश्री श्री सामना जापासवरतनाद्वारशामास्त्रज्ञाम्पादिशाणाणणारहपयाखानयाधारब न सख्याHTh पोतमाहिएकोशंगनी एक यस्वालमगगणिपिडेगानेजला भायोसाय ग सागरगोशसमा 9]] BREnisation.in Page #34 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (ना.उउउज्ञानाधम्र्म कांग जिहाँ १९ अध्यायन उ: सालम उउपाोकदार उन्नायन्य-उस्को डिधर्म कथाई सांगजिहादशाना नग उदशांग प्रधान न विचार चालो माध संसारक चार दिवाल पन्त ५॥ ना या धर्मका उही श्वास सा उनकी धूउते ननुतिति सम्प्रेश्माकर एवं स्वामी या स्वर्गज अनुत्सवमा रुपनातिश वर्गन निशिकार हो मोचंग जा गड ९ अंगार विचमा भगवती नारावाजमा बत्तीस जारत्रश्र पाचमेवर द्वारएम१. नवाद अध्ययन व इशार सिउदित चश जाननरागसते गडदमाउ वायदा अंगाराचा गर३||१० सोलो | नाता-श्री गम) सभावस्य स अथ जातं ते कोता अध्यखतरखत्रिकीया चागये ११ दघिउसालागुरियाना प्रागमभावस जा-नाग्रागम (लाभाव (स.तेाव) (त. ते भावना रा-एक ना.सुदार. बा अरी शादि ६. एप्रत्यक्ष अर्थ सूत्र सतं नागमभाव सुतं भयं तस्मग्मगरिया नाला Page #35 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वंत Diell R1 सु-गुरुसमीपसान सि-प्रमानातहत मामला 0 मा. जगता-नामपर्यापस्मानाने-लेकर स- सामोरनिस्कपाशातर दाजु। घरक्षा इबर बेभानबरगे-स्थापतैतिहो शतवादी दा अर्थप्रगटकरवरक कसीनो Hदरम्य निसोमवोहारीमासनकही प्रचना घामा नागावजा नामध्छा पन्नता तंजला मुयमुनगंधसिहत सासारा कामास श्रीचीतगणनाक्मही यशाबा जीयदी यायावा न पा सस्तनराशा तारकामा कराई तिही उपदेमी जिविकदार्थपल्पीयावे टिकाय यमूजया थप्रयोयामीनतारमाथाना इनथकारा नावश्यशादीजीगरियकतभारणीथपी प्रभारपनान) अर्थत भाताकतीग शणयगउवणसे पन्तवोग भागामय एगटापछवासतम्सतमुरांब श्राम:मावाय सजन क बंध. र चारप्रकार म पाया तन्तकार) व स्मृत उधापना (द.द्रयरकंध परंपराजय काग-नहस्त्रनाभंगनगाखंछ सुनाव व -भावरकरा याचइतेभारा शतको (धार भागमकता सकिनरकंधे रचउचिपन्नाततंजहानामरबंध सरगवंधेदव विधामा ना. नामनिथापानानिपूर्णकाच सवयीबा सतर्थविद्रव्यखंधात्राागमथली सानोश्राम यस्वंयत्रीया नापरिस्च्यामधवषाणवा भावरवध नामरवण उगयाउम्सतिंदवावधप्रागमउप्रानानी man FRIMEducational Page #36 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नि-तकहब से सा.प्रावधाकाणचन्ता प्रकार ना-नावमश्रीगमन-भदियशरीरपूर्ववतजा- जागवामृतसरीरमति दन्द्रवंधन दरम्यान-सीएप पर यकीनवियताहरथकीवरीचतिजाप्रकारला नोत्रागमथाना कारनाम्यान गगशरीर वनगर गम् उजाव जाणगसरिरभवियसरीरवशील सावध निविम्हण सरकंघ म श्ररक सन्तकि संसदट्रपखंधल:अनाप परषा लाल तंजल्यासति अगितमीसएतकिंतसचिश दवरतापणे तिनको धोकानो हाथीनो नमनुष्यने कि किनरदेवनानात्वं विविध गविले पन्नात तजगत्यवंशगवारा नराधकि नरनाधर्किए वनाविनसठशे म मोरगटेक्साना/गांधत्यणिजिरदे उपभनो से वर्ष में सचिन किका परनारकंटकंधईतातिसेयनाकंधाधनेते अलग-ते रिसावंग्ध मातारगवाध गंधववाघ उसभरवाधासतसिंगिताल ध४ सरे JainEducatchen Suvissicalliratscam Page #37 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चित अ रब अनेकत्रका स्थानगवेन तंतेदेवाडविप्रासी ति-निनप्रदेशीय जधयाध किनभूचितवश्वाधाएगविह पाश तेजहा सुपएसिएरलीधनिप मानास्तराम३४५५७00 संस्थानपदेशीस्कंधाअभावानजन दशनकारतेदप्रदेसीस्कंध | एप्लिएरला जावरसपतरावाध संविधापएमिनाएअमरवछ अनन्तप्रेमीकंधण्मयचितपुनि अर्थतं ते अ-अनितद्रव्य स-अकि मी मार। गद्रव्यमावा एसिगवाधणनपएमिररोधासतं ऋविशतरवाधासतिमीस का यस्कंध पक्षपस्याभगवंतगणीसनायाम-रावे समस्कंधोसनानो घरस्ते तयारखा। रार्थ स्कंधात्रवानाकावटोस्कंध ए दरवंधे भागविहिपगात तंग्साएअगिमरनाथ सिणएम AnEducationparna HOVED Page #38 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सामनाया-पशेमसनानोपारकं. थोपानिजोरकंधा (मिथिमी-मीश्रद्रयरकथा- ना-जा थवागथी शरीर समरवण्यासाएपबिमरकाधासतंमीसएदवरता अहवाजाणगा भ-भक्यिसरीर/व-अनिरिकने दद्रव्यनेतनातिति-निरणप्रका १-१/नं तेक किं संपूर्णमोटरोखंध मरीरना छARया रबड नेमचितवंध पिर भवियमीर वएत रघरधतिविगह पन्नानतंजताकिसण श्र-सचितनचिननमिधरान अनेक प्रका/यकंध3/म-श्रथकिं १ किंक सिणसंपूर्ण/सतेस असंपूर्णसंध पाणत-संध-जलंध वधिअकिसणवाघमाणगदहीयखौधग्सर्किलंकीमणवंध -धोमानारधारी सस्तीपरिपूर्ण जावत उबवरणास अथ । सिणसेए स-अर्थकि कोण सावत्यागयताधाजाव उमभरवायाग्सतंकसिणवंधिशासीनता Pamoga se only Page #39 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवन यत्रतप्रदेसियादिक सी. समयक ही तो समस्तू गु भूतस्कंध किन कसिएराध/साच वदुपरसियाई बांध जाव-प्रांतपऐमि एवं स्नातक तेह नाशकात मायेक नि कम वेधत सामा य एवंसा सूत्र - सि एवं जीवरहीत आदि के सादिकादशितेन मायक श्री. जाधमसी) मसजीवना विससमोपरि नामा तसामा एक कही एउ येते. जीवरहितएतल एरिवंश मश्रर्थक गोश्रनेकसंधते यशितास चातालय कणखाधमकित अनेदवियखाताच दारा हमने दक्तिशसचित अर्थतं ते अनेकद्रव्यदंतन वादिकजीवप्रद- श्री-जा धना / जीवप्रदेश सचीन उदरा मरहित उदरचरणादिक जीवप्रदेश मरित एबे मिश्र शारणतरम चक्कादास नामक व-अतिरिक्त स्-हन्मुखे एम-अर्थते- ते नो नो श्रगम की द- द्रव्य से- अर्थनं ते गर भवियन्त्रारि बरिति दराधासताना प्रागमउदबोध सन द बंधकीय गवियरगीसतंजाएग भ भविय शरिर (ख द: द्रम पशुचा सहज दु· विप्रादमिया) क सिएजी वाहि बुध ॥ Page #40 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गणनापरितम बंधु सेयर्थ भाभावबंध प्रभारी परथा त-तेदेवा/आधाग नानाभागमथको कायानी जागतं. अगवनगउबाघकीvमर्थकोकोप- तारजी NARA राधाजी राधासक्तिंभावरकाधामुगिह पणाततंजर प्रागमउयानाभागमउ तिला यात्रागमयकीमाभावपंधना जा जारगवनई-से-श्रराया.यागमथ भाभारशी परीने उपयोग्यमस्तित- नकीजाणवाशक वधकतरानीपशिखर यासर्कितंभागमउभावबंधेजाणएउटातासभागमभावावयालयसमा पार नसामायकंप्रमुखईबाध्ययनसुहसंपाविहारतमाटरामा सामा मुषनारासिनाप गोमालपतिकोवेसिक्रिया धारिसमकतीअथवा समस्त पुरणनाथायकहीनोलाभतेसम्मयहरोसिनापरित तानातीराहीकोन सावधAमानोपनालववषसमापरिणामतेसालायतनितराव कितनानागमउभारवाए भावावाधातिरच सामाश्यसानिकरउनाल्जनाकारता अध्ययनमा सूअध्ययन सामानकरी. बंधगमा बालिया। धध्ययननी-सुश्रध्ययनास-सुमि मपरस्परसंबन भावाला संसूत्रनमाभावलंघक गोलानाथ Disपरशुन उमापरिरपिंड लिमासाननार्थकरवानासमत तयारसारण पराइबंपरिन नया सुमुक्ष्य समिरममागामणावसय मुथवाध भावस्य तनापरिजन शि० विषय नएक राकरिश्ते घरीगा कर लीदिवान सहीतको..विपीमिष्पा गजला नाराजगना प्रांगण Jangacatalia Gebase only Page #41 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पामीरातलई. (नो. नाश्रागम) (ला-भाव सुते सुत- एस. अर्थते-ते.) त.तेषेधना. एसए यकी ) (स्कंध कतीय लाभावबंध) ) २१गे संबंधाक्रिया सत रक्षा काय सुनतिलसततं नो आगमउ भाव रखा बसेतंभावरोध तम्मण मे एग ना. नामाध पर्यायन- दोहा मध्यादिगव नौकायाणिनिका याता या दिवशषजीव १ का शिवकालीका राना रवाना -मारवा राजिम नगर मउर नहर बार एरिया एगारगाधे। सावंगा नामाधद्या भवति गुणकार्य का निय खवित तथा राशीतिधा उधानादिविनाशी सतीर्थन विषयास पुरादि, जिन निशिधोना श्रासी (मान गायनु नारि कुत्री पुन रग से नीपारी/दिकइटी इमनिष्य जाति मानेर बोकनलोकनास ध श्रकुलानपारा राम ६ ए १ स्ता पशिनेक रुनी परि कुल १२ नगरवधवा तर रासिय पुजय पिंड गिर संघारसमाहास मनापुर व या श्रीनमकता . (इ.पत्र अर्थनाश्रादेकार भूतं ते करवई मासारयामाशरन इस तीर्थ करना सामना योग्गवचन नरवानाम याकार- ज्ञानदर्शना बीरउधि ऊत्सयत्समे बीहिगावात तं जहासाद्य जाग 2 Page #42 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कनि०मास्त्र 4 C सायाश्य-नसत्व अनुमानता मनस्वर प विभो गजनी पराउक अतिगारखा निन्यायम३४ वि-उवधाका पनेरनीनतिन्नसामानवोदर उतरना गीला पुरण सनई नियागेड उसगकरवा५ उतरएखते रहित जीवनशमन पदार्थगाएकरनरीयामायक सकरीशासकरनासडोरगुजाना नारमाहपभाग) हीज्ञानहनवाया ननिविषिरहस भा नियारीनरया विकी वस्या र उक्तिगंगणव्यपरिवतीरवलियस्सनिष्णावतिगिबगुण हलमान शानुपात ध-क्षावाले एमपिडून उमर्थकत्याव-वर्णसंवेपसपिअर्थ! एकेक.पु. मामायककही ह यारण आ-श्रावसन संबंधा -अधी कीवी पच्यापन मरणीसामायबना वानंयनिहार जयुमतसमयेरून योगदाग याधिस्पकर काला धारणाचच श्रावस्सयस्सासापिसाबगवन्तिरसमासणणता मानना चार्य नगरनारा सा-सामायावीस वस्तस्कम नामको नवनिरनिम दबावडरबोरयाबाना प्राणवान उपहन रायाधणयन किं- किस) हारहाररहिननग नेकसि मिनीववव उनजाश्तथा सामाग्यचउवासबउवामाना स मारामज एकत्रिणिकर गरपाणिजित शपथको नानतरमायादिक मारली. 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बायासानाय तबअणसाबाडारिणिगसायायमचाईऐपसाब नाविवरस गणपणनाव जमा कानावउपम नोमागम उदावाहपस चीनवाघाणे कापाताम Forte case on Page #48 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुस्तावावकामा अहवा उवक्तामरहिम्हपन्नात तंजहाशाणुपुर्व निकजानिादा 3-गुनिश्भावीचासावर इभा पऋमघोतिशास्त्राना पमनाननरकुलवी वउपक्रमकडान प्रशस्तभाकप उपक्रमकाबन्धुचवागुरु आ- उपक्रम गरकरीमहमाईम वीरराजीनामा कमकनिय-यथवाधोकिकामनाभेद, शाखा प्रायजाणीनमा नाग्रसविना तिहोमोरोसस्वप वातेहनीपारिन नानामप-प्रमाण वाचव्यताउपप्राधिकापनमा/समता उपमहशसस्ताविपरसवनांक बोलनारायनमश्का कोण अनीसरीसहित जम उपक्रम नाम पमाणागवतव्याअखगहिगामापासमक्यारासबि मास्वनना का प्रा.भानुचनुक्रमाकी शतिधादिवत्छुएकजना नामश्राव तथाफ्नाअनुवा तोसुहानश्वी तिर्थन पूर्वारिकर ट्सप्रथापरुपाडवा सांसारमपचिमादसविहापन्नतातीनामारगुपुदी पासवणाएपछी सामानमा -द्रयनिभानु एकलित्रनाभातु/ जाकाबानुपूर्वी उघउनीसनीयकूरनाथुरण/स-एमा प्रधानवाल्पा गरतापूवीदेवगणबुने प्रदेवनुम्हा रहारपुवीय खिलरमपुछी हाकालागुपुत्री पाउक्तिगपुचीदगण गीमातानसावा Kउंदेवीनामह LEducatternatioal Corp e rsonal use One Salinw.ininailbriiryata Page #49 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भावनीयनुपुवी बोल नामक तेही वी बार क ॥२५॥ मुर्ति पाएं जागरापुविमेागुपु) ८) सामायारी आरपीकापुर्वी १०॥ सहितं फारसपे वाकयानामचान खोना नामानुपुर्वी त-निमत्र यत्रानुष्ठातक का जा-जागरी/न-भविय‍ विवा ान (शरीर प्रभुपु वी से सस्थाननीया मात्यप्रकारे सामा-चा लुपुरी जानुपूर्वी भरणीप्रसस्त महसी मुवी नो सूर्य ४ तथा नमी कीवार करुन यदि पार न जाए न विवार के गामारपुपुवीनाम स्वानाहवदद्वारा पूवीजा २ सिकिंत जाएगसरिर भ शादी ही तितिविशिष्टं हम श्रानु पुरक्षितड-वेत्रकार पाभगवा वार ने मुहू कोराने ठना) वे गणध- त सर्व दतं तसलीम तकि ही श्रासी नातवानवियस रिरवईशाद द्वाणपुत्री 2 दुबिहा पणत्ता उचलिहिया श्राव सांभवीरा आई कहा रमापी सूचिक सनी ने धारी पति था पीयड (तू ते बेमा) - जेनहि उपनिधीग स्थापी मा. ते नाणी से नत्र नेपाने ि जाता आए व लिहिया मेजा जसा ते उगली वस्तुनइदूक. ही त्रागाई मिहिया यं तचणं जामा उचाणि हिया सारया तब का ए Private 1124/1 Page #50 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वा सावकार ने तेहनगमगन से सनसनयुस तकिारण नेगम यवहारल/ शयनापानिध) ना १.परूपालानयनेमत नभतरको नशतायुसारविहापन्नता जहानिगमवहासंगहस्मयाकिताएगमाक्वहाराणा (ट्रावानु पाचप्रकारे पापहरूमानत तसा अर्थस एकभंगसमुकीतना) तब पुरणा चहियादवाणपुछी पंचविहानतातंजहाअश्पयपहरणयाभंगसमुवितण ध-भागानठाईवाडीह थानुपादिकट्रय पाच रस्सनर से अर्थ निनीगम भवठारन अशिपरलीपर अपने कोठिय उभारभावालसामा न्यानतेत्रनगम रगत ते पनमत मोलियर करत याभोगावंदसणया सामायाणुगमम्मतिनिगमस्वाहागण अपय व ति-त्रिणीप्रदेसी/अात्रिणिधारसीच पारप्रादशी) माजावर या उधतेहान-उधारगुश्ती त्यायुधस्नीयानु पूर्वाकहीर- धातहनी रियणाया तिपसिए प्रास्यपुछीए उपाणसए अपवीजावरसपातिएमा नठस्वस्थानपररकानाथारधनुकूलपाको तसअप्सया विकठीण Mainaliticiaryorg Page #51 -------------------------------------------------------------------------- ________________ परगना -मेरमाशरसी यायानुए अमरयानपर देसीयानुअनंनदासयोधात उपधानी प्रवीकरीमियायधनीकी पुचीसावध पएसिए आपणही असांस्वज्जपएसिएआणपूनी अनंतपएसिए शत्रानुश्ती/ एकोप्रमाणु) अप्रासाबारी नगति ननप्रमायापन उग्ररुपएपूर्व गतेस्नीधी त्रायुपुतीपरमारणापागामगारगुहाउपातिए भूमवर नियएसिया शानुपीकही ना जाबशनतम सीयावेषगातेलनी परमाणपुरगउघातलनीषणी भरावप्रारसी रासीयावधतेनी पत्रानुविकल नामुवीकली शरणापूर्वी आनुपूर्वाही नेता शाश्वीउजाळानुन्नपरासयाउभारणही उपरमाणुपाएवाप्रगारमश्वी प्रादमीयतवश्वधार निविधिप्रदेसी था अनुर्विकरी जावत अनंतपादसीयाधणी/ शिमावेधधमानधयानाच्या यावेधशातिह बंधतेतनिधी कमही निधणी उपवनवणनपसियाणपुच्चीउ जाव तर्णतपएसियामा DainEducation a Page #52 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आश्रावन १ परभाति पुगधुगा धरापसीखेशार अश्रवकमासे-तेगणनेगमयतिच्यवहार स्वीकारिय इनिधणीमाणुवी सीजकीयस्यानमति विउ परमाणापागलाभएरणछोरखपणासयारं अवतहयाई सतांण श्रर्थप्रतारण्यारिकषधपदानिश-रागरण -नीगमवयव अर्थपरनी परूणरणाई प्ररूपनातअर्थपट्यरुपया। एनयनाधीन गमरवहाराणंअंतपय परूवएण्याएयागरणगमश्वताराणंठपय पस्व किंकि सुप्रयोजन, रा राशीरा रो-नागमनेरचन श.अर्थपरनीपरूपणा नभोगा, एपनमानयामतरी एण्याएकिपायायएएगोरणममववहार ठपय परवण्याएभंगसून उनुकस्वउकासासवर-नीगमवीचहारनयनेभ-भागानकीरश्रर्थपपररूपण घाखर-छ है। का विषसेतारुपयवहारास्यामश्रले शानुपूवीराक विजण्यावर सर्किताणगमवलारागनगममुकितयारअनिशाणु E nter ForPayates.asonauseonly Miwalihelibrary.or Page #53 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (एक बिया-नानुश्वास उश्व अपक्का उदय-अनानुपूवीरायबरया-भानुभव) भएका 129 विगणहीर अनितलहर अडिप्रणाएपुहीउ४अब्जियाणा भबिश्ययनरागद्रव्यशोगोटतिक वाचवाया -यानुवीय-अनानुश्रवी जोगीसभागार धरणाखा पुछीउ५अअिवसवाईअरचारिणीय प्रणरम्पहीय शथान बरवा-यानुशनार्वाधणयथावश्या अनधि रवीए अहवाविशारएएछीय गारगपुचीरयरअल्वाचिआरएपछी नानानु एक अनाथावानु/- एशिश्न-धनानुपूर्वाधरण उपगाणुपुतीयवाछिटारगपुडिउयाणपतीउप४॥ EPvates Page #54 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रचवाच्च बधार्थनु पूर्वाधरण अ-चवतव्य, श्रवण चानुश अवकव्यसहातिभा गा कव्यपार कर बर 2 वागविश्राए पुण्य१प्रवाविप्रागुपुत्राय आनुपूर्वमिरा, अन्यवक म० संत्रथवा श्रा- बचाउ च ΟΣ (एक) (.) एक रवी व्याइंच २ महवाञ्अति गुउय-प्रसन बराय महयापुर्वी समथवा चावर्ड चनानुपूर्या (श्र-भरत ॥ [ श्रध्य भ वक्रम : धरण 2/ (धरण) व्यएक २ उययव नवयाइंच) ४१५ वाजून गारपुवीय अवस्य १ अ मुक्त पर धरणार गईकर्स. या भागाबरी खानु पूर्वी सोशा भागाकाराने कसे जोशी श्राग्रथवा एकत्र अभानुश वि स्वाति नागुपुत्रीयप्रचलन याच राणापुर्वी • अनानुशय वरण Page #55 -------------------------------------------------------------------------- ________________ aan शावकमक अथवान समानुपूरवाराकञ्चनानु शवम श अथवा - पुरवीएका वाभ उप्रवनवण्याअहवाशविअनारणपुछीपअवसचाखाच४अहवा श-भागा एकभार भएनयूएवीर अवलय अधाशयाना एवीएका स-अनानुश्वधिया (परतुदी बियाणहीर अणुहीय अवज्ञहएर १अलवा अविभागपुची घरमाणापुर घरण अण्णाभप्रदत्तधाराएकचारगरनीराम-अनानुउसीधण तूमधरण अथवा बभंगा४चरणयत्याराही यशाारणपुचीय अवलयारे सवानिमारगुपुहीय अरण अवकपएकरनयना आघणधाराष्ट्र भ्रायणाभरणपश्थिापन्यासु पुहीउय प्रतवण्यअहवाशाब्याणपुरीयमाणधीरपश्यता ॥॥ JBDEducation.insent FarPrivatSambaiREDnly. Jahanw.anilibrary.com Page #56 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अछार साभानुश्वोय.नानुपूवीच अवत०५/सापक एकपबाबई एका एका व्याचा प्रवाशबिश्रागवायगारापुचीयसवतचायं ५ बानुपुर्वा) अ-नानुरळ -अबक्रममा अथवा यात्रा হস্ত ওর स्वाअनिपाए पुछी उपे प्राणरमुवीय अवतवयाचअहवाडि (ध अनानुप्रयो) परधरण यवतय अथवा) या यावरच अनान एक स ण धिणा आएपुवीरअरगारगुपतीउयवतण्य अस्वाअभिआरवी प्रवकमधएग संयोगी यान उयाएपुदीउयचतवयाचटएएमगाएसबेरिन्चासा -अठभोगाति स सर्वसभागरचनई कर्मयोगीयानाए..३खहलवनरहिवसेतोगीयाए ये कि Educationerbocal FORPHINotepornariathe Dily Page #57 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उउकाज U 1130 भागानुका वहारनयनयने ए.एगीयेयो रोगमाबवायनानाभागानुसवीता भयान बहुक्चान३ समाजमोगानस्वरक Man |समोगीयो भागार प्रस्ताव স্বত্ত্বীয় विशवाय सारणामञ्चहागरंगभगसमुक्तिरायणरायाणगमयवहागरणभेगसमा पुर्वी (किं किमु णी रोममध्यावतार) (भागनाका) अयान अयने यनरममावकरी ॥3 ॥ ॥३.30 ॥3 ॥ हितगया।किंपयोयाणं एयारणेगमश्यहागरंगभंगसमुत्तिण्याएमी आणनीनन मायामोमानानुशिवमना नया गानुर जनमझोगीय नभोगाचुदबाउकी की समर्थनगमअवतार संभागानुदेवाउपउनाउ तिने प्रदेशोदिया था कि काशनामतखाचौकरिया प्रारभागा गावदेसरगयाकीरीहासर्कितणगमद्यवहारगिभग्गावदंसरगयार ति (-प्रमाणपुर अनावश्क बेपरसीमा ३॥ सीयरधान ॥33॥ MARAएप्तिरप्राणपुली १ परमारणापाग्गरत्रणाणपुखीर दुपएमिएमवत्र गह वडती २२७५ ४ १ ॥ ॥२३॥ ॥१ ॥ 10 23321 13 का परम नारा for Protestendigrise only. Page #58 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नितिन प्रदेसी यानानुपूर्वा४/ प.पणाप्रमारपुथा अनानुपर्शाषण am याघिमात/धरणात तपुरगल) एवंतिका गीयानागडी २३एसया एतिपएसियारामुपुछाउ४ परमाणुग्याग्गवेगापुछीउपरारिस भागात-धरमार्वतमाकायबरयातिर एy हिवरहकर्मयोगीयारभा-प्रमारगुपान/श्रीन्यानपूर्वाश्रतएवथ एकश्वनर कीयइनएकनार्वाकर ३बरुवचन परमारकरभाषा ) एयतबरेल्वातिपरसिराय परमाणापाग्गवायाणपुचीयारण चारभोगार्शवचति-लिनप्रहे हब मा-तेश्रापुरती सीराक देसी गुपचीय ४रभागातातिपरसिएयदुपएसिएयत्राएपक्षीय अन्धनमा शविरमाथीभारावाराषएक योग पारभागा अथवा प-प्रमाण परंसी) चायनानुए प्रियशवएयचउभागावापरमारणाप्याग्गालयदुपएसिण्यश्रण Educionerals BEESOMEveDAV Page #59 -------------------------------------------------------------------------- ________________ on वनरक.काया रथारभाव अचाहवासकसनामी मायाकची वाहभागादयाउबरमाणपापुदगलका तमनशान जा/तिनेनारसीयारको पुछायaaवाय उभागामहदानिपाहिएयपरमारगम्यायालय एवाश्रानानुश्वा - थमभागोरखाराभारीभरणकात्चाननागपदर्शनमा शवक्तगठभागापरवनीपत धीनारावास गावापाउनका एसियभागमीयत्रगणपछीय अनवण्यटन गाभाणियवासितिभाग इस कि-कोणास समरतारएनल -निगमायगरनयनयामा दद्रमा कोहां नुवर्णयावनिहीवर्तन तुपरी उदेसाया ईग्सकिंतंसमाया गमत्वहाराणसागपुचीदवार Aकोरामारियानी एक याभानुशरवीर प्रमावियासर समवत अनान्तसूरती ससमवतरश्व हामीजसके कमविया योनानीमावर्तदव्यनविषारी करिसमायरंतिकि-प्राणपुडीरावति सामायरंनिश्रणाविदहिसामावर R ESENU BainEducation-inash Page #60 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 2.6 श-वन स्टूबनसमवनरवणे नेगम ववहोरनयभायानुशहीद /मा चतुश्रा अनुभव नमत र गायन इवानसिपई निश्चयरहिति समायरतिएगमतवहारोपाचारणुपुखि हारनामाधि म समबत्सवितो -नरीअनानु मन मनप्रवर्तक ना अवकगाष्ट्र रवी-विध प्रमाणुामानशयपणि नववत श्याम हिंसमोरारतिगाणपुचिरावर्तिमामायांतिनावजय दाहिं ये-नगम मजगरनयनरमाई चानुपूर्णदबा बालुपद समचत रश्व) यनरर्वबई सामायातिणगमववहारागाणाछिरवाशाएराविाढलिंसमोयरंति amanalisadhee रंगा यानानुप्रथा र मालनप्रवर्नरकप्रमा/नोनरतमा सनरततरनमा यनरावय रायमारि रणाअरणरणपुचीदाबहिमामायरंतिनावमय रहिंसामायाँतिएग टूबन विद्यापणितखेमनारमामाटालानश्या Jaindication inma y Page #61 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -द्रव्य स.एकाकीजेस्स-पोतमनजस्थानबरसमर दिन्ट्रव्यएस श्रापपणे यू वारवायापथापाशीना-मानेनमविपराभर पाणहामिपरिणश्रापणाभवीजानाभरातमाटरसाथ REKHA.समान गाणवीरहाशयदवागिक्सिडॉरंगसामायालयबाणिसते सकिन्तुधगम जानकारह पापरुप्पाले तेकर सर्बतार्थनीपरपसापणिवर) कोण वारणतनु प्रारंनी परसतानीप्ररुपणानती समायाारसकितंजणंगमेनवावति पणाततजासतपय पराग दयानुएवीयारिकाप-क्षेत्रष्टयानावाचार-ट्रयकरसका काम ५सा गतिश्रा मिभागई दिकभावकमाविहार पानीप्रमारपॐकेतसुक्षेत्रद्रसफरस २ अनारखानद्राचन्नीभास तकिलो दिनुर्विद्रबारियात त्यानत्पन्छामायण शासनातहातो भाधार तहा क्षेत्रलानाथा कोसो शाकिरण यादवपमारणेचारवलफलमणायकालायनंतरभागनावप्रयाबांच P• Iनगम जान रस -तापटनी/ पापणाश्तकी यात्राएए; सिंनिस्पक्षकानटी राजमती एमकिंतरणोगमववहाराणं संतपय पावणयांशापपुलरीरधारेंकिंग ती विकिस्रोत Sanditation tena PosbraulEOnly Page #62 -------------------------------------------------------------------------- ________________ साउतरवार बनि महो-अनानुपूर्वत्रिणि-नगमबर,शा-अनुवाद र निश्चय दहमराबपणिनियर गरनयनसता बिउनितिनियमाञलिएवंदरान्तिपिगमस्ववहाराणंअगाविदछ। वि-स्पिस संय-अमेयानिवअने ती हिरसिमरव्यागनतर ना-नसंख्यातानठी/ पानीबारक गुरे उतरल किसारवठासारखधामपंतारानासारखधानासारख्या एमजनताबर दौना निगमयवहारनयना-अनुवनिमनिस्दसीयादिकत्रनेतप्रदेसी गानस्तथा सुस्ट्रियनलमध्यप ट्याएव: ममथनानुसचिवमद्रव्याराव वसिरहान शतितावा पशिनिश्व र ताइएवंदालिविएण्गमश्वहाराभरपुचीदवारालाकस्स व तवभागहो कितिपुस सख्यानमरनागहरी हबलोशता कारकत्रवसरिलउदरानंतोत्रमाण में स्यातमभागेठाई शचित महावदार जीत करभागाठायाविविधरभागालाछाप्रसारवभागारावासला Page #63 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सपणासखातामाटा-घणाप्रसपानाभागहासप्रश्वासवाकनविषश्तोनि एकर। अवधपात्रा सबगुरुबसरबाहि वर्ष द्यसुभाग्रहाद्याभूसंरक्यभागमाहाछामासागहाधमांदछ पछस स.सत्याप्तमाभागे न्यूमेयातमी वा सेस्वातामागनरनियर जोकनर रघवा भागाईपणीपूर्णधएका से-सोकनासंस्थानाभागकारियनहन रवछहभाग्गवाहाछाप्रसारवहभागवाहाद्यासक्छसभागसतो श्वोकनासेमामाभागनरवियरपोरणेहारंपारीक केसहाच उदाजाप्रमायाचितपुशव वरसमुतशतएरोवेवबरहरकेवरसमशतकर खेधतोश्वन्तवसस्तर नो.vems) निगरश्शाचतपावरबधमानुपमा प्रयोटापामारतिनि शासारखजेरुभागस्थाहाछासबालाएगहोद्यानापोदाईपाव स-सर्वलोकन निगमबहारन एनमत RHMISHRA (विषाताई समपातमा नियमासहालाहाछागमवहाराणं णहीदवार विनाकस्स Jalindianrator-ine Page #64 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Bol रात्रसेवा प्रभागो • से. लोकनाधरण से वाता भागई विसर नाई संभागोराभागाहा। सोखाद्य सामा - बोकनाध्णा श्रसंा स सर्वधावनाविषए एक इव्यप जामरी/नो संख्याता भागेक भागन विपणि युद्ध गुरुडतरकरबई सामा जागर होई प्रसंगवामभागमुराधा सावा हा द्या एगद पचनासं खभा य असे स्वानमभाग बनाघरमा समातम भा विषर नहो ஓ -79 लोकनावरणासं गाराद्यासंभोगासानामुभाग सुहाना स व इयागना धरणा (पज्ञा नि-निश्वर्य भागना पा नो. सर्व लोक न होइ एक प्रमाको एक प्रमाण या सुभागमहाद्या नासहाला हा धू] नागा दहापूर इनियमा सहा Page #65 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स-सर्वलोकमविष श्रश्रयनमध्यवरमानारगनो नाममनाया-थानपूलद्रव्य जलाक प्रमाणाभ.पुयाधतपणभाउ नयनमनई स्यामा पर्यायानपारे 1ो.लोक नह साएहोछारावंअवरागवाणिविणगमव्वहाराणसएपुचिस्वाला कि कास्यसबाजामा कु फरसायातमभागरकर लावनाघणासपाता) तिमी लागनकुमार म्सलिंमारवछर भागफुर्मनिअमारवधश्नागंफुसनिमारवायभागफुसं -लोकनाधणभ्रसखातामा सर्वोकनफरपुराकपा राकट्यासियपुबुखो लोकतार बोकन हिवगुरुउतरकर उसेवातम नापासणनिअसागराशाभागफुसति सबलोगफुसतिगरबा नालागस्ससाख फुपरसीरमार बभाको सेवातमोनागपशिफरसई लोकनाधरणाला भाग पारिक नघण सखाता फरससखाता विभागंवाफनिप्रसम्वधर भागंवाफुर्मतिसंगवाध्याभागोनिअसे U Jainiducation international Page #66 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तानागपागपुर करस्पई (सन्सवेलाका पानी निरवियर falke.सर्ववोक) फास नगम वारनयन छवाभागफुतिसबालागना फुसंति नागारबारे पच्चनियामासलो (अभाना नुपूवीद्रय) पुपुबाउन द्रयप-नसरीना। नपारवाडकरावई फुसतिाणगमश्वहाएरणेप्रगारगुरियाणपुगएमादपदुचानास मस्वातमरभाग-रसायनोअसवानिानागारसाना-बानाधणाममाताना नो-बाब) नही ए ममारगुपएफ फरस्पनरी रिवार भागंफुसंतिमेवघाभागसंतिानासमभागूपुसतिाना नोधरणात्रसयाताभागनासधाकन नावणा-यापासरी निनि 15 फरसञ्जमा फरस्पनरी मुयारीपूर्वयोवनस्य पाणीपरस्पश्नही प्रसास्वाभाम्गफुसेनिानामहासागेफुर्मतिनागावापानयमा भाट खैशलमाटा JainEducationinemmionline Sniw.aimalitinurvDIA Page #67 -------------------------------------------------------------------------- ________________ an अनेर एकड्यू प-या सर्वया e-PARAS एमय प्रवक्तामरखेप्रदेसी पविनानुभा भरवणनिगमः१यवहारनयना) साबंध दयानपारिजाण करिश म त मचलेगंफुसति एवं अवतरगदवाणिविभानियवाणियागमेश्वहाए या श्रानपिका-का (कोकेन समड उतरूट काउलारतीसरीजाजतासको गरपुसिरहाकालड़किचरेग्होतएणखंपाचजहराएका जसंस्वानोकां मा.शासनिनीम-सराकार-इमदो-अनीतर्यात्र घरणाम मरासेपारी जान मयं उाकारसरणं प्रसंसकारे नागादवारंपनियमामवहारा नीपरिजारपना नाम यावश्र्वाट्रबरका कारकितलाकास्त्र-श्रातरवकाला मवारनयनरमता मानुपूवीधावपूवीइहोरहरी एवाहालिविणेगम सहाराणंभाराविदहारणकालाकाच्च |nym JainEducationistermatonal FEL E ApersonalitDhEOnly Page #68 -------------------------------------------------------------------------- ________________ यो एक सरी अमरतासमयाउ उतना बलि माघमाट्रव्य पत्रासरीन एकद्रय वासरी मज/एकसमयो 3-उतष्ठरस्तावनतोकालरसनाधणाव्यतोवलीस प्रणा (दाई नया विदवाणं तरारानशीन पनाण्यास अतराहाधारावं पशुचजहानणेएईसमयं उकोलणं असमयका कालान होरातमाया नयी-ए-निगममनगरएका अनानुदिइमनो आजज-यम-समयाउ उतष्ात्रामा कालचकी केतलेसरी अमेवातावरतलामाटरतेत्रमागराधारमा ध्यान महोइनमानयनमा परालयमत याताहा होयएकोपीलीयरतानकामना अस्तबलनाणादवारेपनबितण्गमववहारगवतव्यदहाणा वधना काकाधकीनला प्रोतरोहोरराराकरीत्रामपए-एवमयो/ रायाजानमालयातरापाडावस्या माटतोपदेसीयावधववी- प्रकारची उकास तारखा अकविनिरंतराहार एगदाजहान्तगएकसमय उक्विाासणं घकालना नान्या नाना जोखप्रदसीयासदाइजू ने गमध्य यात्रानुरारमा वहाररतयनसत सासरीलिए तरोन्छ। शादबारे इनलि यथीतकालनाणावापानतिराएगमयवहाराणाशीदना मितवहार MEANSाइपरचनकि की कतला भातराहोर रामारी पाकिसमय AnEducation. i mationind or PrivateSPatibtE On Page #69 -------------------------------------------------------------------------- ________________ urn स आरणपूरक फतवई किं.कि.स्टोकन लेखा रायसवातमाभागात) संधिसासंमानभागरतो विविदयानहन भागमभाग बाम्तसंहारंग काभाग्गाहावाळिसाखभाग्गाहाछाअसावध अ-धाअसंयतिभागहीरो .बात लोशिपष्पाअंतराहि-तम्या भागइनहीं नो असंथानमा लागी इभाम्गेहाछासारवायसुभागेसुाहाछा असारवाद्यभागेसुहोछागायमा जोधणा मेयाता गगन विपरिगनरोशन विश्वन-पणत्रसंख्या मन उजनिन प्रदेसोयादिनरादा सिकपध्मनसर्वश्रानतरवांद्रवातसि ताएभागनरनियरहाएतए तलाभाय चुनारळीनासोरवसरभाग्गाहराधानाअखेषभाग्गाहयानासावधसभागसाल अवरूपमएबथको नाशपूट्रयसपासीरवारपवया असण्यानमड्यापहे तोरस असंषातमा गुणबई सवबापाठिवरउत्तरमहाखरपथनात एतत्पमाटोदापना पूर्वाश्रवक्तवाव्या शनियमाप्रसाखासभाम्गाहाछामरणारगुहादहारणे एखाअसामी ॥१५॥ Educationaldern FarPrvi &Personal use Only Page #70 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सि-बाकीभोगोमुकदारागयवहक्ट्रपणिश्रनाउपुचीत्रीपरिजागाने गमावा .भानपूर्वाश्या एक असंस्थातानुभाग यासंबद्धकोवलबद्रसेखातमनग्नातन लघर गुइभाम्गाहाछाम्सासमुपदिासाहराएवं प्रवसवगदवाणिविखाणगमक्य (आकारणकोत्सारी भीमाल किस भावहार असम विवाहा कन कमाल हाराणंभारणपतीदवाकयरेमिभागवाटाधाकिं उदरएभावाहाद्याज वा स्पारावनाभाव रटोह प रिणानिवभावहारस सनिपानि पिइसा | सउपसमभावा भावपणिहरु शाहिरी चममिएभावानुए भाववाउचसमिराभाय परिणामिए भावा पा-सम्भावसजीवपरिणाममराव -मुबानयागबनमाल-तिथति प्रजापरिविक्रमजावा भावनय हाशानियमासारपरिणामिए भावग्हाछासम्हालिविएएसियण नयमत BESomain numelan Prasoothi Page #71 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तु युवताररए-या-शानुसूचीटा । अनानपूर्वाट्यार अलगद्रव्य एउपाहा भाताणमगaaहागणं प्रगाविस्वागअगाडिदवाणं वनगर र दुमी प्रेदेसी स्ट्रयाप-प्रसाधनेला कागदोएकी अर अमबतकरीकरीयइविकर) वाणय दबट्याएपरासत्याए स्टयाए परामटयार कयारयारहि तोरण उत्साविषकारकनधि, गो शुसासवेशी-निगमापवहार अशाणा सवा करतरकताबरणेतमजोनयनरमतरी बाबतयावानुल्लावाविमासाहियावा गोयमासचाधावागणगमश्व अहमद-माथरकरीए गराणअन्चलबगदवारंदवल्याएराणएविदवाई रबरयारवि . जसनेप्रदसीयाधधाकासस राथी ॥30 Eesti atid SEPvatiothaLEOnly Dowanalibrary.org Page #72 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Jain Education या-तेहथका आनूपू दयार्थवई समाहियाई उपसा पुछि।। दद्वारं दब ग्याए उपसारा गुणाईपएसच्याए (स-सर्व ध की थो अपूर्वा द्रव्य नि.निगम व्यवहार जयन‍ मन विजय थैंकका -श्रमे ष्यात धूमामाति जेन वा प्रदेस होशन पुण वेष प्रदेसार्थ अपरेसनथी नामवहारासावा प्रमाण पुद्विदवाई अपएसट पाए · तेहथीन प्रदेमार्थ ) (नि.वीमेषश्रीक आतीचानुपूर्वद्रिय पदार्थई बराजदारण पतिव्र लग रब १० सख्या रा मायावत जगदबारे परामरयाए विगम साहियारे आपुडि स्वाईपसस्या अनंतपुरम- सर्व निगम बहार दुद्रमार्थ व्यावे. अत्र नानु द्रव्यार्थ द:मार्थमाहो माहि धरको गधी ए तिवा (स-वक्त मद्रव्य) नयन इमनः उरनी सार्थ निगुणाई मिववाहादबारे दवटयाएपुच्चि Page #73 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ॥१७॥ प्र-प्रदेशातुमधन यवत पार्थधकीविसे याधिक प-प्रदेशार्थ विविषअधिक सत्यकीखा श्वाई खन्याएपएसय्याएविप्लसहियारंवशागदहाई.पणमा तत्थी यासापुराक्ट्रिम ट्यर्थच असंखात याण) ठणएविसमाहियाई-प्रारमुपुहिवारंदवल्याएअसावगुएरंता मातरजथानुपरविद्रयप्रदेसार्थने म अर्थतनेरणीप्रमप्रर्थ शो निगम अवगर। तपणानरातलामाहाजनन्तप्रदसीय कारस्थनुमते नयनरमजान वोशनलमारी अनंतपदेसबमामाई snaपरसल्याएमएतएण्णारंग्सतंप्रगमासतांमागमववहाराण प्रतापमनिधिद्रयापरवीन बागी हिसायनिंको सेनयनउजवा पाणिवाशेषनयाला वग्रहतिजीनयभामतनामावदारनी मातोशावावधानोपाताई, कस जाणिहियादवाएबीलासतिंसंगररमाणावणिहिया mon Page #74 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दद्रमानु पंपांचा प. परु तं तक बताश्रर्थाद भ० भोगानुकीर्त अरिवर पूर्वात्तस्प रह उ वापरपणा वाणपुत्री २ पंचविहरता जाण्यायनं गममुक्ति पद • भागानु प्रत्य से समवता प्रमाण देवाड बुडू रस माग्नु सात परमा इ पुरवादिक माहामाहि व सम सत्र से मंत्र चनार अनुगमनका किंत को यही पर परणा ने करी या भागावदसण्यास समाया र प्रगामासकिंग संग्रह स्ट आजीनं श्रानुपूवीप पर भार प्रदेसीया बंध हाथी कलीर पागल - तिन प्रदेसी यावर • श्रानुपूरची हीच हनर परपचण्या तिपरागत एसिया आएपुची नागुरुरवी (ड-बेप्रदेशीयास अमल/मत्र से संग्रहन · अर्थपद र्थतं. तेयनरमताना परपरा संधान परमाणुयाग्यग्ला पुत्र परासियान समे गहर Page #75 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ॥१८॥ • श्रर्थपदनों पर १८] परुव गया एयाएर संग रस्म अप परुव - संग्रहन/साथ पदनिपरुपण संभोगा कि किनबु की कीनर न - एणीये से.संग्रहन नमत किं-किं.स्पुप-एएगी प्रयोजन या एकिं पायाय एयाए स. अर्थ की को (सं संग्रहन बन एतं ते मत संगरस्म फ्यपरूवणयाए भंग समुक्किनयाकीर इस कितं संगहस्स - भोगानुत्री कीर्तन - बा०यापुपुवी / सव-मनानुपूर्व सन्तश्य-श्रवश ए अंगसमुक्कि भरण्याए२ मूतिप्रापुवी १णापुपुवार भूमि श्रथवाहनांटिक संयोग या चन्वर/ सन् श्रनापुपूवीश/ स.प्रथमा - वह श्री - श्रानुपूवी भूक हड़ बर श्राश्रानुपूर एवा मित्रापुपुवीय पुत्रीय भूवातिषपु ॥३८॥ Page #76 -------------------------------------------------------------------------- ________________ या अनाव अपयश-अथवा बनानुपूरवीश्रयी श्रथवातिवा ११ PA .कीर्तन अवतवण्यअहवाअछिमरणरणुपुत्रीयअवज्ञवएयग्रहवाबि श्राव्यानुस भामा-भानावी प्रयतयारि भएरासे संगुलनयनाचणी जरासन अपचननुमाइतमाढ७सापतस-संग्रहम उच्चननमाऽनस्तमाडायनामाइन प्राणुपुछीय अाएपुवीयमवतवएयरत रायमागासवसमा ए राणीए) (संसेग्रनय भ भागानविकीर्तव्य किणकि पुष नड्मतर प्रथाजन स्मभेगसमुछिनायाएयाएसंगहरसभेगममुक्कीएण्यारपियो 5०एपीएस सेगसन कोकी/सन्यर्थदि-ना जाते ते यणंएयाम्यांसंगहस्स भेगसमुक्कीतण्याएभंगरदसण्याकीरशस सप यनरमगर dainEducation in FILENapalise only Page #77 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संग्राहलयन MB सं-सेपठनयनइमतभन्देखाउठते ति तिमप्रथा-श्रानुपूरोप-प्रमाणुयुद भागानुउतरकहदसीया) गअना कितमगहम्सभंगारदसणगाएरतिपएसियाशाणुपटीपरमाणुपाग मनाए चप्ररसया०प्रवकराएफसयाणायाभगाएग दवाखरप्रश्वातिगप्रति 43सीएंधनधारा रामणरापुंछीदुपएप्तियाअवलबागृहवातिथएंसिंगर प्रमारा प्राधानुएररी अथाानुपूर्व अथवा तिशीनप्रदेसी पारसीवर्ष पागलायारपुपुतीयभागारपछीय अस्वातिपएसियायदुपएप्ति तितिनपान सवा मण्व पु प्रभाएर दाउ दुवप्रसीजयन्धनानुपुरी अनाप अवशयकर, यायप्राणुपुछायअन्तवण्यग्रहवापामारगुप्पाग्गायदुपएप्सियोराणा मियाधातुप प्रसीया मारणवा कपरम ३५ For Private Pagalba Only Page #78 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रानमतह पृथवाहिवइतिकसेयोगीया) • पृ-प्रमाण पा-पुरगव प्रमीक अनानु भागादयाडबरतितिप्रदमी पूवी एवारा जचतवएयअहवातिपरासियाय परमाणुपागवायटुपएसि अरसय मतेससंगून संभोगानुदयाउछ याय आएवीयत्ररणागुपुतीयवज्ञवयम्सतसंगहस्मभंगारदेसी समेकि०/ससे ग्रसन) से समता से सगरमानानु नामानन्द्रा०विहांस सपना जिरायनरमता) रसमार ताश्वत धारालासकिंतमंगरस्मसामायाररसंगहस्मरणचिदबाईकहिं मामा कि किसुश्रा भानुपूर्वा मसभवानराव प्राण नशधास्वर यस समवहार बनवि) मनरावया ए रा शास्वत पर यतिविघारगुठचीहाबहि समारंतिप्रणयपुतिदावाहंसामाराति अव परवी Banner W ainly Mishedtimona Page #79 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स.समवतरचनेसं गूर शिषेपबरहिरहनयम पुरउतरकरबर मत -प्राधातु पूर्वाद्रव्य nyo बनरावर नगराहिंसामायरेतिसेगहमाआएपविदवाईअाएपुविदाहिं सन्समच ग्ना०पणिन २.द्रव्यनसानसमा ना अवशव्यापन तारइसमा ही अना) पारसचनमावर वशषपरिषद चाइ उपवासामायतिानाचगाएपुहिदाहहिंसामायरंतिनाप्रवतरगहाव सानसमार. रा.इमदो.. पूवी सन्यापण ठामश्नासरतेस समक्ता स किंम्पते इनमावबेरअनानुवरसपान्कसमा समाइरसभारवर अनुगमेनकोणता धयशिश्पणियन। स्वलीनुगम हिं सम्मायरंतिएवंन्दान्तिविसहाणेसमारतिसतंसम्मायारेसित्यि नाभावस्लिपपना कहबश्यागबबश्पणीनचम-से-तंत्रानकाररसद्व्य नाप्रमा नामावलिपपुबा अमबहतपूरनदीचाठदाउरण तापना पखस्युरु उतरीनवनी अरणगाम अटविगहे पन्नाननंजलासंतपयपरूवरणयादवपमा Echat FeptuantPramonitDIEDAll Page #80 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्वानुवादिकद्रव्यकत की कतरणकाचातरउपफरभा श्रव्यूसराहनससंग्रहनयनरम) ज्यनश्मन लाशनरहर कुनकताअन्पोअन्पकनम्रभागाभापहननणी न शत्रफरसर४ विंगबहान एचरिखतफसणीयाकाम्बायतरंभागभावअय्यबहनबिसंगहस्स सान्यानपूर्वाद्रादिकिपुर नानसिपब्यापनशलि वसपुरुउतरकहरबानबहराइमरी. वाय नानुरवी अवतरएपणिशतित संग्ररनयनश्मनः शरएपविदवाईविंशबिनविनियमाप्रबिएवंदरान्तिविसंगहास नि.निशाइबदो ल्ननाकि किसुसंध्याता दि. दिसुसेसमा भान्भागइराण उपूणिवतरपारण जो-पोवनशेतम) शा-यानुपूरचीसुधी भागरतोई प्राणुयुद्धोदेचार जागरणकाग्गाहाद्या किंसाराभाग्गाहा प्र.असे खातम भागरहोत्रमव्याना से अश्वाधणास यानानास एण असताभागकर असायनरनवताकर शाअसंखसभागाहाद्यासावाद्यसुभामोहासावधमुभाग तमा A dSNEducation ination PMETRamonalimes viowanalibahhion Page #81 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ॥४१॥ रामं सर्वलोकन स| करबईना-से नोए 5. स्यबराबर बद्र गुरु व्यानमरभाग द्रव्यप्रथमं दादोन मर तानमा सर्व काबर नही तोसे न मरभागर ना सुम्हाद्या सहग्ला ए म्हाद्दानासंस्वभागाहाद्या नोकप्रसाद्य भागात तारा संख्याता भागनार ना. धरणाष्याला भाग निश्चि सर्वबोकन नहो प्रणित हो मदोश्रानुपूर्वा विसरणारी शाना खाद्यसुभाग्गोद्यान से वलव्यपारी सर्वलोकन रावेर वा साराहा था एवं दान्तिविमंगरुम्स आदि दवाईग्लागस्स किंसं भाग फु-फरस्पर संख्यामा भागफरपुर .सं.घरणा संपात मोभाग फ-फरस्पर हाई भागंफुमतिसंवेद्यभागंफुसंति संवये भागा। फुसति प्रसंस् सुभासु द्यानियमा मद्य सिम वापत मतानुष्टर बोल काना किं किंस्तु स सं गुरु करवीद्रव्य नयनर Private Personal Use Only Page #82 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्उतरता रखी मान, संसलाकरसीवर नागकनोसंव्यातभाभागमरमरनगिना जावतसरनी वध सध्यातमा सिध्पेशवापुबगुस्ठतरगकनोअमेपालमाभागपागाफरमा श्स सर्वतोमन भागका रनरी मकई शुभागसतिसालागफुसतिानासारवधरभागूिफ़संतिजारनियमासा राममानुपस्विका-से- संनयनरमारियांचमकारकापथहडितलाकामा पशिप्सवीलोकनकरससबाट सिम्यश्खबरखास्तत्रापश्खाब उपाहार४ माडौंठावालागफुसातवादान्तिविसंगहस्साएपद्धिदरकाराकवन्त्रित एभदा-वधानानु विठोबारशसपरबन काकावथमा एमवहाहायलबारस्पणिस रस से गहरनयामतहानलोकाश्रोता टाइहाई वपूर्वट्प नाभातरी/ रोहोरच शसिधे हातिगोयमासबहाएवारन्तिविसंगृहस्सपछि दवाइकाल एतापबश्युरउतरकर जनपीमायो एमावेशनानुनी यावत पर नापणिना सरामधीश्रावस्यसिस नुश्वारियरकपनरमेय होरमारे नयनाधणी राकरितां हातिनगश्तर एग्दाणिचिसातस्मशाएप Santictiona rical Won.janarmy.org Page #83 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दवारं कालकविरंअंतरंग्यातिमिरं एवंादाणिविमसंगहस्म मुदोभावविवेजेएनधासरीस्थिती नक्तंबाखेड्बनके विकीसुसः भा.भागश्ता करखमा संग्रस्नयनरमतभूधाधानुकतममा भागनरे सेवातमई पूर्वायमण्शनान प्राणुविदवार ससंदहारणेकेद्रभागाहावाकिंसारवछरभागा श्रयसखान भागोईसरवणा संपातमरभागरता जण असेख्य तमभाग स्टोर उतरवतखट संसंरग्रभागम्हाद्यासंघ सुभाागाहाछामारवाइसुभाग पना सेव्पानमभागश्तोरनी नानखातमाभाग रमाणानरोना धोरसे पातमा पाणनगेर मुलाया नोसारवयभाग्गाहामाानाअसारवाईभोग्गाठायानासो (इसिम्पबाजरण uul aanticaboutinema Forvival a thEOnly Page #84 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 11 नो असंव्यानाभागनोनि-निश्वरतिनीजनभागीरबलोकनरभा: एमदो-दूभनान०१७ ५ गातार तेरतलामाटानानुप्रिव्युत्तारअनरण्थीतीजोअरवपत्त्यरएबीपरिणसवस्ट्रयनावावर बापूवीतमाटतीनोगसंग्रहलयनोधणीएट्रयनराककोजगनीजदूरभागरसग्रहणाद 133२५बरतेमाल वाधमुभागमाहाशाानाप्रसाधनागाहाछानियमातिभागिाहा ए (भयनश्मतः दब कसर ना भार यामा नुर्ग पाएवादान्तविसंगहरमाणपुर्ववाश्चरारंमिभावहाद्यालिंड ५५८ ب २.१५ 13२१५ ر یا رب KENERPENKENARE یم کو یا بد کی بو کا الامم ا दरभावाहाछा॥॥उवममिएभावाहाछामारवाभाविहाद्याशव स्वसमिएभावालाघारिनामिएभावाहाछा मागायमानाउदा محلی بر HELLENTamalinical For PrivateSPEEsonaliseDnly: Monwantibrarycom Page #85 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४३ भाचेाहा। नोउव समिएभा वाहाद्या नोवर एभाव हो । नोखरवस (नि.विश्वसा (प्र-परिणाम साम्पा बहुए यादिवर मिएभाव हो। नियमासार पारिणामिए भाव रहा। एवदान अव्यक्त धरण पाणैसाथ संरुन नोधा ३ नाके को मान रातमाटर श्रम बन ही नाम र सेत पबनपीचनानुश मि अयसे संग्रहनयन अयनोच शि पत्रानुपूर्व ते रा रानभवता - मनसे 1 दिए परिणाम कंबर मान बह अण्णा बर्डनश्चि सितं गाममेतं संगम सतंप्राणामि हियाद दमानुपुर म. प्रथकी उपरोधि पाउ कोणतं. ते टिपसमा श्राकाम छाएं पुसतं आणा वणिहियादवाची बास किं तं स्वारोहिया द अ· मनोमविधि ॥४३॥ Page #86 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Educato वि. तिनका प· परूपात पु· कमर प· पावरले ही रनिनभेद लेकरुइबर कीमती रण- बहुची विसरतान भ्र.स ने की सुखी कारा चातिविज्ञापन्नतानं पुन्हा पुच्ची वा पुत्री स · पुरावृति कोशा उतर कर बर ४० धर्मास्तिकामा अर्मा का चाया. जावास्तिकाय हवस गपक मरकरी एश्वधि कालेका (यहानी. ४ पुर मस्ती का कित पुवापुरधम्मनिका एअधम्म विकार जागा मलिका एजी वो: पुद्गलास्तिका ५ आ. काय ६ (ग्म. य उ-पुनुर्वास तेत्री पपला नु घते. ते कापुरबरी2 चलिका पागलबका समर सतंपुच्चाणुपुच्चीस र्कितं प • कालोपुलस्तिका ५ स्तिफा २४० से. तानु से पूर्वपद्यानुव जा. जीवास्तिकाया कालिका धर्मास्तिकाय पूर्वा 3- सुधर्मा नं. ते द्वाद्वा समजावधमतिका एएसने पचा वेधी अन्य रिमना पू पुढीस किंत म Page #87 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ||४४॥ एचएर एककाएकरकबूतधारीख-खाबानाकामाजीनार कादिदेश्नर मजा-पामाजीतिए पाकीजतिवार9920 गुहाएयाणवएगाश्याएरातिरियाणगड्गयाएसटीएअन्त अधनोत्रम्भारोमाहीरता प्राप्लासकरियाबायनोउबरनेरगाएते कि, मिरवितीसगचाकचोवीस पचरसाकररबकोने २० एकरमपुरी श्यातिवित्रिीणि मन्नमाासादुरूवाणामातगाएपुढीमाउरिणहियादवाएर गुणीरथारदातवघारगुणीस्थानातचउडीसपोच गुणगावात सुनारकामवगुणाकार। (की जेनिवार २७धारनेमणे एरणीश्थामजागरातहमातिर उपजाणिवातेमारिताप्रपमरपोप बारकावाप्रती एकपगएपुचीनुबाको नांगाश्ररणरणुएबीनो महीनुशायरी पारिदिश५२13 1 १२.१०२०१५२१२॥ १४१५६( बाबरपकदीरा सिमशानपान अनानुभूशीकरीयरपमाउ R४/१२/७२°धाश्तेमभप्रथमापते २/शवरमा २५012020 वानीस्वना देयाडरवरमपर एएस्वरूपका डीएसेमारपरुपतेअनानपूर्वाभारियरतेश्वरपमा राती) योगधागबिपरिवाइम नानुहजिथवा उपनिधिका बेद्रव्यश्रानुएनितिन प्रकार करताथकारयादतिवारत पूडीवपुर्वाधनइएकरूपते पवारणी जरमेधसर्व५१८रपतेचनानुभवाउम ॥४४॥ SANEducabortinian Page #88 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोरगत तो (स्त्यात तेकर (प.पूर) (प-पगनुपूरि अनानु पूर्वा स श्रृथकी (बछ (गपुरी बी तितिहापन्नताजहापुछारपुपुहीपगरपुपुहीराणुपुहीमतिंय पूर्वाधार -परमाणुपुदगला द देशप्रादसाकवंधसंख्या प्रदेसीवधनारता पदसावयासेपानप्रदेसीकमा ए शनत प्रदेसीसघाणपकी परमाएपोग्गावपरसियरवाधजावणंतपसारग्ध पुनपुनीस श्रीपापसाज-अनंतपरेसीका सेयानमद.सीकघरसपानप्रदेसी वर्षा कोणा ते जावत दसपरेसीजषेध बेअदेसी -प्रमाणुपुरग सतपुडाणपुत्री मतिंपबाराहीअरणेतपासिएखाजावपरमाए एस नो एप पखाणुपुरी गस अथ की या प्रमानुपाए रानिवार एकत्रादिदेरशारत-नेताना पारगारम्मतं पडारणहीसिवितंअरणाराहीरण्याचवएगाश्याए सीरगनाते Educatiartoon Page #89 -------------------------------------------------------------------------- ________________ लानु | -एकेकाहारलोग गवसमत सकारतानाणनश्यमानि राण्दलथादिरस्मस नाघाइतेमाती अत्र हनइगया-याभियो ख्यातासेपानाजानत अनेतानिश्रेणिनिधन्य। २एकप्रथमस्पताल शयमारीमातिनासकरीरासमशुगोशातचनेतानुसातेएरियाण्णतगरगयापासढीराअन्तमन्त सासादरुवाणासपा निमुराधरुपतेपबारशएरररूपठणासपसर्वश्रवा सेन्चयत तहद्रबहरमनसि च । पूर्वागतनामुपस्वसि-मथते तेउउपनिधीदरम्यानुयला Aee.maasu31४1cietक काया नि गारगुहीसतउगिहियावारएपछीसितंदवाणुपुछीनासक्रित उस क्षेत्रानुपूर्वी डावप्रकार:/पस्यार्वतकहरवा.) उपनिवना भनिधिकारात तेचे महिला परवताएपुधीर दुविहापन्नवातंजहा उवणिहियारोणिहीयाय उपनिधिका साद निरोना-भ-नापमान कसा लेबे प्रकार लापरुपी तबणंजासाउवरिपहियासारयातरजासाग्रएरोवाणिहियासादवि aurun Easationtentional Page #90 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तेषारणे नेगमरव.ववहा) म सन से अपविणे नगमायवहारर अनापनिधिका नयनरमननयनाते ते नयनरमतर हातजहाण गमववहाराणं संगत्स्सयासतिरगगमरवताएगाणी तापाच (प-परम्पी के तद अर्थप परनी पर भागात वएिरियारखचाएपुचीपेचविहापणतातंजहाअठपयपरवण्यामा भ-भागानुदेवा) स.समभवता). अनुगमा अथकी अर्थप पर जाणतेपनि भंगसमुक्किलण्याभोगावदसण्या सामायोआरएगामासकिंती जतिनकामप्रदेसमाविबनवणारही यात भा/आवतय प्रसंध्यानाप्ररसी उपरिप्रवगाहीरतिया पक्ष/तचनुपरबीननश्ननेताशकासपरेसोमा ठपय पर वरण्यारतिपएम्सागाटेाएपुठ्ठी जासूसारखधप U Page #91 -------------------------------------------------------------------------- ________________ g अनाना एकत्राका वियर -अनावर बाकामप्रद विगने नितिनिधाकामटेसन सप्रदेसनधारहाणे) सूर्गमनवैवश्नर विवझुहारश्रगाहोशंगट्रय गारीरहियाप्तवहस्त गाद्रबोधण) सागरणाचीएगासागार असारणपबीरपणासागाटोमवमवयापति सानुर्वाक हीयश्य-श्रव्याताप्रदसनववर जुदा त्रा-नानुसूचनि गानाधणाद्रबावधारणा पणसागाढाधारणपुछीउजाउमसावधपणमा गादाणपुछीउगपएम्स ए.एक कामाकमप्रदेसन विष हु-उखाकासप्रसन करीयर धन-निगमवारश्य अर्थ परशरगानीरह्याधरणाद्रमतेपणाविष्लदारवगा। शनानुर्वाधडीयाव्ययायानश्या वक्तवतएनयनरमन गाटारगारपुछीर उपासाग्गटाच्यासतानगमरवहाराश्य प्र-पहनीपरपराएयण-नगमश्ववहारशरथपना रायणनगमष्यवहारशा पदनोपरूपरणाराकोरसप्रधएयरपीस लीगम नयनरमना (याजनयनरममावन लारना पस्परुपण्याण्यामववहाराणंठययपरूवयाकिपउयणएय SSEducabonditio ForPrVIHEREmonalise only: Page #92 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एगगमवहारागञ्पयपाण्याएभंगममकितण्याकररासवितार श्री.भानुर यवतम० इम-निम नानुस्वार हत-तिमजतेथीटइध्यान नारम्भा गाकंघासाठी मूववहाराणभंगसमुक्कितरण्यारशियारपुद्धिचितवजह निमजभोगनिदबाउवात-निमजसयोतान संजोगीतिकर्मयोगीसर्वभागानईखतीस FA ध्यानुतावानीपरशरस्थानसमावर न तिमनक्षेत्रपायानुश्वादिकना२९भागात भाजा नागरी जाणवा बहिठाता विमापार Amयातचममाया। एस अथवी नापान नेप्रकोपात नदेवाश्यमनी पसुपनारक से गोगा जानिगम हात त छ य ता उनीप परपणा मानस सियासको अनुगमे नवविहेपणाततजहासंतपय परवरगगॉगहाणगौ निहितानास्तनियतनवरं उगाटामाणियवाभागावरं मायातदेवसमाया FOLDER Ja n elteraryuary Page #93 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (असमानाने नासिंव्याजानतीना। एरवनानुभवांद्रयाविकीपन अथवानहार प्रवरा भादावेचनानु सानेगम/ अERIESमद्रय२९पणिपनमत अ-ब उनतरकसपूचीदाश्व्यवहायवहारस ववहारापरलतारणहीदवाई किनिनडीनियमाप्रनिएदादानिष्णिा या बानुपर्याय किंकीयुत महान मठवहाराणश्राएपुछिदछारंकिंसरिया असंबिछाई अगंवानास अनंतानि.नी सध्यानाड अमनदो वेशभातरवासन निगमा अवतार लकत्राकास हावरपाणि सेटगाना यनमतार एखद्यारंगनाअगता नियमाप्रसंविधारं गग्दान्निविरिणामनवहारमा Vख क्षेत्रमानुएवोट्रय कालावन के ना. नाठो तालि बीयुम संपातम समारणपछीदवार लागरमकरभागाहाधाकि सारवायभाग्गाहाद्या R Eenaduints: Fore. Fatale Daly aniwashimalibrant.ab Page #94 -------------------------------------------------------------------------- ________________ JO ३३१२१ ह प्राधनाभव आअनाथाश-अमेव्यातमभागाधरणसभाभागाधरणाश्रमेव्याताभागनशवैश्याम किस योगाभाग ११२ असारख्छनागाहाछासेरवानसभागाहामअसावासभागाहावामानावर १११२२ Taarलद्रमा म.सबलाबनाएएकहपासलोजोकन स-समातमाभायरल घसम्माता मराजा१०७ पाणतोय ०. ८ 333२५ सहावाणहाशाएगेदखेपछुतोगत्समारवधरभागवाहोछारस संघसंख्यातोमाभागनरावेषरपानघणासंबिवर दयचितहासधात्रा००भरका साताभानपणीदमागीमाकिटाशंकर होरासमतघातकरत्यारसी.१७ वधभागावाहोद्यासावधसभागसवासाद्यासारतोसनाभाग 3. ११४. अवितमारासंबंधथामाद सलीसवाकनारिवारप्रवन्यामाटरशासक भान उरणासर्वलोकनेवियरहारतएथनाअनच उसकयवतश्बाजानुशवानीबिप्रसन्नध्यता राजक्तमरसनानुसुश्री साहायाटिस्थगालाएवाहाछानाएदवारंपचनियमासचनागता उतरलाइएक संभागी SIL.Education.innibaal Page #95 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अ कवभागरिकस्यागीरतियोगीगौभागा जनिमाहा वरदान संख्यातमरभा फु-फरसनीव सवेसर्व २९७वीसशनानुश्द्रमपमहाभारामुमता गाजावा ॥४ा काहियानीमनश्मशाएवा (बहराकनाश प्रमाणविदवारंवगवाणिजाहवाहटानातवनियवाणिफुस तनिषण नयनरमत नगमरमवार) या अनुशम (का. कारशककिनो (कद्रव्य) मातएवार्थ गाणीशिवाहवागमयवहाराणाणुपुत्रीदवाईकाउकिरचिरी प-ब्राजिव सम्म उतरूठ -असंव्याताकार) (गन्धरणाव्य রঘুন। हिएगदहापाचजहन्नेएवं समय उकाससंगरवकालनारण | গণনা শবনম পাকা लता (नयनसता दवाई पच्चसहास्वेदुन्निनिगमखवालाराणापुबीदवाएंग ||urall ना FOR Pie sel Page #96 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रीमहार (ए.एमप-ग्रा जे जघन्य ए-एक समय ता (उ-उतलब उ मो.नाणे निगम ग्रामानु काल अवचित हाई एवं प्रमुख जहन्न उ एवं समयं उके सरणं यन से बातो (कालना ध णाद्रव्य ) वज्रासारे ती भ्रांत श्री अ नयनरम तर २ वे परम पुर्वा तिरंग्यान्निशिणगभववहारा समतेक तम इभा गराई भागइ हाइ ते उत्तर कट ए. रमपु· पुलि. नि ऐम बा क. किस्से मातम मासेमा सेव काले नारणादचाई पर चन होटेसे तर नन उन जाउ -प्राणद्धि दव्वाईस दक्षाएं कराया कि साखारभाग एवं मनावर (रासेवइयाने जाणवर नानु शर्वाय पारी होती व व्य न. निम देव नृत· ति द्रव्यसंमानम इभा दुव्यपारी 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स.अनादि द्रमा द-द्रयार्थ/दिवीसषाधिक/प्रा.मावरा शहूर्वाअवत गदवाईददयाएअणापुत्रिदवार रवंत्याएशिससाहिरंशाण स्ट्रयार्थ. श.असंपात्या प्रदेसार्थ म सर्वधीधामायण-नि नयनरमताराम पुदिवाईटवस्याएअसावधपणापासस्याएमबागवाराण अ:प्रदिशार्थ नेहपू यत द्रव्यु नमत साधनानुदिव्य प्रदेशमा प्रदेशार्थ मनवहाराणअणुविदवा परसठयाए भूननगरलाई पएसठया Education For pilviatesetonalihe Only Tww.nimellheatara Page #99 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वि.विशेष्याधिकरआमाजुरप-प्रदेशीर्थ अमेव्यामुण yon द्र या। एविससहियाई अपविदवाईपएसम्यारप्रसारवाधणारंदवटया प्रदेसासमधीयोमण निगमपरता भूयक/द्रय दद्रआर्य एनयनरमत ए परसम्याएसजावादगागमववहारांणीवनगदवारदठया बनानुपूर्वाद्रयार्थप्रदेसाविकोणाभिर अवक मना एअरणरणीदवाई दवट्याएकअपएसटयाएरिम्समाहियाई ऋवत्ता प-प्रदेशाणि विशेषाधिका आनुपूर्वाद्रव्य दन्द्रध्यार्थ) बगदहाईपएसटयासाशिप्तसाहिया ग्राणप्रतिदवारंदवरयाणय | ॥५॥ Page #100 -------------------------------------------------------------------------- ________________ সু-সম্মনন্ত নন নন সাংহাসানওযikuz-স্বচ্ছ पर-निगम अगरन्न कारण एनश्मता सांविधगुणाई ताचिपएसठयाएअसंखछगुपासतारपणाम -अनापतिधि एवं रेवनानुसतेवि से संग्रहन) । रानामती सतmगमतवहागणेगावाणिहिया रखताणवीसिक्तिसंगल्स्स मनोपनिवि ईसर जजिम द्रमानु) तिमन एव क्षेत्रानुपूर्वा जानुपूर्णखी अणोरणहियावतारणपछि जहावरहाणहीतास्वस्विसाएपछी, म अथ से संगतन)-प्रगायनिधिका शानुपूर्वाग्स भ्रावि व उता नुश्क ते ममता उकायाते ते उपनिरिक विश्लत सेगहरमाणावणितियाणवीसकित उताहियाकर SEEpician international Page #101 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ॥५१॥ Jain Education वीर ति-तिन) (पपरयोतं ते देवानुगीता प• कार 5 उबड) यात नारिश गुरनानुपू नाएपुद्दीनिविहा पणनातं जहा प्रचारापुर्वी पचागु पुचीणा पुची (स.अशत अनुगनु (मतिभनत्र (प्रवर) (संत)/(यूसी को सपनोरिया र तिवा हटोओ) कार सिकिंतं पुत्रीपुचीति विहान्तं ज्ञातेज हो आहाला हातिरियग्लाए ॐ उग्स बेकिं पुरवा स. अथ को प-पवार व उर्दूते उ ते. तीरोडो लोक 2 उनवसयोनकोलस उरावे कोणते ते लक बाबोक २ उपरांत चा 12 बघ उहाला एसितंपुचाणु पुछी सकिंतं · हो बोक तेरे टी लोक पठाएपछि पानु पूर्वा स थ क . कोणतं तेनुपूर्वा लाप्रालो एम्सतं पास कितं मा उहाबाए तिरिय ए.एच. इ. एक छकी केल वारता श्रर पुत्री एमा एस- अथ (तं. से) शा Page #102 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सूत नानुश एक क पानी श्रारि ति-तिएगासमोर.श्रे.मारामारि साश्रमासकारिरामुरगीएड-ने माहिषीले रसः यान की से बनासर्व धानानु सवप्रथम रूपात घरातले स्पर ए पूर्वानुपूर्व एबेहरु रुपने पापूर्वी नाद याग कर दुरुपृधी ३ श्रेणीग या एएनरिया ए तिगबग्यासटोरान्तमन्नसामा रुग्णास माजताची पानी रोकने पर क्षेत्र कमविधानविपुल नामानि सनिधी महासना सिपुतीनो वति तिन प्रकार पायो तेइ मापन नावानेधान महाकानामनिधानघनारपरमनामनिधान सेनामनिधान पंचाय जाणा १०२नदरभा काछना मानिस नुपूर्वापानी पान १५ उणाणपुत्री शालायला पुचीति वापन्नता न जहा पुच्चाए नेटवर तमनापति माद्यापति पुरोहितरन्त४वीरनृतप्रभाकर दायर हाथी सावन्त हजारदेवकीर्तन्ते मनु पचेद्रिरत्ननहना नाम अश्वका हिती व प्रभा डर त पुद्धा पठाएँ पुच्ची- प्रणापुपुवीएस किंते पुछापुची 2 रायभा धूमप्रभातमप्रभा जायत्त त प्रभा मतमास-ते प्र.१ श पर्वत मु सहज भुवन दीगेगाप्रमुख विजया Jain Education म अर्थ कि को तंत सक्करण भाजावतमनमय्य भाभास पुपुत्री सकिंनं पखायुपु होग उर तिस प्रमान देशरत्न रामप्रमार रन्तेन च प्रमा रामप्रमा बाबरी चम्म रत मार Page #103 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोण रता % 3A Mos तंतमत माप्रमा) जा-जावत् ररन्तसन्ते बापू से तकिय अनानुपुर्वी एनिश्वन मालमानसा प्रभाए किावरक छोरतमतमा जावरएगणनासतं पनागपुचीसकिनेणाणुपुबीन एकादिकोवहारता मसात नतिणनगास श्रोएनमा समाहित मागता मि।२।३1४/५/ असासकरी ॥६७ रोहनरामी ए५०४ करणाएवएग्गश्याएएमन्तरियाएसलगबगयाएसाहसअन्नमल शाशनमा निमखेरतो मनानुन नि-तीबायोकाव क्षेत्रानुए; ति-तिन करना (ससे ता त सासारारुवारणासतंत्रणरमुएलीतिरिराखणगावताएपुत्रीनिवि, पय तक पुर्वानुएवा १ प.पानुपूर्वाश्रनाणुपुची से:कि पूर्वज रही कोरग मुश्त एकजना हापन्नतातमहापुचाएपुजीपबागपुरी भगाएपछीसकिंतपुवाएजा जाताना ॥५२॥ २ प. Edisationalisa For PrivateuronatuEOnly Page #104 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ६७ पुरससम्सरसम्झ७ द्वीपसलू amajातकीय) (काकालादपु.पुकरही१५)पुर-वारुणही वीरगरही नाभन्दाममुश्मनादीप समर यरसमुद्धास परवीरसम समुइन - था सशसवारजंबहीव१यवाणरधाराइ२काबरायपुरकार पसरगाहरली रितेवधर सुबतेहानिनामा माघनदीप खासुरमहा ने नहीसर श्रसरणावरही। कलवरह सरकहा-या आभा सिसासरसमसचरस्मताकुलस्वरस्यकसम्णश्कय मदुरारिराररसिद्ध बरहरघावायलनदा १०अगर कुडॉलरूपएरधान स्मपरक सुगंधलकमवात नि९सिनामानिधान.नानदीप्रमषनीनावाजयप्रभुपात-तिरुपूरक्ष मित्रमुपरस्त प्रमुखहरयसीकमलनिनाम प३५४३१ महापसमुसमुद्रण दीपसमवरनामरही१२५APER२९ स नाRAUTमीपसमयमारनामरापमादकहास HEREC जाने १४॥ ७४ RUSHPAARISवामानामर मुद्र३२ प्रय रण 12 बजगाधराउतरायपुरविनिरिरयाणवासतरदतना बीननाम: दीपसमुत्री ववषाराप्रवनप्रमुपानी नामिन ही समुद्र में मेरमरुपाचप्रमुषप पसमुद्र४पद-कपर देयकमायनमाधरनाजेतवान B४ बरसोधर्मप्रमुखले नाम नामशेषसमरसुत५५सम विजयवरकारकादरकरमदेरमाणसाशनखराचंद हराकुट प्रदान S नमवावमम 23. ९४२३५ LIVE E mainalihram.br Page #105 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स१० नामद्वीप ५) माना जेवतानामतिना मइद्दी१६१ समूद्र ६२ सूर्याकिना नेमका नाम बड़ते ना कही वस् ५३॥ नलमुक्टानी इ६८ जशी जसम७० भूत दोष ७१ भूतसमूद्र ७२८ सर्व दी१समूई ५८ प समपन्न. नक्षल म१६ समृद्र४ नाम५] समूद्र६६ नागद्वीप ६७ नागसमूद्र रमाई सह नाम द्वीप ५० श्राभरण व सत्रुगंध्धादिक श्रादिदेश ५ उपाय एकेक वर सर्व जे जे उतम नाम समूद्र६० चं चंद्र बेतहन इस केक नर नाम माता ही पपातासमुद्र र्वापू 2 समू इरा नाम इसके के दीप समूद्र रमेव मु.प तेन नामानुस पूर्वाग्रीको चा ही मतिं प स-ते-पावी श्रानुश ते की को दोवनगजारकभू स-सरमल द्वीपस यंन्द्र व संरमण्य३ पान उलन नामते. रम समूद्रीभूनके नाम सेमा ताप समुद्र याता समूह बF पुचि सयंभुरमारा जानबुद्द बास पठाण पुच्चीग्स किंतए-एक या दिइए. एके को वहार ता. असे मत समुह गया पो हो ताजे से. श्रेणि हनर एएच.नि पुयाराचव एग] इया एए गुनरिया ए खा ग गया एास दिए ॥५३॥ Page #106 -------------------------------------------------------------------------- ________________ यो माहोमा ति सासरी अगली एम-तेला उ. उर्दू लोक) (एक होताश्वी (१- परुपी ते-ते रुते ॥२२३॥४५) जलसंध्यातालम गुरमीते से यातायते मध्यम (ति-विन‍ प्रकारह वज कहरूब न्नमन्तसारमा दुरु वाणासापुवी उद्यालाया लाए पुचीतिविहान ७.पुरातुडवी पंपावर - अनानुपूबी ३- किं कोहराएमा धम (ख) देवलोका तंजा पुचापुडी पछाडि -पूरा पूछी सिकिं तं पुच्चीपुर्वी २ ग्मा ई. ईसालदे (से. सैनन कुमादेव (माहे इंद्रख - ब्रम्हारे से नकदेव (या महायुक्त (स. सह सारदा ग्रा लोकर लोक भू लोकल लोक देवलोक लोक ८ देवलोक माई सास कुंभारे माहिदेवं भाषा एवंं तर माहासहि, सहस्सार प्रश पात्रात. प्रा. प्रार] रादि वासुदेव) वि. विवेकविध अनुमान ईईसी भासते देवलोक १९७ क१२) मान १२ पाच५ यो मुक्ति रीना 112 गाए पारारायच्चरणा-भुनग विद्यविमारणा-प्रणुत्तरविमाशाईसी पमा ए Page #107 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हरवी (कारण श्वानुस तसि सीप्रभाअनुनाबमानवकविमान चलनदर मिति जायथारगपानण्यानतरमतसारत्महालात लीक महासनमाररर समुहाएपवासतिपबागुपुहोसीपझाराजावामाहाम्मुग्म शनासुधम्मदिवलीकासलेपग चिनानुपूरी, एएनिरएगाश्या एक..१पुनरागसमारना नुस्बीउलोवनीपानुशास. बारेए एकेकोरधारताजा/पानशस्वीउलान तो नाम्साणितम, तपबागपुचीसतिंरणाएपछी एमागच्चएययाएरेगुनगारपा pinaruneinenerum)तमधात हिरणापलानुपूटी 30१४१५एअभ्यासकरियपाऊकनिसिखानानकलीप नानुशर/ वी-माहामा नरसगबगयारामटीएभून्तमन्त शाम्सादरवाणसतंरणापाडीह यव उ-उपनिराधाखोलानुपर्श नितिनकार पते करणी पू. पलानुएवी या नपूर्ण नितिन प्रकार : चाउतपिम्हणावतारगुतीतिविहापन्नताजहापुवायद्वीपनाराय Free Only Page #108 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - रा.प्रदेशखाका (ङ- प्रदेशाकाशनविष सन विषय वा बगायत जावत रवी मते किं कोणाहीयातेम ही प्राणपुत्री सर्कितं पुछा पुडी एगपएसोगा पसागाट जा - 29 संख्याता प्रदेश व गाती राहयामधील स.कि १-१ बार प्रजाकारी से क्याना चंद्रमसे यात प्रदेशी कहीं यह तें पूरबी) प्रदेश नइति सा श्रवगा (माजे हम कारण वसोवा पर सागा तद्वा पुपुवी/सकिं तेषामुपुत्री २ (पु. पचातुर स·तक कोरा अना रवी शर्वा जीवत् ए- एक श्री का सना एक प्रदशन विषर बगा सात द्रव्यास-त से स्वछ परासे गाढ़ जाएग सतन एसोगाट सेतं वाणपुच्छ सकिं तंत्र जराचेति श्व (ए. एक ए.एके कोच अ· सेष्णा ना, गबस カミ ६रम २३४५ एबीएया एचव रागाध्याम तरिया असं झगबगया एसटीए धारतां Page #109 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मयू माही महिखा पाताधा रातमा अभ्यास करी यूग मन्न सामााणा सतं स्वामहियारिया सुपुत्रीतिविज्ञापन्नतानेही उद्योपुची चालु पुछीएममुपुती सर्कितं चापुपुवीसम्म परसोगा ढिडेलसागादिना संविध परासी गाढिमेनं श्वासची सर्किमा पुद्दी प्रसंस्पर में दो रूप 3 | स शब् ॥ ५५॥ Page #110 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गारजा१सागादि सितं१मुद्धा सकिने भूणा पुच्ची स श्री.माही लीथत्य माहिया माताथा इतिम सामकरीयेशु ध्व लिये मग्मया सटी अन्नमन्नामा उ. उपनिधि (एच. लतानुपूर्वा) सानुश याचवरुणाऽयागुरोरिया दो बेला नुसते सतं असतं उब लिहिया नाम ख राम-ते किं कोण का काला दु· वेत्र १. परुप्पी-ते- तक) उ-उपनिधिका रुपका (नुपूर्वा) का र5) हर बा नासु पुछी सिकीतका लागु ही रहुविहापन्नता तं न हा उवणिहियाया Page #111 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पूछे जतिहाँ नाजे/अनोपति धिका maलिहियायत व जासा उवणिहिया साठय्याएं आसार रेगे। वणि साहु-बेफाकारपणा ते ते कहो. नीगम व्यवहारनय से संग्रहनयन (स-ते किं- (ए-नागम यब गररनय कोणा नरमतर बनमन रमतर वहां जाने उ.उपाधिका सा तेद स्थापना हियायामादु विहायतामवचाराएं से गहराया स किं तेोगमव्वहार एते ते समय द्रव्य था. श्रानुश जावत असं पाता समय नी स्थिति सीधिति नाजेंद्र यात नाजेंद्र महारान धारण . तिमन पे - पांचप्रकार जावते ताह पंचविला जावति समयरिईएमबी जावा स्त्री. श्री पूर्व (रा. एक, सम यनी) स्थिति नाथ, यात्रा सुरु/दु-मयनी स्थितिनां त्र-श्रवत त्रिरिम समयन समय सायात ख म टीएम समयति ईए आई। इसमय दिईएन हूँ निस ॥५६॥ Page #112 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Jain Education · श्रानुखी श्रं श्रभाना (समयनी स्थि मयटि ईए उच्प्रागुपुइँउ जावावा सम्यग्टईयाउ प्रागुपुडी उपसं माय: श्रानुपूर्वा (ए एकसमय ना राहणारा पूवर्ण सिमराना राणा लात भूरामा सुरवि त (धागा) खज्ज समय दिई याउ प्राण पुडीउ एगसमय दिई या उपुत्री उ एम. ते सो निगम सनहार नयनरम १. का पनी परुपाए श्री श्री पूर्खा / जागत से सेपाता समय नास्थि तिना जेद्रव्यधरणाति धरणा पय पचए समय निईयाउग्रवत्तत्यार सतां गम वाराणं ७५.ग्रप दनीपरपराएं/ किं. की स्प· भं भागाना समु कीर्तन प्रयोजन याएयाएाए गम हा १२ व गया ए किंपा यायो भंग समु ए.एस. ना गमय. व्यवहार नयनरम Page #113 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 17कास्यपानसरहफारामण्यामाग्याएराप्रप्यशाम एनयनरमतर रहसयोना असून आश्रमा ॥५ ॥ . م م 33ए याकरिशसदितmगमश्वहाराणभंगसमतिणयारनिआएपछी प्रार -बार अवतार मद द्रमानुए आण) का कारणभावीस रा .नि रवी निपरिरण डीवितएवंदहारणहीगामणेकालावीविर seीत-भोगगात सावत् सतणे नौगमरमरहार संभोगानोसमूतही तना) 3 . प्र० م 33. 313 ہم سی کے یہ لی تم نے ن م تي ي فم من سی ای نی نی पानीपरिजमाया नयनरमतर उबी४ •श्रानाश्रम ताचवहीसंभागाणिराजासतगमवहाराणभंगसमुक्तिण ए राणे नागम व सहारनयन संभोगणनासमूहकी ना कि किस्पन भोगानुदं देवास याएएमाण गमववहाराणंभेगसमुक्तिणयाएकिंयउय भोगाव रमतर प्रयोजना JainEducinoriindiaborat Page #114 -------------------------------------------------------------------------- ________________ a. स्थितिनापुरातनत्र -अरयकहीगर वकोट/दि कोण/निगमा व्यख हारनयनर समुहकीमाए तिनिणममणिणि भनाभ-भांगा दयातिनानेद्रसतेहन दसणाकारातकितणगमरचहाभांगावदसण्या२तिसमय श्रा-भानुपूर्वा ए• एकसमरास्थितिमानपुट लागुपूर्ण दिईएज्जारपश्वीएएगसमयनिईए प्राणपुछीसमयलिईएभूवता ए सा-तेजगातोपावनागवाएतु माभागानुस कि कायमसमान भाभागानपि.सि .संभवतार नौगमाव संसारखउभी ठा सभागाजाण्यासते एएबम्सारवगामाासतंभागावसरगयामा सामायारा - शाश्रानुष्का - या-पानुपूट्रियाक कितीस सभाकीसथान्यानुपूर स-समाउ इवानइवियरा गमवहाण प्राणपुचीरवाईकहिंसमोयेरं निवि,आपुचीरावहि परिणामानुपूर्वानीपरिश्व पाडवर anEducinomin a l Page #115 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एभदयप्रकारश्यनानपूवाधवकपर/म. त एरपणिस-पानानश्श्रापापा स्थानकासः स.तेका सभामा पुस्मतगहोगामजा-मानुपूर्नाद्रमनम-समाव //नानाथरानुवोद्रय/ना-श्रवक्तव्याट्य ॥ Ea व वानसमाव नविनासमार। सामायरंतिपुछापाएद्विदधिहिंसामायनाअणारएखीनोवसई सगाव समस्यन गदावहिएतादाम्लविसरणेसाभायरंतिसतसामायारसकिंतंत्र घि अनुगमर नान/परतकामे तापनातोपावन अस्पबहुता एकरणा हरबड परुपणा गुगमे नवविहिपन्नानतंजहासतपावण्याजारप्रयाबाच्च एचतिर नैगमस्यरसाहद्रिय कि किशन उत्तर कहानिनियाबासदाणा (नुररनयनयत जनरी रण गमववहाराणंनाएपुहिरवईकिनबिनविनियमाप्रबिण्वंदी ॐ ॥५॥ Page #116 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बाबा एपरिणग्रसेव्याताब या भातुर्याय) (कि. हिंसे. पाप्रसंध्याता श्रधरातानता रानीगमध्यवहान सध्याता Ghan नितिगमवहाराणअणुविदवारंहिसावधाप्रसास्वधारण (ना-मेस्मानानती। असमाता/मो अनापूर्ण निगममवतारनयनन्दन मो-नमंतानहीवत्तथरएरयलिनि लाइनासारवडा सविधानाताईएवंदालिविणगमववह शा-भानुपूरवीर-ट्रययोगदि-कीमुस सब्यातमभाग एकदा राणंभाएपुचिदंचागलागसकिंसंवद्याभागोहाछापुबाएगेच देशाएऊराव हार गयाधारसमय केवलीनरकासम तमालवधएकसमउरातालनपि . नाश्घणाश्रमपाताभागा४आरवाटसरसयासर्व त्रासमयनाराहणारयामरा HEALTARTINम सधनराबरको बधानसेवा पिसोवाधभोगवाहिाधाजारपरमाणवालारवाहीछानागावी पाएपाहदघार TANDROIDhaonld westballainlyior Page #117 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पू - श्री नामदनार निगम अवर सरि (६) कवि वर्ग युग्माए (याणि परिश्रानुपूर्वादि परतयन मन हो नुपूर्वानी पर) कनी पर इइमन डी चाई पडुञ्ज नियमा सञ्चाला राधा एवं दान्ति विएवं फुस गरिए गमव साश्राणपूर्वा (द. द्रव्यका काल) को के नवा काल नु होई) ए.एकद्र अपमा ज.जघ की सोरी न्य महाराणं प्रापुच्छि दाई को लडाक व बराहातिएगंदे फुच्चजहान्त नितिनसमा उनका स·त्रसंध्याता कानून साधरण द्रव्य पचासरी स. सहार होइ सारब कालेना पाद बाई १३ म अ-श्रृणापूर्वा) उ.द्रव्य ५:१३२ए. एक ट्रेव्य१ / श्रासरी अजधू-पय हराए पुच्ची दबाएं पृच्छा एगदां पशुचे जहन्न तिन्ति समया अक्कासि -नि व्यवहार 2 राम नयन इम မုဂ်) Page #118 -------------------------------------------------------------------------- ________________ म-उततर एकसमाना धरणद-ट्रय भासमासदाहोरन भरतमुद ट्रानुभा ਉ ਉਚ माछासणएवं समर नागादहा पावसबहावलगदवा ए.एकट्यशासरी भाजपचना) दावेममा धरणाच्या एणंखाएगदईपजहन्नमरणकाासण्यशेममयानाराणसी पास सदाहारण निगमरव्यवहारशानुदय श्रेयानरो का कालावतसर। नयनमतईद पाचसहाणेगमवहाराणाणपुछिदछारणेअंतरंकारवाई हिार ए.एकट्यप भासरीज जघन्पो र एक्समा उ उत्तयो दो वसमा नाघिणा वचिहाएगदपजहान्लणंएवं समयंउकामगारासम articinercisarjasti Page #119 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Eo दूम१-यासरीन नही-श्रीतरोगनीगमरव्यवहार) अनानपूर्वा हमशन) ३.०३उए-९६ नसुनश्मत यानागारवाईपड्वतनिराण गमवहाराणायणविदवाणपुलाएगदया। उचजहान्तणोदासमयाभकामणं असोखकालनाणदयाई पासवदागार गमावतररमा नयनरमता बारा-एका यसरी जाम-ए-गक उश गमावहाराणशक्तवयवाणपुगएगदपजहानगंसमयं उबामणे थियिसेवाताना- पापासरीन कार गनिगमायवाA नयनरमा पारणभरवीद्रव्यग्स म संपत १६व्यश मारवयंकालनाणारखाइपडुबम्तिमाणगमयवहाराणाविदवाई In६॥ BHELICODoncernal Farh E THEORN Page #120 -------------------------------------------------------------------------- ________________ के-केत स्वसेत्तानुशरवीपी भाभावरिपत-तिन जक्षेत्तारपूरवानीपरी भाग होई उतरकहरबरजजे समदवारणकभागाहाघापुलाजवाखतापश्वीयभावाविताहवअण ब-बहन निमजक्षेत्रानु.जा.भावणे-नोगमाय पररनजॉस- तहारनयनाम बहपिताहवानयईनावासताणंगमयवहारानुअगावाणिहियाकालाएर கொருவர் கந்து வரும் காலம் கனகும் चीसकिंतसंगहस्सामाणिहियाकाराचीरपंचविहानतातंजहां प्र.प्रा.१-परुपमनमाज-भीम पब-सनीनजाचन सात-संगहनयनसताना दीगए याप्दर निीपर पनिक अपयपरवण्याएवमाई जोवाखताएबीएनाव सितंसंगहरसारण NEmiranchitimatta FDEOnlve Page #121 -------------------------------------------------------------------------- ________________ का कालानुपूर्वा में सेनअनोपनिधिका) am नुपूर्वास देकि कोण उपनिधीका ॥६॥ विणिहियाकालारणवीसितारगावशिहियाकालारणपुछीमतिउवाण perannनुर्वा नितिनप्रका प-पस्या त नेहत पु-या पाणपूरवीराय नपाणुधरतीय लियाकालारणपुचीतिविहान्नताजहापुहारमधीपबागपछीअगाएर कासासासास ने उसात्थाम श्रा-श्रावरिश्री सभातानमारकहीराधा-सातअजयम समातिसमनि श्रा-श्रावरिश्री संभाती अध्यात्मम श्रीगरिकाडया कालिकामा बधुवंयोगबसवरात वीपसकिंतपुराणपुचीसम्एकावाल्योरागडपाण्यावर लावला दिवस ३० अ-पारसन.१५अरोरामा परखवाएकउञ्चेश्मासराकर-तीनरायण वासभुत एक दोनम कपाको मामला हो यासनी) शोरात्रीमा हाताणदिवासातहारतालपारवाहामासा११ उार प्रयाग १३|| ॥१॥ . SBIKEducationtinema CFortheatesPanoraruhe cinly Page #122 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बालोहजारवरस रामी बाब सं-अयर स्पा५३.सोज्वरसमसयवरसएरात जारलाय.....मगर एकवरमरसएकजुग सेएकसय चउरमीला उरासी हार गिररचारणा 24 संवत्सरे१४ जाग१५वासस०१६ वाससहाम्म १७यासमतसहस्सा जसरकथा.ायकोडीRRहस्त्रारीबाप८४उरवायएएम.प्र.४चना रक्षाणिवपंचाकी हजारसमतिःकाराअंगरकगितात्कालिए 10 सालापूर Teacउडी उ पायडरक रिश्वोग रु पाव २० तड़ियांगपतुरिएंबंपराउ२३ऋयावा जानलग-उलायर १.८४ायपaaeपलाश एकान नजुतागायतदाता जाधववाहुरीकचलो,एपदमाग एकानमनथनी८४ाषम प्रयुनसाधगणावरील २४ावधान गरिakeshकनीऊरावना ACOSTI हए२४ उपायु२५ पमनालाण अनिऊगएजुएपडला जननासी एकत्मोपमचारकासमोर सादसकोमाको..कोको उधन-दस पो-अनंगी उसपर नाशीर्वपकल बाबासोवास मोपमा एकसानगरोपमेएवं श्रको डाकोठसा अवमणीकर पगाबीतकारश्तपासात रोपमएकबसर्पशायरोपमा उसयागपरायच्या कोयाम पायर५९) पीथा लिएसोसपाहलियापारउवामसागावामउसपिलाउसम्योपोग्गल dan Educatiortimate Page #123 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मो.७५८१६१२५७.४५७९७३५११९७५९९६४. ६९६८४८८३२९६सएम १४मारीकीनएन१९४०कसीमपतिलिनी लियसमा शिषजनभावरिवतियाऊसाप KOM अनतापुद् श्रुततकाल नेतबाभूमा गतिसम्मका कत्राद A उपरानना परियाहतीयहीअगयहासबहाासतंपवार धीमकितपठारापुद्धी कालजारत -सभा मते पाणुपूर्ग अकि भोण म धनानुपान भागमा २ सवारणागयहा जारसमणसतपलाएपद्धसिक्तिंप्रणाएमा प्र.नेताण धारतानश-यातती अचनागत चारण्याचवणायाएएगुलरियागतगबगयाएम्सटीएमन्ना दुपवररावेरुप मते अगाणुरी-अयर उपनिधिका बालानुर्ग मन्नप्यासारु लागासलेपणाहील्याउखणिहियाकाए अन्नपूवानुसाचे.चवसूलता) नसलेकको पबागपूर बोस-सर्वका .गीमाहोमाहिना अभ्यासबरीया करी MAI Emotionmental TELEGES.PESHEOnly Page #124 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ति-तिन पर तं. वे कहर पुर्वानुपूर्वा वह ७० लानुपूर्वा२श्रनातुर्वा स ने किं कोण बारह Ja Education e Tha 9138 पुतिविहान्भूता जपु द्वार पुद्दी १ बापुडी गए पुद्दी सकि ए. एक समस्थिति नाप व सेव्या नाम सम स तेषु पूरा (रास्थितिवापुद्गल · अर्थ किं को रंगल प |तंपुवा एग समय दिई जा समयदिईए सेनं पुच्छा पु तं. वेद्य. पाय असमानासम यनास्थिीतिनापु जास्त ए. ए कसम एस-त प. पू. हा पुर्व संगल पनीर स्थितिनापु मह and राम-नेकिं• कोण म्स किं तं पापुद्दी 2 साख इसमय दिइएजा व एग समयदिई स (अन्नानुपूर्व ए.एचे निश्वई (ए. एक श्री दिई/ए. एक तंबाखपुत्री सकिंनं पापुद्धी र एया एच्चिए गाया एतर धारता Page #125 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रसंग-समुहना-पोहोनासे-गिरेमारामादि लामा र एबेरपसे-तेश्चनासपूर्या बाता म२१२१३३४५६७inetकरीयेगणी ये ऊणाकीतो बसंध्याती तना याप्रसाबिछगगयाएंगसीएमन्त्रमन्नसासादुरूबाणाप्त एस-ते-उपनिशिकाका-कालानुपूर्वी मन का कालापूर्ण नि:स्ता स ससूर्णशकायत दरा गाणपुद्धीमतं ज्यागिहियाकाखाणुपुवासितकालगणपुचीसकिन उतीर्थनानुपर्शतीर्थ परपा नेनेकर पूर्वी नुपुर्वा पंगतपूर्ण) कागदेवनागरणागराम उक्छितागरपुडीतिरिहापंन्नताजहापुछारपछी पबगरपपुची शयनानुपा:-सिलेबिको प्रधानु परनीर अाजतना भावतरवईमान स्वामी २४ वृषभभारपासतान प्रणरणपुछीसिवितंचाणपुहाउसभेजिएजाचवहमाणात म बन ॥ शा Doww.aainelibrary Page #126 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 5 Jain Educato पुर्वानु/ते-ते किं पूरवी कोण १.बानुबईमा नस्वामी (पा. पर्श्वनाथ) उ. भूदेव २३ जावत 市 वायुषु ॥ स किं १ पुचीर व हमाण पास जा उसाभार १. खाली - किं. अशा पुरवी 2 ए- साच निश्र्वर एक ए.एकोका वधर र ता कोण रिश 103 संपाची किंवा २ एया एचए गाया एतर उ. चउग-समूह नशा योहनी मणितेरम २३४५६७ श्रमामकीय दुरुपय सोमना) / -।।।।१२/१३/१४/२/१६/८/१९/२/२१/२२।३३।२४ मा ति पुरणारा पुरवी तरोगापाचरणा एतन मारामार याए ३ सगबगया एसटी - अन्तर्मनसीमिहिर शासना उ. उनकिर्तनापूर्वा मे श्रथकिं कोणतं गणना नुपूर्वाएका ति तिन प्रकार इ तरकार पूरबी स दिवस व्यागयात असे ते सतं उद्धत पुन सकिने गरी २ तिविद 16) Page #127 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सहस्त्र1००० -परत तेदेवार पु.पुरवाएहरवी पानापपुरवीर अणएपरची ३ जि-तेकि कोणतं पुरा दर्श पन्नताजहापुबाएबीयपबारपुद्धा अगागपुचीशासकितपुरा ए एकाद-दस स3 .7दसतजार....द.दसलाया......को-कोतिपुर्वानुपूर्ण D ISE... एम००गुणाकारियल एपनी २एगरसमयसहस्सरससहस्मारलखाकारीमतपुचाए मि अतिकोतातेको-कोडि१७०००००० पलारपूस.अर्थवियो) बित पाएका सात तो हीमतिपबाएपुछोराकारीवजावणगामितपनाएपुतीति अ-अनारपु एस्वी पाच-निश्वर-एकवादिदग- एकावधारताको होरि नाग समूहग-शोदानीम्सी किने प्राणमवीर एयाएरवणाश्या एणतीयाएकोरिएगवneru तपापमपुरकी हसणब१००००० जा Educatiot temalb E Twww.anteraryorg Page #128 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अ-माहोमाहिला अभ्यामकरीयागादीवर १ऊपाकीजशास तेस.अनानुपूर्यास ले ग-गणना सार्थकि का दुर्वासात-नेस-संस्। नाधीनुपर गयाशासटीअन्तमन्नशामादोरुवरणासगाणवीसलेंगण हिवस नितिनभ्यानाश्रीव इथे नसक्नदश्यहरोप पपरमात तेकर पूर्वानुभवी संस्थानलाकारविसेषकघाभगवतरिवारकावर اس قدر دره पासपूना समप्रर्थवाहरवारसमानउन्मानप्रमाणपतउधानलीग्रधिकाशित एवागमकिंतसंहारगारणपुछीतिविहान्तवात जहापुछारएछोप रबी उपशवी वि.कोण नहीगोपागजेसारीरस्थाननाविवशतसमचउरससंस्था कारमा बसमन्यमाना ताजाननामिपरिसघलायाधचतरससहरनामिनातावाद गएछी आणएएहीरामकिंतवाणुहीरंसमचउमिश्नही १५ थानाफामथकरितर बोमनियावसनापनकायसनाशीवारोपसमबेतरसवणठाउ-नयाहनेपाहादिकवयंवर सघलाययवंचनासरस अनदहाथपागीबात यकश्मकार उसेवेपनान्ह उपती हमश्नहनाभि परिसधेवाभावे दामनाहरनेवाजसंस्थानकी यह वसीयरस-तपुःपुरी उतरवी यून माह मनस्यामा स्नानादि काणतंत। रमेबसाइमाण ५सुछिपाउद्दासतेखाएछोलिदिर Sainautancintimatal Page #129 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ॥५॥ jvuviusic کور در उध्वस ३.५ पु- १२वी हु-हंउकसंस्थामजावस समउग्सने पापबगपूर समर्थविना अनाकार सनिवासरत रससंस्थान कारानं ते तंबाएवीशहजारसमच उरोसमेतंपगएकी सवि नश्याए-रामाजिर- निए एकभारिएकउभाररएमा अम्पासवरियाबसे स्थाननानंतरतेकिमार रिसोरसरताजरएतिहारमाबानागनकाहनोसमूदाय बिताचोरोगमचोविसापपुणाकिजा नध्य पामोस शणि मीरा१२३४५६बरसंस-मालिसाशन27 किरविचार: 20 तंजणारएडीएयारगरजावखगगयएमटारमन्नमन्ना नमध्यप्रथमतः४५६मबीजदय४२२ एबेरुपमा मपस्याएमागलि पनियरामवरताका ७२ घा रमेष७१रुपतेसरी शनापूरचीती यनस्पमारवटा पातपगनपूरवीननरशियपास विचारतमीए प्रथमस्पतरवानुरवीनर से रुपले अग्रता रचनादखानाHINनुपूवामि-तिसे. संस्थाननाारखी chशामाहरवाराणसतंभागारवासिहरुटागावीसकि से तेश्रथवियोणते मा०श्रानुनीति परमात तक उपरानुरर्ग अनानु पूरवी ३ मा. सामचारीमानप्रकारकबा पातपूर तिसामारियाणपुचितिरिहापंन्ततात पुछारएपुतीपबाणाईलाई الامم ل م و مد مردم لها ADNNNJMARA ادامه می نوع دوم و ترمیم مو و قلعه ره و بیمه سرمه الله ولي نوع BREthication internata Page #130 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सअथी पूर्वानु। खाबुगुस्वादि। मि. चूकपर स.गुस्नोरचनात ओणतेने रवी बनुवंचनानखार) मियामिहतारहतेकरिमाना होणाश्चीसकिंतंपूर्वारगुही-इना१मिबारवाहा। आ-आवशंकाएंजाम निजकार्यगयाहातातकार्यनी आहे.पुन्यप्राश्मर/पहेतुकारणजितेप मगरनिपूबीनावपही संधीग्रामेनिमहोकहितनिधिकातिपुबाकदीर बनाकाहा कताबाहिरनिकला। राराम्मियायनिसौहियाअपग्णायईपरिपबगाया ब असनादिकवीजामा कतार पहियामाने पर उभरावाणिनथोर आपापरणकालअवसरभ हादसा धनियाकीविस्वजिना निदनातनि म्हारोबरमतीवनउँ निविषश्सा सामाचारी मतिदरण आरारे मनको संपराकटीय खायदानमंतरणाय उरसपयाय१०काारसामायारी प्रक्रारीस-तफुपुर्वानुपा म ते किं को पढानुपूर्वा .समीपेरसत्गुरु एते ते दीपास १७ जावत दसविहाउसितंपुछारणपही सतिंपगएपछीर उत्सफ्यानी Eliotelmal Page #131 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इ-गुरुखा चिनी१-चढा नुपूर्वा/सप्रथक को (ए.एच. निश्वर एगा. एक ए.एके को वधारता ॥६६॥ रखा तो यतो सत सात ते नानुपुरंबी श्रादिदेई ३. दस नाग समूह गये तीस-श्रेणितम २३८५ बीज बाबा पुत्री सकिता गुपीएचए गाया एतर · माहोमा हिसा श्रभ्यादु-बेरुपक फास ते अ-यएगा शुरवी संकरीये एपीयर ६७८९१०075 यदसगलया ए सी एन्नमन्तामारु एम ए ए बी से स. सामा या श्रनुपूर्वा मथकी कोणतं ते भाभारा ति-तिनप्रकार १. रुपा ते-तेक तिने चारीनी (पूवी हरबर सामायारि पुछी नाम किंर्तभा बापुची २ तिरिहान्ना संजह पु-पुस्यानुपूवीप-पखानुपुरी2 - श्ररण) से प्रथकिं. पु. पूर/उ.मनिष्य पूरा उउ दकिभाये बानु का एासे त पुची पुची पापुद्दी उपांशु पुछी ग्स र्कितंा पुच्ची उदर १३ Page #132 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उ. उरम- खग्राठक्रम रब-ईट्रिपचपान्या पा· जीव परीणामी, स.पोजमा हिउरसा से अर्थ पु. भरवानु काय क्षयोप- सभी तब उपसभाप वस्ति पातिभाव तरावी उति भावभावर सामराउसमिए४ पारिणामिए ५ सन्निवार सा राम. अथकिं । १.१ बानुरवी २) सं. संनिपाती भाजा. जावतू उउच्च मिते प.पढाए पूर्वार यिकभावी १ विद बुद्धी सकिंनं १ बासी र सन्नी बाई गाव उदाए उस पाए पूछा एते पृश्वी प्रथम एस. अशवि ए.एच.एक-एक उत्त काधारन इतिहासमुदायोगकोणते ते पामिनेम - श्रेणितम मांगी अब महामतिमाभ्यास करिए एनवानानंतर विति गुरणा २० घानतरण की जे तिवार७२. घानम्। १६५४३२रूप का ही एमिष्ठा७ । १८६१ सालकहर रामकिशोर या एचएाट्या एग तरिया ए बगूबा तरुपमा उरानीवनादेषा र इम पर पीए अगली पनि करेलाको नेचालवावा. २. घारति रार इतिमध्ये प्रथमपते वर्वाना एकरूपतेचा पूर थे ने नामजी गत साना कि जो बगर की राह से पर्व २८ रूपते अनानुपूर्याएमा वा पूर्वापासरी जानका पादिक पर्यान इमलर बेल वा परिव (मते)) रातभरणीना सीए अन्न मन्त्रझम रुपा सत भागमा Page #133 -------------------------------------------------------------------------- ________________ होबा मातापूरवी पदसंपूर्ण कि कोणनेनीवगतमा रादिकपर्यायनश्मताशे प.पुर) ॥६॥ मातेश नादियजीवातावापणिप्रवीतभगिना या मतहट रसप्रकार तंत्राएपछीतियदसम्मतंबामकिंतनामनामनामसहिपन्न संतकब एक नाम ई बनाम जावत : सप्रकास अथको र एकनाम ना-जातायत रस्सनामकोणते-ता खानामलाफमा ततंजहाएगगामनामेजावरसनामामवितरगनामेरनामाणि जीवानीनद्रयामशान -कासाधित तेश्री सिधातपीर पापा जाना। दिनातथापाचर्ण उगाताराणासाठी जारी जाणोकातिर देवाणगुणाmपवारणवशतसिगमणिहासनाम ग्स लेन-तराकनामतीममापदार्थपरिवायतकिजनामादितत्तानाएकनामकरीरासाप्रकार यएकप्रसार नारपोकसोटरीएपरिणीति मारीएनवा शोधप्रारतकी काहनपरुपानकारनेनिपाना सोनारपासरिषाजीवाजी पीप्रमपएकनाथनरवियरवनौतमामात हरवलमतएव भूर तफावयासन्तासितएगनाामासकितन्तामणिहपन्नतेतजहा। dainEdidiuonstitunatel Page #134 -------------------------------------------------------------------------- ________________ यसरी करीना नसते. किं.ए एक सरी अयनेकप्रकारे तं-तेनाम नामते अनेक अक्षी नामर कोणतं परमा हरबर नामा याना गरवरिगखगएयास किंत रागखरि ए२ प्रागविहिप नातं श्रीमान स्त्री सतेतं. ए . एक झरी नाम अ· अनेक असरी अनेकत्र १-परमा क्ष्मीधी बुधवारी एस. थकी कोणतं त कारही जहा श्रीधारी सते वीर एएस किंत-प्राणगरवर एररुप्ररोग हि - नफँहरु कन्यावी-री मामा व वतास ते 12 ०प्रनेका सरीयानामधवा धने कराया कार्ड पन्नात तं जहा कुन्ना वीएामा बाल या सताएगी ए हवानाम नाम - पुरुमा ले लेकर जो जीना प्रकार a दहि तातं जहा जानामि जीवनाची जीवनाम - अनेक अनीमिया सर्कितं जीवनामिरे वना Page #135 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पस्या सेकर दवतात मनासधुदसामा साम५५सराहयामाम माजावना होरासत मुग्म तेर्वि प्राणगावाहपन्नाततंजहादसेजनविणदोमामलाततजार अ अजीवनामा जयनेकपकारपयरमा न कर घडड ५-१ वावरून नामासवितंजीवनाम प्राणगविगह पंन्नातनहाघाडापाडा करोरत्यादिक नजीग्नाम (नामवली प्रकारर पपरमा तेक्टर वासना सते .अशा कारागसतंजीवनाममत्वान्नामेहिपन्नाततंजहा वमिवनी. भवाशमन को अचारिसेबनाम जो जीउड्यातरी जरविवार रसमचरवासाबी ट्रयावास मदमानवध्यावर विमश्नामे अश्रविष्लषनाम सिसिएयभावासासरायअविससियदेवंविएससियजीवदछन DEL JEducandhinada Page #136 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तिस-पद्रमानावयास जी जीव विशेषता ननारक लि.तीचजो ममनुष्य णि मनुषणी हिवतादेवी जीववंचअधिसमियंजीवर विग्समियानर उतिरीवाजाणिउम श-अशिष ननारी व वीसबररत्नप्रभा प्रथमोनो मे नारकिना गुस्सादाबावासविनर रविगतसिउरयापभापुटवीनराउ रामावलमतमा पुनयविन-अचमिषतेखला प्रथवीन-नाराक दिविषते नावतमतमापुटवीनर उअविगतसिउरयणपभापुगिन रत्नप्रभा प्रतीनि नारकी प्रथापतो श्रम पापतो. रामभावत प्रविसेषते उचिसमित्यगापुढविनिरउपजतापज्जत उएवंजार प्रवि Page #137 -------------------------------------------------------------------------- ________________ त-तमतमापुअथवीन नारकीति-रिसयातन समतमाप्रथ्वीन नाकी/प-प्रयापताप-पता ग्ससिंउसमतमा पुरविशनरउशितसितमतमापुटानर र उपन अप्रासाविशेषतेति-स्तैर्य-जाणीनी विवियत एएगण्टामावत पेपर तापनविग्ससिउतिरिराज्जाणिउशिससिउपरीगंदिउजाब शयविशेषातरछेड। -एवेंट्रियाविशेष ५/प्रथवीकार्रउ जनावत् २ वणस्पनिकाल पचिंद्रिउ विससिउएगदिउरिम्सतिपुरिकारउजावणस्मः -नविशेषत:प्रथीलाश यातम् सूखाबादला पर्याय काउविसिसि उपुटविकारउठिग्ससिउसुहंमवायरपद्यत यादि ForPINEEPREsonali Page #138 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रर्याप्तीभा-गनिजीएस्मात्मवाटरप्रासाउअश्रोता नागारभागाभागका प्रय रानालश्रषज्या४मा गाय भोगाभारावाभाउ पारवीनत-नेउविनियोयतोषयेवेंद्रीते प्रिन्टिनाक्षमावाबायरानाध्चारक्स य एश्मात्तद्रीच-चेरिट्रीना N यता। जतायभागउनियाछागल्याउतिवाउवणणरगिससिउने समीपर्याप्तीप्रीतोरभाग/अप्राषित নডম दिधिरामसिउपछत उयप्रयवतन्यएवातईदियचडीदिउनि निजोगिनोविशेषतःअंजारराएलमा सिसिउचिंदियतिरिवाजाणिउविगतसिंउजलयालयम श-भादेशेषते ज-जस्चर हिदि शयत म सम्म बिमि रक्षाधिोपते प्रविसिसिउजव्यागविगतसिउसमुजिम्मागशवहनिउयदि Page #139 -------------------------------------------------------------------------- ________________ म.एकपारसमका धर्यामा श्रमगजप्रीमो सममि) -विशयाता उनीपात्रो) प्रभाग ससि उसमुबिमागिससिउछतउराअपातउराएलंगमवक्तति स-विशेषलेश शुल्चर / पंचेंद्दिति तर्य जागाना विशेषाताशयाप्त उयशविरससिउघलयर पंचिंदिरतिरिस्कजाणीउविरासस चोपद उ-उरगपो म सर्प से समर्यिमा/ गन): प्रयो) चउपउचउपउमरिसाप्यायसमुडिमगशवंतियपानगा शाचप्रर्याप्तो उपभागानाभेदूजाणा उरपासुभनपरिस) अपनगउभागरभावियाहासापाविरणपसमयपरिमय RECanon FOR Only imalithiary.org.. Page #140 -------------------------------------------------------------------------- ________________ aमवत्ता सेमभूमि-गर्भपप्रर्यापतो अपर्यासोनी एयरधनेर भाभणबाजारा कारता समुब्मिगशवतिय पछताअपछताभागउभाणियाहाऋति वरखेप चहिसात-रिजोगीयां .विनायतेससEिमर्जर ससिउरवयर पंचिंदियतिरिकाजागिरविण्ससिउसमुखिमग एक खेचर ३ प.पर्या अप्रोसोयारमा विशेषनेसरकंतियरवयरपंछताअपजताभटभागियाबाविससि | मनुष्मा विशेष समि / ममनुष्प -गर्मज) (म मनुष्या) उमरणासाविसससिउसेमुनिममणुमायगझस्क्वं नियमाणासाय Page #141 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अविस्माता में सममि विविसेषात पूर्णतो अपयशोभून विरोधात अविससिउ संमुगिमाहिासप्तिउपधारापछतउविरासा गरमन) मनुष्णाविरोधात / मीना शर्मभूतीनो सिउगवईतियमरणास्मासिसिउकम्मभूमिागाकम्मर तरदीपानो यातावरसनो से बातावरसना मियअंतरदीवागायतारबछवासाउरअसंविधवासाय ५ अर्यत पोहचविशेषात दे देवि विरोधात जातिकवानिकन रि पछतापछतमिउशिससिउदावातीग्ससिउनवणवासीवि (एाभदाणा an.EDODoternational Page #142 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४निरयरिस गुरु रमनागकुमार सुसुगाव शरकुमार इससी सदा उहरिकुमा सिसिउअसुरकुमाराएवं नागमुवन्नाविधानोदीव उदही या घशीश विशेषतेरा दारावे तर निसियते ये पेसावरतानसशक्षस ग्दसागराधाोउअविससिउवारणमंतारासिसिउपीसाउज अभियो। लाजानिकी विशेषान मा वगंधुरीशिससिउाजासिउशिससिरदर गहनरकता a.ताराश.अतिसेवात विमानिकास ते/क कल्मविमानेदेवताकव्याती तेव नव्यख-अनुनाविमान ताराउअविससिउरिमाणिउगिससिरकापाउराकमा न.नक्षत्र Page #143 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ७२ याना इमानदेयसीकर मतकुमार योमहं।। न अविशेषातक क य सनावा) वि.विसे). वृत्तसो साध द्रुदेवलोकदेवलोकनकदेवलोकधा सीदेवता Hदवलोकना महामसारभारगरपागाणा उविससिउकाप्पाउसिसिडाँसाहाम्नायजाधुरात्र विशेष्या कामानित/वि विसेवाते/ निम्नावयकना/नुत्तविनअविशेषते) तलादेवता वासमान नावासी शससिउकयाई उशिससिउगविछउपनाएतरोशिसास ग ग्रेविधएका विविसेषते दिल्ली गोत्यकालिन हिशीलीतिको रागविउविराससिउहिरिमविउहिटिममशीमग्गविधर रि-देटली, ७ उपलोषातएन४५।।७।८।मेला श्र विशेष यश्रवन्तरविमाननो वा नवयकलगवा - हिरिमाउरिमागविद्यएवाभानरगिससिउमपुताराबाई IGIT Editchelalost Page #144 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वि. विसे) घात विविजयविमानवि。विजयतामा नयेत. पराजित (सुमघमटन ड्रग विह नर (विमान ३ मान ४ प्रविशन सवात मसि उजियविजयंत जयंता अपराजियम र मिसिसिउ (ध. धर्मास्तिकाय) -जावत -हासमराका प्रविश मात स्याबंध स.न. राजीवदास मियेधम्म बिकाए जावद्दा समएवासास पा. पोदगला स्तिका) वि. विशेषते उ-परमाणुपुद्गल - बेप्रदेसी पाएंध जास्त असूनं न देसी गतिका एसिसि एपरमापागादुपए सिए जावोतपर (एस. अथ किंको ति तिन ति· तिन प्रकार १.१ (लंबद्र रगनं-ते (हनाम) दुनेबे नाम म सिएसन मिस किततिनमितिशत न्तात ना रचनां Page #145 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नाम2) गुण गु-गुना. प. प्रयोपता३ )(स.प्राथकि) इनाम)-कार- पातं कहल नाम कोण (१२) गुणनामपवन मास कितदचनामिव विहेपंन्नात तंज हाधम धम्मस्तिका पग्राम सम सत्र थर्कि को गुगुल पे पांच प्रकार/पंपर नाम रखतं ते) (लाम2) जागत काल या विकाशात विकाएजावा धाम एसतं दद्यनाग्मास किंतं गुणनामेरपंचविग् ते ते करबद· वर्णनाम) (गं गंधार र रसनाम ३ फा· फरस नाम ४ /सं-संस्थाननाम ५ सय लते तंज हायन्नन्नामेगंध नामरसनामे फासनामासंदानामग् पांच कारो) - पायानं ते कुरुव) हा काला व बु नाम ( नी-नी बाट नाम कित बन्न नाम पंचशिरपन्नात तंजला काल नाम नील बन्न नामर वंचनाम Page #146 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रानोवर्णनुमाहा-पी (मुधोलावर्णनु नाम स.तेव वर्णनामास अथकी कोणतं ते मावर्णन लोहि हालि ६४ सुकिल्यन्तनामे ५ सितंबननामयासकिंतंग। से गधा नाम -वे कारईप परयो त तेवत सुरभिगंधानुभामा दुरभिगंधानुनोमस नेगेगे जामन उनाम २ दुल्पिन्नाततंजहामुझिगंधनामशिगंधनामेय ग्स एस ते कोणत-तेरस नाम) ( ) परप्पा त-नेकर नि तियारसतानाम । तिंगधनामासकिंतरसनामपंचविल्पन्नातजातितरसनामे। के यारसनुनामः कसायलोरसनुनाम3) अपायरसनुनाम समरसन्नाम कड्यरसनामे)कसायरसनामेअंबिखरसनामे)महु। Page #147 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सिथिनरसनामस किं कोणतं का फरसनामाठपवाररपपरपा) रसनामासतरसनामबासक्तिफासनाम अटहि पन्नात त तेजहरख के करसनामरसाए श्मनतालोग हलुबोकर सीमीत उसीन उनि चो। लरसरफरस स साना सफरमर पाउपरय तिहाकरवडफामनाम्मर एवमउयगर यउदयसीय उसिणाने सु-सुयोगवाटफर मतेपासनामसंमतेवि कोणते ते से संस्थाननाम सना नामसुखफासनाम सितंफासनाामासक्तिसंगणनामर पंच प-परयानि नका) परिमहलमनाका संस्थाननुनाम-उसीवान नीना व चरसाचन सोलाइयासूरीपाश्र धरणानी बाजार मरी विशत्पन्नाततंजहापरिमउमराणनामेहत संरचनसंच NEnamottamatara Page #148 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 0.4 होगतते नानामा 11 ON2031IERBA अनुमानासाकी मिते में संस्थाननाम सतगु.पुरानानाम म:मधन्दी०१ स्यान भापरिस) ययसंराणनामे सतंसंटागनामेसतगुगनामासक्तिपा प्रचनेमकारई -परमात तेकरवर एक पूर्णकारोब मा भारतत्र जतनर विपश्यकाको नेतगुरगा। गुवनामे २ प्राणगवीर पन्नालतं जहाएरगुणकोटएजा तिनविषाने भेनेन गुण को एमपं पांचवर्णपो वेगेवर पोचरस५/शा श्राटकरम घातगुणकालए 2 पंचवन्नादोगंधापचरसारमा imgaतारण लोसते. पर्यचनामत तेषु व सीनामा विनिमन्त्री साजावत गुणगावरासतं पश्वनाग्मरतपुराना मिति Page #149 -------------------------------------------------------------------------- ________________ AN भारत रिलीपुराबननपुखक. रात्रीगनगमपरभण्डहस्थ्यपरपहा .वाहना ਬਰਬਰ ਚਰਨ अननास्वारनीयापरपराक्रतिमहिमा हिंश्योपुरीसनसगाच्यासिनिमहपिअतंमि पायगोपातय शतिहां पु-स्पलिंगन मा श्री ॐ ॐकार ।-आस्वरतानि वीसिगितिवियित भी होकार हो সুগনিম্ন पुरिसरसता भाईॐउस्मेतियताशिलाग्यिाएरति पउबारनही अंकारयते हरिबिजबेहराएभंति नानपुसमाचावा जाणवा, शिषभारत काऊबहमि तोईनर यार पारहीणार अंतियांतिय उतियजताउ नपुसगस्साबध रगतिक स्त्री पुषरनसिंगरात्रिणच् नि उदाहरणनि देणा-या जातभाग-पुलिंगाने र पर्वत कतिस्माता कतिस्पडाशस्थकी राधागविविष शाकारांततेराजा कासते बाणेतिएल्पोवाडामिनिदरिसरंगपोप्राकारांतारायाईकारी। कारइवान्दो Page #150 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गिभेगरीशिष/सिंमिहिरी उविश्वऊ. उकारीतपुर आमाकारांतता रौतथा सबेरापर्वत ऊकारांत जे निंगनिरिखी नानाम (R) तिगिरीयसिरीय ऊकारांतारिएह पानाउतार परिमाणं प्राकारता माम्मा का मिश्रीसखीरश्मीऊकॉरोताव-विपहज-श्रीलिंगवतिनस्पतिविशेषजेज सागीगिरी शिव मिलादेरी नहतसाहा सामनेरमधाम अनेलो माला कारती सिरीयसबायॐकारताजवल्य प्रताउतारण सुगिजागा कामनपाकलिंगवाचा अरउ उकारी पी.पीममधाई। प्राकाराततता शातिर गतिविHिEN नमसकारत धन्लरकारत नसग बिंउकारंपरिमाच्तान का चमारामाशिपयाने तहत बईविनाशते एसागसतंतिनाग्मबासकित उनाग्म २. उछिम्हपन्नात ती नाकालिन पस अन्नधाना सन्ततित्रिनाम सप्रथकिचारण नोपननामपगापाखानाकरवातविकारनामा Page #151 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रा.सरएकमायाथका पदचे प्रतिवादावणीजरवठसाथ.. धाइनानितभागमातरमपन पदवशतहरांतिरिकालान्भागमा ला अक्षरासिरानाखोप्रक" भाववीजइविगा.. नाथपकालानीपतरारनाम्भागमा BIHARI तर उही र उराहशत लगोवर्णन जहाभागामणलारणपगइरिगारगामकितंयागाम २ पयानि सतरावाधावाधावासथकिशाप्रसरनिया न विचौलागारखी विनीपनी कोणता पनीपनाकालापीर रपटा पतनधारतेय बोस पयासिकाणिसागामणासकितालगाणं अनन्नातन्त्रदिन रहाण्प्रदाय-टो प्रस्तापरिणश्राकाराला सतरालोपीरकरीत तिथ १६६३ पति यानी घटोत्रधारघकोरतानिराश्य नीमनीपनकं कोणून नरेगनी तलवा भूनिएन 1139 रतनारदानगत निलिए त्रिपाठाश्यालरघाटारसितालावणासाकतपयला यकीनराचवर्णी रमपिटिएलाएदिशाणारशएउटाशन ग रहरफरनठी तोगटातोगो डाने मामा जीत है की उन ताप्पटश्तीशीलतमालामासतपगईएसवितासगारगर मानाप१८ पटकसम-सामागमाबाश्मिा सानासा की तिबीनकरा वा Page #152 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इत्यादि रसुत्ररथसा Jump प्रचसा फीतामाटरी सताव-सहरलोभ्रतेनामा समेत मानवीदीना उतनावरसावागता सहएसोकरीसास्त्राकारसाघाश्रीसतेए मारना Hanाहतातरवसागपातसातानेथानमागव-विकारनीम/ भारताच्यातीप्तशादीवारा बशनिपातनिधिभरतात पतात . . समCC उपअदाण सामागता मागतास विगारगम्मत चचनाम् स ते को को प पलनामाचा परमात तेकामाला कोनिवपातकरी मानामा पल्पMAHAati उपमगनिविषा सेयोगेकश नश्व ना-नश्च स्ट-स्वतिनो निपात प्रारयातिवं उपसर्गिकमिश्चतिमामिकरवासितिनियाति सावरखो सी धारवाशाया प.परिनिरात पसर्गममा तिमिश्रा सर्थ कवण नकिरीयापा कंधावतीत्यारयातिकंपरित्यापसर्गिरंसंयतरतिमसतप कसनुतनानीमपाका Page #153 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ७७ हे पोचना। हम. अर्थकि० कोणतं ते ॐ • प्रकारर) (१: पर) (ते. ते कहर उ-कर्म न विपाके करि कोशवारात उदय १ उ उपसमते उपसम ३२ ब क परिणामी क गतिका चनामास किंतंछ नाम राहावं हा उदई.ए. कर्मनासा कटकर वातायक प-तेगोरापर वस्नु म उरविकादिक मथकि उउहा उखिकारका कारक उप समितेस परिणाम होत मिश्रात सैन्तिको हाते ते इनाम उवसमय खखि उवस मिए परिणामिए सन्ति सर्कितं उदर प्रकार १ - परप्पो त लेकर रबर उद करीनीपनोति यनामनी फन ลบ (उ.उदय ए हुशिहन्ता ते जहा उदरस्य उदयनिष्फान्यास किंतं उदई स·यार कर्मनी पत्र तेन उउदर एम. अथ व उदय म· अर्थ की उ. उदय की नीपो ए. २० एकमा १ गडी ए उदास उदास किंतं उदयनिष्का कोणते. ते उद्याने फन 135 स·अर्थवि से. कोणां ते ते अर्थ ७७ Page #154 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बेप्रकारह परमोतं.तेदेवा जी जीवन वियराज उदयान पनिउटायतिष्प कोणत-ते। ब) गुलजीवादयानन्तर गतवक्षिवादात नादविल्पेन्नाततंजहा जीवोदयनिष्यान्नजीवोदयनियान्न जीनाचारयानपान्जीवो अनेकप्रकार (म.परसो त कतश्वर त्याने फळरते नारकीपरा यासक्तिजीवादयनिफालभानगविक्षत पन्नातंजहानरर्रर ततिचष्म -मतुमपए देवता :प्रथा कायपूण५ मावशतमश्चक्रायः पूर्ण पतऊ वाऊतवनस्पतिकायपरगुरास आशावा तिरिश्व जोणिएमगुस्सेदेम्व पुठारकारएजावराणश्काएरएत रस्सा९एकलसेस्पा203 सिकाईएकाल्साय ४ करहालसाजावसुबाल्सा देबिति कोस्पानसूखतापरपवेदनपुर HAसमायापकसारमारण १५कासगनलपकाउनलस्पानसूखसारस्पंदम-शस्यप १२मायापलीभकसाथ निरोसा पएप Editimore Page #155 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काशात. नि एक मेघ्या. अ.भारतास सन्निपण अजान भा-या संसारकप सदमस्सा शिरिष २५७२५ २६पए उ लरका २४ Sm २९३ मिदिदीशविरएज्यसन्नीलाणीशाहार संसारबिउमा म. संभोगीपरणाम प्रकरखीस देत राजी तासभाधन लियर Y Marati पन्नवारिकवरीजापलिनागरा साजागीप्रसिाहप्रदेवलासितजावादयानफोन्नासकातन्त्रमा यानी योदयानन-धानष्कप परया ने कहाखर उ-उदारिकसरीरवा थ्राउ सरीरन रोदयनीपान्लागवत्पन्लाततंजरा उहारीरिगंवासरीरउरा प्रयागपरिणम्पानेद-स्यतेवणादिक मानलीसमरी RITESHकार मातरम लियसरीयउगपारिणमियंगरावा उबियाहारयातयगकम्मय जई पायाचाहारीसरीरात-तनमसार dat h inal shanwisnelibrarib Page #156 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रयागमा क्वा५ यार मे-गेधाराdy) फरसाद जीवानेवीपउदयाने फनन्न सत परीप्रणास्ते सराव स एवे बोरसेनीवनिष्पन्न तिने पगपरिणएशनगंधेरसेफासतंजीवादय निकालासतंज कमनवदयमापनास-उ स-कि -उपसमनाम) का पापा उदयनियन्त्रः दयनाम का दयानष्पान्लासतंररएनामासतिंउसमिएरविश पंन्नते सन्तकबाल उपसम् 5. उपसमानियन (स अनि कोण उ-उपसममा मोरगी उर्मटारीसर्वि नियन्। ते ते Kधमोरनीनोउपसमाणिन (विषारोर रायकर्मनी सिंजरावसामय उधसमनिष्पलियासक्ति उत्सामग्माहरण उपसमय) कागतमोतउपसमनीकता जस्मकम्मरस उत्सामग्सतं उघसामासकिउयसमनिया एस-तेते. उपसमथनीनामसनियत्री उपसमथकीनापा Page #157 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स कातमोहनी अ-अनेक प्रकार -मुस्यो त तेकहरवरी तक उपसममान उपसेतमाया३) न्निरागगशिपतितंजहा उपसंताकाहि उवसंतमाणस्यसत 3- उपसंतलोभ उपसंमपराग उपतरो (उउपमांतर्रर्शनमोहनीजेतेसम माया उपसंतसोनेउवसनपने उवसंतदोसिउरसनदसणामी 1.3पसमचारीत्रमोहनी र समसापकतवडीते -उपसमचारित्रसधारावधा नधी हणिजे उरसंतचरितमाहणिछिडरसंतसमतरिहिउयसता Vउपातिकवायवी नगणनवर्धापारमरगण्ठागराहोईस तेन त एउउपसमानकन्न चरितसहिउयसंतकमायनेमध्वीयरागरथीम्सतं उयसमनिक. इमरजीतराग Page #158 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सुखायिभावस या नवे ० उ. उप सम नाम / एस-प्रवृति को सरल साधुवमा) (ह-वेश कारई १. परमा) ते-ते करना कभावकारी (निष्पन्नातः) सतं अवसमिएनामास किं नातं जहा खइएरख खरवायि कभावी ज्ञानावरणीयादेककर्म वयेकसि ते ते. ए नीमुउउतर सर्व करो सा व्यनिष्फल सकिरहेकम्मेपय् डीएवर एस -सामर्थ कि ग्रावकर्म तो यनेकप्रकारे प-रूप तंतेकर-नारा किम कोण-ते की ते फलनीष जस 6 सकिन वय निष्पापं प्यारे मानामशनी परित्रका बाथको जिल के सीएम ने मूर्तिज्ञाना रीजन तस्रानीद्रा ज्ञानदर्मनधरणा दर्शनभी केवल खनिद्वारसी चढा थिए गिट्टी पाहीनदय नयी रहस्यानानभारी देवची उपकारी व निदा निहायरसाठा इतियेस्स पर अपर लोक शरारती जीए नागदसणारपूरहा जाए कि (स.अर्थकि को एतं ते दर्शनास राक्षयक म३४ चनास उम रोगिभिनि बाहियनारा Page #159 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ही उमरानिद्रा पसाएपसानथालारसाहगायायपूव-रामरवणश्नोसाना के क्षणकेवारतानाचरण पारख वरणीउ अरधिनानारगीरीसा३म-सी गमनप्रनार/ जननाश्रावरगाहट्रम लापर -स३पयलपया मानावराणी ४ ४रमकति वरण,यसयनाणावरगउहिनाएगवर्णमणपछवाकवचनागाधर रकम्मरणरणा अनावरण निराहरारीनचंद्रमानीपसावरगजेनु ना सानाधाशीकथाविपरितएसई राडोस्थिीगि Arianरणरणानहनउखाणावनी जानका नेपुर विश्रावणझानावरणीभमनशायनिफनो सयपाल र यामाया थीणविनीया गरणा अनावराणनिरावगरवागावराणनामाचरणेधकम्मश्यिाम बाणा कि कचरदर्शनावरगासयनिष्पन्नावकसरी रती सर्वसी निता सीणप्रचा गोराय५ राखिएक्विरदर्शनावरागीभरि देखरकि रवी सीनियनिद्रा वादशी सकीनरसनावरगोपनथ दोसपर वॉकवेलमा सवसिस्तोगनिाहरवीर निहानिाहरवीएपयरि रवी सातामचलापसाहपनि ति सामीण गिहानिहायज रातीसरानावगी समक्षा योहानिद्रा पशिबालपानहानिद्राया बरसोया रवाणपयबीपयार खोगशाणगिहावागचाकुदसणाचरागर १२शनाशी Page #160 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्रवधिदर्शनावरणी३ के-क्षीराकरसर दर्शना (न-रहितोद्रमाणे परणीजेनि परमानरावर्णदर्शन अचरत उहियाकसुदेसाप्रावराणणावरगोनिरावराण एवी लागधा दर्शनावरमा क-कमयकी व निमुत्तरारतवदनीका रवीक्षाण काशबरसारंगबिजेस्नई रामयशूकीनेखोलातिपनातेकतेवातावदनीयny एरीएनायर रसाछ कम्मम्सविपासावस्वीरगसाय एवी सामानावयाभानमा स्थाश्रयदी सारा दनानिर्गतग/ नागारेरनी जेरुनी बाटनालाई वैदना व्यनिष्ठरवीणसायादियगिए भाययरिणनिरियाणवीरगाव्याण सरसुभनि धसुभरेरनीकर्मचारी विमुकारिता-सारणको जानतक्षयमायासय स्वासयकीधाएँ तमकारा runsयमायामशेयकीधागजहन२२१॥ सुभानुभयणिहरिप्पमुकरवीणाकारिजाबखोगालामरी IFI Page #161 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ताजातवालिया रवी यकीविय वी हाहीधा दर्शनमालनीत्रीटीधीजोतनमाहनोत्रिय समालतमाहनाध्या जहनर लालनीनारभेददर्शनमोरनी चारीमार मालनी गमोहनी नाश्चारमौर नीराति हादर्श कामारिकानकायमोतनी २८ णापजिरवाणादासरवीरगमगामाहगिरवीयावरतामाराणोज कास्पारिकात नादियायमा गहनासयको संभवतमारुनीकर्मनाशरथीनीपना नामाबाउली लनीना मोहनीरहितानगावी पुनराप मोरनउरण मा मोस्नीकर्मचालिलेश्रायउपाधीतोव खासयकीध मारुनीशकी वोलीमीटर कालपूरकरार उतरनारकीन माहनिामाहवाणामाहामाहाराकम्माच्यासाकरवाल उभाऊउए । भनि नियधाम मनुषभुषा देयतानुगानुया ना नयााखा पुनरवाभाऊपास मासयकीय भ्राउ43२० बजउलोता ASH वाकनीना मन उउदयनथी । . निरभ्याएएकतिरियमण्याहवाउगाउनिगएरवीणों या उपाकर्मथक्राविसकतेमकानारहीग-नारको मा एक यादिवनागौ-पोगनवेध से सेधाननस ततीवनामकर्मशीनीपनानेवालातकरिब तिनाममउदारीकादिक नारा यादिकानिनामसमीरनामकारमनामनाम मोतसंघानन से य ण उम्भाउयकम्मरियाक गतिजाति सरि गागबंधणसज JainEducinotho L a carte anly Page #162 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सं.स्था मे बहरते जिगना से संधानरूपपरथकी मेघातन नो कारण काष्ट से योग नामेव्हण नराव काशवो.बि.विषमुक्त नामक हिरवर (तितेजपुरधार सरि बोस घातन नाम तथा पारि नामा दलनिपरस्परखेधननि परस्परम पदक निमा परादिकनि परि ऊहारिक शर नाही तो परस्परमेने विण्तरार या संग बोंदिबंदसधाय विय्म साकरवाए शुभ नाम खा नाता ३ धनादिकसा नार्यरत सुभा नियमन बशेष कर प्रतिमा रिदिमना न थी रबी०सीन सुमना शुभनामनामरनिवि रही संत सुभनाम) रबी-सी की छोटी स्थान - सबको उच १६० अंतराय य शुभाशुभ नाम कविष्य माझे, रवी ए गोन२६ अनामिनाम साध्येनी अगोचरति निगःयोगों एवं सयगये। सु सुभप्रसुभगोत्र विप्रयुक्त कारेश्वर वि राधे थकी गोत्रकर्म नेश यंत रायकर्म की नीपना से बात की उच्च गएरवी एणनीया भी गोरा गाए निगो एवं गग्गा एसभासभ वीसी की धोखानामा भवानी मठिये नो फोर व उएडनी प्रत राय उ.एक वारभो भोगवियाभरणस्त्रादिकवी रायकर्म ५। ६६ (नादिक-३३ प गोविष्यमा रवी दार्नतरा एवं वाभाभाग उभागवीरीय Page #163 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नेत्र-अंतरायाहि तराकर्म विमुक्त राहन घया के सि सर्वश्वर्थना सिसिहि. प. कषायादिकर ५६६ सर्व श्रीम. कर्म किए कराय दिन सीतली भू तराए गए उतरा कम्मविष्णुमुक्त सिद्धिबाट माल परिनी - सर्व नाता शशिरमा नाम हुषधी ग्स नेए / खायच भावधीत पति मे. सेराव. फ्यभागी नामकारक स. सर्व रहीत या (दीपना बुडे अंतगरे सङ्घदरक पहासनंख्य निष्फलास इस वः प्रायकि को सयोपशम भाव - बेत्रका वापर (ते-नेक तइट) (ल-संयोप समानयानसम नेते ख संकित व उसमिए दुहन्नास तंज हारक, उ बसामय (एस. ते त्रय) रवः क्षय) पशन) - या रथातीया कर्मच. भारघ.. कोणते भाव ) घाघाति कर्मनो स्वसमनिष्पान्निय्यासति उवसाम चुघायिकम्म ८२ Page #164 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कार तज्ञानावली नासकउप शमते योपशमिक भात टं.देर्सना बराणी) मा. मोहनी ३) उस नागावर सारणी समोरणि ये अंतराय ए ४ कर्म नः स्वस्य उपशमई/ एम-तेरा) एव स्योपशमभाव स्व. तेच किं की शा स्मपंत रायस्स उमस उचसम्म सकिं तं रचर - अनेक प्रकार प- पाउने - ते कदर स्व. भिमतिज्ञाना बरगी नाऊ पराम उपशम यकीने झीझ यो पशमे कभ वकर्मतिज्ञाननी वि. काकूस यकार उपशमयोप जामनी पजाति) समानुष्यात आणावे नाते जहाख उवसमिया भ . म सुत ज्ञाननी झिर उ०अ) (म.मन पर्यायाननी स. मतिमाननीय बही ५। विधिज्ञान नीलझि बद्दी वाहियान उडि एवंसय उहिमनपा वगानमन्त www.painelibrary.org Page #165 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ू अबही ही नील वही 3.ना.विज्ञान से सम्पर्श मि. मिध्यातदशेस सभ्या मध्यान हर्शनाने सा सामायि नील बूटिन नील बधिर अवधि 111 चौ राहि सहारन सुनाए विभगन्ना समदसण मिलादे सम्मामि बाद सि.बेहोपस्थापनी प- परिहारा सु-सुमसे परायचा क्षयोपश वि. रामित्राचरित्र श्रावकप कवरेचनी लब्धी विभुई) चरित्रनीधि ।। मिक यानी लबा १८ तील बधी १७६ साम ए.सोपशमथकी इय म१राय गरिब उपरिहारविह सहम समाच - यो पत्रामधकि बी(दादान्नीय बधि पुष्पादिक रारंवा मानाना लगाना भोगवे शस्त्रादिकयवधिविर्याबधिविर्य ब३४ रिता चरित लट्ठी खसम्म दागला भाग उबभाग विरियत (र-क्षय उपशमनबीर्यनील स्व. लो) पनि रीर्यलबधि २५.) थकील बधि धिर५ बाल (रव-धूप यो पराम नामक २३६समिया पंडिया सही रख उसमिया बालपरियबीरियल ही खड Page #166 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भारत421१310 खयोपशमशकीया-श्राचारोगी सो सानदारपण जावa परसेंद्रिरानीसबधि लाम खानी उधि समियासोदियरहोजायफासिदियबहीखस्यसमियाशयार जा-जासत्सगोगप्रसुदि) सयउपशमी शिवायरवानीलब नी व सनीपूवैध पूर्वधरवानिलबाग) धरसही जादिठिवायहार रक्समियानवपुत्रधारजावयास एव सयोपथीग - ग श्राचार्यबनास नगरव-क्षयोपशमभावशाम्स तेरास्व-सयोपस द्वादशोगस्पनिमारार्थनापेटिसारखावरणहाजपसावकारकक्षयकारक उपासपमाउयोनीपनि सानहारशांगनीरज धारवर समिए गणीवरायम्सतरजवसमनिफन्निासतं पस-नेत्रविकोपा पूर्वावस्थासर्वधनयवती बेतवानी ने कहा तो नरावस्यारपेहोरस्ते पारिणामकान पराउ रिरउयसमिएनामासतियारिणामिएभारदुशिल्पंन्तरसतेजी (समपमारोनीपना RECalentinpala Page #167 -------------------------------------------------------------------------- ________________ G सा-श्रादिसहितपरि श्रा० श्रादिरातिपरिणामिकवादिने कि कोसा-श्रादिसहितपरिशामिल हरगामंसात्रादिबिनधाजनीतेश्रमादिशारिणामिकनारराने-साव नबनेकपकार हिनीपत) ८८ साश्यपरिणामएयरगादिर परिणामिएयाकितं सादियपारि। कतबा जनउहारिक) (जु मुनउगुमर जीर्णरायान जुनउशी एनिए प्राणगशिल्पंन्नारतंजहा जुन्नसुराजुन्नगलिगेश आकाशि) अश्राभलारूपन म.सांशानापुरगर दवताना जु सुनाशेषाJawrभारिपारिया नगरपचेवरंगारपर्ग:भामासान। नावाब पिhi नरांजुन्नतंदरगारमायसारखशगंधुवनगगया। एयायसनगरनाभ्राकाष्ट रिसीदाम रिमोटाम-गर्भमस्किनिदिनी. गीरबाबाच्दमा जमिनमलिता उ.उयकापाय चे माकतन शश्नाला कारबीनथाशुसासारासह साधणीपाती उक्कादायादिसादहागनीएविधगयाणिछायाजवाजवीलिद४ लनाशनपासुचना Page #168 -------------------------------------------------------------------------- ________________ b০যিৗধু ধাওকষসহণীলাস-গহসংবা আলু जितनमाहिएकामवावासएसंविधएकत्वंपरिकसं जहन्लयपरिसासारखा त-उपरांतिपरितसंपातानाज-पोतउतक)जा-शवन उ उत्तर-परिजनसंख्या नपामीयररममममध्यानानासा स्थानकाय श्यंभवतापजहन्नमछासाठारणरंजावालासयंपारितासंखछ शिवपापरितसव्यानजिजयन्यप-परिन प्रसष्पानुजेतयात्रमानतात शुमानाजघन्सपॉतिग्रसेव्पानामातिनारासिनने-परस्प লম্ব হাওনই বীনাহবােকী येनपावरंउकासयंपारितासारखधयंकितियालारजन्लयंपरिसासारखायं परमारस् रुपएक उखउकरीयरातिबार 3.उतलउपरिशमसेय्याउदोहरमाणावर पनघपपरिन से मातुमेरनारा सिपापपरसारियाणा कारकीजेपांरपांरपात जीजापांचमासा युएरश्तेपाच गुरगा) जहन्न परितासारवधामनाएसीणगन्नमन्नासारोबाणाकासय HEducintuidinames Page #169 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अथवा ज-ज-पशु-जुला भूसेव्याता र पउणंउठतल उप परित्यपरीष्पातारा परितासंवयंभवतिअवाजहन्नयनासंख्यियंत बूगडावासरं परितासाल সমস্যাল ২২২ খ্যিকলাযd-সস थाहारजहन्नयंजुत्तासंवधकितियाहानिजहन्लयसुतासंबंधयंजगन्नया सय्पाना नश्तज २.२५ प्रमाण प्रति पूर्ण जजन्य व युनय याच हाय परितासारवश्यमालागासीयंअन्तमन्नसासापडिपान्नाजतन्नयंजना शय उतम परितसंपतो एकरुपप-प्रोपीयर नेश र जनपठे ना तुला से अस শুভ নং साररयासारत्याउाकासापरिभासारख्छएरुवं परिवतरांनरन्नयं मुशा पानहाय Page #170 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रियाधाकरच्ट्रमाउस्म तारगावमारककारवारari.MAA. पापस्याय मगरउचापतउरमशता समानारयणस्न र कारणीभाभिशाप्रमवासना बचनतेनटीपनि विश्छे मापापलिवला (बजेदमासूर्यबितेसहमोगयाकार प्रदामथान नाभूमिमहियार उपाय। चंदोरागासागवरागाचंद्रपरिक्सार मकवार विजापबीज रहे द्रधनुब उन्मेवतागस मनल-शनरनीपरिभीमाशा गल्धारबार सर२३ रासतबार तीसरालारणसवानानी रपशिवसा परिदापडिगईदयण उगमाशमाहाकारहसिय परिरस्वासरा पर्व नहि गागान-नगर पपई पासामा भ भवन निम्नारकीपाप्रसारमोद३० धभरतादिकमवतादिकम रहिमता निवास२९ वासावासघरीगामानगारापाडापाउपर उपायालाभानिया ए-रत्नमभाइप्रशती मावत्तमनमासा सा-सोधमोजावत इसीप प. परमारपुर पतमीत्रएवी कादयको लारामुकिसिला यम ४२ शिसाउश्ययभाजावतमनमा साहरामजावईसीयसारापरमा रासा न३४पपातातिनीभनय.नरगा 324 सM FarmoOIEOnive Page #171 -------------------------------------------------------------------------- ________________ त्य-श्रनतप्रशाषधरहानपिकतम भारत रासा-सामिकभारादिमा सार्थक्षित लाकबोलविसावनविद्रगनीदिरपरिणतपारिरागानिकभाकोरगत ते।। भावधीमसंख्याताजागा एापागामारणतोसिएराधासतंसाश्यपरिरगामिएसर्कि (গাংRিS ििहनपा परिनामा भावनाम सानकप्रकार कराधाक्तिकार धमस्तिकावा मराकारानीझायजीगस्ति काय४प्रद तंगध्यपारिरणामिएगाणगहिपन्नात जहानाविकार गलतिकायला -सोहर) भारत-काने भभी भय जीव सातए समयावलको तेजोकर जारशासमालोएअयोएभविसिड्यामभरिसिहयासि अ-नारिलायनापरिण) (स-नेपा-कारण नि स तेश्यकी को मे सनिपातिकमारना मरुभाये परिमा भारनाम यते-ते) तंगार परिणामिएसतंपरिणामिएनाम सकिंतसंन्नि Page #172 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ज-रातराविका निउ उदयिभाबर-उपसामेकमारग-स्वायक खसयोपा जानेएएल लाभकभार५ गसमय उरुवर १ याका तीकमजोगी उदऊषवरयार शारनामजन्तरासिचिव उदर उपसमिएरवाएर उक्समिय सुस्मामा निरभावभावना भारबिसयोगी सिरोगोयाकी बयारसयागीयाका उऊपरषाय पारिनामियागंभागणंगसाजाएणंतियसंजोए गरवसंजो है। ए-पांचसंयोगीयाकरीएनजानीपनशन स सर्व संनिपानभाशास ते नाम तेमध्ये কালীগী। কী २२२२भोग एरंगपंचकसंज्ञाएणंजणनिष्पसाबाससन्निवाइएनाम সলিলবণীয় কিছুক্ষণ नगंदसरासंजिागादशतिरासैनोगापैश्च उकसानायाणका : २.इसचिश्सेयोगी -दस संयोगीभाभागा पं. फोभारसाएएकपाचमयोगीराकरीस योगीर्यभागों भागोएवंसबरसीसभा धागो Page #173 -------------------------------------------------------------------------- ________________ न-तेमाहिजे. दा यासमी ने तेरा शगली की स्पु श्र-बानोइ-उदय गपंचसानागतंबगंजीतिरसंगमाजागाानम्माबिनाग्म उद उ-उपसमर एबोनीपनोतो अबरनामसभाश्नायाउ उद्यखा अयकानपान्तर भावकतरासघसामाग इए उसमनियान्त अबिनामउदयरायनिष्णान्तम ना नाम उदय स्वासयोपसमानष्पन्न बनामसभारनायरउ उदए पा पारीणामेकाना सभावमा विनामउदाएर उत्सम नियन्नि अग्निामेउदइएपारि अ.सहनामसभालायर्याउ-उपराम -मरकनिष्पन्न सरनामसंभाव रगामियनिष्पान ४ऋबिनामेउबसमिएखयनिष्णान्न ५ अनिई SoS onarinides Page #174 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ३. उपशम स्व.यो समान मन्तई बरनामसंभावनाय उ-उपशम या. पार लामिक नाम उसमिएर उखसममिष्यन्ति अबिनामे उसमि नि. निष्पन्न ७/ (बनाम संभावना एच. सायकर क्षयोपशम ति•निष्पन्न परिणामिए निष्यन्ने ७ प्रविना खइएर उवसमनिष्य घ. बर नाम नामसे भी न त्र. बना नामसं रव. खाश्कं समक नपारेसा मे जी बए भी गोमि भावनायक हमाइ भागोसने से शेष पर पर मात्र ९ पारि मिकनिप्पल लिट भूमिनामख पारिणामियनिष्फल बनाने ख- समय पापारी मेकनि निष्पन्न भाव णास तेनाश्ना मसंभा के उ. उदय वनाय रण्डव समिए परिणामियनिष्कान्त कयास नामउदइए Page #175 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -उपशमानवयन्न उ-उदोकभारतम मनुष्यपणु उपयमणगात उदातारणमात्रावतभागीरण (माविशरिरारिकजागउन्शनमारनाकषायमारनीनार उपशासकषा उपसमसंभवहाएतनामः उयसमनिष्कान्नयउसिमगासउवसंताकसागरासरीसनामध उ.उश्याने उपप्तमएवाना पनि माटे उत्क कोणतनाम उउदय क्षयोपशमानधन ध्यामनियन्त्रकहीयररमसएलउरभारा घर उपसमनिमलिय१कगिसनामि उदारयनिशान्त उदा स- मनुष्यपराउ, स्वतापशमने ए पास सेनाम: (उउदयश्चम्सियोपशमनि दिनुपामव उभारनाय रतिमापासरश्यं समतंगसणंसिनामउदएरश्यनिष्यान्न क.कोणम तेनामसंड उदय रख-सयो उउयलेम नुष्णपणउवायोपशामरुभा-विज्ञा नारनायर्ग पशमनिम्पन्न कयारासनाग्म उदएउवसमनिष्यान्न उदरतिमतासरखउक्स। Satelleional-heir Page #176 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ही ५नुपामय रास तेनासेनानायखसयोपसम) क-कोणासन्ना उदयनियान्न मियाई दियाईएसगासनामउदएउयसमनिष्णात कमी नामसंभावनायरऊ पा-पारिणामि कनिष्पन्न उ उदय समनुपपणउ परिणाम सनाम उदएपरिणामियनिफाल उरणतिमरा सरिरगामि कजीर ए राम तेनाममभानायपापरिणामकानिम्पन्नधाकको रग मिलेगा से एजीएमसनारमउदरापारिवामिय निकाल४ बयारास उ-उपशमरत-शयानेष्यन्त), (उपशोत) .याय सायरनेसमकिन ए एस-त) नामे उरसमिएस्स्यनिष्पन्न उक्सेताकसायावश्यसमएसणे भावनया HERubina lamgi Page #177 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ८८ ता. संभावना यउ उपशमश्रति रवलयती मन्त्र एरमात्र उ-उपशमन मति निपार शामिक निव पन्नांगो भार बोर्ड विष्मन्त रामान मे सनम उव समिएर यनित एवं खलु उब समिएरो पार (रा. इम स्व. सायकनिप रामघाति-धा) पा.पारे रणामों से ध्यान न रमौ भाग) हामा भो गोए मंझानुभाव आशावर पारीणामियस्सर मिएणं ७ एवंरवय समय एव-क्षयोपशमिक प्रति प• परिणाम कभावनिष्पन्न न हि जे जेनेभा गाति ही कसं जोगी उसमियस्तं ६ पारिणामिस्स १७ नबजात दुसनिग सं उ उदयभाने उपशम कमावलाय. ना. नामसभा भाग ३ एत्री बोलकर निमिश्रनिष्य नायर इम संघ लिया ग तुम उदय उप शमस यनिखन्त हरिया) से बनाम उदय जांगा नाम‍ बिनाम उदर उसमिए स्वयं निष्णुनिय प्रि ततेा इ.) हस्त नामसभा चना यह GG Page #178 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उ-उपसम वनोपशमनिष्पन्न तना० सेभावनायभागो उउउ.ड नामउदए यसमिएखउवसमनिष्फान्लयय २ अग्निाम उदयिक परिणामकारयन्तः। खरना नामसंभाउ माय Vard दर उपसमिएपरिणामियनिष्यान्नयः अबिनाम उरराव Ka-मयोपशमनिसाना नामसंभारना व सयोपशमनिष्ठा) छ भागो शवपली उपरिउ परिणामिनि नियन्नर भी गोमन Maउटयेक देवलोकान्तिभवाउसननियन्लेय ४ अबिनामे उदएरवतिएपरिणामिनि भागोवदमन उपारेउ उश्यक परिणामिकनिष्पन्न ईशभोगोना-रामादिक गति भारमध्ये संभव प्यालय ५ अबिनााम उदाए रखज्वसमिएपरिगामियनिष्क सयोपशामिका FEdivalicomics Page #179 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Ha-बना-नाम-उपशामक राक्षापयोपशमीकभावनियान्न संभाषनाग यकर खरनानामसंभावना दन्तियई अविनाम उखसभिरवशावउसमनियन्नि अनि 3. उपश-मीक वाया गरिमिकनियन्त श्ना-नाममेभावनायविशेष शमिक नाम उपसमिए खरएपरिणमिनियनिय ८ अखिनामें उस (निष्यन्न am अ म संभारलायन बरना-ना सायक) वयाप शामिक) मिए उत्समिर पारीणामियअबिनामे रमार उपस पारीरmमीकनिष्णन कोसे तेनामसंभावनायर उ उस्येवर उपशभिक/ मिएपारिमियनिफाल १० कयासनााम उदए उस ! Page #180 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सायकनीयन्न उदोभान मनुष्यणह-उपशानभाव कषा व सायक) - समकिन मिएरश्यनियालय उदएतिमासयसतांकसायावश्यं सम (ए-रासे तेना नाम उदयभाव उपसमीकभार हायकभावाने ए ममरयम भारताचा पला उष्णपणे एसरगमनामउदारसमिए त्यनिव्यान्लय एवंडा .पानको वसयोपशमसमरितद्राततिवन्तरजामीपवाराभउउभागा३ उत्पाणामित्र सायदय उपशमस्योपशम करायवर उपरणेतकवाय पशमपारीण दश्यउयसमियरउसमिय२ एवंध्य त्वसमियपरिणा ho- म स्वरकसमनि उपारेरवताय उस्लायरसमा उदाक्षिसायकपरिया डिपाएमउ उपमनुष्यवस्जीदए उदयजीव भागातयोपसमिकनिधन्द तपारीणाममा मितिमन्ना मिय एवं उदयरवतिय खरवसमियर स्खे उदयप आवातजस्था कभाव Page #181 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सिउदयममुख्यपाउख-सयोपशामिकभावर ट्रीकारियणामिकभारश्रु-राम-उपयायस्व स्पाय। जीवतेउयस्योपसमयारिणामिकनिष्पन्त करवसायकल सयोपशामिक दिएउपशामिकतायवासयेसरी रिणामिय ५ एवंउदेश्यवस्वसमियपरिणामियह एउठसामया नाकानिपत (एमउ-उपशामक मयिकपा पारिमिक्रात एन.एमशान घायस्व हाजी क्षयोपशमद्रीपा-शरिणा उपशमक्षयोपा स्यरस्यसमिर एवं उरसमियरवश्यपरिणामियर एवउपसा समारणमिकाए एमस्व-हायकसमीकि यापशामिट्रियणीगणमिनीवरसयरक्षयोपशनि तक्षयोपशमकिता शामिवानिपत मियरखउसमियपारिगामियर ववश्यरबज्वसमिय परिणामिय की हो पावसं योगीयानात तितर एमन करना) (उ-उराठ मानेन |२० मजेतेपेच उक संजोगानिणरमजिनमि उदाउयसमि Page #182 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पतवाशम्मकारयन्त लामा नामसभा उदय शमकशाम स्वासाश शरिणाम नाया किन एक निमन्तः यवस्य उत्समिलिफालय १ बिनामे उदए उक्समिएसरण असना-नाम उ उ उ उपशम) लव.सयोपार्मिक संभावनायका पारिरणामियनियालय २ अग्निाम उदए उपसमिय खउरस, पारिरणाभिननिष्पन्न ) 6. उदयवसायक स.सऐपशमिकशरिरणाभिमानप मिय परिणामियनिमान्त एवं उदावश्यवरसमिय परिणा वरनामसंभार उपशमिकमान स-सायकभार सयोपशाम पा पार भावरियामिक नियनिष्पान्त४ अविनामे उत्समियरवयस्य समियपरिण Page #183 -------------------------------------------------------------------------- ________________ निष्पन्न ५) (क-कोलास. तेनाम नाम उ उदयेकभा) (उ उपशमिक विसा झोप (संभार नायड कुमार रागग्रीक भाग मिय निष्यालय ५ क्यारेसनाम उद्देश्य उसमय खय उ निष्पन्नउत्तरक. उ. उदयते मनुष्य) उ-उपरर्गत ककवा सायंकभावइसं.) हर वह पल (समकित समि निष्कान उदरतिमएस सेवार कसाया संमतं व एव. क्षयोपशम भाव इंदि सवनाय एमेत नामसं उ उदय उ. उपशमी रसायन प रामो कभा उसमियारं इंडिया नाम उदय उसमय उ नि.नि. राम उहा मनुष्य पान उपज्ञोत काय ख ए राम उ· उयिक मनुष्यपरंग उ उपशो संयोग सायक समकिन- परिणामिकमी दरात उतिकषायोपशमिकपारिणामि जी सोप्रथम भागो के उपशामक सायकपरिणामी भावनिष्पन्न हुन उदायक उपधाम कसं वापरामिक समिनिष्यन्ति १ एवं उदय उसमियाय परिणामय एवउन २१ Page #184 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (एंडी) पारित्रिक भाव विष्ान्न कार्ड गति नशीबर लाभ - रामउ. उत्क्रम व सायकसम की लते नुष्यचरणापसि ट्रायकसारूप्पन्त एभी भा पारिगामि ३ एवं उदयवयवउयस एमाउ- उपकार सपा की परिि वि. साय कृते सभी क्रीन तेजी वतेपशमिकाय करूप योपशम पारिणामिकभावदेष५) इमर उवसाम्य पार गति कति तिब ना. नाम संभावनापा मिय उस मियेव उवस योपशमिक रेट्रियारि सामिक जीव योपशमिक पारी रामी कभारती आरपति ने वेब संभव मिपारिणामियनमाल ४ एवं उसमियर ति- तिहां जे जेनेसे- नेकप· पोचमयोगी शास तर समय निगम बिनामे उ. उद उ. उपामिकख स्व. वयोपपा पारगामिकनिष्यन्न भोगो साक्र समविनो शिक (सायक धामिका (धारी। उपशमश्रिचिदिइने कारसंभव उदय उसमित्यरय व उस मिय पारिएामियनिष्ान्त करि www.ainelibrary.org Page #185 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काकासा-उर्यिकलाववत्पाथकसनष्पन्नास-तराते. से-तेरा.प्रका लनामसभा शमवपारिगामिकभानमनिपाताकनाम (स्रना.नामा वनायक म्सनामउदाजारपरिणामियनिष्णानसतंमान्नुशरणासतंचनामास अर्थविकोणते स-सातापपरुप्यात तेकह) सबोनीपनातेसजवर रिस्त उना-नामस-सातप्रकारीनामाब यभनी परिबोलतेषभस्वर सनीकलितगंधा काढताश्नखा रोबीकोकोतिश्तरिसभररसर सातसर कितनामसत्तसरा पन्नतातंजरासाधरणसानर गधार में म-मोकायात पोचमाया जगारिवाधिशेवस्वरानि गनिनियही सबरसातप्रकारका बायसातारनानियोस्वापेचमस्वरमथे तिधरेसांधोतपरस्वररुनि तिर्थबर नमध्यवरहसा रानाभिस्थानकमारते वखर निरसवर बनम नमोसवर सोमपचामसार एचवहरणसार ७ सरासतरिया पानमसे सजलसंबर सातम स्वरना सातसवरनास्थानक प.परुपातकालय ल्या एसिणंसतरसारणसतसाणापन्नतातनहराम inten Page #186 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दिनार उरटूरकरी इवातऊपपजस-जीनामपनागथकीम स्वर जोमन वनस्तरवा ली याने गाया तथा यजीहाराडारगरिसर्भसरकग्रगणगंधारं मस्जीलाएमसीमं २ नाना कायरय पोदोत-प्रनिराहि करीभमुहनाप्रक्षेपास तिर्थकरिए सात चमार बानियासरई निवादस्वरसारासातरनासातस्यानति रस्थायनाकमायानभूनिधरणायाण नासागपंचमस्याएंगताहण्यापस्यभमहारकावरणरिणसाउसरी याचको जोरजाकोराजस्थानश्वर्नर नि.निकमा ५. परप्पा ते नेकापस लरेसातस्थाने नवर्त पाणस.सातसरजीवमा निजागनेत्री घण-प्रजिहाहिकलाल शनवानीरक्षण हरगोरियाहिया सत्सराजीवणिस यापासा तंजहासम्ज स्बोसमाजको निरसभर राजरंसर- दो मामध्यमस्वरपुनीश-गोल) र सव र प्रदानशाखोइल) विश्मराकुमानिससरहासारवर गसरमसिमंगावर Conternation Page #187 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मालिप्रमुख कुसु कोकिला- पांचमा ब. बोरवरसा- ते सारस- अनि नासेन गुड सृतिला शतर से तका) पांचमोस बरबार छेपिपी बोलई सिनविध मोटवर या अह कुसुमस नाचकाला काईला पंचमं सर बचसार सा कुंचा णि गिनियारस्वर में- हीतमा मसालाच राष्ट्र भूमी उनी नी० निश्रराप ने ने कतर में सजुरावस्थाल रस सरुमा · सायं सत्तमं गये ५ सतस राजीवणितियाप एवाज हा सव णि. गोमुखीकारवीरागीरिः) -सं- शेखर बोलेंगे. म. मध्यमसर- रती-चारच पण करी तथा (उषभस्वर 5. कावरी बोब 12 आर पर रड करी धमरार योगा मुहारिस हंसरं संखारवर गंधारं मझिएऊरी ६ च उचल पं प्रति शानरत गोगोधिका नाम वा जिन - उबरने पर मोटी रामस• सान भानविषराज रेड ड्डी सोध्रात पं. पंच धैवत स्वरखो व मोनिषादस वरखोल S स्वर ५ एपस्टाएगा। ग्गाहिया पंचमं सब-इयं महाामरीयसेत Page #188 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ए.ए सात स्वरना स-सान सबरनाल ०३ प. परुणा) (ते. ने कह र (ए) मे ७ एएसिएसन हे सराएं सत्तसरबर कान्ताका सा (एम. सामनोलीय. क. तेहनूंकि कार्य न ० नवशास्यें: पु-पुत्रपणाहोर ता. नारिजनन रोरवहिम वि· घणी व निपवनधारणा तरुने गरी मी. मित्रघणारा बराउन लेगजीतूदी हरवत्ती कथंचन विशास गावातयमिताय ना हे २.रुभम वरनार योनि रं) एम. सेनापति (ध.धनकार ग्राभरण ३. सुगंधम (राज्यराज्यहोर परीक्षा मी रं धरणापाम लाहा रिसाह र सधगंध (तर श्री जागेला सरनोध लीगा जीत मुि नोजा प्रधाना स्त्री पीपा गाकर (रा. शयनपथ्य या मर घलो मलंकाई इसी उस या गियर गंधारं गारज्जू तिमाजवि 68 Page #189 -------------------------------------------------------------------------- ________________ TI दाजीलानी है होश्व-कासनोकर जजेट वसीगीतयुक्तिनाजाराशीम-निरमभमस्वरने धूलोहारककलाझं नारक पर प्रशांत पटेएसनोपणिपारंगामीतमयरन उधणी। होता तिकलाहियारतिकापन्लाजेमालसतणm होय सजीवाजीव) लाल मानारपि पीनारदे सननी ममममस्वरनोधणोशितपनर दहनारदातास्तोत्र वाहोयाएउधासवररिमंता उहवंतिसुल्जीविगोरवाय पियदि मतीमसरमि परीवरपोरमासा लहोय से पु-शिबीनोपतिसमस्वीरोईन.सर्वचस नासनतनोकरण स्वस्नोधणि हारो स्स १पंचमसरमंताउहवंतिपुल्वी परस्परसंगहरूला नेकरारमनुष्प नोना 12 हिख्तावसति हिजरलोड वरहिसाबरीनरमश्व्यजिनी एकहोराएपो चमासवरनोधणीनामरश्वरनाधरणी वोन रोऽप्राणा गनरननायगे २१ हाय सरमेत उहवंतियुजिवि Page #190 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काकुचीनजील रसमलाजीरवहारमार्थमश्नही नियारशन उधणी चलनोपतिराहाररोकु यरएंउद्दासरना धरी माटी मामीश्कानयागी रंगकुरिलायकुवितीयाराएवंडामुहिया १३ निसायसरम लोहि दिसाकारी न नरमनुस्म । जेधाचारीकासी दलोय र धारिसमानारनोवर) बारवीतरीतराहमा ४ाहाय ताउतिहिंसागातराजंघाचशालहवाहाहिउगाभारवाल्ग रोसातसवरना नित्रिणी ग्राममूर्ज) (५.परमात-कर -सवाय ही नम् रानानोसमूततेसा ग्रामरतसातमूरबा २४ एएसिगंसतगहमराएं तिणिगानापन्नताजन्मसन्ज भधामसहितने में गधारसासहिसान समधामनीसातम्ब नारागकरतांप-पत्ततेकरूपीही सलबानासमूहातवनमरसनासम् ममममारतीमान नगेधारामना .एलानाभानापरइतमाटेमूबीनाकाहीय गोममष्टिमगामगारगारमसज्जगामस्सएंसतमुखगाउप Small SKorea Page #191 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मागोमूरा काकोरवी मूबाई हरिता रतनी मा.मा.तारकोलापू (करार) बा४ ে नातं जहामग्री १ ग्कारवीया रहरिया ३ रयणीय४ सारकेलाय -बट्टी सा. सारसानामा भारत रोगाला कशात्र छीना एक सु-समान मानास 7. मध्यम श्रामन -स. सासू रा तथा सात शीना वी ला १-परूपी मुरग ५ बद्दीचसा रस्सा नाम ६. सुसज्जायनमा १५ मसिमगा मस्स ऐस उत्तरदा दूर-रतनी उ-उत्तरा उ. उत्तरसामा स-सम) समो ना५ बाबरठा ४) करा नमुना उपन्न उहा उत्तर मे राज्य उत्तरी रामासामा केना सा. सोबीया श्री. ग्रामीरा 9 मूर बाहो. हिवरग्रामनी एस. सात ना सूर्या हाई सात मी १६) (श्री ज) यासावीरा ६ ग्राभीरा होर सत्तमा ६ रा मत्सरां सतमुखाग ९५ Page #192 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पव (३.परूप तेको यो नदीपातु पृ.रामा चयउथी उत्तर गधारा ५सरग ब रगखमरणार उपन्नतात महाशयारसुदीया पूरीमाचबायसुहगेधारी उत्तरगंधा परसीमा से पांचमी लोरेन रूलरमायमा मा तेबदीम सर्ववाना जा राघरासायमिया हरमुख९७ सूक्तरमायामासाहसहज्य सर्थ उ उत्तरायता कारकोर्फिमाता (स.सान मोर-गरमास सातवरक मर खाना वरऊपजरं नायडाउतरायताकाभिमायमासतमाहवरमुछा १८ सस (जीपीतनी का कारण जो योनिउपनिकेत यास- उ-उसाससाह के न सोगी समयनासो पसीनना रामउत्यतिगीयस्सकाहवराजाणीकरसमाया उसासाकरवार्ग यस्स Page #193 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सलपणश्शाभतामरता शा-भागार ससानस्वरनाभिकी ह० होऊपजेगी गोतनीस्वरुपा -पदादक क.सा। गाउँताजा योनिठसतिसमा मोवासति चणि आगारा २० सतसरानाभीउहवेनिगायेरुश्यंजोरणीपापसमाऊस गीतिना प्रा०पाका अादिमरगमहम्मद मतीमाटीधयानम-गो तनामध्यभागनिम्षा सातिन्निय गीरमागगरा २० आमउपारंभता समचलता गीतनामः-कांपरनिनि :त्रिणीगी गीतनारायाकार जाणे २९० जीतनारा शादरण नारमहागीतना यमसपरंम्मिरमाणउतातिलिरिगीयस्मरागाराराज (ति-त्रिणिनि निकायबंधो माजोन जागरसो तम भाभीया होरर रेगम (बईभ भाषायईसर्व शासटाणतिनियरिता रामनग्मानीसागायन गीतगार Samundeletion vw.simaliticarvaro Page #194 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नगरक्तमार उरमाणुसी लीलतेमाने गाय उत्तरउतारागा:यर०५ सासयुकचनि: उ-सम लालराति गाय सिरिकउरंगमरंभिभीयत्यज्यपछतालंकमासान (प्रनुमका काकसवरमाताबस्वर ब-एzोषासतिया गरगतिशिलंकारसा रसनगणमानाशनउको उखरहास्यातनाकारमारि तगाया तपु-सवरापुर्ण गार र रानिलले mयकाकस्सरमाएगासंबादास्राईति गहस्स२२पन्न फरषगरगार अवि कोनीपरि सेतमासमतकोकीसासवर मयस्वरईसू-संतान निमलिनरहोयरातमुधिमादियनानसमा स्वराणेजवानी तालासाह तत्पर रतंरभू कियेचवलं तहेवविध मडरसमसलान्या ना२४ तथापितोसरिजरहायाताशरखिहा घाटगोरगीत स्वरविशालालाईतिउरविसहरके केवाइस हास शिरनीविधिलायिालाय पणशीतनामूणनि नकररखर अहरण तिगीयस्स २४ उरकह सिरविसवेश गिधम MoryainalibraryangSE Page #195 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ०कीमूल स्वर गाय मकरधर तुरनाक मारादिकेसमा - भोवतेसा स्वरबंधनात समरे तिसरा वर जरा नाम कहर वानर तस्तताला चौ७१ शपथ समारोपर समोसाभर गीत कति छ ब उरिसियाय ब मितील पारकर सतसरसा भराण्या २५ स्वरसुनसानुना तारस्तता पनि अनुसार ४० बांसीमानास्वर सिर पूनि साउसा शिकादिसमात् सूरसम उसे गायें ते नाममय गीग साबसा ते पद समर्थ काय देशादि के उता यूरकर मंपयसमं तालसमलय समं गृहसमं चनिसिय विशप्रति ममुं स रा स्वर. सानस- मी स्परसभा नेतनिदोषमाश सचारात सद्यो समऊ होई में वे इविवि विप्लवं रसम मारोत घात इसम हसमक निवासोवास सम मेगाई ये सूचनादो परति ससिय समं संचारसमं सरासत २६ निद्दा संसा स्वतं चाहर सरनगी न३म. उ- उपनयताने गमी दिन सारै गीत गीतमारा मु.मफ उपदमादिक अलंकार सो- प्रति सुरमर प्रर्थन नी परेंगी गीतम सहितगीत अम्बाव सातसापचा हात करे ब जनमलकियं उभ्यासाव्य रचचियमुत्रामस्य २७ Page #196 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मारपरसमातार बनि समसायनापत्नीछि ननिरिणाय इतर विप्नातवेदसमाध-प्रशमनतिरानीग्रसरमथ्यात्वपमहारानाधणाप्रहार दाज- सोदिसमानसमस्चनियमी ५२ समसमाच्य सबनिसमजनितिविटितपणारा २.चउछाउप्रका रुवभावा२नसे संसकतभाषाभ भायाभरणी कहानीमन्नावादिक साहनिश्चर्य पता नलाभाकपा प्रतिभाषायवररह-होबिनविय चउगनावउसई रन्सवयापगच्वभागिउहंतित शनमनिससूलेग गीनशलाकार महारपाककाउरास्ता जीभायाराम मोरशरशस्वी लिविसरममलेगिमातपसगरसभासिया 26कसी या-गाथा समीरडकसागस्त्रीगाया गायमुहरं किसीगायाई ख्यस्चिमउयंचाकसीगायच JaHEdito Page #197 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गाय कोडणवीगाव विविलली ककोणस्त्रीरिमास-वारा-मारीस्त्रीगायर मभीर। विसंवरहीनदुःशीहीकउंगस्त्रीगायो उरंम्कसीयविबयंग्कसीरिस्सरं पुराकमी २० ग्गुरीगाय हा-कामिस्त्रीगाय-परखा सा-यामस्त्री र चतुकाणीमरीशियनी बनिविणारे तालगायबश्वाएकधम्मप्रिसाधन कहिताधधम्मनरअश्यापाथमः प२२४ महरं कारागार चरमपंचसामागायचतुर काणीयानि श्रोधलीलाविमारस्वर-बसीस.सोसanनावात्रामककागामनीसातसात या पिकापसापागलानीगाय माससयामा NA रंटियरी ३१परिस्सरंपिंगलासत्तसरातउगामामुख नामहारारिक सानोतिनोबिना पाईरसमासमपर्ण प्त तेएसानको एकनासस निविषाईप्रोकरसारस्वाग स्वरसारमानाम मला तीन रगरगतीसार ताराएगपन्नासे ३२ सम्मतं सरमेडलं सितम SanEdicatiohindi Page #198 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कारनामति स ना कोणमआठशाप्रकारायगवरीयाएपनेरु व्याकर) वचननेवोभक वनविभक्ति तनामासतिंहनाम२द्धविहावयागविभूतीपन्लताले मिनि मात्रामा पनिर्दिसणधरीची जीविभक्ति-उपदेशको कन्ट्रनायाभाकका कारकीरणका कायहर-रशिषरबोधनेतना धम्मतिकारीक पधा निव-प्रयमविभातिदायरानाबानाबादेशमीविवश्वावरलेसनाविरूपम्मेरम/amvad सनाविरुपधम्मोरधम्मारसोशम्मेकातना राधर्मन कलाएकथरिश्शाएवापरधर्मकरिश पनिकाहनारावधर्माधर्मलिता एक नरबान हानाहासपमाहारबिस्याउखरासमोरध्याका एकूधमा उकिशक्तिसं. पोचमोचनक्तिपदादापास्यानरवियोवश्तेहनांविरुपयनउरधाम्मति पाउरिमारत थितिहादेशानिविधिस शर्मन धर्मथकीयथ्याएधर्ममाटिसमाहिकरितांचएणधर्मश्री-पूवाधरेगाधर्मटि रस्ताघरंगाधर्मन इ-पर्छश्तेदानुनमस्कारनर कापश्यया विपरडोररहनाविरूपधर्मार उसी धर्मनगामकया इचउबीसंपयावाण १ पचमीवराया पायाधर्मनीन-टीविभकिस पानानास्वामिक्वजषिश्वावरतेतनाविरुपमर्मस्सभार सपक्षमाएकधम्मनारक्षितमंभिकही वाधणथमन्व धमनिधणं ताएकधर्मवतररधर्मतिकारतांध बाघणधर्मना तिताएकधर्मनउअथवारकर्मनीभूथवा एकमनूश्थयारधर्मना SAधममीरवरिलोधणास सातमीविभत्तिर्निविषरसन्निधानेवथारनिवियतामा -सातमी सुकारताचा सतधर्मनाथसिनरmaratनामकहाँनापानावर मेबन - - एग बहासरसामायोणसतमासतिहारगाप्रमा। JBILEDucation al Untoleraty.org Page #199 -------------------------------------------------------------------------- ________________ • श्रावनीबी भक्ति प्रा०विवबोते नां बिरूपधर्म? धम्मात हे एक धर्म-प्रथवा गोतम हुए प्रथमाभकि ६६ सभ• होय ई नितेसंबोधनविय मांहिलीप रान देवा उशते। एव मनभाव २ तभी निहासासामान धम्मसुतोनात रखीउ-उपरे भः शास्त्रादिकमणिकुः मकान का करिया उचैनत स्पंजे रतेरी जीविभक्तिन धर्मवतीजी विभक्ति बर शनि कहिरम एक्ये व ५ ॐ तथा विमान रावीत त्री नोमान क नाते का०करण न विवर कया० को धार प्रथमदिभति 1935 दिने तर कतिइत्यादिक नुस दीप हे धरणाधर्म प्रथ एसभा मंचनंच बिया ग्रहम साथ विश्या पुराउ मर मिपा करिश्रमनादिकच्यूराकार लघु जो हर र करि मात सरपंजाल रहे रबाड देशन र भकिमत - पुरुवतथा पात्र र करिशमनादिकथा पात-शियादिक नर्थ - नमस्कार स्व-हुस्पा वस्तु नुनमा दिका कृतिकार्य की प्रान अर्थ रमाडा-सान से विज्ञानदेवे एलान भारी बीएन याकार रोमिकया भागिय चक यंचतुणवतएवाहदिनमा साधुन आणु तथा मित्राना भान गि-हम ए. एडुती ए. एमी काळा ज्ञानसामा हामी नारायणा रमाउनमा कृपा र विभूतिष्ठायाः एश्रभ्यास प्रायरियाशा साहारावरच उबी संपणारामि यहि सुता 32 कोति व पाहिहोगया वी मुक्तिस्थादिक सुनु नामवर कुटिए प्रथ मक्सिक्ति जाएगा ब१ते १ Page #200 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विभक्तिततेहनिं वस्तु वागयानी होरे-बस-हास वस्तुमा वस्तु एरवी सा-स्वामिसंबंधिनविधिरीविभतिमान गृह तिकिटे व तो रुनागदेव नाबाि च खातथा ती वां ५ बहुतत्सम स्वाय गत्सवा तर देवता तथा नागन पर नारकी व पाटन यादि के बकासुतादिक तापासादिकाना साधा मामन इ रिषभामेस्वरसनर चारादिकर धरताना बेनर विषे को वस्तुत्यादिभावन १६ ए सानमविभक्ति जाणवी तथा समादिक नादेषपविवज्या इति वाचमी प्रथा रा सामिसबाध ६ पुसत्तमीमंत आहार का भाग्य •प्रावरण से बोधन करिते डीईसा करीति होभा इमीविभक्तिमान पुरुषले देवदे सहेडबरन इंद्र मुनीश घा तथा श्रीमती मावि गातमादि कश्रमनि थरंगा मंत्र देनारोबा मानदेय बरगान या उदरा प्रधानधार राति रमारमन नि दर एश्रा णिति तंग्रहन ७. अमिताभावाद्मीय जहाजू हमने कि कौन - नवत्र कारेला.न.नवक के व्यतिरिय ने तकर र विराजिंगुहार - सर्व रसना श्रृंगार रसमोनि रंजोधा ने रमते का गरम गान रस ते शृंगार वीररस मास किंत नवनाम नवकरसा पन्नतानं जहा बारा १ ग्सगार नम्) Page #201 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -- अदभूतपूर्व प्रातहरुका नागरोदरीमहाप्रवीश्वरान धजोमणीशास्तारसवाथ) सुत्यो ऊपनाकरिभासलंकाविरस्तुत्रमुषादयनाथी उपनोनयनेहोरोरीn उपनीदुर्गबानवीभता पानरस्तासी नारसतेनरसरमाणउसलाई २.अचातायाहाँयाहाशबापाचावलाउ ५वीभाबाईहा हाहाकारी का योगत्या प्रमाताकाधारित नितानवरसमा रानानिविपरंततपश्चास्मनापकरवानिधि वस्तुदेवी उपरथी उपना करणासस्थतिप्रशोधिप्रथमविररस परम सत्रुजनवरीमनावनाशशाने नास्परस नगरसभाहमा तरसनयमोपणियपत्याखोया सा का न् पूसातायतपरिचार्गमियदान तवचरणस निजि वयवातावरताराबावरी हाणादीनिति शि लेपन विविषयोतिमनास्थ लिपाणिनिगेखोसणेकरीनिवी नकररसे-तानरंतरताधिपराकमकरी पणिकापरपण परस होगराया जरगविणसेयगासयात्तापरलमलिंगोवीरारासाहारी प-बहन-पुका.कामका की निररसज-जीमहारातिमाह साहीशाली वरवीरस्साकापकीयासो प चारासाजहासानाममहावीरसोनोरछंपयहि ऊरणपश्उकामा an inter Page #202 -------------------------------------------------------------------------- ________________ समादायमरी सोपतसमूतनी निसविनाशकु० एम०टेगारनामरसरतिउसनादि) करवाजागारासपणरंगीर रस को हीरतसंघात कोहमहासत्रपरकानिग्थायरऐकुरगर सिंगाारानामग्तार र सासयोगना अभियान से उपजाम-कोकणादक पहिरवालिकामगणपतति मुसहा ताबासब नयाहारातगाररसबाजीमहाससिहलीलाक्षा भमानर्विवासार गथी उपनोजेनिकारातवियोव्यातला त मातरम साजागाभिलाससंजरगामडणविलासविबायहासरालाला गलक्षणोजतनीग्तरणगारर जजिमबतिमादसामनारासत्तिवि-सहामन्मादकारी के पदी उसकीयसिंगाररस बरस-मधरंभीडामागचेस्रायरेषचरितमनोर पावर बरनर ररावाहियानि उ RDER रमुगलिंगोधसिंगाारसोरजहामुहरग्वलासगरिएल्यि उमह वाजोधनस्तन मामी०स्नीहरषसहिनादिनीमानामा मेवाराम विस्मयकारी अर्थतजनों रुपनर पहिषाउस पधरीनाशसत्तिदा पाका अनुतपर्वभयउनरी गिकरवाएगणसामीसदायंता महलादराम ५ विम्हयकाग REATED orarmpar Page #203 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जो-जोरसादा होय सोतेहारपानातीय विप क्लसरासरहनता बारथीउ उत्सनियाभूरभूसनामारस बाबा अगरभूयाछायाजारामाहाईसाहासचिसाउतिरको प्रश्नरसनउमा जनिभरभनयस्वार्म एलोभ-अमेरर्कि कारंवादगतली दाहरणादयामानविविमिराश्रीजेनरचनधनथीजी-तमनजीरलोने विष जी-मीनर बनास होतातवियाँ रणात उनाम असउरासाजहासय तरमोह मितान्ने जजेभणीअर्थईजीवादिरूपरारयससमतेतितर तिप्रतिभानवलमा प्रजा लागतरवर्तमान रुपात्रकार नरुपत्रकाराफाशा किंअछिजावलागमि जिणव्यागजिजानिकालनतामुनिजात रुपार्षशाचा मोहरपब्रोकरटवीताक पिशावारिधान समूकरचउरुवोएउंसूठपणे सभी दिकसारनाशमुखानादि भयउ उकास.एनबो कुचितपराउविरहाकिमाभरणीभाव्योता २१. कारचीतवबठ ऊपनदिकावैयाटा भयजगणरुवसधयारचिताकहासमुपान्तसम्माहसमरिसा भ-भयना tema M elibrary prE Page #204 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जरानउस्बिरहानाह-हनरब पाथीमु-ऊपन मसोमीसलाम मरनोनेररिसरूपरनामजाजीशनिकुशीसाटानेवघात-निबबीचबीचफाचीन पानी परिमरणभरोटरसमोउसहरणतवाकर GORIEवि -निरुत्पनिकरानका उम्सुस्वनेनेतहनीया यलिरिक्षण नामिकामबाप्तभूषिसलेसम्यकाव्यहारना यमरणालागारसोराहारसोजलाभिउकान्ताम्यमाहासदादा था। लाजानसे मेकानिज-अजवान बिरसजिहन । रशिरषरामती जवाडननामसविलोभारमनामउपजामामानस रातसार उमाकानउघाउलथारपएकाइकर गतिमा एमसेकातल-जारमा रुहिएमाकिनारमान्नोन्ना उलोटतरण उनामरोसालज्जासंकाज धोखरासारसाउाहर लालीकादेशतथाकुड़ कीयामेन परणीतप्रथ पादपाले जानिमाकस्पाना निविवीलालीकरास्वाधिषगाररूप्रसादकासारना "मभोगमभयेप्रेमानदारियोनि गालिंगो बदाउरासाजहाकिालाध्यकरगीयाउयज्जगता एवशेकमातिएतलाउरी गतिरजणसिंगा६खएउरग्सानहाविश्यकरणीया SINEducathoriternata Page #205 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स-राजाकही मोरनरअसावारउए.वडामाणनाप-चमनारामध्य सुनीथरात्राम्हनादभाहरावलेनः लीनवभरणी नविप्रथम बलिदारिनयोतिरवियरडीरम उलज्जयामा तिवारिमिगुरयणोफारवरजबहापात १० असर 5.अमरिमालले प्रकासगे पाग निर्विरीतेउनि साएकी) पर पाउँदरमण कुणमरईसणसंग्जागरशासगंधनियानानियवहिंसाल ट-लीलामा प्रअमाधम मभनस्याउने समोर स-सभाविहगीर कगाोरनीभास्मा ९ वीभास्सारालाजहाप्रसुरमरभरिया स.सघस्किालरधानधरनामसरीररपीउमामालाक। कारउकलूपति का निसरसभावग्रंथि सकारेमिधन्न उसरीरकालिंबमसंच १०२ ब hiducaticademi Page #206 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Taq-विसमासादिपरीनवि-हाखउपनपिरीतविकासउपजरस पजरता-हासममानरसावश्यविकासायगरमाउसरपपुरुषत्रीपक रवउख-तरुमथावधपूरकूलाराजानाशधावाकानोभाकर बउल-जगतनाभाकामगासनाभापारायसहाणभारमानायक इसारमुतिस्वययावसनासाग्विरिविलगासमुपएँ दहा-हास्वरमराहरगदेयागबज० ० जोमबतिमज सुविसुत हासामणयपहारसायनासलिंगारम्साहाई १३ हाासारसाजर मामामिनामा:प.जागिउरीयर प.ओवालागी जानिधनानभारित-प्रतिहाराहास्यरस री.बीवीयाटाकरवालाक-कपार पासतमसीमंडियपरिबुहंदयरपवायंतीहीनयाभरकंपण म-मधीभोगरते-सा स्वी-पि-भरतारनशनियो रे बंधनवश्वास उपनउक्लवबाटारूपनसंगपर ब्राधीनगरकरी नोउपनिषभयएननाधकीप मियमसाहसरसामा२पिएरिया उयबंधवतवणीवायसेभा गालागासनोमरपारपुत्रादिका रत Timemap Page #207 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जरनूतन्ह.रसक-कस्मारसनोउटा जमा मा सोखतेमननोवि पत्रमार, रनगर रोवता विलक्षणबर के करणारसनो उदाहरणदेया कारविन्धलाटलिपल्ट योगेदवशीस्त्रीवतरमा विलायूकस्वप्न (हराया पन्निासाश्याशियोचायरम्नशिंगारसोकराणा कारागार प. यानी कि किस्मउशरीर वा-शासित्रावरिलाब एनेसनरत नरना प्रधान यातिरीरीघालयोगि वियोगीह। सजिहाप्रश्नायकिलामिययं यागियपथ्यलयब सोनस्सार रहेपुनेरीनाहरपड उसने निरदोष समाधिमनभर संभवत जो-नेप मन मानदिसायाकरजहनउमाशात एतगत्यातमुहंजाय निादासमोसमाहाणसंमगाना अ-वीकाररहितलक्षणाचे सा सेर० रस प्रशनिसजाणिक पसंतभावभूविकारंलररुणासारसोपसंतोतिनायाबा Page #208 -------------------------------------------------------------------------- ________________ यामाण शनासकातिना सातभाविकाररादित उ-उपसात प्रगतसो सामली) उपसोतारसानहाससानिछिरुर वसंतपसंतासामदिटीयं नाजशाह कोतियुनिखरसो साना सुसुक्कमलसरी स-सानाबमानपरामरकार मोसकरीमतीसएशनानका यामा TEPायमानबरसामवकारी हिजरसुणिरणासाहरमुतकमलपीरसिरीयं 2 एएन उन्बनिसरोसीस उपनाएतप्रतिकोरा दिकस लक्ष गा-प्रायोगधारिक रनरवि Duকাকীম তাল স্থল বই - कधर साबतीसाादासरिहिसमुसमुन्नागाहीहिमुणिय सु-सधारमी मीसरर्रररूजरमहाश्यमी कोएककामानिििवष्य र दसनामार-दसपका इस नएतबकारी नामसुशारीसनोयोगवाधेलेमिश्रास तेदिकाए प. परुपए काषनकासतिविधिमा स्वनिमुद्दावमीसाशासनरनामिनासक्तिंदसनाम्म २दा ama Mentold i erani Page #209 -------------------------------------------------------------------------- ________________ में सामनीपतेनाम नाम त तेकर हबी .गुणनिना -प्रतारणाने)या यादयेदक प प्रतिपक्ष पर अन्ननामल्लनामधनीपूजतना कहिवरतना सशिल्पंन्नालनहागाणानागुगरायाणपएगांन पाउवझ १प प्रधान बल नेसेयोग व अनान्निामनामा ताप्तादिकनीनाम अकोराक | (स्वतानामात मारिसी नाम पायणं ४ पारन्लयाए ५ ारयमितणनामेणं वय से सयोगेनामक प्रमाणानामथापनारिया सेने) गो-गुणवसमावंतनखरत हिमायतेनाप्रकाशिराशी नीयनजामशाला रकही चरणं संजोगणं प्रमाण २० सकिंत गाणस्यमयूर भरपरणलवमनागना नकारनपीज-श्रीमा न यतनाम माणातवति तणनवनि नसोपवशतिपणाशासनगा। तयाख्यवनागाशतह तपासयंजरदरितातपातप.नरनीपडसनरथगायुग Iswamiliary.org Page #210 -------------------------------------------------------------------------- ________________ म. तथा काना प्रभा निष्पन्न हीने नो गुभाराही त पाने 10. नथी मा.गिविंद्र जीव • मगरारीत करा भाजन न थी यून - वीटी स-समुद्रम रहीत) reat कितना कोत्ता सकाता-मुगासमुग्रमा समु अ. बासन थी / पराउर - हल नही स-पंखी ना० मोमन अग्रसरा पःपक्षास समान गाविशेष थी वान उंदर नह तक्षविरहि पाकुलिया मकुलियानापलं धूसर वा संप्र बाय (प्र० बरोजनथी (बी०बीज सरता) सा० इं गोपन करना क हीड्रानानट्री मारवाह एमारवा हाए अवियया बीवायए नादागाव (यावादीपदेनीप● धारप प्रा०श्राचारं च चतुरंगी उत्तराध्ययन ध्ययन) श्रीश्रध्ययने र. ममोसा सेलेना अवगुणास्ते जीव ष्पन्न नाम किं कारण पज नाम चतु यादगार शसताना गाणास किंनं या पावलीच Page #211 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नी१४म्छ कागन स-शेउधोमध्य न.२यम पुरखाकी ए.बोकमा नारीकध्य थन्धमाशाय स-समासरणारगुपक्ष्य यिन उतराध्ययध्ययनांब उत्तरारे-ध्ययन नभुस्हणायनसंगकोगभूचारमुपबनेनथथ सराध्ययननराननमयनसातमुनीश्रामपयनगहागन बना। यमागमा १०५ उरंगिचसरवयजन्वन्यपुरिसरधएलरावीरियधामागासोमासरण भाः जाजमतीघनाम भाइकमारना धादनपरनाम मीनामपाडात प.उफराय मागका प्रध्ययन ९५रण यनर मूमलेगमगन्न धरापरतायता कापसनाम अध्ययन उद्देशानि रानामसे ने उपए प्रति यनान्स तरापरतायातहातमी कापसनामात्र भारतलीयंगाबजमश्य अमरयासतप्रायाणपएगबासतिंपा नानारावारिसनाननगरादिवसतीन. सामवाहाना खाखमका जखीर नवीनसातकररान्तिमनारपानाभागाधारणीयानावराम सालतरारतसागरतयंरक कखगाउनउमा तथामा नवसगामागरर किसनदी जल पे-नानादसनाकिम:तापसाएकनारावसथवाजमापनगर तसेयमावीकसि. पथलपेथ्य यानाहामनपाटेमाश्रमसाधणेबाशि एनामादिकनवायस सिधास्पाहीला सनदशेणानय नसर्व समस्तलाकात से कि ताहोशतवा डीमोगलीकवी ते साता रिवरपुराणं 2 नवे सगासागर सन्तिरिमेम खेरकचरमरान पिमुहपहरणासमसन्तिावाससुय णिरिस्समागासुसिशसि १०५ Page #212 -------------------------------------------------------------------------- ________________ म.त सन्काहकारान विरियमीरकमलासनाधारियाटीवससा- मोकजाजरमागर एका सीना सीता उनानून सेवउकारणह योथीमनीरत्रसुप। बीमारिरावस्थामा चा प्रश्नीमीयलोविसमहरयेकचलधारसुबिसाउयोजलन अनरन्ना जन्तुबइठ मनातहतुन भर सफ नेपाकुड) लामाला अवतएषासासी प्रमुषनातुनमा तुनाम रंग रंगकुसेडा राहनीय सला सलमाजलाउएतलाउजसुभएासकुसुभएलवं विनटलू स-तेराप प्रतिपक्षपरगर (एस.सर्थपा प्रधानपानिपना शरभासरी ०विपरितपण शनयनीना विकागते त सूबनधानभर ततिनिकि तविचलीभासामले परिश्तपणासतिंपाहन्तयारश संन्यएपिवीजारक्षयाचपर्कयोपानारचू-भागनु ना नागवण पुन्तागवन पशिएरसप्रधान सतहनावनागवावस्य पनि सागवन सजिगण-उपरगण यशानागदाणपुन्नागव Emicarbohan Page #213 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १०ई नुश्यु कुचन जा उबुमराह (सा० साल नुन एस- नेपा-प्रधान पदराने शेषीक एस- लेकि· · अवार परीनी१ना नाम जारा हा कोणतं ते क एउादासाला साहनपाररग्स किं तं प्राश्य E एग्र प्रमाण ता.धर्म माने कार - धर्मास्ति काय प्र० काउ सैनाम प्रभात स-तेरा (नादिन नामसम यजीवरादिकाय ५काल ए सिद्धांताएं 2 धम्म बिकाराजा कहा समयास तं रायसि एस.र्थ की नानामचीना पि.पि बालिनामी नाम ते तसी पुत्र नीपारपि ० से. तेराना सत कोणतं ते (रारानिनामनाम वरनाम नसुयानी परा मनाम सतनाम २ पिउपियामहस्मै नाग्म उन्नामिय एस. किं. कोणतं. ते (पू. बाकी सिं· सीग थकीया) सी. मोर) · हाथी दा. स्यरप बाबई ६ प्रमुख प्रमुख सर्वनाम णास किं तंत्र क्या बांसंगी मिरवीदिमागी २ रा १०६ Page #214 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पशयार-धो गवाछवा सापटुमा चम्पत्याव-षडरवण रानरपाक-सी कन्या प्रसुषमात्रमा नधामन्य मरांगासम्पमुहा सपना परवी खरीणहीवालीरपय उणयबहुययाएं गुखीवसरीकन व परिर्णयग) गोधन-सुभटजा जागी मलाशयाभाजननुसरुपमा होपरियरधिभरमाणिधामाहित्यिंगियावासिरिणादा (क रकणाशाशका नकर्नास ते माननायनि नेशण सेनागीनामा, वायकश्चिगाएगाहारासतंचयावासतिंसंजा से संजोग च-चारप्रकारेप-पर -नेकहरचर र इमसे जोगावि क्षेत्रसेरोगा एएं संजोगचउहिशहपंन्नातनंजहावसानाग रखित कि.एकगाथारकाम जाणी गध पन्न तेअर्थ सेमेनागीनामा •कोण Page #215 -------------------------------------------------------------------------- ________________ का कामसेजोगाभारयोग एस.तेर्थ) वन्तेर त्यसयोशातित्रिण कारा १०० सोजाए. २ कालसंजोए३ भावसंजोग ४ सितिंद साजाग रति पकार प परपति तेकराम सानच अविसमा मिश्रसेस पूर्थ सासाचगा गोधानतय उसासेजोग योगायोग कि तसेयो गोादास्पसं वतिगोमानियादड विराह पन्नातनहासचिलचिलेमासामकिंसंसशितगा उटी .उरीयावा 4-११ पठमानकही ऊ- भाऊ गाउरा स तेरास साचित संयोगमामयी करीयाममुध से पवरधारीककामधारीत गामार उहाहिउहाएपहिपसरऊरणी ऊरणी एगसासचित सत्तेवि कोर बनेसेरोगे डेनिम जोगेट देसी बलारी बरामनिवार राचिनसंयोग राजालाई उधारीकादिवार सकितअचिले गतणबत्ती राउणंडंडीपारपरीकारकरी TE tema Page #216 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एकनामा स.लेराथ अचि सकि.मि.मिश्रसेयरोगीनी-नाराकरी.सासरतगारउपम पूराणम्तमान TASHमश्रसयोगीक नने योगरनाम काशाने तक पारीले निशुलप्रमा ISIS जबराबेमिशामकीय सतंधितासकित मिस्सएनावएनारिएसगाउणसागरिकता एरथकरार रथ.हरुसधारीमाटिहालाकास्तरामी-मिश्रट्रासेयोस.ते प्रथदिखसे कवहिवानकारियाई सेजोगीवनाम गीहनामा होणते सेसियो य सेते हसारहिएहलेगहलिएासत्तमीसएसेतंदवसंजोएबाकितान संझनपथरमा मागसनिशिवजयाप्रथावाति सा मोररे से भा-भरातजाताभरतानाप होमगतमगधकरियरमा मालवदेसनो मेरयासत तेह मसारह कहा तसंजारभाराह जारएवरग्रहवामागहरामाउचएसारख म-भरतद्रेसविविजेण्यो कायकरगनाउयनाड कोससेनादसनेम तैवस्वमेयोगनामासः नश्यामररहदेसेबसे तेहनराकरणीक बीउकोसत महीयतेप्रथा कोरण निरुने मराटी कहाय स नावतार एमरहठएमठणकोकणशकासल एम्सतावतंसाजाए सर्दि मीजावतएएनसीरयानासतरनमाउवाकाहय in Eden sonalitieani Page #217 -------------------------------------------------------------------------- ________________ का-कालसंजोममेनिखहाल्मयोगसुलूमच्यभा जास्त दुषमाशारानिधिजराफ.गुणशकवना नापजाहसमसमजविसरतरयमखमकरीएकजस5 पनानामहखमेरथमशाननेविसोना) G H बसमसस्मरतीयासी भरपाउतेउसाए तकालसजाएरसुसमसभाएंजाय उसमसभाएरहवापाउ नराव सू.सररह-रेमेतात व वसतिशत गि-प्रेषभिजनो का कालसेमोगास ने अण्णतेवरितिक३ म नोजण्या धनाजण्यापजराणे ईस ते नीपनानाम कि-त्री सरवासारसरसररारमंतरवसंतरागिरणासाकारसांजाए भाभावजी वनहार पपरपातं नेहरु प्रप्रसनउरणति -प्रत्यणसं नाम रखसजागनामा मागीचनाम स्वितंभारसाजाएग्रिपन्नात्ततंजहापसाबासाबर स-नेश पु-अवास्त. ना-सानजसने ना रे दरसरणेकरी चारिवारिने काकालनासानीकतारममारसरणीतियचाएकतिथी वारण सकिंतपसाबरनामोणनाणीसाणणरंसणीचशितरणचारि ने E berne Page #218 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सातराप-प्रशलमान अश्त्रशला काहजहानताकालय इमायारामारकहा नामयोगिकमनामकाएसयाग ह. नाम हनका क मानादिकापणनाम थलो-लोभकरीन भीतिय नाम लाश -प्रमाणनाम तीसितंपसागसकित प्रयासाबराकाहिएकाहजागलान मे.ए शन एणम सेएभावसयोगेनीपना सानभूथ-प्रमाणनाम) एन संजोगनामा लाभासतंत्र्यासबारासतेभारसानागासक्तिंपमाण उ-आरप्रकारेप-पस्थ्य उतं तेकताब भा नामप्रमाणशेषनाममा सप्रमाण भाभार उचिाहन्नाततंजहानामप्यमारगेटवणयमगणरमुय्यमाए सन्तेऽवभिा कोशाभत ना प्रमाणनुनामति से मिलनीदन) धनीरकुनमाणउनान । भाग्यमााणसिक्तिनामणमाग जस्सएंजीवस्सवाजी Sh SudarEducatidarmath Page #219 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जा एकजीवन भूकरजीवन) १०२ रस्सराजीवाणरानिरस्सरानीगंगाजीराराजीचा जी.पण जीवदाएशा जीरना त-जीवनीवछेऊ याप्रमाणरत्यारिवाति. प्रमा वाजीराणवातभर स्मवा तभयाएंगेयापमात्तिना उम-तेरानामप्रमाशोनामकरी सतेजकिका स्थापनाप्रमागास प्रमवीयस्वालनिर्णयकरी गत से रातनाममा मंचज्जत्तिामणामय्यमाणासतिंठवण्णमाएर सजवि प परम्पउने मेदेवारि न-नक्षेत्रप्रभा एवं कुलनेना) पा फायउशाश्री गम्मरोजी-जीववानर ई गयीप्पर भरनामा मातपानामा म न हेपन्नातर्तनहानगतरेक्यफुलेपासंरगण्यजीची यहि Page #220 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रा-माम प्रायनाम पायशत रिगस्तथीपण भिप्रायक शायरतामधीजीनामा स्थापनामा पुनससाना-सातश्थली नत्रनामते) शाभियनामंटवएणनामंतुसाताविहासनिरकतना क-कीर्तिमनाविनादवलाटी उकातिका रीसनामावर्तिकासमविलतिका सराचीसनक्षत्रनयना धाधि कार्म मूर कालयोनाएकतिएकित्तिहादतधाम्नकितिसम्मति नामदेवनारामविकत निकामना- भारतभरणीय निकारामकि चर्तिकसेन रात नक्षिप्रश्नायोभरीत्र तिदारकिसिहारामासकिशिसणाकतिरकिएएवंजावभर ए रहोस संगरुणी तयार की इतिक गरी राहिणी यामी गसीचा पुनर्वस नक्षेत्रनी जोगनी एजीएसगरणियाहाउकीनीयारारिणिमिगसिरहाय KELaborators Page #221 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 059. विचिसावा, विविगाया भानि ( उपस्नासयामामबाप दो पुरी रामार गुनाए प-हस्त मालगुनी कागणीकहीय उत्त रावस्यास्सायताशायामालसामयातादाफरगुणीउयहागरि चिसा स्वा) dravel तिमात्रामा मजेश मुभू.पु.पुर्वासा दा तन तासादौरिसाहासहयाहारशरएराहाजगमालापुडासारासह अ.प्राच२०) धनिया सतभिवारदा होश्न पूर्वाभाद्रपदरावती मसाबा उत्तराभादाद उत्सारख्यामसवधणिरासतमेसायिहोरभट्च्या अश्विनी-भारणीस.एन) पणिपरि सनरानसत्रनामराल्लानामारोलि २. अश्विनी न भारणी२० नक्षत्रावासमा भारितनानजायेण्हार .) पहनक्षत्राननामनाम रतिप्रस्सारण नरगीएसानरकत्तपरिवासितनरवसनाामास पासनको mobalise Only Page #222 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पण गाथाजागिरदेवता) दतिया अराव सनसे..प्रसिदिखनासुजाता पणाविनामि किनार जमदरतालागाबरमहांअभावना । मिपुर्वाप धिताप्रादिकरत जोगवाजता कामातलाम, कितादण्यानामे अग्निादचयहिंजाएअग्निएएएसविना जनिमश्वता अतिकोनोसिसिंगीनो अधिश सीमामामाममा निविलसनिदेव पान निनामी नाम शिवादिकम वकझोपर्याप्त मदेवता रदूभूतापुषनक्षत्रनो शर्मम १७ anर्ण भाग मिजोरजामग्निपयाच सामादिसीविहस्सरसा पिउ स सर्विर तथा वा वायुशाग्न मे मीनि :निरमा प्राम-विमर्व नापजेजम उगमसरिताश्टावाक्यूरंदगीमिजोरीदानिरतीयादेवनाभर एपनी पनि प्राभरातरधरस्य सूत्र विनिश्चयाण चनालय स्मायतभनिहुयवसुवरुणयविचही शासनासजमचिवासतो तानाशाबा तङ्का जे२४रिवानाएहानाभासदैवतश्चाजीनामजनारमा नामब२५१ बावनारगतनाननीय वाताव SENEducational Page #223 -------------------------------------------------------------------------- ________________ द-स्वप्रमाणस्था मि-पूर्थकिकुकुनिना नासिउगा राराभानवले खत्रीनकुरामा धनाकलने स्नानाममारणा काते-ते मनाम.उ.उसककलनोऊपातामाऊपनाजरीइन्नासूरुपनात वयाएसपनात नारी ऊपाकुड़ा दिनाक ऊपनाजराइन्न क्षेत्रीधंतरापक) 10११ डिवतानामासर्कितकुलनाम् गाभागारारन्तारवाहगरता रावनाकुलुनाऊपनातिनायकसहमतपथदिपा-पाबेसनावच हाप्नरंथाचपाखर का कारणवशनाऊपनातकारस-तेराकसकोणतशाश्रीतमनउत्यातदानयायिकादीपायक जानामतमा स्थापनानाम मश्रितापपरोगीयोमासनया गाणातकारासतंकुलनामसकिंतंपाउनामे २. समाणप बुधदशनामाकरता तापसीका पिशेषपंपूर्व-पासीधापाखा पायेरस तेहिं को उधदाना दलहरसादिकतापस जसपासीयाराम नाम तते) रंगभिरककावारिसतारासपायरासतपासंडनामासकीत गोरणसमापनाना में मननाममममम ममलामम-मनदेव५) म मनराम्सदम.मनसे जिलदो गएते दिन नामशधर्म | गणनाम्ममस्त्रादान्तमत्वधम्ममनसम्मेमन्नादारमनदासमच ११५ बातेगणनाम aainEducaticurtaional Page #224 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - मत्ररक्षित प्रमाण नाम से अर्थ ते रोये ते जीव रानि प्रर्थनामा मिना घिनी बनिये रात कर जीवतान - थापर - उकरना ६१. केवर यात कच्ची नाम (3) सामोर रिकरमत गणनामा निजाया नामक एउट केन्डो रा जी.जीवनास ते पूर्ण प्रदेश रुढियो तथा आपण मापास नए पूरनामा किं.उनमा बन जीवत नामा (ते. ते) म शापत प्राइम सुप इड एमुय्ए उसी या कावसतं जाचायानामास कि तंत्रामय्याइस (ने- लिवर ब. बादली नाम) - पलासे हु मि. सेल पी. पीलू क. की रह नाम) वृक्ष उ नाम) 53 सु-सुपर. उ. नाष्प उपर सीड का करीना वाली द नाम एल ए पलास एसएमपीलु एक रीररसे स तथा श्राम्भ प्राणिनामा सि.तेरा ॐ स्वापनानामप्रामाण से तकिं• को। - इस प्रमाण छ- अप्रकाश (संपूर्ण) श्राभियानमा सकिंनंद मा २ स Page #225 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कारण पं.परासत कहाधमा निकायजावत् काममूय स.अत्रमाण सेनेगर्थक धम्मास्तिकायाकाली यावलकादिक कोमा भाग हिपेन्नानतंजहाधम्मम्किाजामहासमरसतदछ्यामागासा कले अर्थरपर भारभावततिजमाप परमाउ-ते-लेकही सा-माम नहित धाम (हाकीम किंतनावमारणउछिह पन्नत तेज हासामासिएतहियएधायु णि-निरति ४ मते पनि माम माम तममासम-सा लेक हरपर दुधसमा बहुरहा। को पदमास तसभ हो स समास एपिरत्तिएसिर्विसामासिमतमामानवंतितंजहादांहबहवीही ह-कर्मधारयसमास एणपत-तत्पश्रमानावर एकशेष । सातमउसमासास-प्रति समासःरुषसमास समासईसमास कोणते से कम्मधारएदिगुयेनयरिस अवश्भावएगासासयसतामातकित Hermona Page #226 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ६ देहसमा)-रात अनि उ-हाठबत्तप९एचटाकरीयति उ-उराफ्ट राज्य एहब श्वसननेपा-पात्रता सवारदंतोषयरमाननायबालनाटय बाकरगति बारा पदभैसकरीयेति गरे राह२.दताडासाचदाताएंस्तान्नाच उदरंचानादावलंचपात्र वलपत्रएक-अ-अश्वथारायणअनमः मरिषए 6-सापन-नोबीउएछेभसाकरी एकपरथायर महिवसाधरणनए पदामालय (करीति चचवपाश्चानुमहियाच अस्वमारियंअहिश्वनकुलश्कर प्रदिनऊोतवउधसभासास-ते. छद्र ब्रहीस-कुलागिपर्वतमधीवक रु कृय एक पदयापश्से-तरादि - कासमास) कायसभासमतबिकस्पायविशेष हिनकुलंगसतंदोहासर्वितबहब्रीहिसमासपुत्राश्ममिगिरिनि शी ठकुरजहावि सकन्दरबस्सएहवासे. करबरसावलमोलाईनन शवनामपतन जान जति समय यार कुत्यकयहाासाश्मोगिरीफनियकुश्यकयोबासतबहिस्त्री JHIREDIEntent Page #227 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कि कृझमृग स-सनासामने क क-कर्मधारय समा) धीर सभा.कीकास ५.छोलउनष्ठ मरते| समासासर्कितकम्मधारगर घालावसाहाकिएहामिउकिरही समस्त उजर व रसास्वतपतकारगतोवर काय स.ते एक कर्मस-समास पटतेहनहीयपवतोयीउसायावा यासयवाडारोवाडारतवासतंकम्ममरएसमास मते अशुदिदिहि गुण विणिकश्यामटियी दमानातभरणीत त्रिणिमोटाईतणमहरागल्या वारमिरी रात्रिीकमहीणिकटुकही करातभणीकहीय समितदिगुसमास २ निलिकटुगानिन्तिकार्य निन्तिमूहए नि ज्ञानदर्शया िभ त भरिणत्रिणी रणनि- RA-तिनिणासराईप्तवसबागले कात्रजीगुणएकाकतीयसतपतीपुर एकरानभायात्रसरकताया। रिणतिन्नमरतिन्तिगुरगतिशगतिलिपुरातिपुरं तिन्निसाणि सिधा राराका य Page #228 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तिविमलात कावित्रीणिविदयानत्रीणीय नि-त्रिणिति निशिगपंचात्र पथएकताबेलेन पुरबाकहीराबहिराकराबरतेभाणीकाई गई निणपथकहीय) निसरतिलिपुरकरागितिपुरकरतिलिबित्यगतिबिल्य र तिन्नि पिंपोरनदिनपाचशक मसानताएकाबासातगनकर नराणा तेभली पचनी कही। Soहायकटरामनगी कही परम पहातिपहचाई उपचनई उपचदंससंगयासतगयनवतुरगानवत २. देसामएकठावे व रसगामक पदमपुरा एक रसपुर स-ते एदी हे गुस म तर्थीको विभाहीयधनेन कहीय समासतेते। रगद.सगामासगामरसपुराणिदसपुरंग्सतंदिरसमासासविं अकागमउनि तिर्थ (परहजहाथोतहनीवं तंतस्युरिरामसमास तिरिकतिब्काउवरणहबारणेहविध ल-तमरवस-समास-Jी तिर्छन उका ततपरसमा .तिर्थनउकागन्नाथानावविरहावक्षन उताथीव.सना नननहाथीक हीस उकाशकहीयर Page #229 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भिसउवा ११४ नईयहीकात बननउहरवन्धनानधन ठिावरतरतेनावनन उभिप्र सननउमवतनन विष विपिरहतेवनन उत्स्यरक धनना रहेजेमूयरवन्त कहीय f] उरमनास्यरकहीया रोहोवणव्याहारणारगमहिसावमहिम्मावारणमयुारायणम एस. तसत सहरवस समास५। श.अध्ययीभाव समासही नदीकडूनच ये गामयुरयासतंतरिम्ससमामासकितअनावसमास अ हीश्यू पासि टूकातयाज नारायंत्रमागरसात मन्ते प्रध्या स-समा एनसमापकी रगनशतावरीवही रभात गुपश्यंअगामंत्रएफमे अरगुचरियासतंभासमा मतेपूर्थविः गएकशेयसमा जजिमएकसुरुष) त्याहाथीणापुरुष ज जीमन-शण कोणते तेस नउनामलामाई प्रावि गासम्बित एगममास २ जनाएम्गारिसानहाबहारिसान १४ ए STERamost Page #230 -------------------------------------------------------------------------- ________________ निमा एकल भएकाकरिसरणीत्यालाघाम तेराए: एकशेबस-सती शीयामा एकसातत्यानाधणासासामसः समास बाना हाबरीपरिमातहासागाशिसाएवंकरिसावाणसारािसतएगास एम ने अर्थवि कोणते तेन ताईततेप्रत्ययन कलमध्यकनामक कार्यानकारनाम अनलाम-सीत्मविज्ञान नामरस-लोषाने तेन हिता नामरमा समाासासतंसमासिएसकिंतडियएरकामामय्यासाएस। से संयोगी - समीपवास सफरनामई राम अयस्तातहिननामा तुन-अभी SXEVवामा जागसमीशहायसंसाहारस्सरयवाण्यतहियनामतुप्रवि कर्मधरकनाम वर्णानुवि ननाविन्दना विहिनारप पानना दादोसोशणी या मो-स्तर प्रतिसाहारण रद कएन/ard नार हसिक्तिकस्मनामेतणार एकरहार एपहरणदास्मिासा कनाम४ाजीनामा Page #231 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नयोगेन रातारा उपारासस विकासका माटानाभामान.नं-केमार कि.कामनासि पूर्णमकास-सान चस्तारकानापामार सातेर लायकको निएक प्यासिकालालिगभंवेयालसेकम्मनामे सितिमिळन बीएको उनार उरतात-पीतरी १.पउसले उसणवस्त्रवणय.कुं कस्तारसथा जबीनइसीव नउवरण गत शोभाराम २ खीएसुन्माएतेनुवाएपरवाए उहाउपुजकारएकट। बत्रनडकराताव.वाघुननकरणहारपाचसयोपुस्ताददातन स-सानका लागथा अथवानदयानाकरण नालीषनाहार कारएखसकारएखसकारापानकारए दंतकारएमित्रकारका जोशर) मसिल्पावैज्ञानीकरीकामस (सि-सिहायान सश्रम मावामरण स-सा विश्थाका वति त हिंदी हिमकारणासतंसिययनामासक्तिसिालागनामाशासमाएणमहा १५ दिकन विवरण एनाम हार उतावीस्करनहार Janesahdin Page #232 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स. ते लोक नाम [स-ते कि कोण इतिहास सिग्ला गनामास किं तं संजोगनामे २ रन्नोसुसुरएर (रान्ता राजानीबेटी राजानाबिहिन बनिनाधीन (सं.संयोग नाम) र. राजान उससरड राजान "साई र. राजाना दुर. राजान उसाला नाजामा उपर तो रन्नोमा उ एरन्तेो सह एतानगिणी १६ सनसे एस. तेरा - सेजा) एस. ते किं.स. समीप वा गि· प्रबतन इसमीपनगर न.नगर - बतन कर रस्स किनाम (का) श्रीनाम है रात गरीन गर क लियात मी पिनग गरे त हड वेगान करीयर्ड जागनामास किंत समीर नाग्म गिरिम्स समीविनगरं गिरिनगरं वि - विदिसितिविषईनगरात वादसनगर नदीनई तेरे नामदन) बिना स-समीपन नग (न. नगरान्समिपि नरार कहीयई) गरकृतिवर्ड दिसा एसमीविन गरे व दिसावनाए समाविनगरं विनी नगराए Page #233 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स-एम.सीय नाम अथकित संगनाम समीविनगर नगरं नयरायसितंसमीरनामासर्किसंजूहमा Gथरचनातरगबममलयसा श्रीमानसी दि०बीदुमास्त्र) मास्त्रनामाचरणहर खा गतेस मेर तरंगवश्कारएमटरोवश्कारए अत्तागमटिकारए विका म अर्थकि कोण ते २ऋयना-मरत-तलाटी मा-मार का कुरखना पीया सक्तिइसरियनामै २६सार तरवारमाउंविएशकारंबिर बस्नगम-सेना म. सारवासास-तेर एश्वर्यनामे स अर्थविध नावडानामबोध । डोणते ते लीनामय डानाशिक्षासेठीमणाचईसहवाहासतईस्सरियनाम्मामकिंतंभूब गधणीने Page #234 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तिनीमा ताइवान) -च-चक्र इतिनी बलदेव वा वासुदवना रा-राजानीमा ता बनान र विष इहुई (माता नी माता) माता नाम अरहंत माया चाहि मायाबल देखा सुदायमा प्र. ग्रधनाम) मा तेतद्वित नाम एसः अर्थ किं को ही जीवन (D). गाराजानी मातास तर एतं ते नाम नातं तात बामतिया सं-मेहर राम संघातास ते किं. नि. निर बारात घास कर वर एस को एनसे) कलाम एका धनीपना नाम सहायासबंधाउ एस या गणराय माया सितं सुश्रुत सता १- परस मे पदनीभाषा राधः वृधिश नवियर दुर्ग (बोलेरा ह वो नीप जुण्ड) होर र उभमता यां परस्मैभाषा एवाधम म.महापछी उपरि सुनम तिसत थाने सो मुहुर्मुहर उताव 33 नागर किंतं निरतए मध्यां सोन महिां भ्रमति राति भ्रमरमहुर्महुर्द भारी शतमा राइसर Page #235 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सशतमाम्मकायानरनापारवन.कारचकनचारकचिनिगको सरातमाटउसकाम्हाननाशनमारनमाडची बल ) नतिजारती सतीनिमुसलंकापरिवलवातावतिच्वग्रातिकपिबंरिकाराति खनिय गादिकपरचि चीखत उ.उचाका उउवृक मय टीदार महिननामिनी साइरह वहिगोठ कही यनरतमाहियोगितिमयाब हीरा नामपदपूर उघउम्पनी मासा) सात स्वयंचभातचिवलं ऊईकर्ण उलूक मयस्यमालामयलास नि निस दिशा मताभाभावप्रमाण म तेरापंपमा इसनाम मागम निमति संनिरुतिसतंभाव्यमाणासपमााणासत्तंदसनारमसितंना उपमहाबीजुदा रसपूर्ण मतेश्रर्थ -प्रमाण चारपाई परमान-तकहब || ११ 8o मणामातिपयसमातंबासकिंतपमा उत्पिन्नातन भीपनि Jaim. Eslidharma Page #236 -------------------------------------------------------------------------- ________________ यानावर वसापास प्रमाणभा.भावप्रमाणसन्ताकर-ट्राप्रमाण प्रमाणनापगठातक काज प्रमाणरम नहायमाणावतममारणकालयमाणभावामाणाप्तर्कितह - शिप्रस वि.मादोभागविविधाविस तकिबकारी १० परयो त तेदेवा बिवित्राणजोर जीपन शेखमा गोविनमश्नरी मनमोण. कारा १०१२ य णेतप्रसान -रानीपन यमााण२९वारपन्नात जहापएसनिकानयविभागनियनिया प-प्रदेश नियन्न पपरमाणुपुदगलं) (र.बे प्रदेसी उपेटामा जावत प्रदाशीय सकिंतपएसनिफान्तरपरमारम्पारमालहपएसियजावदस परमि असमान प्रदसीय उ मानंतपदेशी उषांसप प्रेशनिष्ण नमो अथी असगरछपरासिएएतएप्तिएसितंपएसनिफन्नासक्ति। Page #237 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ११ विभागचित्रकार -रुतं ते कहा- सई प्रमुख उत्तालवर. कव्यप्रकारेनीपनविभागनिया वे करून पिशवीत तउनमान HUL विभागनिया पंचविहिता जहामा उम्मण उमाण ग. ग्राणी पे चरणोशी को डीप्रमुषमा.प्रमुख दुबीकारेप-पराध-शनमा पनि धान करीनइन रति कीजर जी एी बर तेषाम बई स- देशाकिं कोण मानप्रमाकरी गरिणाममा लास किंतमा दुहिताततं जहा हाधन्न ए. रसमा परेति र समान मानस-ठेरा किं धू-ध्धानमा) दारी - एकपमा परिपसली ईसकहीइर) कोण नप्रमाण वसई रोई से बाकी मागधेदस प्रसिद्ध ब माया मायासकितं धनमाण २ दास उपसई दा स्व. चार सेइनर) कुकुर बच्चा रवाथा नोना- एक क. एक कु उवथा उप एकपाथ (यापन) 5 साठोधायच. मार पस उस याचनासिई या उकुसल उचतारिपाचतार Page #238 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्री-बार दा का स-साठि श्रोटे) जजघम कुंभवः८ असीए गोटममसमभयायः शराथायरी आगाादा महिआगारंजनएकुंभप्रसी शाटगाम सिम श्रा एक१००सोबाइउ-उतना -सोनार बाराथा एगणरंधाधाममा नप. उके कुंभथायीभगधासप्रसिध मारकरी एकुंभागसयंउकोसएकुनेाटेगमएबाहरणंयन्तमान (वि.कि.पुनमोजनी गई म-मध्यनमान याप्रमाणेक मुमुउउसथाएउउमु-हो सम्मागणंकिंपउयणंगणधन्तमारणय्यमागणंमुालिमुरन् वासनाकखणादीको से-तेरमारलाधाव.सलनाप्रमाण-प्रभार ३उतश्रीवासनाठोमोरोकोतमानमोजिमोटोसनमान लक्षापार रलिंदक्यार संसियोगधन्नारंगधन्नमारमाणनितिल Page #239 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धामननामनप्रमाणका तितेराधहानमानया सरसमानप्रमाण मननीसक्षाचीभाविच बोगर्म ते उरभागिमानवधारी ११० करंगभवामधन्तमारणामासकिंतरसमाएगणमाएरधन उसईभागिवि मोटउकीजनरसनीशयामातिरसमा नयण-प्रमाण महायज्ञ माणयमाण उच उभागविटिएक्षितरसिलजुातरसमारणय्य ब-अरसेरचारपवासरसिराटपउनामा विमरीपलप्रमा अर चारामअठबीमप मातेचउसलिणबत्रीसीयटन तेसोउसीयालप्रमाणातबार मणिकर उसहियाबतिसियाम्सालमियाअभाश्या चार सर-६४पलप्रमा माय.१२८ सप्रमाणरमारणीदो-दिवउसरफ पत्रीसमाभागथ)सायी सातभागीकावईमामि। नाश्यागहमागोमाणीदार उसाहियाउनीसियाादाबति भारी उच्चारमाउन्सरवत्रीममार 20.५पसमागमात्रीसस परमानीमाबमाराधिन उबदा-वि BABEducation.in Page #240 -------------------------------------------------------------------------- ________________ | सा-मासीनासालमाभागायशहा हिसाबसीरा-माणीला आठ हा विश्राम भागई। सोभागधाथ सियाउासालतियादासालमियाउरभाश्यादाटभार र मनोयोशभागथा दा विचोथभाई या ईमारतीय दाबेईमाणमा मा याउचउभारमादाच उभाईयाउदमाएदोहमाणीमा समानतमाहारकरी दिकिस्प-प्रजामन गाथाघ-घडा रसप्रमाणबारी ना मोठा शीमाणीएएणरसमामाणिणंकिपउयगरसवारघड लजससामाठा समागम भागन) संतानमाहिजेरसबरतमानकीज रसनिरसमानप शेष स्तबानिविषिमं सथिताश्रामवारप्रमाणनी गिकलमग कधी दराकुडियकारिससियाणंरसाणं D SELEisatianindsta Page #241 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तालसा निरीतुब नि:निािसहीतरनाल-सम-सक्षण परिक्षा भव्हायझेस तेसर रसमानप्रमाणास-रामा अध्यक्ष परिज्ञाना मानसे तेराकि कारभावीसनान १२० रसमागपमाणूनिवतिसरवणंभवरासतंरसमारण्यामाणासतमा भारप्रसा जानेउन्मावी प्रतिनियमसूत्रसवशरोराडोक श्र-पाच पधिरतेरसेगा ननद उन्मान परमीयतेउन्मानत लेख थापा जासहित उम्माणि२ जन्न उमणधरतंकरासाकारग्सास्सिा सपोचपावश्तेरास नणितो सयभार अर्थभारदी ঘন্টার सनातभार अ६कारि ममा अहपखंगरापलापपेचुतरपलसश्यातुबारसतुलाह शकरिसीवीसनालरभारए एउमनप्रमाणकारि कि कि स्प) भारोवीसतुलाउभारागएणं उन्माणय्यमाणेरगकियउपरग -राकर रोई पल रातुलादालसही सिरस ताब SinEducationE ne Page #242 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ० राग 3 -उ-नन्मान र करी ). प्रभागारकरी नगर चा चोकु कुकर उनमा विशे नोकंद उम्माय्यम्मा सांगतंगराचा यय कुकुमषं गुडम बं दिनरातला उन्मान प्रमाण पनि निवृत्ति सिद्धिले हैन उपाणि परि ज्ञानोबा-तोरा उ. उन्मान जलक्षण डिया ईगंदा उम्मा या मागानि वत्तिल सगं सम्मा अर्थ- काते उ. उन्मानरनिराकरमानजे जे मतं-साथ ते करी रो चीन था य करीयर स्नादिकाप्रमुख रमन वह) (मान) करी जन्मजर हा वाद उ २ सकित उम्मा सधनुष ना बेधनुषेकरी । च चुगेकी सना नातिल कायां श्रसेकरी मु-मुसब स्वारी) र रु १ रह वारा वाजूग्ण पावा नालिवारावा करावा मुमलिएबा Page #243 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 122 सरो भू धनुषरजु गध्धये- ना. नालिका ४ मु-मुसांई एक ना जाएावाद दस नाली र माली लहराय नेमतानी यर हाथनुजा राज्य धरी५ीब हाथ सहायनी र.रामी देई जुगनावियंच खासच उरसना लिये रजनि . जागा बीउ मापा सं· सेसावा, व. घर मावि (ह-हाथी) षिक्षेत्रनिविविधधनु- मारवा "ते वस्तुनिनिधि मापी जामा कमाएई करीमाथि रात्री करीमानकरी निमुषमा या उमाणसंन्त ए२ व वंमि र ब मिषानद उधमपधमिरवा नानाविकार विप्रासादादिनी उमानस-संज्ञाना -एउ-उन्मान प· प्रमाण करी खरीमा पि व प्रमुख जाणवु ग्रंथ नालिया एवियामा सन्नाए एए उम्ममा ग किं किं स्युप-प्रयोजन शाखाई। कुया प्रमुष · करने तकरीबी नाम पर परिधिनगरनीप जानरुनु भर उ कर र लिन तिनगरनी किं प्रायायण एणं स्वाय विद्याचियकरक किडमिति परिखा 120 Page #244 -------------------------------------------------------------------------- ________________ द-द्रव्यनाउ.उनमा ननी जाणिनीतिस्तिहिते हनउमा तेराउ-मूवमान उन्मान मे पूर्थ ওষয় কামালসহ होगा घसंसियाणंदवाणं उमाणपिरतिलरकरंगभरामतं उमाण गलीपर मुख्यारपवस्तुरीयराणरतारस स स सरस्व र दसहजार जजाखेतेशक रमसाठ १७ नाराक १०.00उसर्किगणिमरजन्गारण्यरतंगगाइसमयसहस्सरसह रहकर इसलाष सलायेएककोनि १०००००००। रासदशरगुणा जागवाए एक अमरंग गणित स्साईसयसहस्सरससयसहस्साशंका गएकामरणं गरगी (य-पमाणे रवि किम्युप-प्रयोग एणग-गणित) प्रमाणन भनयालानिय जहादि जनकारिकोना भकभी ननका पमागणपियोयएएगंगापमपमााणारभरगभरेभन गवथाप१०००. ०० N Educatidishore For latestanpaliheonly Page #245 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भानाचणटीक प्रायपनि तहनीनिसरा) -निरतिमिहिनेत नोट वचनादिकलाभो नीद्रयात जगणित प्रमाणना) जनपरिज्ञानपुणे । १२यणप्रायब्यनिस्सयाएंधारगंगणिमयमाणगणितिलरक होईस-तेगणितामसथकि होणतं तेश- प्रबोदिक उधात महसमान, T ण जनप्रतिमान प्रतिमापीयश्तेप्रतिकारी इ०साहिए। जा भवशससंगणिमासक्तिंपरिमाण२ जणपरिमिणधीरजाक कोडणार बर्ममामाउ जमाल सुरासान उप-पांचेच गेठी या गणिगिध्यााक कमामास उमंडलउसुरन्नोपंचमुजातालाममा शराब क कर्ममासार तित्राणिशायरइएवं कर्ममासउए सच सउच्चारिकागिणित कम्ममास उतिनिणिष्काराकममासउरा 124 E nter Page #246 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गार का गशी कराकर्म वा बार कर्ममा से मासउ में उडएक एम. तालीम) उक्त उकम्ममास उबारसकम्ममा सामंडल एवं (सो-सोलकर्म मास र स एकसान उ (मं-मंडल (उएक) पालीसा (ए. इस च च उमटि (सु. सोनईउ एक एयर कोडी ए ६४ ए मंडल सालसम्म मासगा सुबाना एवं च स ग बन्नो . एकाइ प्र· प्रतिमान प· प्रमानई. किं· की स्युपप्रयोजन) सु-सोनरडर-रजन तंत्राबोम• मणि चंद्रकांत दिक माति रुपउ २०१३ मा पकिंसन्तस्य यतं मा राम स. दक्षिनाए प्रमुखसं 4. प्रचा लाभ द्रवनिप- प्रतिमान पत्र माग) शि. नितिसिद्विते तनुद मि. शिवाराजव लक्षापरिज्ञानत हो शियसंखेसित पालाश्याणं दवाएं परिमाणय्य माि Page #247 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Jain Educ स- ते १. प्रग्तेमान त- तेरा वि. विभागनि- निष्पन्तु स ते एद्रयप्रमान/ दद्वय्य तिलरकरगंभवतं परिमाणाप्सतं विभागनिष्कान्तासितं सर्थ किं कोण व क्षेत्र प्रमाण वेत्रको प१रुप्प नं- तेकरू . रा सूत्र नानीर्भाग तेरो कार श्री परते प्रदेश निमन्त दुग्रिहांन्नतेतं जहा परा सनिय्यान्न पं.प्रदेशनिष्पन्त निरगाठधारमा बर्ड) दिशा वगार ए. एक चाका सिप्रास जावत् ददसत्र प्राणास किंवालयमाऐ वि-विभागपूवेति तेणेकरी नापन विभागनिष्पन्त व्यविभागनियन्त्या स किं तं परसनिष्यान्त एमएस जान स. संख्यान प्रदेश श्रवथाईराई श्रसंख्याता प्रदेशने विमिश्र वर्ग ला में इस बगाढ स (उदगावतेय संख्या नाम न एप प्रदेश दस पसा गाढ से रख जपण सा गाढे असं स्विपर सांगतं Page #248 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कृषिश्छ-एकबोआणिव ताराराऊ निष्पनास गर्थ -वीभागनिष्यन्त नातेवामइलही शाररावाया क.कोणते ते रयोगबेरका सतिएका हो | रामानय्यानासकिंतविभागनियाल२ संजहागुलविहरिया एक कुविन 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(प.उपनात्रमाण गवंजणगणहिंजयलिया उसमकुलपस्या उत्तमपुरिसासुर्णि SELEneha Page #250 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 94 (१ धर्म प्ररु पर होर वीधिक कसरी उ-या चक्रवर्तिप्रमु.बनु तानु पुरुष यहुनि पुरण हि पुरिसारमा मुद्दा बन्न उह चः एकसय चारो युधाना ही थी ही प्र-अधिक जे. पुरुष हो बई। स्वरबारला महालापुर २००४ अथवा रहीनसन ही ए स. से हाथान मपुरिसाच उत्त एमझिमत्र उ २ हा वाहियावा जिलुसर यतः सा.शुभ पुद् गल हलोफ्ञः शारेर शक्तिशिशषः तेपार ही गाते उत्तमपुरुष! नवादा सहाई साम सत परिहितात उतमपरि साणं श्र्व सादा सताएामु वित्तिए एं दा. निविहति (ब.पापा) दो-बीपाउ पनि निर (सिद्यायई सई घाय ..गल माई) गुलय्पमा बंगुलाई पाउदा पा उपाहिबीदिवि हबी Private AFE elibrary.org. Page #251 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Kuथायर कु-एक्कुषरसाबिक क धनुषहायादाम्बाह जारधनुष ध्या বাঙায় एकमाउचाई याय एगीलारयणीउकुबौदिराकुडीउधरणादाउणुसहस्सारंगाच्य जा-एर एगर श्रीलांश्रागुल) অভিনিত্ব-সম্বন-য ৷৷ य-प्रमागर चित्तारिंगाउयारंजायणंएएणंQगुलयामााणगंबिपायाय ज-जहीयामनीत्सेहोशलनात तहानन्यायाराम उ उभारणी मारपइकरामारभउजागामापी-नेवारतिवारिमानातजन निविष्का -मामा-पर सरसनभानामय-एक गंएगणंअंगुलणमााणगाजभयामरामानवनितिसताना आनिनारक्ष या पीनलेवनउर अनेक उसमाजातीसरा सवर)ी मरवरमा हिउरक) बि- प्रे शरंश स्थिीरोजासरवरमा सूक्षकरीश्राजीतवनराई चरशतसपनि जीआसरसभायात्रा एमाण काराणवणसंउरणराउसरसरवणपनियारबिख HE dainEducation a l Page #252 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सी०लाबी सारण 23. गुजालिका म. सरा जालियाम म- राजस) पपईपासू-मृतका रवा-परिकार - प्रकार ऊपर उस वानीजा गाने हालच धानेको हरि आप्रमुख मीनी लालरिनउटल बाई धाराथनमा गोरछ नोभोगीत चरि सरपंत उदव कुल सभापवाद्य भरवाय परिहाउपगार हाल गा-काटनी 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________________ - নবন্ধন. এনে মহিল, -বতে স্থ-স্বস্তি-ৰাৰণ लागविहगतेनेजहार परमाणतसारएरहारम् अजयंस लि-लियतु मज-जयममा पाउसाठगावि-वृद्धिाण अनकर्मर्श से अर्थविकोणतं-नेउस्सलिरकाजूयार जावाअठरणाग्विरियामासारासचि प्र परमाणुपुद्गबप्रकार९१ परपोतं तेकतई सुसुक्ष्मपरमाणमवारीउपरमा नातिलासुसुत थापयोतरम् संपरमारण २९गिपंन्नतेतंजहासुरमेयववहारि रगतबस अ-अरंगतानारत्मप्रमारण्याएकरामिरश्ताएकविच्यासारीउप्रमाणु-टूल उस एकजनावरससे पा परमाणु पुरगलाना जकीरउत्तेहनउएताल) हामाठाय्याभूगतागंपरमारणपागलाणंसमुदयसमिसमा२७ परमाणुन उ कारनाम Page #256 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शनिक अनंतेरस्परमाणुनरकरीभाउपो: पुनि-निष्पजई) (म-नेपरमारणअउभे रुपूज्यस्दान-पगनीयर रितेश्वरीश्व्यवधीक- पागल माए वा अथवा गामरंगवावहारिएपरमाणापागारनियाघासणंभंतश्रासन सुबरपलानाधार अरगादशाहोबाउन्त्रवण सि-तपरमाणुउत तिहासि-राहोयश्रनेता (उम साक्रम राब्धलागरभिदायर रंवास्तुरधारंवा उगहछाहताउगाहामांगतखनिधि ना-एनर्थसमर्थनहरीएर्थमनमा नातीनि खत निलांस कमश्रईस तेभारेनन धारश्नती श्री ज्यागनिकायले भवशानारणमाहसमहरानावरुतबसक्रमसगभंतपू समयमा वी-अनिता होगाई) गतेपरमाणुाउन तिला बाल गणिकायस्समध्मासगंवीश्वरम्हातारीश्वरधाासरांत Educabonenoral CForpivides h aaniya Page #257 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 2 उत्तरखानी-Maa स्तेपरमारमउभभगानो रकम तकरस्सरसनोदामघरजपतोमेमतनोटमेधा अनिरपेशाककमरीष्मकार-निवियरकल्सरसोरमेश्वरलेते पुरवलसवटसअसत. टिनेसर्सता संकरशतषसंवतकमसमिरते उन्हधानाजयकुमरासरणभातापारकलसमयस्समहामिहरसमसमास हनरमामयश्वी-रितिस-नेपरमाएउन- भीनामिनो नतीरार्थ पारसनीस्वनिधारति सन्नेपरमाणु जरनायरताजाय दिगंउभीजरपाणी शयर समर्थी हाशस्त्रकरमश्नरी उभं भवेत य गवीरवाद्याहंतावद्यालणतउरसियानाश्नमाहसमामायकमन ग-गंगाएरवेनामम-महामोटिनीना प्रातिसात्रह शीध्र ग-अगवार होवशी स-परमाएअउत-ति श्रोत्रप्रतया जायजायउतावंस सभातगगाएमहानईएपडिसायन्समागान्धाताह मागछेद्यामगंत दिलणाजाश्या- नसीएस समर्थना-जास्त मईस तेपरमाणुउभंह मारिदावना मातिपूरिस्परस शापाम गावाण्यायमावाद्याानारणासमारनाव कमरामणंभात उत्योसंवाउदी tema Page #258 -------------------------------------------------------------------------- ________________ करी म कमानही उबिस्वाध्य त ईनापरिलापउउमरणातईराउजगातीईव- जिपजसस्पपी-नारसमस-नेसाससत्येनी नाउपजम्उउ.ई.81 गउपामरप्रतापयाजाजारतकशा जाजारतरुशलपणाकरी उडकुनाबंद अबिस्वाउगल्याहंता उगाहियातबंपरियावद्यछागातीजारकमेतिसाबण विवेटभि नेक्षा किनिन (न्तिपरमाणु उमिनतवेवीण चारिप्रमाणु उबरी भेदारननसमर्थना प्रमाणु उत्पन सुतिरकेविनतुभिनुजकिरनसवातपरमाणसिहावयति पाईपमाणणं साताकतः उसनसन्ति तथकानाप्रभारल्याएका.प-परमाणपोपटगर -सूरदायनस-योगनरस गनखानथकीनंतात्रया यारा कीजीनोएक्वहारी उघाई एमस) मिरकरी गुयाराकारिजातो निउघारी १र्णताणवावतारियपरमाणपोगासागंसमुदसम्मतिसमागमेगसाएगाउस्त उसनसनीउद्यशरसरमपरायथकानउरसायकीपरीरमरणातमाहिजउस्स्थ धकी नाट उशतमाकराचाया बरतत्रसथकानउरिजरत साठवाठरण) (उचश्ते सर रसतियातिवासएहसरित्याश्वा उहाररगतिवातसमिरास्वारहाररावा Emainteract Page #259 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उसनसन्निसा एकस सन्निस आउसानेशरज सा एकउणतोय, नियारनाय उसाहसहियाउमाएगासहियाटसरहसरित्याउसाएगाउहराना श.माउगिरणसासाराकनसरे प्रास्त्रसरसाए एकरत न्याउरथगए देवकुरुसहायगए गुणस्शुयाय उहाणउसाएगातसएशतसरएसारागारहारणसरहारामकुमा ए-उत्तरकुरनाम मनुंम्पनु सतएका वासला असारदेवकुरुनाउनसकुरुना म-मनुची-बारा याय उत्तरकरगाणंमण्यागासएगशलारटादवकुराउतरकरगाणंमरणयाएणं ह-हीवास र रमकवासना mannासनामामनव्यानास-तए राकवालामघायशासरियामा वासना रासग्राहरिवासरमगवासारणंमणुस्सारंग सिणगावठहरिवारसरम्म १०९ apalihrirvpra Page #260 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स-मनुस्यनावालाग्रते सरकारमाय मते-लेमरएरररावएनाम मउस ते एकाला। गवासामणस्साणालयासएगेवालाग्राहमध्यएरन्नध्यार्णमासागासरा जधाउमिवर र रनवरना म मनुष्य नावादाला पु.पुर्व विदेत शिरिदेउनास मनुष्यनी गवालसहिमश्यएरलक्याणंमणसाणंवालाग्न विदेह श्वाविद स.ते एकवालामध्यापर्व विस्तंना अवरररलेना म.मनुव्यनो वा वालभ भरण तारणंमएस्सारणासणगवालानभवगिदहावरविरहामणुस्साणंवा दीरासापरछाया दरवास मायनोमलेश कलाकाराय-मरभरतरारतमा भन्मनुधना साएशमरिक्षया उखाभररयागमरणस्मागासागवार गाठभरहिरवयाणमरणस्साणंवा । Page #261 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अ.भालीसा ने एक जघायं.भाटजूर सतेए एकजबमध्यधा-यावमध्ये) गासाएगालिरकालिरकाउसाएगाजयाउल्याएसएगाजवमास्त्र सन्ते एकत्रं नाएर योएलप-प्रमाण सारेकरी- साब धोतर । घाई एकवितत्तिधाय उजवमधामणगगुरएएएगगुरुय्यम्मााणगबगुलाईपाउंबारसर वरथउदीमांगुलेकरी शरएकराधाय -रणवीसांगायक राघवाई यात्रता संग्रागुखारी कुकुपश्यनक। को बन्न साईबिल्लीचउरीसंगुबारयणीयालीसंगसाईकुबीवन्मउगुला एकदा नराधसम्मा -नाविकाच असतेगानाधरी मुसससारेर रणर५ एनुपप-प्रमाणे रदरितिवायत्तत्तिवराजतिलानारितिदावारेकरवामुसालशएएण्य Page #262 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श-वेमारधुनुलश्करी गा एक/ ४आरगा गाऊयरकरीनिर जा-एक जोन-२-एर उउशेधत्रांग सहाय मुसमागणादायणसहस्सारंगाउयंतारिगाउया जायएएगे उत्सहाल कि किस्युप-प्रयोज उरोधयागुते नारकीति -निर्ययोनि म ममुददेवतानाम गरि नानकामरा-पण करने एपिउयगएणगं उस्सहंगरगानरस्यतिरिरकम्जाणियमएस्सम्यागसी उ.प्रवासनाम-मदीयमान नारकी नाभं रेयाकामी ममारीस शरीरनीअप परस्पउ से गा पीयर ऐरोगराउमविछतिनिरश्याएंभांताकमलासीयासरीरोगाहरणापन्नतानेज निखार डेप्रकारे परपउ त-नेक भाभरणीयश) उ-उत्तर कियनोकरे त निगविमार रजा मेसा नेउउत्त खरनीनवशास्ना तिनीगाना खेत्रिय हागोयमातुविहान्नमातंगहाभधारण्ठिाय उत्तराहियाय तरणंजासा, गाण सिंगोतम LEndancintana Page #263 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मा तेजस शुभांगुसनो जागरुनय-सं-उनान काम पोचम३५०० यातमभानुष भवधारणियासाजहान्तएंगुलस्ससारखधरभागं उठोग्तगपंच्यएसया न-तिहोजोजे माने उत्तरवैगि सान्तिराज- अ-आगुखनु संघातम उभाग उनस "जघन्य नारनी तारकी तहगंजासाउत्तरग्बउडियासाजान्नएसस्ससारखधरभागंउकासगंध ध-धनुषसाह र रतनप्रभा -प्रधवीनानो-भ-हेश्माक केवझीम मोरि सशरीरनी वापरयी-तं. गतना तेजणि हस्य एसहस्संरययापनाशिनरभ्याएं नाक महालियासरीरोगाहरणपन्लता हितमा प्रकारए परया ते तेकर भ भरधारा शरिर नी उ-उत्तरवैशियस ततिानाने সুমনা লীলাস - नजद गायमारविहान्त नातं नहानवधारणिधायउत्तरविउछियाय तंछ। LFaichi Page #264 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भवधारणीयकसनेज जघन्य आयुरन . असंध्यातमउभाग-उ-उत्तनश्वस-सान एंजामानवधारण्ठिासाजान्तणंग्रेसलस्ससारखधानागंगळागसतास नि-निणिर राईब्यागुरु ननिता जान्नसा तेउउत्तरासान्तेन जघन्य प्रभाव किया तथए तिलिएयणी उबगुवाईतबरजासाउन्सरविउछियासानहाला नरसे सच्यातमाभाग -उ-उत्तरउपपगरधनषदा विरहाथरावारशामुक गं अंगुलम्ससरियरभागंउकासगंपन्तरस्सथरएम्दान्निरयणी उबारा रमस-सर्थ नरकनधियाडबेप्रवर अवधारणीराज जघन्यायसनाथ-असंव्या सधेसवारंएवंसकारणं दुविहाभवारणियाजहान्तरण प्रवासारवय। Seemunercom Page #265 -------------------------------------------------------------------------- ________________ साना तमना गउ उनसरी र बिनाएर | ওসমন্বিত সহ-সূন্যস্ত-স্বাধুৰন্তৰ-পnn! भागाउछालणंडगुगान्गुरगा उत्तरविउहियाजहान्नएगअंगुलरमसारख उ-उत्तर) -बीमणोति म सुरकुमाादिकप्रमुधा जावत् अ-अनुतरविमा नरासी नारी घरभागंउकासगंडगुणगुएरअसुरकुमारणंजार मुत्ताविमागर स-पास सरिरनी उ•व्यातनामा भारी महनी, स-शेरशा विविधि-पाप्या स्त्रीभागव गाय पन्नवराणमोचरगासनापरछा जारी छ एसस सेवेपछभार त मशिण सारंगंसगसगसरीरानगाहराभरण्यामिसमासउतिहिन्लिानतंजहास करियतेस्तरननेघना एकनासूचीमा ब्योतगुणिमाकामा प्रदेशालामाधान अतस्त्रागुवस्सएप नाउलेदिकजा अधिकाधिकाना दरी गराउकोजस्तो अमेरगाएको मानिस रयगुलपयरंगरराएअय्याबस्य महाप्रायंगलस्सासतं अस्सहयला Jain Educationa pali expermananRCORN Page #266 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मोगुलरभा उसउरली आउशा समर्थकि प्रमाणावर किऊलमानपर्वतरासिमपरासनाने के कारसभामा रामाचा वादशसमुद्रय उधोदुराश्य याटसोनरका-कागणीरत कोणताते घरमा गई घरतरतिननामकितपमाणल२.एगमेगस्सरन्नाचाउरतचक्रवहिस्सअसवन्निएकागि ब्तानिहुँ। व हारला सि प्रभार पूण श-अहिरण प्रति संस्थानिसमच उरेससदा पात्रतन विसरत मनमा गिर्याणखतालारसंसिरअनकलिए अगिरगिसंठाणसहिएपन्नावतसरा डी एनसकेको उ-ठाबश्योयुमोनियनविनस-श्रीमहाविदरनापा-बसयर५. श्रीमहाशिदनापाचमगर५०ीगुड़ नघाउ सनारतानोमुश्री मारावीरधागातसहस्रारभरघसरकवतुकायरधारा पुती वारसा तिकीजशनप्रमाणागुरुधापई मित्रां गुसेसासवतीरस्तुनुमा जोहो गमेगााकाडी उससगसकिंभातंसमस्सभगवउमहाविरस्तपहरासतमा प.श्रीमाधीस्टेनो-श्रीमहावीरांपरपोताना परोधी युवप्रमागर दो छिपाज्यपग गुस्तृउबेदागुरु साटात्रिणहाधना यान उमेरो ईप्रोगालपा-पाउपग तसरी पति करीरासातहाना स्सयगिएपमारणरागुनमसएप एसयरमाण मरतापाउदोपाउयाचित तयारी -For -PornorUDIEani/ Page #267 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विविमई (एएब. राथ व बेरार करावे उघाय दे रही उरय सदस्य मी उकुतीग्दाकुबीउ लाग्दा सहस्सा गाउ उ. आरे गा-गाउए जा- एक जोन ए एस. प्रमाां मुटे कि किस्प्रेपप्रयोजन - रन्नप्रभादिकं गासी निधाय उत्तर कर ब क प्रथविनउ धुना कुंड १३४ Jain Educality २एएय माएं गुल भवन पात ना तेरे नि-नीर की (पाधमानो श्री तरे भरा सानू रबरातन उ ध-एक धनदा-रिसह जाएगा एकमा धनुषे नारिगाडया इंग्जाय पाया जो भा· भवनपति नया नऊ प्रमुख २ पुढीची एकं डराएं एंकि पउथ एं नि.नरका वासानी नि- नारकै नाउ पक्की नुन सप- पाधा बरात रुनउ पायाला भरणा भएपनिरयाएं निरयाव सिया सां निरयप कंबरकल्पन उप· वि.विमान नालियान 3 सि.विमाननाघनऊ). सं घर प कल्पना विमानन ऊ पक्तिन उ ॐ निकाल (कुरादिकना मनउकुंरत्न आइगर डाकरणाएं विमाणाएं विभाग बिडियाएं जिमा पाडा पोटं कालरा एं १३४ Parsonat Use C Page #268 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तर PM पर्व सि.सीपरपर्वताभाररक वि-विनयनी बारावासोवा-वर्यधरना वर्षधरप तना तनोअपमाविशयरवनानीबानपानपबशत नना व शनपद पर सितासिहरीण पसाराारिजया बरकाराएंगवासारासहरावासयत व जसधिविधालययन ६०शनउतावर भाधावलेभामेमाराया न मिनेरे-सरुद्रनीविनीदरवाजानो तारण स सावि पुर उपण उउउच्च मिनावरदान याएंग्वसारंगावस्याएंगदाराएगातारणाएंटीवाणंससहाएंजायमखिकाच उउउंपास-पशिममा मनपरमारणांनोपल तिवीणप्रकाप पाने का सश्रेणि पनरनाराय ममापीय जाणवााष पशुकी एप्पा गुरु उग्बह पविखखामग्छितिसिसमाउतिविहेमन्नाततंजहाासाठीगसेपयरंस से-श्रेणिएहजारगासने प.प्रतरोनोगुनधारणतर ए धरणनोगुमणाना जा-जोजननोकोकीनी मिनिम-गोरायरएएनन्त | तिधारबाहानलहायाजाशा गंगार संरक्याउमजायणाकाठाकारिणउसिटिग्सटसढिएएणीयापयरंग REdutomanoras F oly wainitial Page #269 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ahmmकरीइतवारचा नयनरमतरतराज श्रेणिएणोकरी इतवारचा नयनरमतरस-तसातराजप्रमा स-सपासएए"उकरायप्रसध्यानएए उसी व्यरस मध्यानाकरीयतिराज कजाणोतसातानप्रमाणोककर इशयम यरासदीगणियारागांसारख्छण्डागागणिउसावधाराकासारखडएणंगुणि अलबत्यतिमनसरंथीयोमा सेव्यातानातान नेताउलोजीराअनंतारोणिवत्रतरत्रसंप्यान ' বয়াযােগ আরও उलोगोशसारखधाासागोभणंगलोगोगुणिउतालोयाप्राबल्यता एमन्तेए वनमा प्रागुल सतेएविभागनिम्पन्त स.एस क्षेत्रमाण) स-अर्थ कि कोमामा चशसपमाएं परेग्मतविभागनियान्नासताररतंयमाछाप्तक्तिकाल प.एबसमयनीलिप्तमा समयभावमास-भूपि देशनिष्प। १ विप्रकार्य प.पर) नन्तदेवा वसेस्मातासमय नीति जारउसयागितारकापत भागनगरको नतोकाया याचरातकलेपयसनीपन भागविमाननियन यमाण२ एक्षिपन्नासतंजहापरोसनिमान्लयविभागनियान्नयामाळसपए Page #270 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ए. एक समर्थन ६ दसम यनी स्वितिना से संबाना स-समय नीठ असंयता स• समयनी स्विति स्थितिना चितिना सनिष्यान्त एग समय दिई एजावदस समय एताखा समय दिए सारा समयको एस·तेए१. प्रदेशनिष्यन स- अर्थ किं कोण-वि-विभागनिष्पन्त्रीका एक घा० इस. एक्रमहरतनी बली समयी ईएएस तं पुए सनिष्णान्तास किं विभागनिष्णान्तर सम्यवलियम लीका तार दि. १५१ न.१५१नहोरात्र स-१२बारमा सु-११-चचरमा सो को एक मुहर दिवस २° त्रीम महरते -एकपादपसर-सागरथायरॐ. इस काम 'अहोरात्र (क्ष११ एकनास थाय ररसरात रस ही सा गरे उस ि एक जोप 200 स हुना दिवसमाहारत परकमा साथ संग र जुगपत्तियां सागर उस थिए। नस प्रवर्ग थाबर) 18 -ते अर्थ (कि.) एस. ममानी स-समय प· पस्य एाकारसियाका र किनाम कोणत-ते एस-तेज-जा-देवदता गीउदय पागल परियहा १ सिकितं समये समर परुद्ध करिस्सा मिग्स जहाना Page #271 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 13-मनोबदउदरजी). तरुण्डत-जु उथा-श -जुनबंतप्रणालिताण-धीर-गयाराथ) नोवेटोहरीवं शानाजागिर मएनुन्तादार एप्सियातरणेब जगवंशाणमयापांकछिरग्रह विद १.र.पा-यग फाप्तापि पूरिश५-मासकर तलाज-निमजु-निरत पलावीदीर्थबाबातुबेर राथ) साथ प्रमीत भल-लातायायमसेसमता-शकर रीब बानीपरराश्रयीवी उपाणिपायपासपिठत्तएकपरिणए तरजमजुएउपरिघणिभ बाहरामाणि ति- नितबारलापी राय चरायोज्च समूहस-समयप्राणि-निवाकीधावण संस-a मासोनिया पुस्खषधचमियशस्त्रािकर कार पाहणी गात्रवधउरकृया न बजेहनयानणश्रीनराकरी ब रयत्पीएिखाधामठगहरणमुठियसमाहयणिचयगतकाएसंघ -उन-संज-जावावा साकोस समरथ र उस्तरलिकरीसतेत प्रस्ताबनसीएका प्रति ऊऊस उपग उजाग रीझारधर्थल पवराजरणायामसमनिउरस्सबयसमन्ना गएाबा रारकपनारसुसार उकुटनी ance Page #272 -------------------------------------------------------------------------- ________________ योमरजावा र एकरूपप०प्रसे जामधन्प . नुकतचन्नुहोर अनाप अगणीत प्रभजिजीवछ एबड़ा प्त लेन पीयेतिबारर जुम्लत. नवरणनिखर परीन तरारुवंपखिने जहन्नयंजुत्ताणतयंग्हारप्रभवसिहियातितलियाचदाता श्र-मध्यमनुत्तायुरु अनताना रास्थानकहो ना आवतजालगर मुगुरुअनंत नगत हातठन ल-नत्तलवन शिषखन परंअजहन्नमणाक्लासारंगणारं जावनाका सयंजुशागतयेनपावईनो जु-पक्कअनंतु कि केतबूलाग्थे जजघम उपयुकशन जावनेतलातरनो उतरकहाबा सयंजनाएनियुकित्तियाहार जहम्नसणं सुनाणे तयण अभवसिहिया एपि समागमानपूर्व, सासूई एकरपते. उम्मत न्युक्तयनेनहारचर्थ अथवा ज-जय अनंत नीर निमारधी तिवार जत्रावनकरीये य म अनंत या अन्तमन्नशासारुवारणालासर्यजुत्ताणतयाहारअहवामहन्नयंत्रण एकरपेलर व नमुन्ना अनंत अनंतु जय अनंत विकदिन ज-मशिषपूबान जघन्य अनेन किलविनय तिवाररस्वतन्त्र नएनरोर ताणतयेरुदणनकासयंजुनारंगतयाहार जहन्नयंअरणतय कित्तिाहार जी मतरकडूबर Page #273 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अपूर्वनीपरमाहामात्रमा श्रावाततल्याप्रतिपूज-जघस प्रमाणातरनाजघन्पयकत्रनेत अ-जघन्यजनिप्रणेतनभरपाकारकाजमनाला नणं जुत्ताणतरणं भवसिहिया गणिया अन्नमन्तमाग्मापरिपालाजहन्नयं नुयागदार अनंत हो हार अथवा उ उतराशजु-युशयनंना एकरुपप-प्रक्षपीया जघन्य अनंतनो नेविधा तिवार अनंतारणतयाहारस्वानकासराजतागतयेरुवं पविज्ञानहन्तये अगतयाती ततेनुपरांत श्र-जयनिनुत्ताउपरिजननास प्रतिकानोतासर्वदापनि अतितानागतवर्तमान स्न्तेिथ कीरसप्तिधामसनबानि तितनाममा सई पुराणमालक त्राकाशिप्राद दि कोण गाजीररातातिपावितवर नेतुनोति रातअजल्लमाक्षासारंटागारापोशमतगण संरवा सतिभा भा-भावसेषानतीजी जीवनेत्राणनाधरणीएलवाने संपीतात यामात सन्तभावरिया सिषजारणबाजिर पधादिशतिना-मामत्रानगागोत्रनिमार्ण रूपक प्रत्क्षवाकप्रमिई कर्मविपाकीनएाखातभावशेष्या वसावानरमजीवासेखगतिनामगातारकमा मारंवादतिम्मनभावसखा स-तेरा सं-सयाप्रमाणे सन्तमौ.भा.भावप्रमाणः सितेप्रमाण प्रमाणनपदसे मतं श्रियाका कोणा ने सतसंरचयपमााणासत्तंभावयपमाणेग्सलेपमाणपमाणनिपयंसम्मतंटग १२६ Page #274 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तकारीमा पायजाण तण प-लोचि नि-निपुएउमि विन्नानमंगुल ए एकय मा-श्रावस्टाक नत्यं तमु ग-ग्रहीना बला ) महाचीनिउणेसियागएएगेम परिमापिसाड़ियंतागहा स-कीर) हाथमा. 3-सीर्घसा अपमान तेरो याहो पुस्प्रतिशएरमात्मने-न की काल चारकार्डशक्षा यसराहाबमोउसारछातालगायए पारगेएसयासिाजणा दरजी पुश्नते ५ पउिसाटिक अथवार स्माटमा बा-शीघ्रसर तालीममात्र हिकानईकरीलगातणन्तागंदाररएएतसेपरसाडियाएपदृसाहिएवासयएहसमिति उमानिसंषात सतनावमा उतरकरवर काशि समउनकलियरत संख्यानानं तारनिरसः समयलीपजामहारसुस्तहीरार्थ रकमुहारस-सब्याततामिलवार सताउमरवारपसमर्थक उसारिससमाएभयानारण्टकम्हालम्हासा छाएंतिःणंसमुख्य कल्पामा वरननीपजरमजेभणी) Education Page #275 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाय सिसमुदा स-सेयोगेकरी प-पटसारिवानियज उनीबिदीउनाश्तेरनवेदारी (स-समयोगी उजारात उपसउतारानुगशस्त्रउतारनाबले तुरा बयर म्समिसमागामणेषउसारियान्तिपश्उचित मिअनिलिहिटिलतल अ-चनेर स-समाउउपरिज तारविदाई तुरश्च नररस समति-रिटी ने तारविन एंब्धिरलमिसमएउधनितंबुबिधश्यन्नमिसमरहिरिबिनभूब्धि तन्तेभणीसमनहाय यसमा मानला जिसमझरा पशम मारना शुरन राशिघ ए-मन-शेकालात नेण सम्हाससमएनमभनयंवदंसंपन्नगाचायएएव्याजकारणात -दरजीना पुत्ररती नेप-पगरिकानउउउपरिव तारा सतेसमउभ-ताची ततरउक्राउ गं मुन्नायदानीसिपेउसाडियएला उशिनगिन्लाससमएभवनी Page #276 -------------------------------------------------------------------------- ________________ परप सप्रनेर सामास्ट ना पुरुखोल्या काकस्पाभरणास-संख्या तातउनीपनउJA सम्/A-मेला संयोगकरीत तानीपन नराशशिषपून गुरुबामालेतीपा उखनाताळम्हाजम्हा संविधाएंगे पम्हाएसमुदय समिर्गसमागामार्तनियाछ इउपरलिपमेन्ट /सटिली पोनिया-नये रायग्न अनेररसमड उपरिली ममामि बेबदाय उवालपाम्हविलहिशिलपाहणनिधरअन्नंमिसम एउवारालपा (RRByपापामि बिदीयटन निस-तण्डतारजुटताका क्रममा समा य तिसमरउनाना प्रति म्हनिरअन्नंमिसमए हिलिपानिशम्हासिसमराणभमएवंस्यसंप ज-शियरनेन -एरमा बोल्पा र तराइक) जन्तरण नवयंचोया एवंध्यतपन्नवयंचायएएवंन्यासिनिणकावरणातणेतेणे समायरा हर Page #277 -------------------------------------------------------------------------- ________________ व-राजीनाइराना त-तेनं 'नार उ-ऊपरिलीपामिबिदास नेनस उकालसमउभ-भी नही पुरखोमा उन्नागारएतस्मतेनुस उधशिस्त्रपाम्हगिन्नाससमएभवशनारणास कशिष्यवस्था अगितासंधातियामि टास-समुदायनिस समवितास--0 एकपम्हनीपत भणीगुरु सानोशकपासनीपनाएकालसापरुपयोगे करी) माठकम्हा जम्हागताधायासमुदयसमितिसमागामणंएगपम्हनिष्फ उ-उपर से संघात-अलगउनघी उजाहगिउपलीस मधातनइनानविघटायअनेरसमज হানগৰীৰও কলম घरउवशिसंशशाशवसंछातियाबिसंघाएनबिसंघाडिजनिअन्नंमिस उपा। पवि विघटरटयातनगोनशी उतालागि उ.पशि पnिaअ-अनेरसमजीतालगेउपरागउपलेउसालउनघायर से संघातनति पहपसम) मएउवशिलपारविसंशतिएछश्यन्तंमिसमपहिशिलपाम्हविसंघानिज्जना ३७ Jaindiandanimalocal Fara k parsohatuheonhi Page #278 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जर भागिले-सिम उनहोएई एकीसमड-पर -लेश्रीमहावीरश्रम राउणेयसंख्याता समब शा.अाउयावंता तिम्हाससमएएगभयतासुरुमुत्तराएसमरपन्नात्तसमणाप्तासंबछ। से समयनीस समुदायस-मिय-संयोगरकरीनानोप सा-नएमयावलिकाहायचीयरसेपानी एसमयाणंससस्यसमिरसमागामसाएगाप्रावलियतिरचरसखिया भा-भारती काय उसासे-संयाती/श्रा-श्रावतिकारी नीसासह-हरष्टाजरारहिता सकतीय आलियाउ उसासा सोरखधाउआवलियाउनीसासाहटस्सप्रगलस रोगा -जीशनर एकल सासोसासरान एकपाएकाससानपारा मानकाल यमा धारित ही निसरकिटस्मनाएगऊसासानीसासरसयागतिज सातपायसि EDEDonateliandit Page #279 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रस र सने एक ध्ये) स-सानथेोरमान जे कालास उस सीलोन ३ इक नई ए एक पुरतात. त्रिहिजा ॥१३८॥ कहा। एक उरकली यही कल उनीर्थ करा ३००० पावससायासासतहरएएस मुहानविग्राहए‍ नि स-मानस -७३ त्रिशेनर (ऊसासो स्वासर ए-एक मुहुर्त उभ-भागी सर्व अनंत कहउ मिस हस्तासत्यसारं वित्तरिच ऊसासएस मुहाना भणिउ माइति प्रएं ज्ञानी इक ही उं ३ए-एएए यप्रमाणे दि.३० तीस मुहुर्त होता रु. १०१५पनर - प्ररोरात्री/ रामु- मुहूर्त रात्री दिवस या राई हारता से एक सेव वरघायत्र स तनाली हिं३ एएए मुहुतय्यमाणे ती संमुहता प्रहार तान्निरसा • एक साथ दो बेदारि उएक निशिए एक प्रथन हो बन कुमासधापुर घायतमा सना शवा नास पाका दा परकामा सोग्दामामा ऊऊ निन्नियऊयादा सेवा 1236 Page #280 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एकनुगशया शयासधाराजार... विस-सउयर) समयरसा रासहस्त्रतरसतेएकसारा रपसवसार जुएबीसंजुयाश्वाससयंदसराससयारयातसहस्ससय हजारवरसइ००.०वा एकलापबरसाउरासीलाबारसास-एक पु-पुरवाअंगा थपर... ८४.... वाससहस्सावासयसहस्संचउरासीरवातसयसहस्सासिएगई चाउरामाषपूररीगो एसपुपुर्वथायी . उरासीरायपूर्व सनेरा-एकचुभूती (शयाईयांग गरउरासीईपुडंगसयसहस्सारं सरगपुछेर उरासीर छसयसहस्सा चमचउराशीवाषनरचउरासीवाष पुरणकरतानश्यरकथायर स-तेरा एकतिमा ८ निवारय चउरासीमावरिण ४ सिएगरियोगवरासीइतरियंगसरामहस्सारंग्सएगफिएएकम Page #281 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कलियांग-रहालया KAnगणितनउनि पमालाये प्रियरं उद्योग उपलॉगडएकपलदराबनदिनांगायले अविनिऊरांगनाएकी mael राकत रहतेहनेतररनेनअंगथाय अखिनिकररतेसेजुएतो न८४ाणात ने८४२७. अयपरहहए२ उयाल उगावर पराम२ निशिएगिनारमा तेरनेए एपच ४लागुनार ९२८४वापुर.सी-सीसपारसिकागतीसपएकतज किन उनएकचूलियांग-सोलया राकसो९४० एअंगत न @ उहारपसे एर पछार नउएरचलियासीसपाहरियोगसीसपाहालयाएवाचतामणि बरादर जाणवोत तेउपरात उ स अर्थकि उउपमा दक्षेप्रकारे म-पर) 4-परश्या -तेहप धरि उस्मान माकोरगतं ते या पसाररवयमा इने यस्मरिसातपरं उतमिएसकिंतं उद्यमिएर सुविहपंन्नासतजापति पमनेसावर एमासागरेपम । मन्तेविय-पल्मोपमाकार मातरणका रख उउली? उचामयसागाराध्धमयासक्तिपसिउवामयतिरिम्हपलाततंजताउन उदेउवारपास कारण कर म र PHIVEEFESOGSTRUME-Dalv Page #282 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नीरमा अापल्यापमानीमा रिव-पत्र पल्पोपमश्करीबा सन्तकिको उद्दारपस्पोपमा पोकरीवनानासामुनगतस्नाप्रमिवीमा कोनाउयामपानी पसिउवामहापरिउवम्मरिरपलिउवामयतिकिंत उहापलिउवामा काम पस्यो ने तेकर सलमपल्पोपमानिस एकसाभारियरत वालाग्रतिहसमा निहानामातेसुसूस समपेरभरीयरातवापरहा। परीभरीय-ते-रतिव्य कपस्योपासल्यापमहबएशिहपन्नात्ततंजहा महामवावहारिएयतबाजासमुहासासटप्याता त-विहान निमरत-ने, सतेज-निमना-नामसना पासननापाला जायोजनप्रभास वि-विषमपुरा हारधएर वा-यावहारिवानिपरुपरही नाकोमामात्रणे) उ कोपनियतबीरीसर्थ उगाजासदावहारिणतनहानामापाचसियाजायणायामविठळाभ जा-योजन उ.उई रत-पाति-निपुरणीप्रधीतकाररउप स-तेपल्यापमए एकदिव जारत अपणो धरधरी एनलईयाटमा सनाजगावे दिवसमाश्याब गाजाराएंउहचानणंतियुगसविससंपरिरएकाएगाहियाबाहय daNEditation.inhibal -PdEPrivatessoriatbhe Only Page #283 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सन्नी भरिएलगाउना भवानी करीब खंडाभरोभरि उपरा उपरि थान खराब इशिका को डीए) अशी स्वरु जावतरतपरु ठासम्मा सन्निचिएभरि एराला काडी एन बालग्रा ना-किरी खाताना रायारकरी ना प्रशाषक परिठालव सकिनरी डाडी मक़ि नहीं (हिन "करी गणवेदार्थ काडीसंगत एंटा लगूना ग्राहथानाचा उहरियानाकाद्याना नो. दुर्गे दिन उपज श्मा. नात-तेरा लामा हे) ए.एकेकर वराला थरा म- श्रपहरी प मेरी जीत समोम (लागू) नई हंसिथाना ए हनुमान उसमए 2 गामराव महाराजाच (जा-जेनलइ का का) स. नेपाल उरखी नी नीर निवाडा ले पापा स·ते एनका कारन उवा बई) बीएबासी घर न घडो निरोप बालाग्रारहारिक करावानी घीभ. हो. पी संधाता की नई एका लास पाल रखी। नीरए निल्लारनिटिएभरका हारि सु-मानत राविना उ-मोटराध या बरते. प्रचारापानसम्म क्रानां श्रा की पूरन कष्टा लगि Page #284 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवालाननाउधराथीहए हाक उदारमत्यापम दशहाजकीमइएन- तका उहारपत्यापन माको.एकदसकोउकिरकरीबगर नपत्मोपमसागरोपवाकार्यकर एउहारपलिउवामएएसिएपचाणंकोशाकाडीहाच्छादमणियातवा ए-उहारसागरोपम) एकनउभ-होरई-प-परिमा ए परहारिक उउहार उहारियस्थ उहारसागारामस्सएगस्सभारपरीमाणंएएहिवावाहारियन एपिसोपसा सागरोप स्पउप प्रोजन बनानमा पुनप परपस SELBAR दारपरिउधम सागारारामहिंदिपायायएं न बिकिं पउयएगीकरसनुपन्ते धा-यारहारधारा उप-फ्लापम सतार्थवि को मुसुक्षमापपयोपमा घावयशसतंरावहारिए उहारएपबिउमासक्तिंमुहामउद्दार पनि Jain Education inbali Rav e nly Page #285 -------------------------------------------------------------------------- ________________ लनेन जिमध्माननापालानीपरपल्लोपमहायजा-जारभाकर उभरावा त-तिहाए एकोकरावा जानेको गाणीयालोना संख्याता - उरामसजहानामएपालसियाजारभरिएकाउनाकाडीतच्णएगामा संका-कामयन नेवालायरादजेर रिद्रयगात साधारणतनातव्यात माना लभातिमत्मश्रिावणात हल्लीशसेव्यातमभागेना गमानतकरतेग aaहनालाबाजार घारगेजसारखधारकंडारंकाररातवासुगादिढाउगाह उसारवह ह.साफूलना जावनेहनीप्रवाहणारात फूलनानीबजेतलाक्षेत्रमा संव्यातउक्षेत्रमा ETी संधानभरभागिमोटउलीप नीस सरीरमारे स्थकी भागमिन्नासुरुमस्सपरणगजीरस्ससरीरागारणा उभूसावधारणा व नेरालागनारंगो-अानिकरिवलनतीजा नारतसम जनपसिना त्राकासि गंशालग्रामोशीउल्छा मारह मागबेधाानगंतस्सपलस्सयागास Page #286 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रयापरिवारातलिफरसोरत्याग बालानना A.समरसमशएक उदार जकाटीरीजा जारत पएसातहिंवालग्रहिंअयान्नावराणपन्नागतसमएर एगाम ... नलिका सरएकमतमपल्यापमपा) गंागासपएसंवतीयजावरएकालेगासपनेखीएनीररानि निजी अहोरा स तेस सरस्मस) -महारपवनीकोडाकोटी) जानिठिएभयासतंसुहामउद्दारपनि उवामएएसिपलाएको सार-दश उणीएनसको स.नेसम्म उहारपलियमसागरोपमन उमानमा करीना शाकाठीयावछरसपणियांसुहमस्स उद्धारपनि उवमस्सागाराग्मस्स Page #287 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -मनोय. पारमा २-९एम सु-सुत्मउद्दारप पल्मा.नसा सागरोपमैली -दीपसमुनउउउहाया पम उ उपमा मठे एगस्स परिमाणएसिहमउद्दार परिव महिसागारावामहिंदावसमुदाएं घसरीयकता भरेभगवान पिसमुद्रतापपरा गो-हो-जास्त घा-टाई मात-जत उदारो यशवरयाणंभातरीवसमुदागंपन्नताग्गा यमाजारश्या गाटारछा उउहारस्व रासलाउद्वाराया समुद्राने उत्सरदारपल्पोपभापपरसे-तेरा अक्षर-पल्मोन तवारीपारसमयएककादीपसमुद्र गंहारसुहमसमयाऐवरयाणदक्षिसमुराउहरणपन्नतासितं उहार पनि सितमूर्थ अ-अक्षा पल्पोपमाह विप्रकाररवापरत तेरास सुस्मन व्यावसारिकातया घामामकितअदापनि उमहिपन्त तातं नहा सुहामयावहारिरायतब य3 मघायन उरीयरातबापता उहरबर) दर Jan Edieatichimical FockiVELFamonalise only Page #288 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नितिहाजे-जमाफीn तिहरा जसे-तेमारहारिका सिम-नेम पसन्पना पालानीपररप पालो Keralay उबर करिस्य लोपमा मनामसंभावामित जावला पोपमासगानमहामासहायातबगामासयावहिरिएसजहानामएपरिसियाजाबाप साकर उभरताशी घउमा तपल्यापमालामरसजातिमा ए-एक गलाकाटीरभू अप भाज हारयत उसारनाथलीयावास तसा सो पुश्ताल्चमागाधातउपवाससएससएएगमे गंवावगे अहवायनाव ताजेतवरबास तेपदी रवीवालीभंगस तेराव्यानडापत्सोपसकती.एच्यार होवईवारीक पध्योपसी नकारासपास्त्ररवानग्मतीवहारिएअहापलिउधोमएम हा शपुरगए ततेदशको-सागरोपनपरुपवा कार्य.ए.एभ. को एककोशकोडीहरु काकारितरीय ऐकल्या नरप-पारमाण) वहारिका 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समप- पत्योपमनी को एक को डा को ही इस कोड़ा कोरी एकरी एक सागरोपमठो रिभवसमुहामा परि उशम ए एसिपत्राएं का डाकाडावादम तं ते सक्षमत्र द्वाप सोप मछए. एक परिमाण ए.एस. सुक्षम पोप सा-सागरो · दस लाएन यम हवाई राणीयानं सुहमद हिस्स उ एगस्स भावपरिमाणं एरा हिं सुहामहापलिउॉमस वि. किस्प उप-प्रजनराश रोम करीन इनि नारकी जो यो नि अ-मत देताना ऊषा म.मा प मुक्षम परमोपमग तिच गरारामर्हि किं पडणं निरस्यतिरिरकाजाणियम त्सादयश्रा उठा इं Page #291 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Ha-AAS.हेभग किसकात को कासनीठि पपराउगोज-जयर-२०१००० हजारवर नि-नारकीन3 तिहगेतमा सनउ - मबिछनिने रश्यागभांताकररयंकालंटिपन्नतागायमानहन्नेएंदसवासा उतली एततेन्त्रीससासगरोपमनी जनिमपन्नवरणमा स्थीतिपरन वियरसमस्त सहस्साई उछौसातत्तीसंसागाराचमाजलापन्नघणाटिपएसबस। परवतिमा सात मवि को हर क्षेत्रपलोय बेप्रकाररप परप्पा समस्तजापली ताणासतमा पलिउामासक्तिंखितपरिउरामर दुवित्पन्नातन सुसुक्षम वा व्यावसारिका वापसोपरिक -तिहरा जेजेसे नेसुमि-तेफ्थ्योपभर-चापीरासन निरनातिराने नास-तव्य 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रणस्पतिकाश्यमानत्शनसभानाविवरही रातावा उमाश्यापूसंपाता सारखधापुटवीकाश्याएटाउन उराउएं तोरणसरकारयामारसंविधा न ते इंदिरा नउरिइद्रियामा पचिंद्रिया ममतुष्मा श-संध्माता गवाणमत्र एरमा पानेकोदेरास)| प्रमुष खोप्रमुख वता संख्याबिंदियातदियाशी दियापेचिंदियामएम्मा सावधाबाणमंतराएवानारतिया ढिमानिक प्रणतासित एस-तरण- अर्थ गे रगो तमाए एमएएमयलीवरमा भूसंपा। याता) ना संख्यातानी तानीमारिणयापूर्णतासिहासातगाठणगायमाएबुजीवस्वागनासंबंधान RECECENE TE VELF Ebaluse only Page #298 -------------------------------------------------------------------------- ________________ परम्प श-अनंताब जीक्य नठावान र केतवरप-पुरण्या रेगोन प्रकार : पस्थ्य नोअसारवधामणता अजीवदवाणंभातकरविहापन्नसागायमारिहापंन्न तु-ते देखाम सरुपीरानीचटू अरुपी जीरद्रय पपीभूजीउध्यम-भगत केतका ताजहारूविजीवदछायसरिअजीवदछायअरुधिग्रजीवरसायभानकर -हेगोतमाट्सप्रकार पर यात देवाधामनिसायनानधर्मतिकायन उग्दस रखईहीयकहीयर विहान्नतागायमारसविहान्ततातंजहाधम्मबिकाएधम्मधिकायसाद मालिका शीयर-इम -अधर्मानकायन या प्रकाशस्तिकायनोपकार एकरूपी: उये दसरप्रदेश २NEnदेसरप्रदेश स 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भारकीवरजीने व्याअर्थममाना संख्याता BHASHA नितासष्पाना निएकका विपएससख्छिपएसपणंतापएप्तियामासातगाठणगायमातएगाना उराउन भारतलताबरविजीदा के केनलाभ-हेनगञ्तसरीरपंया शरिरउरातिर्थ, रिकसलमायोजनकाशनउदारमार उर ASTORY जीरजावाजा सरनोसरीरप्रधानसभरारी उदारिक प्रवासी larअकारनालियापरताव्यो । नंता तविकत५००५पाऊरा तमा तीउमर्पिणी संविधानावरांताकरणभातसगरगापन्नताागायमापंचसरीरगोपन्नतातं श्वसाम्रा वितिय प्राविविउदारीकशरिया प्रारबरियाव-रसादिकतारनर ११दयसन रन्किारने उपकरीअपरा नहर पकाततिनियसरीर उदश्य सरकारतेतथानमा व्यसनेजस शीर कादयतलेस बंधन उकरणने मानिस) सरीरति यातीउसपी जसारभदायतमानाम्जनी शाहारगतपएकम्मएकवहाणमातउपस्य समानतीन पस्या गा रेगॉन मध्यमेश्य परफा-तहाना मुनीवरशीब नजीवसंहाना त तिलोज ने गरीबशरीर मूकानविलासबाभते बांधाहलया किाशाशी जा सका। । सरिरपन्नता गायमावि हापंन्नता जहामुनिणयवाहलायतलणाजात मालकाला RELPriviafirePontireriter Page #301 -------------------------------------------------------------------------- ________________ याधीनसंरमाती उसम संख्या असंमाना उसपरासी बरनाला गमणीबासरिर-ते-पूसध्यानाशहरतालाग बालगडतकनी 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मानारथीमानकोश्वश्र्याप्रकरनश्यतयानमारना रावकेय शाररतेजारा संसानोणिहवतेश्रेणिजेतलादेसरासिन्त्रसरयानी हिंउसमिणाउस्मायणीहिमवहीरातकालखतसारछाउसटीउपयरस्सत्र भने प्रदेश प्रसपानमाभग तमुकेउ गकियस उउसणीनीनवसर्पितीवंतरेनी बरतनम नेप्रतसातरामधारनेरनरमुक्या अननी प्रगती उमर्पिणीमावसपिलानानतलासा भव-पानतात हो जित मयतेनासकिनक्रियशन Home साखद्यनागात राजातमुळेचयातिप्रगतामाहि उसाच्या उत्साफगोति का-कासकामास-तशेयरधनी दारिकामसरनगमकतनामरा एवैवियना पण भाकरवाए सकती यर -जिमउरीभ वनेनारोकनाजेनलाशाकास प्रदेशात मगशरीरमा अरहिरति का नामसतिनहाउरालियस्ससाकलयातहाएपर्तिमणियहाँब Edi t ocal Page #303 -------------------------------------------------------------------------- ________________ |बातेवजीवरमें हेमश्रा आ प-परुण गातम प्रकारी पपस्या न त । सब-बहिउगचाता सादाबाक लेनगर तरकयाराणि इसरीरशना एकवटाणभात,पाहारगसरीरापंन्नसागोयमादविहापन्नतातजहाबर यायायन मुकिलगातारकसरीराजने तिन्याहास्कशन-जन्सरकरा एकहो जितलोत्राकासप्रदेसततला तब SHARMबहिगाहारकस वितरकरुन्निाबाउमा यो वेश्यो। सुननाअन नावंडते नान- नीराजका) देतामातानि छत्रयायतमानातवाहयातिणंप्लियप्रशिसयनबीजप्रबिनहान्च -ऊराकमुहिलगशसिनिमनका नि-विगि उन नकस-सत्सत्रतेपेथोनस सुमुकिलकारकशरीरजालनासन्नथीभाभणाएतलकाता हस्तवगंबहिगाहारीकस जिमअनंती माउसम्रिगीरामूपिणीन! जतासमानतःमशनसाथीनता गणगावातिलिवाजाकासांसहम्मपुरतमुध्वियानहाउसाउथसाररस्तता कनाजतवानाकाशप्रदेशतनाबई तनेजमशरीर परुपा गोडबप्रकार ११d-तकररब)। ककेलाभदभगवानभगवंत हाभारिणयचागकवध्यार्णभंगतातयगसरीरापन्नतागायमादविहान्लताना ५० (रीरजागा ENEdio PosonakREOne Page #304 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ख-बाधा मुक्तिनामुमतिराज-जेह-बाधाबननसशर नमसरीजीवनकासाकीनेनिउ उभारणीसाणी वाणित बरबडिश (सबिणीभू-भूपहरिएएनालसंसारीजीवशातरशतनसगी हजरासरी कितज रजातायाभूति उराजितसाधनाजीवविएशरीरमा हागहन्यायमात्रयायतबगाजातहल्लयागिताप्रताडिउम्झाया विसर्व संसारीजीवनारक्षिउदारिकशीसंध्यातास-सि-सिरथकोणनेत गुणानेशवसमस्तजीसम रमण शरीरगनासरकारीमानशाण गरव-वृथत तमभागसिवातकिराडातजससरमणशरी बजावाकी लेनमाभागउ एनराईजीवने, उसपिरिणहिंजवहारंतिकारवात उगीतालागासाहाहातगुणस नथाकोसरीरनीमरी. निजाम - लेना-सू-मनेनी उसापेपूरमर्पिणी तीनबरमिभगत अपीए-एनसेनंती उसविणीसूक्सपिसीना जमशरीए7 सातासमरतेतरामुकलगाताशसरीरजारगवाका-का शीमानलाराको जीवाणगंतभागूणातलगातातमुवेलयाताणं प्रणताणताहिं उस परसहलेखेत्रमानुकरुभूनना मेरीरनारानकीजाता-जानाथक्रीन। पकनाजेतमाशाकाशप्रादसाननबा) सई लगानीस्पूछान मुकर गसाजरगवारगतम यिणि उसमिहिमवतारातकाल उमरत्तउगताालागादछ उसहमीरेहिंध्र Page #305 -------------------------------------------------------------------------- ________________ राउण्डतला कलम भाभा ककेतवा में भगवंत रु-कारमा शरीर गोरेगोन ५- परमा तरीय जीवशास्तंभ या भग्त कम्म यसरी यन्ता ङ-बेप्रकारी पं-पहय्या तं तेकहरवाई बांध कर सु-जजीले इनर) जमात तिनसज्ञ मनसरी र जा मरण शरीर का बरतेमुकिलग करना परिकार रमण शरीर शिवर गोमा विलपन्न वातं जहा बाहल सरिरात जीरनीरवत लागला की ५१: ननी न कही यात्रियायाग्यग एन-नार की नई अंभगवे तक के लाउऊपरी सत हा कम्म यसरी रारिभाणिवा छानरइया भंग्लाक पतिया उरासिय सरिश पत्र गो.गोतम हु-बेकार पं. नऊ मु. मुकि लगारिक समीर जिजेतेल-बगल तेन नयो (घरी कहशरीर) वेलेनको ऊरिक शरीर कगरी ता गोयमा दुवि हा पेन्त्रता ने जहा 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लकाहालितहल्यनार २५६नेतलानारएसन उ डाएन उवर्शम्सललेशलानश्यारणकाकीनई बि-बीजार्णमूलप्रतिपनमारराज गाडाखरशस सख्यानीभागा संख्यामा मातरशुभवर्गमूलकाटिनबीजानवप्रतिपनकोमा उपयरम्सममारवंद्यभागीता माहिद Skindघरभागाताप्तिामढाणविकभमूगलपटमा योगम कानाशारावकरयु-भांगुननबी उपितरउनाउ४बानमूर४पतिलावताह उपाकीजरता सुलतातणमायाकीजशतवाणि२५६नउघारधारसंख्यातीप्राकतिरणितरिणजतमात्रादसातवानारकीनासरी पहिसमूलीद्धार aftest-तिहाजजीमा दाकिनीनारको नेमकिशनारामाणिक लंपड्यन्नमस्याएं सुखविध्यवरमलशएमाणमिताप्सटीउतरगजातमुछ एन अनता नारकीनों रे के नसाशासारकस शी। पिपरप्पागो यो । ध्वयाननहाउहियाउपराखिएशशीरानहानाणियवानरस्याणंभानाकरयाग्राह एल- ताक्षगा कभीर -मुतितिाने बाव काल हित रगसरीरायंन्ततागायमा विहान्ननातनवादस्यानाक स्त्रयायतलाजातबा Page #308 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ..उधिक उ•ॐदानाम्सकलाकातयात्र-तरुत्वाप्तयः हारारा रस्तानमारका तहानेनेम कियात्रा कामशाहारीवहिली नमस्कार जनधीलारक शरीय मणशरीरवि सम्परताभा जाररावा शरीरजत हयातिएनबितबगाजतिमुविनयातनहाउहियाउगलियातहाभाणियवातियक 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एटम्किाश्याभोताकवयारउडियसरीएपन्नतागोयमा रिहापालनातंजहावा बरिउगडदारिमुकिलगऊदा दारुसरिदिलानुदिन प्रथवीकायनीअमष्यात Page #311 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बहिलग मुमुलिला दिन-तिहराने दिलगशशत-तेनीप्र० सामुकिया जाम नियरी) यशरीगतवैकीय वीकायानईशारीनेताउदा सकिहलयायमुबिध्यायनबएंजावबाहलयातणन निमुकिश्त्रयानहाउहियाग शनिमाथीकायनेपएपवि. -हिमप्रथवीकायनेपानियाभारारकशारराश्थवी एमजागाननमक-कालना रागकात्याप्तमा मनीमासिकमुकिगजमाया क्रियमुकिलगभूनंताभाऊ प्रतावहिस्कमुकिमता:उहाबिरियामा दिया उरालियसारराभाणियछाहारगसरीराविएस्चातयाकम्मारंजहाएएप्तिाव सध्यान मेनिम-प्रश्वीकायानाम-अपकाएतापपारशीरनामाहान उकायनिपण सई शरीरमा SMA-सर्वशीनाबालिगमुविध्य अमेयाचा । पिणनेतला (घा-शरिरकही या महिलगाए meजार स मएसमेस २रालियनहापुटरिकारयाणंएवंउकास्यारंगात उकारयाएसंसार पाउायण भागान के नखाऊऊरिसरीत परमाण-तगीतमा भागियधुजार उकारयागभाताळच्याउरालियमरियपन्नताम्गायमान The Fate only Page #312 -------------------------------------------------------------------------- ________________ निमपु-प्रथटीकापन ऊ ऊहरा) स-सिमाउापनहरणकति बाउलायन नगानक कना श-सराज हापुटवीकाश्या उरालियशरीरातहाभाणियहावाउकाश्याणभाताकवश्या जी-पिनियत शरीर पपरप्पा में-हेो दु-रे पर नोकरर मुमुकिलगती मनकारी .रविण विउडियसरिरापन्नतागायमाविहापन्नतात जहागहस्त्रयायमुालत्रयायत जातबजनियराध्यान-त-समानारस समरसमाएरअप प्रमाण यहासावित्रिएबार तारपल्यापमनाथसेपासमेभी भागमात्रएतक्षेपलोमलहो ये नेतागभाजपला सतबरियकसरि मनिश्रव्यातभजितायाकाशप्रारतमानात ग्णाजातबाहत्रयातरणंअसावधासमएम्ञवहारमाणापलिउमस्ससम्म यसबठिकाशनयगतलाकान अर कीपरनश्चरणारभणीनयीश्मपाध्यामबाउआयनासको मारपरणकनगासिमरा रा रा राणकरापमापरकरगरपस्यान गायनाजायजा Pाएकालयको मानारायमप-पतली अपहरीयनहीं। ससा बनाना सापमतोपसंपालमा अभागामातोकारवाहिरतिानाच्वागअयहियासियामुछत्रयाजला PrivateLFE REOnly Page #313 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उ.रारीक मुकिलगशीरति বঙ্গবনসাদি) सातारकरीरज-निम-प्रथ्वीकायता बिक्रियशरिर त तिम् । संभाग उहिय उरालिएमुकल्लयाहाण्यसरिराजहादरिकाश्यागार उहियारीरातील वनस्पतिकी तलेजसक करमनसरकारमनसरीरकंधाब 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Page #316 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शरिर नतिमजमा भण ववक्रियजति तारिक सब-महिलगाईट्रिनिल नामुमुकिवक उउ गारमनसे सबानमे राएतलेननंताजाणा) जजाम कर भागनेश्रम व्यातीश्रेणी रावहाभाणियद्याविउवियाग्राहारयसरीराबाहस्त्रयाएनिमुक्तिध्नयामाही नानाप्नदेश 7. उदाकिसरि निमनभा भगवाकरराएन ग्व-तेजसरकारमणाम निमए-र- निस गंासढीग नंताजापरा स रीर निवेलिना उहिया उरालियशरिरातहाभारिहायशाम्तयाकम्मसरीराजहारएसिंचन वनहर शगुनप्रथा ऊरासरीरमनिमान लेदेट्रियनिगतिमानते नेरेर रिट्रियनेपरण भाकरीश पपरेट्रियामलने दीयानि मउभागमा उरालियमरिराजहााबरियातहातदियारारंदियागंविभाणियपशिशेय सुरखमा ति-निर्यचयोनियांनपरणरारिकसरीर-मनार निभाकरिना-पं.पंद्रामारिकी स ति-तय स्थानयानश्पणURedIVEदेदियनिपभगवा रखा रियतिरिरकाजाणिमाएंविउएलियशरीएएवाचवभारिणयपंचिंदियति उसेण्यात खरनीपरर Page #317 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इस्लेनियानयमभन्दभाव केमलाशतक्रियसरिर पे-परुथ्या पुरातरातलगकी गिगोतमादवप्रकाररपल्या बत रिएकरजाणियाएंभानाकश्याउछियसरीरपंन्नसागागायमादुबिहान्नता त ने बबलगमलेरनेमुका-मुकिलग तंतिहाजितबबाहलगातार भूमध्यांती, हर बाधावते तंजहाबाहयायाध्याय बाजातबाइलयातेप्रसंरक्छानसारख्या माणसणीवसर्पिणीयकरी अवतरियासेनतलासमातनबानियववक्रियवं.प्रतरहवसनयभागबन उप-प्रथम व्यतीउसर्पिगनतथावयसररजाणवाकाका थीमानकरलक्यमूलबस्सुमुकि माथी मानवातावमा राजन रवि विस्तार गरियरि)। हिंउस्मयपणिसप्पिणीहिवडीरंतिकालेरखनउजावविभसूरंगुलप उ-धिरुसमभीरनाउ ऊदारीक वायाहारसशरीरज-नि स्वर्गमूलतनारसंव्यासमनाजिम एकितगतिअनेताजाणवा मवेट्रियनी पररहि करशी उमग्रमउस्सअसावधाभाग्गासलेलयानहाउहिया उरारियामाहारयसरि पेनीबागका अश्कीउसप्पिा BFonsi.LNECalve Page #318 -------------------------------------------------------------------------- ________________ समरीजीमउदारीकबाहिलक मुकि सु-मनुमनाम तेज्याक केतसा-उउसरीक! सुकिल्गभनेता-तेजसकाकारमण मानीपरगनासंबाता मुकिलकञ्चनेतासरनारसकाते रानहाबिंदियाएंातयगकम्मशारराजहाउरारियामएस्सारणं ग्ताकरजयाउरालि सरीर गोन्हंगो बेत्रका परप्पा तितेकरबब-बुद्धिलगऊसारिक रु-सुकिलकऊरारिकसरीरत-विहां 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राजनरउराएबेथकोजागांबाउ-ज-जिम सकिनकनानाएवा' एधिके लेनासमति यवयमपञ्यान्नमाछत्रया जहाउहीयाउरालियामरसारणंभौताकवस्याव Page #321 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १५९ लगाने वैक्रिय ससरिरवं पराग-रेगा · बेकार - १ नं. ते देखा बाई स्पाइ कहर बर बाध् दम मुझे, मेलेशन व ति) जात ब. रहिएक अगर हमका ले उडियसरी पेलता गायमा बिहानमा जायमुकल्या नाह न ते पाता.स. समरसमर प्रता संख्याताका काले १-१ हरी यह ना- के ऐप स्थान थी। या संघासमए२. अचडीमा २ साधू का लिहीतानाचव - मनुष्प भे. हे भगवंत के- केत वाश श्राहारक सरीर पं- परुप्या उ. ऊदार नामुकिक · मुकिल राज. तिमउ. अ. ककहरा के विमनं ताजा रा चहिया मुछिस्त्रया जहा उहिया उरालियागंमात्र या भातावर या आहार यसरीरा पंन्न वा. हेगो दुबेका पं-पर नं- नेकर लग० हारक शारीर त तिही कारी कशारीए ब.बहिलका हार कशरीर मुक्ति जेते बाबहिलग-प्राप्त- ते मिळे - बसिकि बोरे ब्रेन गरे नीजजो गायमा दुविरा पेन्न वातं महाबाद्वध्याय तखां जातां सिय मिलियन धिन छाबिनह Page #322 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उ.उतरशस-प्रतसहस्त्ररिमामुकिला जे जिम3-उछल उरीशशरति -हारबरजजघन्पएराति-बिरणी स्त्रयीनरसस्तोमाहारीशरीरमभूननाआएगाशहार कसर रमधिगहनाभनेता नणंणगावादावातिन्निवागतासांसहस्सपृहुस्नमालयाजहाउहियारियाण नाणगावादावापामारकरमणसरोज-नेमा-एतन संपालाश्यतिबनवानेतना॥ हाथरवीनाशरीरपरणेपरणम्पानहोयेतनसमा देताकीकृशशीकशरिरमानी एलरहिषगजघन्पउगात्रीसार जड उडिरीकसारततिमनभा-भाषा ते उतरला न उदारीकशरिर नयगकम्नसरीरा नहाएएसिचिवल्याउशालयातहाभाणियवावागमतराउरा जानिमान-नारकीविवा-वराणवंतनभेवेभगवान के तिला बानियससीरयरया गी-संगीतमा लियात्मिनाए सियमरिराजहानरश्यागवाणमंतराणंभाताकवायगावउवियासरिएपंन्नसाम्गा पपरागतरनाबाधा शरिरब्शतसमरसमयतिवउपहारतोसे पानीउसार्पणी रह.पं. परप्पा नेतकररामीकालयकीमुमालगशिकीयसरिजोतयानगिवियन गविनियसरीरसंष्यातीसेपाती रततिरामाविहापंन्नतातंनहाबाहलयायमुलियायतथराजातबाहलयातयंस Page #323 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उ-उसचिणी-अवसर्पियेत्रपतरीय एनाल एकापीमान रव-सेव्यातीशिवक्षेत्रथीमोन प-सातरानी प्रसेव्यानी उत्सपिरिणीवसपिरिणनाजनवासमा मावावा इहिराब.संष्णानभागे। उपतरावत नितवाविकियेबाहिल्कलगारतमाशा नउसेप माभाग एच्छाअसारबद्याहिंउसप्पिणि उसाथमहिं वहींांतिकारडारस्ताउसावधाउम्सटाउप निसी मेध्यातीजाजननुवर्गक्रीजरत्याहारा उतरसूधनाजर पइमकीजइपय-सात राजनाप्रतारपूरा सअणिविविस्तार सष्पाताजाजनराकेउतीररीर यस्स्सअसंगरधाश्भागातीप्तिणाप्तटीयं निभाईसारामायणंसयव्णपसिभाग मुरकुमाररने निम-उति सानुबई। उऊसारिक शारिरानि या पाहारझसरीर प्रकाररजी जीम उतीया तिमा मनन पातययरस्समाबखयामहाउहियाउएसियामाहारगसरीराविहारिजहाअसुरकुमारा। लिवारणमंत्रनबहिबग-प्राणरावा वाराम सातजसकिराफे परप्पागोहगोतमज-जमएएमय तारकसीरथी पूनसकिननर्भरपूस समरिण नारेनिअस सरीय गनंताज़ा एकरून गवाणमंतराणभाताकवश्यातयगकम्मगसरीरापन्नतागायमानहानिएप्तिचिवा Param Page #324 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कासारीर कतिमाततैजसकाकारमण सरीरमा कतिक्षाएनसरहदगध ना.पातिषीया हेमके केनभाउ उदारिकस सस्यानमर्किलगन्नंना गल उछियामरीरातहात्यगकम्मगसीरारिभाणियबाजारसियागंभोताकवस्याएंगउरा पस्या वाटेगोतम प्रकार पं.परयात तेषामा निजिमणारकीने व्यातामुकिय जा-ज्योतिषीन के तिमभा-करिवार नंताभगवान स ब हिलकम लियमरीरापंन्नतागोयमाटुल्लिापंन्नता जहानिरश्याराभाणियबाजारसियानं पर-नि यसरी -पपरणाग-तेगोतमबाप परपान तेदेषा -ब-बहियामामुहिरणर प्रकार बायबर सरनर लाववश्याववियसरिरापन्नतागायमादुखिहापन्नतातंजहाबाहनयायमाबला बहिबगना-पाति घिनेर किए से अणिमावि-विस्नाबरमतरतासात राजनुप्रनरउरावीजरले । दि.२५५लागलीएका उजानकीमुकतोजर्स मजपिराननीयत्वसम्पातप्रसारप्रसयनपनोएससीप्रतरमीशीरपूश्नायूगुनास शिरीनारिषेभरचीशी एलायनउभागकरनेनराकमोनसीरमकरता यायतबगानतिबाहम्तयाजावतीप्तिमम्सटीरगविष्कारबपन्नएउसमयला का-T FE, FRUCH Page #325 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सुमुकिलगवि-विविय-उदारीकतिगुणाति मनिममारकीनरत-नीमना-कालनाते असह-काश्म जनिम-उश्विम अनंतानाशारासमश-पातार धदिलाभाहारवशरीरमोतिषीननहार एसीर लप्रप्तरलेस्टएतलोतरथीसंध्या कसरीरभूनेमूकिल्शअनेन। पियरस्समावस्त्रयाजना उठियाएंगालियागाहारसरीराजहानिरस्यागरतही 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नरिन्सिभास्थांमुलनारीजाबमूलतेस्बीमाबमस्त्रीनारउसातापन्सकीजर-स्वीrial तकल्पनार२५वानहन उप्रथमवर्गमूलएहनुबमिल४ एहनुव२त्रीजउबमरीजउवर्गमूलविमसाउकोजाएटाउयावरबिसेष शादथारएतसश्त्रीजउरीमरसंघातीएलीयाकाशिधापजेतादेसरडरावनसारिमानिकादरनारा भाषेत्र कहानि सापमउरात्रीजिवमूमरवरातबमारणाकीजर एखाप्रतरथउप्रनरामिणा कीजरतउपप्राररतररथा सानाश्रानि उनघणधारस्पनर एनसीप्रणिरहाविखेभहचिनखिरामभावनपनियादिकनीरह-तीबाएस्स्सोसमातगुणही गयी। गुलनाजावाजासमूलेनीजावरसंघातीयणीयरएतरमकतीउगोगुवप्रसारणप्रताक्षित्रनिरियरसारखीसेमामीण। कल्पनायेजारणीमरखपव२५हानबेरुनउप्रथमपानीजउपसलत्यारत्नीजउरणयरतितावीजग्राम वरचपतनिझाम्रोपवेसाथरिणीतिवाररटयाग्थायराततारानेसारथीनसेमातीमागवल्या ए भागातीसियंसेटीगंविखंभसहरगंगलिशीयवगमूळतश्ययनरपय्पन FOR F ocal Only Page #327 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (वि.यजनिःउछिन उरास्तिनावराड हनुमुस्लिगा कि उऊरारिकमावरात्री नेताजा अधयुवतश्रावणमूलंघणंयामाएमिताउम्सटीउमालयाजहाउहिरासस मान निमान-नारकीनातनेजस जिमएरैमानिक र विरास-मरिर। रायाधरसरात लेदितानशीभकारमणसरिर 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-------------------------------------------------------------------------- ________________ तितेदेवाप-परिसरहीनेशाकाहान-शमनभावकार१५ राम-नरास-मस्था, स-तेजीशणमासी रचारलाकारकाराश्रमासारउड नाशाप्रमाणात यामधाउट-नयशाप्रमागरातहरणकरीनाण्या फरबर सेस्या হঠবসুয়োৰােহীন पन्नाततंजहापरिमंगलवहतमचउरंसआयएनेतंसंटाणगुण्यमाणाप्ततं अजी सतेश्य भी जीरी मारणीको का नि- निप्रकार पं परमाणा-सानागुणरडरीजागीर तेशान किंकोण पुरणयरनेजीवगुण प्रभाग तं. ते प्रमाण वगुणयमागासकितनावगुण्यामा २ तिशिल्पं जहाणीएएण्यमागलं २.ट्रसरणपुरक निकायका करिवगुणधरीमीयाम-त-नाशानयुगकरीप्रमाण चारणकाई.प.पर गायतरनिशुमार जागीयरामचारित्रगुणकीको प्याते-तेकरवई प्रमाणात सनएण्यामाचरितगुगामाणसतिंनाणारयमाण 2 चउछिहपन्न पप्रत्यक्षप्रश्नुमाणिशा उपमा श्रा-मामास ने किसी प्रत्यकप्रमाबेनका परप्पा श्रात्रादि जनतेप्रमाप्रमाण्४को - कहरनयरप्रता वत पारखणमाणे उवाम्मन्प्रागामसकितंपचारकर शिह पन्नाततेजशद JanERSciet Page #331 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कशानवनिो -नहीरातेनोट्रियपास तेमूह वि-इट्रियमसस पे-पाध्यकार पं.परम उत-तेक सोयी सानादिकत्यकाकारणा हचान यपचारकानाईदिय पञ्चारकयासकिंतंदियपखपंचगिड़पन्नाततंजहासा द.पूर्वी प-प्रत्यकशा ए ट्रियश-शाष्ट्रिय नि जिसरंट्रिय कापूरसरंट्रिास तेथीना नोटिएपवय भागात प्रत्येकर प्रतेक प्रत्यक्ष प्रकप की कोणने ने मारपूत्यत्रीने नसामान इंस्यिपचारस्चरिदियघाणिदियनि-सीदियफासिंदियाासवितानाइदिएप साधम प्रत्यक्षमजी त्रिीणिप्रका)परकहर जानकरीप्रत्यक्षजा. म.मनपर्यवसानपत्यकाका नाना हरूपपणे या बागीयतेवधिज्ञानप्रत्यकावलसानप्रत्यक, चारव२तिविहि पंन्नता जहाउहि नागपचारबमरणपजनाएपच्छावाकवा म तेरानो नोट्रियनत्य लिंकोणते अनुमानध्या रस्टनेप्रत्यसरमणकाउपनातपरोक्षशनुमान कथी अग्निजाणवीसाथीलिंगग्रहणसेस्सरराति णित्रकारप परप्पा दीपर उपचाखारवतानाशेदयपछाखासतंपञ्चावासतिंप्रमाणोतिविाह हारान उसकी Page #332 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जिन्हयरिनुमानियेजागीयातेपूर्वसांतीमामानानउपुजनालाउमानामुनापसाचालका शाशानुमतीयेनेससबसीसस सब्यट्थिीना पु.पूवसिन्नानाजिमा(शानरगया रु पानता जीरियणीपुलमातिदिउहोशलनेउलधिग्स जीवेयर यावी निराधा-र 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साथी मुसा र रथघणघणाटघमं शरथ कीमा लोसार शकीना खोई समटे किए गंग्मारकंकार एहिया हासएणंहझिंगुलगुलाइए र संघ संधिएग से ते एक कार्यकरी स-यदिको का - कारणे करी का नं.कारण तालुयानु कारण वस्तून नुमान गनं ते जाली यह (करातपर नो काररपि न पटका रणनी इएसकाणांसकितं कारणणं तंतामण्डरस कारण नुपातिनु कार - रम तराबी • विकः काक का रवरगीन तरणा नु कारण मि. मारीनुपी उघडानुकार आनमाटीपिकारण - माटी का रोनही विशेषतानु को वीरणी नृान का रणन परिणी नम्मे तए एवंविररणाकडस् कारणं नपडोची रएका रामि पिंडो घमस्स कारगन्धडोम का कारण करिशेष कार्ये गु-उत्तरगुणेकर से सुमो तुक मोटी इडाच्या फुलना करना गुणाम नन मानकरी शास 1 बी पुनाली रसोवर्णन वासनाइक उत्सुकून कलिल सूर्य किं कोणतं ते एक माटो नेकसरेकरी सारी दरी जागी फुल गोते रहे करी स्पी सकी तं गुणं सुवन्न निहसिगं कारजन्मान पिंडकारणासतं कारण गांधणं Personal Use Only १६५ Page #334 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काकीजीपी रवानाफUWAHअशीशाने MES १-मदिरामास्वादिरा स तेराउतरयुगकरीआरणीय अर-अवयश्कीभारणीव उप्र सहकरीनर 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एभिसारां प्रतई वरसनीहरादू ग्रहणे उत्तणाई वैरणानिष्यन्न सङ्घ सरसरामपुन्ना कुडसररणा हीट ट्· ड्रहम-नाम र सामाः पा-देखीनशक्तते तते सा बोल दिया दृष्टिविनिभाएँ लग्रहण ज. जिममुघली हरसरात प्रतित का त्यतयोरण एचटीस होड लश्करी हसरा नलाग्गा निपासितातिसाहिघरं जहासु बुटी प्रसिसितंतीय काल यस ग्रथकिं काशा वनमा नस्पस्ट गम्यं मा. साधुगो-गोचर ने काग गए उहुन पर नाबीदीत 9 परतुर धरणा पतं ते १. वर्तमान का लगू हाए उकाल ग्रहणं सिकिं तंपडुय्यन्तु कालग्रहणं साहूागायत रंगूयं विवदियप उरभ भान पाणी पादेवीन. ते इतेमा-नुमा जिम-सम्मेस वर्त बेप. प्रत्थन का का लहस न होने पाए) हिं. कोणतं तो निशी जई तल मणिभिक्षा प्रचुमालले आणि सताए नय्याणं पासिता तरणंसाहिद्यानामुभिस्वं वह सितंपपन्नास ग्रह १६७ Page #338 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कानिण-पतललकारम-मयला म.शेजसरिता अनागतकाकारग्रहण ९७काशनान-निरमरूपाउग-पर्वतदेस जवीसरा क्षमीसार सकिंतंरणागयकालग्रहण अक्षरसनिम्मलतंकसिणारय गिरीसावधय समेघना प्रादक्षिणापत्रमनशस्त्रास-सासध्या मामलादिनमा माहिराति भराउतपाता ब रानवा-नथाधिक्षकमायाम्पु गीचोपडिसी क्षेत्रप्रभतरोभागी शदिनहात्रा दातादिसिवनीवायावर रातीदेवी, सस्तपा-गरवीनराकार संभाखिऊपर महाणियवाउमाणसंष्ठाणिहायरतायवाणवामाहिदंवान्नयरा। नेउतावानरारुणम पनिणी ननणलावास नाजिम्मु-सुराभ- हासन्तासू-सूनागतका कालरहण सशदिकधीवियामा पसबसुय्यापासितानणसाहिधारजहास तुठीभावस्सएप्सतंणा गयका एरणादिकमानरावयार दिलनेसास्क पोधोल्पादेलो नि निणप्रकार काकरराव वर्तमानका बयरण महणीवनोनिर्णयभ-लयाने लोन भनित कार पला हापरितपसाधना निगाहणएसिावविद्याप्तणंतिविहंगहाभरतीयकाबग्रतापपन्न रसा मनुमानकोजीराराणाकरिता Page #339 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शिमा--माधिस्तथा अर र कागत किको अतीतकाल णि-नधीठा श नधानापन्नधान भित्र्यवीनथीनी दनीप्रथा सुरु कातग्रहणणतंगहाण भूपधानएनवीनीसमकामी) एनएल व नि -किरासन जोपासक तंत्ररतीयकारग्रहणंशिताव्याअनिवाससंउमिगीसकाएमकुं मारननरीदनमत पर देवीन तरिका जानिमगाव सातेरती-प्रतीतकारयत वनमा वृnि उसर नयीरहतमागाणियासितातिणसाहिधरजहाकुटीआमिासतंतीयकाल स-प्रथसिं-कोणतं ते पत्र सूचनमा को- कासासागोचरीय समतोएरुवारभिययागोपा न हन राउतलाम-मसि प दवीन ग्रहसकिंतपड्यान्नकालग्रहणं साहुंगायरायंभिरकंमूलभमागणपाप्तिाता लगानीक जजिमदुर्भिपडकाला प. वर्तमान निकाणिनाग्रयका उताभरणीभिमानहीनकालय) भूमीयांसारा कायन मानकीजभाने स. नेरान) एसएरधी तणंसाधिजहादक्षिरयलहरासतपाइयान्नंग्सतिप्रशागयकालाहारा REC HEARTen Page #340 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनुमानमाणातका कारण व्याधानकररखर प्रामारो-प्रशासन -प्रमशभ हो ससोमंडदारन र समाठ दवाएRAरा गचिन्हरवरी ग्रयंवावायताअन्नटरंवायासन उणायपप्सिसान्तसाहिघरकुटीस्मि ve.वि.वि.शेषादवी-से-एन सा-नेए नु मानप्रमाणास-नेलिकोल, सतंागयकासग्रहणं सविससदिटासतमाहममासतंएमाारणासकि उ. उपसायरसीयाए णकरि उपमाननेवासा साधर्म पणेकरीन विविधर्मपणश्करी उपन स थकि के सा साधर्मा सुखेपकाराप परयाharसमयमतमा यमधर्मोपनीयताण-पनीत - (पणेवता तंउवाम्मर दुशिल्पंन्नतितंजहासीहगम्मरणीएयारहमोवीएयासतिंसाहामा स्वनि प्रकारपस्या त रोकरबर किं किंचितोकोसा पा-पायसाधर्मपणास-सर्भमाधर्मसरिया रणिएतिविहिपन्नात महानिरिसाहाम्माणिएपारासाहम्मोवीएस जीपति Page #341 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाजममेकासरीवापरामर समूथहीं कोणतं किं किंचितसा साधार्म, मासु सिरतिपणामो जिम स्वउसरस मुएउपमाररुकिंरितमाउपमा साहाम्मारामागसकिनंकिंरिसाहामरजहामंदारातहासरिसाव) जहासरी त-तिमतहवालाम-ए-एमसमुदगो प्रयोगस्नदुपारपए ख-शानिमचंद्रमाकनिममयकंद सनविकी भोजपशगाउचंटूनरलकुदए हितमा-सा उपमा सू थशमशाद दसथी-कोहिउपमासवोतहगामरूएवंसमुहोगायाइरराधाउचहादसतंकिंचिसाह स तत्रविका पाप्रातिसरयापणपा: यजिम गोगाशतिम सतएप्रायरवरीषधगपुबपरणउसई) स तेश्रर्थ । एण-तेायताधर्मसरिखापएसजीनगरोफर (वि.कोणते (म्मासततिपायमाहामारणीएयधागास्तथागवयासतंपायमाहामीमा सासर्वसायापाससामरीषा पण सरीषाउपमानीतो- ते तकरा रितिरिरुतिसारमती तिसमविचाराकिरीयामा उजनीतूउपहप्तहनीपमाकरत प्रभूजी कारकिशएतलेती किंतसवसाहामासमाहम्मेनडितहास्तिस्माताणउसम्माकरतजताया। NE Enadance Shafelorstinatingonly Page #342 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पवर्तनाटिकश्री पूरितेत किंोतेरिलतइजकररए रामरा -बासुदेवासदेवसरिषउकी तंचकवतीसाधनकी बयदेवेबदवपरीष समाधिमाधुसी) उकी रहातहिं हितमरिसक्यरचक्रवहिबसारत्वामुखसाहारणमा कारकीसानएताकतखोकरभू रस समरिषा रखापगउ धकाधा सरासर्वसाशतिस समर्थवि विविधर्मपतकरी ययमल रातवैधती सकाकीधतेनेएम राहिवायशत पाउ काराने पनीनतसरपण नानतसरपएउ सरासकयासर्तसचसाहामामतलबसाहामावणीशासत्तिविहाम्मा। नि.निमिप्रकारपणा तेतकतर विकाईसारखापण पा यायवधर्मास सब विधानस-प्रशुति को विनधर्मापनीततेसापनीतापनित) वापराउ एंतिविरिपंन्नातजाकिंचिविहाम्मपायावहाम्मसहावहाम्मास कवितावाचन-जिमशडीचमकाबरीणनउपरत्ययाबरोज-जिमकालीन सामूलीनानती मारणी उपमा सामसीन न.भिप्रासामधीगाउनापत्रसरषागारनुपनतरवरकाबरी उन नेहारनउत्रनधी किंतंकिंशिवलाम्मजामामालाएणताबाहानारोनहावालाराननहीं Ferivaterpersonal use Only Page #343 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स-तापाचनपणास-विका यघएउजा-निमारत नानीत-निममस्तिनो सतेएप्रार वध एए जागोपागमर्वयजाणवतं.तेपात्रातधर्मफरनका गपायसरिबारतकामसरीवादीसना उवी पए सामालागासतकिशिवहनासक्तिंपायावराम जहापायासानतहाबायासाप्ततपाया। सअकिसरिया तपाणुनीतोहीतेतनीउपविधर्मनीन-त तनातनी उपमाकरीबरतेजमा कागतं. ते थापिन नेमविएउमाकी-कीनबी माकरीवरम सर्वशवधर्म धर्मना हरामासकिंतंसवावहाम्मसरहाम्मनाछतहावितस्तातरणउधाम्मकीर नि निनिचरनीचसाधुलीगुरुदरा दासरासमरिस्कीधुकार) स-सर्ववे-वधर्मवीपरी-से-तेर वैध छातादिकार्यकारिका गसरिकामा-स) बानिस्तानसामीपकधसतम.. नीचसरीसंकयेदाससोरसकरकाकांसारणंग सर्तसहावामासावर भयोगमतेनीवाररुपरपराययावतेयागमकवितासर्वप्रकार भापनितास ते एउउपमा समथकी उरतेधागमन्यागमतादम्पकारस्प परप्पन की उनरीमन निथकाण मा-भागमतगुरुनीपरपरार गमीयजायते-भागमालाकातराकर कोणते पिनशानातनीवाटिकारार्थनइलेकहरबानि-दिका म्मावरणासतं उवाम सर्कितागामागह पन्नोतनहोलाएखाउत्तमोदित REURatocaimer SonikaleSPEEEEEEOnly Page #344 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संतानेगरेकुविमति विकल्पतरपते-तेलहरबर शिनत्रस्परा সুন্দি लागतेजस्वा मायनो मे-EिM दिए) विकलाजमारवयव दीव भाभार थप्नजत्रागम तिप्रागा रिएयामकितालाइएरजन्नं अन्मापारिसिदितीहि समंदबुहिमरविमणियं तंभार लामो सय पीपरंपराग प्रनगरनिगा रामायण मानपार विवेदसणेपाम तेरायोक्कियामागर्म सर्थ निसायाकोत्तर श्री.उली प्रण गग कोने- नेशागता तीर्थरनोनी उपकरण गरा भीनपूर्णमा साहरामयणं जावचतारिशव्यासांगावंगासातासारएमागामासकिंतांनाउसरि रनियर्थ प्राण गिकी।उनी हलमारिनता तरा गमक अथकी कला लोकोत्तर प्रगम व जेह-अनि भाभगरतानात ५ प्राणीन परुष्पा मरपरेरा हीरता राधरना एजागामासतिंबोउतरिएभागमेजरमरहातहिंभगवानाजावाणीवर उपशगसंगने-नेकरवर२६ारणासTGTea अताउरसागरनुचवा स-तएका TEमागम थवाशगमगाउदा थमाचारगरगामीशनव्याकरण सरकार गवनीरजातापिपरिवार दुवालसंगतंजहाभापाराजावदिविवाउासतालाउनरिएयागमेअमित्या FacebsFoocha Page #345 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पदेसविनाशामा - नि. त्रिणकपणततेकर रबर सु-स्वजन्ता नसून अनाजूरथल -थवानदीमागमत्रिशिाम पं-परुणा मानस्तांगायलानमभयायामाप्रागमति-त्रिणिप्रक एनजमकर अागामतिविहेपन्नाततंजहानागामयतमयागामहवापागाम तिल्पिंन्मान ततेकर) श्रातीर्थकरश गमतेशामागमगिरस्वामी त तीर्थकरताकासयमात्मा गागाधरणनसनस्रामा ईकिशमूर्थयडरगणधरनउरफरनाशिधीप्रभवा तेरशसथावबो गमकही गमख्यमवर्गम्यतत्वार्थ हवन-पूज तवामीतेपरपरामदेबलोपितराषि स्शनतराम जहासागरमगतरामामपरपंरागामातधाणघस्सअनागमगणाणमुत्तस्स निउभारोतरागनगराधनिप्रर्यगाधरमशिनासूत्रस्पानां नरागाभाटूश्वध्यान शापरणेविधउनहीलेमाटिगतगम मारनबूस्यामि गराधादनक्षतस्तनो-नेन भवास्वामीति (रागम अतागामअस्सअणंतरागम गणहरसीसामुत्तस्मभूगंतरागमेगस्तपरेपण्ग । नविापानी सूजनउपाणी घालागमनली ना भू.प-परंपरागमाई स तेरावाकातर नरागमन धमातापसुनस्सावि प्रसस्ताविनोत्तागामानातरागामपरांपरागामासाला गभ्य CERITICIRasa Page #346 -------------------------------------------------------------------------- ________________ TH-उपनिदर्शनाररीकर्मनाक्षयोपशम सागप्रमाणामति रस-एमा प्रामासते. तेराना-सानगुएं ( तं. थी-उपनोसामान्पस्वस्पमात्रगुचच्यारप्रकाररपं. पस माण ही उातदर्शनकहीयात गुत्तरियासतंत्रागामाप्ततंनाणगुणयमाणासक्तिदसणगुणयमाण२उशिक्ष नेकश्वर २-चरसनजीवस्य न-तकच रस्परमननीरस्यघटाटिक सूचए उन्नछिदर्शनकादेववदं देवरइद्रिय पारिदिगाववादग्यारसरशनप.प्रमाण दैनि:गुणप्रभागमधीमनेट पररमा योग नभवंतितीव-घटादिक द्रव्यचक्ष आरिटेयिावरुवाण्यास काररप परपासपोसायट्यानेच तितीप-रणक्षयोपसमाप्रमाण२१मारा) Dइंटीयनाशून वनाजानी पन्नात्ततंजहाचरकुदलयमाणचरकैदसंगउरिदंसंगाकवलरसारण च-सर्शनवबवनोतजोरानघडवस्त्रादिपछादिकप-वस्त्रादि अचाहवरेजीज्ञाषाट्रियनेमन एवंफ्यूनरक। कद्रव्यनविरवहनीनेदर्शननेवस्यूदर्शनगु चहादर्शनकहीयरनेरपून उरर्शनने रहर रणप्रमाणकतीय दर्शनानपणवहरट्रियावरणनिरपणेषशमन यामाणेचरकुदंसगचरकुदंसित्सघरपपरमारएसुदवेमुशचरकुरसणं मायत्तावेजीबनसरधोएपशचात्राउदिनीकरीनाण स-सघव्यरूपीद्रव्एमागरोनेनाराज प्रवचनों घिमिरवचनजीरनेसपी राष्ट्रधरसकरसउहिर्शनीकरीrateनए इजराजतनधासनताविनाशाद्रपतववनायनामिना घात परतानिरिबल वावरणीनाक्षयोपशमशीन चरकुदसिणिस्सायभावउहिटगादासस्ससंचविलाचसुनएस Page #347 -------------------------------------------------------------------------- ________________ निहालगना किनकम्मानिकरीसद्रव्यसवप्रयायजा-करिताकवलर्शनबधिरेनझीवानसर्वस्वीनसयवसहायरलायइतथामनबनाएका रकन्समनदलवायाएरस्तुनाचासबपए सर्वनरुपीदवाशिबिघडजोहनासर्वप्रयोशासानातावाशश्मननावानजारते १७२ वीतिपरणीजनितेकेबलदंशजवरणिनाक्ष) Kammपसातभरणीस सेयरर्श उचराये अधीकीउपनावरति नाथ नानारपछावसाकवरदसगाकवससिस्मसब लदेसिस्ससबाहिंसपशावहिग्सतंरसरगयामा परगयामागणतावनीवलगेर यधीमहावीलप्रमाणासनानगरकरीतिचा पोचत्रका पं.परयात तेकहरसा-वा- त्रिप-बेहोपवस्थाप्नीक हास्यावल सीरन विवस प्रशकिकात गुरूरूपमप्रमानव मलामनरादुर्शनधारित्र जिप्रमाण सागारकगुणन उप्रमाणावराप्रमाण भानरबत जिननश्मावि एवोउला कितचरितगणय्यमाणे- पंचविहेपंन्नावतं जहासामारचरित्यगयामाणाबासनि सा-साभायचारित्राप्रमाणपरिलारविसुध्चारित्र सु-समसपण्य ग-यथाषाय र चारित्र स-साना আসি আসি হাসসা चावरणपरिहारविसुधः सुहमसंपरारा४सहरकायस्वरिचगुण्यामाणसामार प्रकारर पस्या त तेकह मासनुसामा कशा जावनीवनुमामा बहिर्वपश्य शतबेदोपस्थापनीकन रकबाकीसतिर्थकरनिवारिहाई निश्करीमलबनोशारोपवट रित्तगुरगय्यमाएगदुरिहिन्लातल्जहारतारिए प्रारकाहिएयार उखावधि 192 विपर्यायना भारतकरी तबनला SPvthianhi Page #348 -------------------------------------------------------------------------- ________________ R-कारस्पंपरप्पासमातिचारलगारनि -नीचारलगाडरसूनी-पारहारविघातपविकीनमकरवानासिरिताविलय लेकरालारमयुरघातीनवनाथथकीपाश्रवनायनाती रावण शेषनराम्पूनवणीपभामाश्चारणरार जीमहावनन उभारोपव- रापरमात तेकरलर रपन्नाततंजहासश्यारियनिरश्यायपरिहारहावाह पन्नोंततेनहानस्सिमाण नपरोनिक- मानसमपातवीरसंपरायकोसदिकजिला पनिम्या समस्यणसागथकिब रभिगुण्याग रमीगुणवाणिपडिया) सुरुमसे परायट्शमरयुठार.7 PRIMS परगा। श्रावण प्रकार. परुपादतेकताब यनिहितकारयसुहमसपराएडम्पिन्नात्तनमहापरियायपडियाएया। एकनमातबिसुचिताहायर सर्वथाप्रकाप परमानकररबा बबरमस्रना रमिकरजीत स-तेरोचा पररव्यापागरबान बोलवतेश्याव्यायककवानपुयारमेयुरणराएगपतिपरिवार नि पराप्रमा रदायना साथीनिर अतिचाररुप-बेत्रकाएर हरकायचरितागुएगयामाणिविहन्नात्ततेजहाउमाध्याकरलियासत स-जेएजी जीगुण भाभीरशुस-नेपा -तणागणाप्रमाणते ते (सते गर्कि- कोनेनधर्मरूपवस्तु एक प्रेशीकही। प्रमा चरलागण्यामापासनंजीरपुरगप्पमारणात सगुण्यामारणासनियम्या Page #349 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 702 नार उते नयनमा तनय भावस्तुमाने यानाने गम से सन जनयत माणसाला परुणानं उमंत्रककार संग्रह जो कव्याहारा नत्र थान पनि एनमम सर्वसम तिते करता तमवज्ञारनइ३७ ऊनुसरल चत्रपणा राहत जे नयात जुन उन ए. एवं उत मगर सनविहे पन्नगतित नह] [एगामसँग स्वहा ३ उसुरा ४साद५ समभिरुाउ (एस-ते कि) सो-नेग ति· त्रिविकरूपाधान व क्थानादार सतिन उद्द्र शान जाएग बात व वसतियां कोण मनय प्रकार प्याांततेतकरी करीर ६ एवभूएस किंतागमेतिविाह पन्नता हा दटात एव सहिदगतणं परेसन - तेथिं: प: पाधान उतारा सतराज- जिमना कि काईएका महाजा आणि ते प्रदेश का उपधानर शांतक संभा बनाना ष सातवट सूता रादिकः कुरु को होने सीधान्यमान स टूटने करी रिसेपनाभ थाप उम परसदिठांतरण।सकिंतं पग दिवाएं सज हा नाम शकरपुरे सफर तु गहा उसने हे ते काय का तंतेपुरुषप्र तरकिं पा· देवी ब्र. एम . एम भगन्तु गमनयनामतननुसार क. कांतरीत कि सिनिएगा नही प्राधिर्नियमेन उरणम रंगी जा यर श्री को एकपुरुष नर न बोयर जाय उतर दियाथान जाउ र पुरुष खत्री-सुधन को एक भूमे रोपरुष विंग सेवाव्रत अनेरठ) विमुहगावानंच किरणामत्ता व एका भगवामान For vitte & Personal Use Offer १७३ Page #350 -------------------------------------------------------------------------- ________________ करवाने प.पूणिरडमानेनापनपावाजलनदेषीनरब-शेतुरकिं. कसाभारिपबपावलानीकारकावे पाउधो लेमतेपूक्तिशदशवानीमनस्वापर्थहिनामिन्देिसुधनगममतारनुसारभल उभि-नेभानलनु पारपाचोरुतीयेशानपणिशया कार्य नेविषिष गरसगबामितशकरबदछमायाहितावण्धाभिरबिंदसिविशुहतारामणग थाब्रीजवान उपहारदा ने नेताक-काएक किलोलतापानसउवाताप्रत किशुभ-तुमेलिबे पर पाथ उबिंब उबजनेरोपुरसते पदेषनरबलावर एमालाइबर गभगवतारा नीमत्यध्यान शक्षिका एमाभरगापधगंबिंदामितंचाकरतनिधमागापण्हावराधाकिंभबिदसिवि नयनात विविसधानमन उधणिश्मकरसपा प्रतिकाएक मनरापुरुष पशिपाउने उबेदबटएमबावशव-पबेबसीपविखाजवीधरकरीमधिकार) उभ-उ-वीगर कारखा उउउती थिकाएकावसुधरणेनेगममननउउमा गानरब बोल -पाठसतितोलंपाथ उस रूखटम अहतरीडाणगामामणपगतिबिमितचउक्तिरमाणंचएछाकिंभवंउद्दिीप्तिवि वि.पोवविपब्विाधीकाएशारि प.पापा वि.पोधिपब्बिाधीकाएसविप पाघउउलूका नेता के कोरका देवी को कित्युभी लेखणीकरीमा सतरणेनगनमतनाउ अनुसारी माबाबा शुद्धताउणगामानरापगंडविरामित्रोकाउमाणपाणितार एयात्रिी ४॥ Page #351 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पाउमाजामाहनसुकरबुवा यनभनउउयरमा पाउमगरउडनीपनाशटिनमरीधारियारउकरिनापन उपाधोबटी उपाचकरवि-माएबविपरिभ-बावरा यस्य-श्मविस्तार प रवेविकानगुप्रभातपाबठय-रामपजेथापाविणवीसन वहिपाविछिीकाराकरिहती। यणामधनरममननयनट्रमतश्नान्नासधाकुर तिरामा नयनधणीला ला हाहासावउहतराउणगमाभरण्यगरहोमिएवंविहतरागस्तमाभाउदिदियस्स नयनमत पमियाकव्यर से-एतलेलावनयनेमतिनिहपाणि-सनि उनधाभरिभरीनेगवचित्रत्यावाररसेगन हारपलेपूटकसर प्रवस्थानेपाय उकहियई, लासयभागमाडिउपरिणामएएनमि-ससरतभरनउधणीमा उकरिस्ठ स्त्रनयनाथणीकाहि पग्रएशामवयवहारस्सविरसंगहस्सणिचिउमउमधसमोरूपबउडास्या तिवाथउमिछ भी खर्कीलेडोपातित्रिी राणीजहनररिसिएकीपायउनिपनोसपायउपा नेणीवानउप्रयोग छापाशेकही रिनिगरिबरत्या गिनयनाधीन रुहीराश थानाधिकारानामागतरुपाकरीयराज-नभाए वारसेगस्नयनउनुउअधिका उच्नमातानिरिविशना प्रर्थनोभावनाप्रधानपणापषिउपयोगतरसात पीमिधःपाकिरीति पाछनउकरनारलेधी पाउनी अपनी सपबउविपथमेउमिछपिपघउतिएतंसहनयाशंपलगाहिगारमाउबउनस्खा पजशतना विधि उपयोगातपाय एकहीयरप-पाधोनीपनरतेस्नरशितकरील सिनेएफपाधानोट ब वसतिनश्मशानद् कीलय ास नेम जीमना पेभानग नाविचारोवाष नाबककारकपुरम परउपयोगतेजपाघउकीएर ए णते ते वागतांपबउनियाधारस पगदीनणासविसरिदिटोतणं सजहानामा । Tea tre only Page #352 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अविसधानगमनयन उधाणीन-भगबोप्र पुत्तरीयोमानाने किं-कोईएकपाविपुरादिकक कहाभयनेविवेवसतउकरियोकमाहीरसबउज्य-विशिवयरवसतिधारश्वचा लिश्तेप्रप्तवयसबेतिवारर्वार्थ राधानगभनयनामतानानुसारथनगमनयनउनसाशामा नोक शकरपुरिरातकिंचिचएधाकभिवंक्ससिम्रािहाणगामाभारालाएरसा। सतगमनयमामानि वित्रीण परप्पाहर न तेक-वो मुई कतउति नीउलोकश्य समान घकारी नोतसारीभाभग विनीयोयोको वासवानादीपसमुह/पभरदीय मिागातिविहेपंन्नानतंजहाहालाएउहालाएउहागारतिरियालाएगसारख्स वि.तिवारेलीविसुधतरलेगममननानुसारा/न-उत्तरविशतित्री-निगमबउति त्रिगयाकान विपरवस मना गुगकनिविपरवसउडउचाविसहतर बबहीपाद बसुभवंतसिविशुहतराउणगमोभएशनरियलाएक्सामितिरियालाएमबुद्ध । निरसे-सरं-उरमरण प. पक्ष्या हो- गुप्तव्याता दीपसमुद्रात सर्वनर चस्व सम्बई बेयर चाईयासंयंभुरमएपछुवसागसरकशाहीवममुशतमुसाबमुभववससिवि Page #353 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ले २साल वि-सीपविलीधीतिनिसभनेगम जैदीप विकास. वसीखणहारउबाब.प.पस्य्यात तक भ.भरतरा मनन उमाभिचाडपठत्पर सउबतिवारपतीज गंबरापानयवरा ए.एरवन शुद्धनरागम्माभएर्नुबानमसामि जैबुहावरसखियापन्नसाजहाभराला २३१Pएक्यवासयुकासमभगवंत.नि.यबीपबिवाधीशनि सास परुर भाभरतवासह र उतरकर वितरपतिबदियलाफाबकाधीशने सुस्परुल्य भ-भरतवास नगमधतउन्मूसाखरबाननरविषय सरिदेससोतिषी परबस एरवएनाव विशदाहएसुमाउसुभलंक्सप्तिक्शुितराउारणगामामगरलएरस्सा जस्लीप्रायफबाध्योन रतवासक्षेत्रक्षेप्रका परस्याने तेकर इलाटा रतिया भरतक्षेत्र ए एरो ने विवाया उत्तराई भरती स रा मिभरात्वासाइशिहपन्नात्ततंजराशहिरण्डभराहनाभरम्हया यमुग्याय दिवली या बोधीसतरले गमनयनअनेनारा दक्षिणाईभरतश्वसासादसिया भने सारीभोक रघुनदिया उनेविण्ई सरविशुद्धतरामाणगामानगरसतिगभारावसाग्मिराहियभाहाहाणा १७५ Page #354 -------------------------------------------------------------------------- ________________ निटिपा नेणग-ग्राममानारपाना मगन म सन्निवसावा गीत-सर्वनावरभावियेलापागलीश निधिसुइतरनगमनयनउ । नगर नाटा रुकरररि मनानावत रानोवास यसरबरासारीन पत्तरकरुबई एगा गामनगरजावत्सन्निक्मिाभिातसावसुभदवसमिविशुद्धतराउणगमोभण पा-पाडलीतररासिनानि पालीप्रीवकयोमा पर सर्वात शव बरावारिसुतरानेगममा गमवरत्याही वसवूनगर पालीपनगरनरसित वसा उसारी Mणेक इशारविहाररसामिपारायपुरियाणगारघरसयातसुसाबमुभरखरक्ति भ-प्रत्युत्तरकशबईरदेवरतार घरेसउडर देवरत गए चनेक काटारमठ 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-------------------------------------------------------------------------- ________________ व तारारा 37वाप्रदशत मतभगीरमा |प पाचपुरुषनीगा भीगीया ककोरएकपजानसमा तं तेकहर पिउवा-प्रश्वासु धनधानो सही प्रारोह नेपाथनोप्रदे पाएकटाउकोई माईका किरवार हापंचागाहियागांकररखमाएसामन्येतंजाहिरानवासान्तवाधावाधान्तवा जनहितमनहारतुभो१-१ चमोप्रदेशतोरतो. सा-भगाज 4-पांचनाभ भगिक तिबइ. पा.प-प्रदेश हीरो होइन जैमा एमबाउक्यताजपंच प्रदेशप्रकारात नहोरी ताजुतंव नहापंचण्हपएसोनंमाभरणाहिचएहंपणाप्ताभएाहिपंचगिहापए। ततेकर धर्मास्तिकायनोप्रदेशजारन.ए.एमरबालारस्वन-जायजा भणे बरप-याथ वं प्रगलनाहना प्रदेशाताव्यबहारलयत पात लकारी सोयम्मपणसाजारबंधपरामोएरवतेववहारउछसउभाजंभासिरवि प.प्रदेशतरत-नेन पठडी किस्याभरणीभ पं-पांच प्रकार प्रदेस-रा-रामानाराककानापोटभेट्छा प्रदेसर राम जात तेरा के कोप्रदेस मापाच प्रकार करताश हिरापासातंभावर कम्हा जश्तपंचशिरापरणसाचातरविवारशिलापएसोण Page #358 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 19-२५पंचवीसप्रकार प्रदेसभाधाम नेभरमा १ पाचप्रकार.प.मदस भाकाहरभा माममा प्रदशनातकना भेरघाण कतीमा-मभराज शया यमजे . भागइति कराची इंग्तपूराठीसरविण्हापणासाभवरतंत्राभरणाहिचविहायएरसाभणादिलाया। मस्तिका स-कदाचित स्तिकाय नायव धपी एम. बोलताना रखउपदेशकपि -प्रदेश प्रदेस पएससियाधम्मपरगप्ताप्तियाधम्मपरामोजावर परसोएवंटउधस्येसपी सरातय भयो में जैकहिन भजना - प्रदेश नं तेनरो किस्पाभरणी न बउभापभिरेसर रमतात. नउधाण उमसभा भाई सपरसम्हाभरगतिजभएसिभश्याहोपरासानभवतिकम्हाजरनभरयाहापण। र-धम्मारतीकाय) र रामजारस सिदगवखेधनमा लिका चाप-प्रदशनघाई कदाचित जशधा एफप्रदेश साएवानमामानिसियाधम्मपरसाएबंजावितियारपरणसाप्रधम्मप मानना प्रदेशमीरीति Page #359 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -करावितधर्मास्निकारना प्रदशधायकदाचनमा पदोनशनवसाधारएमालवभाजर-तमभाय उजभन्भनमायाकरदेशका लिकायनोप्रदेशलानधर्मास्तिकायता प्रदशपणश्यावलपरवानाविपरितपणानभणीभ शकारियजिमनश्यावाशाशनियर जा जाबत सिकरावितरव-पुण सालिकानावधेन श्याबाशशरदत्तसारासार एतावाषटानावसीयावधपणीएवातावयाभरिस्सरतमारणहिमयाजा क-कहाच्चितमुहमानोसरकश्मप्रदेशन रातभरणी श्मनरगाजधर्मस्तीकायना प्रदेसभर पप्रदेशतप्रदेश) पादासाभरणहिधम्मपासासपणतधाममधाम्मपणसमहामायागासपाता সেনা-) এ-সম্পল) লন) আনহংসায় নওয়) सपासागासजीरपासासपगसानारंवाधएवंटरनेसपासइंसमभिरुादा जोतभोलेनधर्मरुप प्रदेस सतेप्रदेशधधर्मप्रदे आनत एवं धरपप्रदेशास ते प्रदेशपथपाना-धनरायता भरारजंभराप्तिधम्मपागलासपणसथर्मनावरवाधपणमाप्तपणसाना स्वायन Foetherniad SpanionTLINEOnly Page #360 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कि.कि.स्याभणी एखोसमासबानेनधीनागनशु-तपुरध्यकारसमासनारमनक- रातरबेजोवारधानिक-स-सामासा चाकरीसमामिवासिबरतं-लेक इन कर्मचारसमासिञ्चानलागिशपभोरूमध्य समामत नननमात्र-भ जयिमरस्यामवीरकरणापरता निभवश्कम्हाएबादासमासानातिततत्यासयकम्मधारण्यतननछश्कयारणं सन्तकि कोण तं-तःपुस्मामा सेकरीककर्मधारय) भज म तेश्मणी समासे समाप्तणातगासकिंतरयुरिरमरणकम्मध्यररगणं जस्तरिम्सगंभणसिातामवं अथवाक-कर्म -भभणेवाता- नि-विशेषधीनणी-धर्मास्तिकायप्रादशा म नेप्रेदेस यसमासेकरी भरणहिप्रहकम्मधारएगभरगप्तिाताशिमासानानपहियाम्मयासयादासय (धर्मप्र रेमनारद व पंधजशास-तं प्रदेसाना पीए-रागभ-भरणता स-समनिस्टनयप्रंतर सपएसधम्मजारवाध्यासपासयासपासानाधिएवं भणतं समभिरु Page #361 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एवं-तनयनपधली जनधासस-नियनिहायभवभधार्मास्तिका दिन-निर्विशेषा नगरीAnnuतिरीसिस दसप्रदेश भारमवावर कायादिरस्तुनाबरकरणसिनतमसमस्तक्षशमा भादवादसतंगत एकनामबोरनीकरण कल्पनारति भाभणावरदसप्रदेशकल्पनाररित मानस्परिश गरप्रति टएवंभूउभारजनभणसितंसकसिरपरिपन्न वाससाणगगहाताशमविसवल संयुक्तनि-ति नामातरवस्तुलाधाएगमनमा गम्हारमनाच-नशीबवास तपास से एक नया प्रमाणानतेसर्व अवस्थायश्श्रीजिनमानहोगा। नामशतभणीधास्वा प्राशप्रदेशपंणिनाप्रम्हारश्त यनेएकरमिलकरीसंपूर्णकनुमिथातीनोसतमा प्रहालिकयादिळवलनधीला प्रदेसारीकर शतरी श्रीनिरमात रोयरपरएक ककोरात से भणीक निमकर भरणभरटेनाप्रका) नीरोगीयर हिवरखएका मप्रवच्पणसावरामनव मागासाकत पहारी तेरा लि-सेषातिनभाणते लेकर नामसे संगृहल्यवहाररात्रिगनयसकलानिमाजरी त्रिवधनसंपनित नेक नामयोस प्रकारश्प परथ्या बरखानामग्यकुमारन रानाकरीशयनि-निणिसेघवाबर पकमानि ए नरवाहाबरकबुलमान उति माणार अटशिल्पंन्तत्तिजहानामसंरराश्वशणगामसंगहयवहारातिविहिरवं •एकभाविकासश्रायु अभिमुखनामगोत्र योएकीधाउधीबाबउनथी बिपनिमानिराकभावकोभान रेश्चति पियानउधर उबोलयर बनेनमानराजभरणीभीवरूपहप पउपरनामगोनाजतिबावजयापूर्वीसुधानातभरी गोबतभा पसेर मा नाते रबतंजहाएगभवियरहाउयंअभिमुहनामागाययउनुसउहरिहंसंबरबस्तबहा LEficatiohirmatal Page #362 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खामगाहमाऊबउरने प्रतिनिशिराब सम-रासंष्पानामाणकारानोभ-शरीरले मातस्तेनीपर प्रतिविमुहबात एभियना मगरसनमधति कारादिकनयनी सराबरशरारयजाणणारनोर भगीबहायुध उयंचभिमुहनामागायचतिलिसड्नयाग्राभमुहनामागायंसंवश्वशसतंजाएग पण मित्र नरपराधीन बरावरकर (द इयसंध्या से तेएर- ट्रयसंव्यासन्ते नेव-उपमा चारप्रकारानेएक प्रानि मणे व्यसंपा रुपनाममात्र अकि कोण जालनात संपनियति गशरीरभवियसरिरवरसाद साम्सतंरवसंख्यासक्तिंचम्मसंवा २ च मान यानि नयभावन प.पस्पानातकतर वसंतीनुनमबतीउपमादीनापूर-संबतीप्रती -उपभाकी जरवल मानतोपिया सरबती तीपणाधीकार्य विहापंन्नतासंजहाअघिसंतयं संतगउवमिरारबिसंतश्यं संतरण उयमिजमाकरण -अबवीयमुनरसं-बीउ उपनाकार बनती बीती उ-उपनाका मतीवरतुनीसंउपनावीजाजनीय यप्रमाणकर करतीवल जरनदेखी तीबस्नुनीबी मानर उच्ची उनीबई अबिसंत्यसंतरणउम्मिद अबिप्रसनयंत्रसंतएणउमिधर४ संता नयमबेप लिनीबानेभरण Page #363 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जजिमस उत्तीबनापूरी पु.पुरतमोटा निमाना कमार पुतला ब ससव.उ.34) नाबतीसंतबनगरेसं-ताate वरप्रधानधरतकातहाभूस-बतरवलिमाटीमा तपसारा येसतरण उखमियाजासतीपरततासंताहिपुरवाहिकोहि संतएहि उतमिर्धति 3. नोगासरीवादनाबर भोगत्तसरी यात्रा दु दुरभीनीसरीयुतधागा श्रीवतश्करीदिई उकितबध्या पुनगरनाक माउसीधावि बीजाब साववादिईउपखउबई जसरीयउसवर बाहुं विरारित) परवरकवाउसफरिहलुयाहुंदहीयरियाघासासिविड़कियवबाटदरामिनि जि. निनचे रउवीस स-बतीवमाउ-उपनाकीज जिमसे बने नारकोनि-तिर्येच मन्मनुष्य) रखतीवस्तुनिवती अखती उपमाकही ब एउहीसं १संतंत्रसंतएएउटमिधरजहासंताशनरस्यतिरिखमण्याखाली स-पाऊयाब ता-प्र-बतर काभरानतिमा पत्रपान स्तनरसंटनीउपमाकी जातदेया सुरक्षी नतीवल्लनी श्राउयारसंतएहिं पविउवमसागरोवामहिंवमिधं असंतय संवरण उवाम 24 सा-याऊबाबता प्रापल्लापमसागरोपमरबही उपमाउ उपमारवतीनधी हातणिकरी मर-जिमा । नरनुषामापीर-बतीवारजितथिहा Page #364 -------------------------------------------------------------------------- ________________ डाधकीपेनि-सीरंधरस्तिके.वीरधकीचू-१-पान मारवक्षसविका कारप्राप्तविनाशप्रासंतरतिपागाधाबोल चरनुहुनुपरुतापाकापातहतमनासाग्यादिक कष्का लगाया निधापरिज़रियापरसंचरताबर्टपतानबीरंपतंवसापर्तकारपतंभरागाई १ ज-निमनुभुमहवपनीपोवस्ताराहारीशसगित निमपणापुर मनातानेर्नुबउनिमतुम्हेपणमायो-एमास्कलरफारसपत्रानतम सातवानाकरता सरावाकुनामपरगावस्याकानाम्यानम-अमेशापरपसारवमधरवानगवेन करवानेपरनी सर्वोकनीमनावनेनेत्रने प्राणनीहरुकमालीकादेवीह दानवी समकि फरिपती प्रतिक जहाम्हनहारतातरियातायाजाग्राममाय्याहिरपउपहुयपतंकीसल रबरप-पग वाउचयातन-नाम-रो किकिस उसकुपनअनेक उ-एक्वउपमानसून उउपमा एएजे-बोलवडा उरीपत्रानपिण -निवाए-एकही शल्यपत्रवडा यार नक्अिखिनयाहाहीउबावाकिमलपंपत्ताग उवमारवलुएसकया भयाकन ननियनवयन व अवतीवलनहातरखतीउपमावतीवसमज-निभररस्तावि सौगतीमससा विशायम्बदा परपतीपमालतीबस्न मानती FCA न(बालरात नासेगा भावजागतिबाहरण्ठाए असनये असंतएएउवमिधरजहारवरविसागितहा घाबोली बोलवकि Page #365 -------------------------------------------------------------------------- ________________ निमलवास-सिमानाविस-तर सरानी नासं च्या ग्स चकमकान्वपरमारपसरव्य यशकार परप्याकेतकतर लगएतबरबानी उपमाम तएप ससहिसाणासतंउवम्मसंरयासिकितपरमाणसेरवार विहान्नसानजहाकाली का कालिकसुतप्रथमचरमपुर दिकवस्सुनाननापरघास-प्रथ किं कोण का काकिस्त्रनाप्रमाणनीसव्यारिभलायातनासानानेते यानहनासेव्यादि-दृशिवा) नेविरबोमानीवारिमा पनी KESTREAMAथाना यसुयपरिमारगसंवान्टिीवायसुयपरिमाणसंखार सर्कितकालीयसुयपरिमा शु. अनेकप्रकार परमात कहई । साननाप्रजानाजीवादकनार अस्परसंव्यात के प्रदेअसरनासयोगन पसरसेप्यापरिभन्नतातपथ्याप्त जोतिर नीमष्पा दुपदान संखार अऐगविहान्नसातजहापधर संवावर संरवासघायसंरखापाप ध्यानापा-माधमोमेगबमुक पा संभारगानीसव्या सिझीलोकनीब-गामाबमाताबर.पूउपकनारका नजोगनयमारहारनीसंपराय गाधानउचउथ उभागतेपदपाया गानसंपानसम्म मकानशषप्त नतिजतिनीसंप्रयोगहारानसेव्याता ीिनीसंपा and सासंतासध्यापकानोमना सरवाहासंरासंररायसरवासिारागसंरावसानिधानसरवाएर जहनासव्याताबश्यनाध्ययनसेव्या ताज Phonature Only Page #366 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सु-सतसंघसंध्याताबर मगनीसंध्यास ने का-काकिस्त्रनाप परिमाणसं व्याताब रसंवाउादससंखाणसंखासुयरबंधसंवा अंगसंख्यासतकालीयसुयपरिमारास तेश्यकि. दिवा सूचनापामाणसंध्याबनेकाका पपरपातं तेदेवाप प्रयएसव्या जास्त स्वासतिंदिग्विायसयपरिमाणसंरवार उप्रगविहान्नतासंजापधवसंखामा प्र.अयोगहरसंप-मारीमदीकारगरपापा-मारनामा कारबात पाडनानाशातिमोटाप्रमा नाकानिरिणाहनाअधिकाखक-वनि सेव्याती पाहडसध्या नेपाडसंध्या नाधिकाराविशेषसंपर व अए उगदारसंरवापाहरुसरापाडियासरवाशहुर पाहुरियासरवावबुसरयास दिलीशदसजनी ५ परभारशस) से तेर-प- परिमारण सनी ) टमा लानरुपम जान करणनं तो पतसंष्या दिठिवायसुयपरिमाप्रसंगासतंपरिमाणसरशासकितनागरणसंरवारजोज Page #367 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रो-कबुचातेसंध्याता निकासादिक साहितसदिउकरिनारगन नीना निमत्त नाणीताने की कालजाण विहिमालीन सतएमा ज्ञान लोजाब- रातगाणिउाजासीकरयरवारमतीउकाहिबाप्तकालसानी समान जातिमह महिउगणियंगणियउनिमितं निमित्त उकालंकालनाणीविद्याविध्यास सि-अर्थकिको- जरानी. एएकगणवामास्निया रणवाउ नपामारमाटएकोमणवानी संव्या लाय. रान-न (एकरका-गावापपतरावधकाराचा शाककराकेज तंनाएसंवाासतिंगाणसंवारएखोगग एउमाराय्यभिईसरदास संख्याता नेतामा प्रथति असंख्या ति जिरण पर न तेक ज-जघन्छ । काणतं नाता प्रकार STORand खघएसौरवधएशनरासक्तिंसारखधएर तिविहिपन्लानतंजहा मह उजतक नए-पम-उकोसम तेर्थकि असष्पाचन-त्रिमप पर त-नक । (सव्या उत्तलोसंवा चाण कारवर नएउाछासएशन्नमणकासासकिनरसाररधएतविपन्नाननंजहा। Page #368 -------------------------------------------------------------------------- ________________ परितसेव्यातो जयनसेच्या पू. संध्या में संशोम-शकिप प्रत्यक मेव्यात-त्रिण प पर। संध्या काणन प्रकर । परित्तासंरक्छाएजुवासविएसरिक्छासविधासक्तिंपरितासंविधानविपन्न नितदेव जयन्य उ. उत्तमरममपरित रामयुत्तसेध्यानानापणन -रामसम्यान संख्यातापाजघ-एताल बिरस्परित्तो परितत असंख्यात्य उसकमध्यमएभलारमध्यम उभेदलाए ख्यात पाचणार तितंजहाजहन्नएउाकासाअजहन्नमपाकासएएवंजनासारछएविएवंसावध १३स ऋथकीको नतोनि-त्रिण परमातेने प-परित नेनापूनम कि अकार पाकरबरसनतु कोशात तो असं विधएविसीकतंप्रगतगतविपन्नातनहापरितारणतराजुत्तात करण-जवा जे-जधपाउतवरउम्रनेत्। अगतारणंनए सिकितपरिताणंतर सिविहेपन्नात्तसंजहाजहन्नए उकोसर।। MAMAmelibrathibia Page #369 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २८ जयएम-उकोसमध्यम र एम-युकाअननकनापणित्रिए स तेकि कोण हुवे पपरपान करवईपरिसअन्न पदाम्पत्तल मध्यमएकाएक भूनान्सून कारे। अजहन्नमाकासएएवंमुशायंतणकिंतंत्रातारंगतएर विगल्पन्नात्तरांजल्य जामकर मध्यमाम-ज-जयन्यसंपाविश्त्यालहीकारि॥४मागउतल सेण्यातुनामाई नउपरातिसंव्या । मनमनतात्याहगा मधिमसष्पातुमागउर३२४जजएम्पसाबसम्मानविकरातमा दास्पातलोरा जहन्नरजल्लमणाकासएयजहन्नयंसंविधयकिनियाहारारारुवारतेणपरंज स्थानिक नाव-उउन स-सपासुननमामा-तितां विनंबूदीपवराजरिए उ-उत्तल यु ने ध्याताना उनकार संप्यान तनूकि रो हममणावासारंगारंजावडाकासयंसाररधानपावरमाहासंयंसाखर (पापक करीसा एस.ते.माजमना-भाग्नानविषर पपसि-पालासिंहारकाएक (शामिर किनियोहारडावासयस्ससारबछरसपरूवशंकरिस्मामिासनहानामा पाजा Page #370 -------------------------------------------------------------------------- ________________ याबनायण उपासमा लारव-पार सवानिरिक्षत्रीलायभानपरि सामनउमाबेटिकाप्रमाणपत्र उजेबूदीपबराबर सियाएगाजायणस्यसहरसंायामविकभरतिन्लिाजायगररारंजबूहीव सतपालोसिरशिवकरीभर पातनिहायकीतते सि-सरसरासासकरीपसमटूना. मिनीसिम्याररित य्यमाणभारिण्यछासणंपानसिहालगायागंभरिएातउणनीहसिहघएहिंदीव उदार घि-परीय ए एकेकादीपए. एकेको एनसरसवत्रसनकसनारएकरबरपाई ममूलनामा एएएकसरस समय पए कसमुद्रपिबहिपरि समुहारण्यउहायियरएगेदिवेएरागसमुाह एरागदीवएगेसमाएपरिव ना जेनवादी-डीप अनेसास कापनस समारत तेसरसिवनारायण -सावित मापाबर ए.एनेवाग प्रमा) षिवतेपायोकोन नराधमा नागरपूणबई त सरसवतीभाषब यामाएहिनावश्यारीवसमुद्दाताहसिहलस्त्रियांनाएसगस्वर खित Note Page #371 -------------------------------------------------------------------------- ________________ साउकररुप-पाहलोप्रमाणातभारुएकसरसरशी नाबानासानाचि१एएनबोमूनरस्थितमामाचलरितगोकरीतोरि उनका हाकारिताकापदभयिएनसीसनाकीपर पात्रपटमासलागौरवश्यासलागारमूखण्यालागाभरियातहानिराकासयं जमिमका कायोति से ते पन यथानिमनाम माटासी उपरिश्राम ला IASANT नितिलो उपराउपरिभारित्यार (पिसमारना धिसरावह श्रीषाई विवाई संविधयेनपावर जयाकादिग्तामजहानामएमारसियामरगाणंभरिएतब तल्याण मनोवबी. प-प्रसयात-नेपालमा एएमप प्रसरेरका माया माया अन्लेयामरगापरिकतातिविमायायान्तविपरिरसातारमायाएपरिवठामा ही रोस्पेस-तम-जस्ता प्रसध्याषा मानेभोवोन-भराम नेववतुका अामस्मानहीन स्परो होस हलगभग सिंहाडियामामलरसिपरिवातसेमाचरिधिहिरालाही यसप्रमलए FolorMIRESPEEDisalLSEOnly Page #372 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एका वा कानासमाचरजतवानघन्य प्रमं एवं तिसरी मध्यमयुक्त व्यानावा स्थानक राई आता निविसेसर सदनादापाल सारखे घयाहार प्रालियाविशतियाचे बत्तेरापरं जहन्नमएका साटा देवनावर शिषेपू जा. जाव - उत्तऋषु (युक्त संख्यानु उ. उसक बुभु युक्त असंष्पातु किं कोत खुदाई नाव उक्कास जुतासारख धर्य न्याह उद्योसंयं तु वासाखयं जघन्यता घाई अप्रमेयानाना-शतिकाने समय सीमा रु एकरूप जघन्पयुक्त पाता राशीत जरा पूरी भा जेलशी काही यह रामपूबैंकि तिहार जहन्न एण जुत्तासंाखए प्रावलिया पुगीय अन्न मन्ना धरान जन्मातुं वेनेमावी उ. उत एउ संभ्रमवालु हाम रु गाउको सर्वजुना संवारे हा ग्रहा जहन्न यंत्र वद्या सं iboury o Page #373 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १६ Jan Education In रु. एक रुप३६ उ करीयरवि -उनक उयुक्त असे व्याहा होX • किं-केवलू होर मात्र बेडू जा-जध-पत्रसंख्याता संपात देवारहरु उत्तर कई घर डाक्कायनुता संविद्ययाहारजन्यंसंवेद्या प्रसंखियं कितियं प्रतिपूर्ण जंजघन्य संध्याता जनन्पापाचा श्रावली .एम माहोमा शासक का नाम जन्म संख्या रोहुते ने सीधतेपतारा सिते हजरा सिस्नु गीय हाइ जहाँ जुतासंखिद्य मंत्र बलिया ग्रन्नमन्त सााखाप डिपुन्नो जह एकरूपपम. होय अथवा उत्तता से से पाला नवा प्रक्षेपी रातैरा रश्न. जधन्य सम्पात) नए सीधा संखियंका सए जुत्ता संखि एहवपरि प्रसंपति संम्मान राई एवः ते उपरांत - मध्यम असं ध्यान सं याताना हा स्थापक हा महलयं समवद्यासं विंध्यादा इन एापरं जहन्नम वासाडा Page #374 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत कउ जावत जावेगेन) उ---असंख्यात मान नपामेतिटोलगउउतषु भूयात असे व्याव जावाक्कामयं प्रसंखिद्याविनयाको साखास किं· केन यूरो ज-जघन्यते हनो जनधन - अध्यान संपात ममाननी जेराज्ञाहनो प्र.पान पू- धूर्वनी परेश्यो माटोमा हरन· जघन संध्यानमा घरासीनी घन्प विद्ययं कितियाहार जहन्नयं संवद्या से खिद्य जहन्नप्रख 7. उलट संध्या संपात हो होई - माहोमा सास कॅरीये रेग कारकरी पावरुनमार थी एकर पर उकी जात साखरामत्ता एरासी एांगून्नमन्न सासार बाणा उद्घोसयं मूसाखद्या सं ज· जधन्यप-परिलनंतरुः एक पडक.उत संख्यात श्रसंखानु हो ज जघन् श्रीयशतिवार याहारगृहात भयं परिता नियं रुचाएगा उद्घोस असं स्वद्या प्रभूथवा Page #375 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सपरितप्रनंतशिषपूबव के ततहोयरे उतरकरवाज जन्पयन्सवात श्सेपान मे पात्ररासीन वहाहारजहन्नरंपरिताणतयवितियाहार जहन्नयंप्रसारबछासंखि সাদা-সুষাণ ব্য-নন) সাফাল্য নযৰঠে উৎস मिमारासीरंगअन्तमन्नशाम्सापरिपुन्लोजहन्नयंपरिताएंगनायासह पएकप-प्रक्षसे जय जपरितताहारान उपर सध्यानामरिया जीयतिरि वाउनोसएसंरनेट्रासंविधएर परिवसंजहन्नपपरितारणतयंभवशत ४ मध्यम परिननंताना ठा स्यानकतामायावतभालनेप परित नपाई उउत्तराय उ.उत्तषउन्नाशिम गपरंगजहन्नमगावासारंटाएगशारावासयंपरितारांनयनपावर ShEducationalesaboli Page #376 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एपरिननंनुकतनुहोरपुरा उतरकारबमापीत जनप.परिजननंतउमि-मान रजनधन्य नू तु - कामरंपरितात्यकितिहारजहन्नयपरिताणत्यंजरनपरितारंगतरंमिता जनशसिमारोमाटेपानीपरिसासन पति-पत.omशवा एगाकारको अचरेस-एकरुपउबउको। जेरगिरण गरामीणं अन्नमन्नश्शासारूबाण उच्छोसयंपरितारगंवयंभवशवाज जुयल जुना अनंतामारथी उत्तरउप-परिजमूनंता जजश्पनुअतासन्का र एकर पकी एतियार हन्नयंजुत्ताणतयंरूरणंउकोसयं परितायंतहार जहन्नयंजुनागतयं कि केनबल जप-परिनयनेजघन्य पारित गर्नेतासाचे नियरि प्रशासन कारपत्र माहाभारपूर्व नजरासी शान लेपूर्ण किनियंहार जहन्नरंपरिताणतयंजहन्लंपरितारांनी अन्तमन्नसासापा dainEation national Page #377 -------------------------------------------------------------------------- ________________ হসঘণ্ঠসঙ্গী -গুমন্ত - পটুসপূবাল হংকংয়েব-স) विपरीवाय तिवारर डिपुन्लोजहन्नयंजुनागतयंम्हारग्रहवा उकासएपरिताएंतररंपरिखतंज नुकतनतुर्थ जघ- सत्र-णातभविनीवबई एक्ठा ति ठ मध्यमजुनायुक्त अनंताना) जात उघएंति परोना इन्तजुताएंताहायभवसिहियावि तत्तियाखातरापरं जहन्नमा टा स्थानकलाई जानाधव जावईयुतधनंत निराला इच्छा वृत्तांत किता उन्नत प शिर्षे गुबहतरका कासाईटाएगाई जाळावासयंजुताएंगतयेनपावरेउकासयंजुतारात्यदि भ-जधपरकनं वाप-भासहियारणीप्रभवे व मारामार शासकरीजेश्राय जीवनबोनरनोलीपरनमा रथी त्तियाहारजहन्नएए जुत्ताणतयरगंप्रेभरतिहियागुगीयाअन्तमन्तना Educataithilitanding maratein Page #378 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रु. एक रूपड उ उन त भुयु-अनंतु होणं श्रथवा नपकर उएम उ उन कृष्ड बकरीय उ तिवारई उतर कहई ब जुजुना साराणा उद्योमयं नाणंत याहार हा जहन्तयंताणं तरुण्ड - शिव विवाह उरुउतर प्रभागात नोजघन्य युक - श्रमय जीर तंतु अनंत अनंतुज जपन् न तु किं की तलू होई कोसयंजुत्ताणंत याहा जहन्त्यं पूर्णत्यं कितिहाइ जन्नए एं जुता ल धन्यतित भव - पूर्वनी पर मारामासा आधिपत्र नं - हो. होई सरकारकी जजेनला ए जीव प्रभवमिडिया गुणिया ग्रन्नमन्न सागसा परिपुत्रो जहन्नयंत्रनं तातयं अथवा उ उनकृशे जुशुक्रश्रनंना नोर, रु० एकरूपप. प्रक्षेपीय ज ज छन्- अनंत उहाई ति-त उप "तिवार घर संत बाउको तागत रुवं परिवता जहन्न यंत्र हाइ Page #379 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अघनिम्ताउपरिबनना-प्रतिकोनालासववनस्पनि प्रतितानागतलमान सनथ भा-भावसयातरडासषनागना किर सर्व सिधासर्वसूत्मबनिनिहनासमा४ सारसर्वलोकभाकाशिप्रदेविकोण जगप्रत्यक्षकासह गोरमीवर शतारिणउत्तषु अनंतनोनि परेजस्लामावासाईटाणारठागाररसतगणणासंबासतिंभावसाखान जी-जीवाणनाधणीय वासिंव्यतिस-योग्मते पंच-आदिशतिना-नामानगो-गोत्रनिवारक ग्स तेनावसरमा सि.तेएन-संव्याप्रमाण कर्मविपाक पीएन्दोलनपशव्या रमजीरासंरगतिनामगातार कम्मावादंतिसतंभावसंवासितं सरस्या प्स- नएभा भावप्रमाण स.तेप-प्रमाणप्रमाणनपदतमंने ग्स अपकिकोणते ने समपतिकोय-वचारणभ्रध्ययनादि कनेवियद्या मारणासभावामागोसतंप्रमाणेपमाणतिपयंसम्मनेटरसकिनबत्तच्या - शत-प्रर्थनुभयाणातक्त्तवयानि. स. पोनानामिहानसमयभाव पारकासमथनीव स-स्व समयपरममयबेनामास्त्री त्रणप्रकारे ५ पुरुप्प उतनकहरवा मतायर क पना२ . तिविहान्नवातंजलाससमयवसाव्यापरंसमयक्ताबयाससमयकतवयास JanEducinogginalobal rasaLDHEOnly Page #380 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नीम-पता 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ए.एमनस्वसमयपरसम्यवतमाता उजुस्नयनो बलबनाइबाट वक्तचना२ याद प्रकामानेतिविसहनशता र भणीत तेकर निससमयसमय परंसमयएवंपरसमय ससमय उसुविहंतव्य रखे प.परममय व-सिहोत त-निशंनाससमयवतन्यताससमय प.प्रेहाप्रथमवक्तनामा रुश्नावरजाजय तयता नाता रमसमयवनयपरसमय वत्ततथनासाससमयबतबयासासमयं पविठा प-परसमय या-जेमा नेपर समय माटेप पेठीबी नीरन-भगिनथीदु-चन्नध्या न-नीति-त्रिणप्रकी "कानामाहराव प्रकार रव-वक्तव्यता जासापरसमयवत्तच्यामा परसमयं पविठासम्हादविहावतच्यानयितिवि वि.त्रिणिस-शमसमभिरुटरएवंभूतश्पत्रिणरावांचे ननधी-प-परसमयवसपनान्-नीमसयसमरण मयअनिविप्रलिविसुहमाहेएकस-समायभानवरय नामीद्वान a.वसमत्ता हावतव्यातिन्निसरनया ससमयावतचयंतिनाविपरसमयवतव्यानबि १०० ना CENEaticationishaase Page #382 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पनीर व्यक्तव्यता क की स्पा भलिज नभ चीना सावनी ली. १. अन्पतीरथी नरथाना - हेनु साबनाभाव बोल..किय नाम-शास्त्रते कारण पर समय नो पाउ इतेभीए सभार नमाने कम उन्मारुह ससमय प्रमयन्या कुम्हा जम्हारसमये ग्रहमा वनमा - उपदेशेन ही परसमयको माहेमिध्याल बेपरसमयते श्मकरीत. भरीस- ससमयवक बता न नथीप ५ मि.मिधा सिनाद. परूपाणी रा नरमितीकच्य नमा गइ पाण न्यतीर्थो नाशास्त्र रिया मगर रास मिठास एमिति कहु तम्तु ससमय तया निब व-वक्तव्यताराम बो न. नथीस. पोताना शास्त्रानी सीहांन नीप पर समयन्पतीर्थी नासास्त्रनी व.-वक्तव्य तास. तएव चक्क स-ग्रथकिं कोण बताबई लइ परसमयवलच्या | नबिस समय पर समय या बास किं - सामाय कंानार्थ धिकार राजाज्ञेने - मध्यममन - अर्थाकार सा.साबसा माइक अर्थाविकार सा-स अधिकार सामाइक यनी बसपाप माघीपन नाउपू तंबाहि गरे २ मा जस्सस्स बाहिगारा सामार यस्स बालिगा Page #383 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नयसकार .परप्पा कोणनेत मरतर जोगनीशिनिबार रणनीकीर्ततदुबौविसधारण-गुरातसाधुनीपरिवरूप खलिततिभावानरूपपठिकमा रवन्धत बा३३-२४तीर्थकरस्तवनएजश्रामपकरएणतसाधना तिवारनीनिहीबाराच उकसाकपापापवतन रुपमा मारक निक-वादव्यनीति एनी'श्रावकर पाकमईएउथोपावश्यक एसावद्याजागविरउकोतए गुगवउयपडिवतीरवरियस्सनिसावणति नि-नीचाररूपए बरू तेकायोसादिकउप समभक्तावब-बत्रं घासूातातका उसगपत्नीसमायोहिमार सनराकी नाच धानाप्रतिकारणांमुंआजाकार उधरथमतपचरवाणीवपकरासतेए गिगुरगधार गीचच १ग्मतंप्रगहिणारागसंकिंत सामायाररविारप ने-तेक २.यसम मचतार४ भाभावसभरतारस्नानामने ना. नामसमवतारठ-स्थापनासमवतार२तार खवकाकात थापनासुगम हरबा थकीस यार नाततंजहानामसाभायारठयणसामायार छावत्तकाउभारसामायारा नमसमरतारसूत्रीप का जहागजाआनीसरी नोजाए अनेभ-भविवशरिखमानक्कतवीजउदट्रमसमतारनि-त्रिलप्रका कनीपरेशागतो नोमरीर नामठयणा उगया उजावजाणगसरिरभवियसरीरवरितदवसामायार Page #384 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स सर्वेदद्रमत्रामाभावस उ-वरुण] ते-तेषामइखइश्राश्राल समतार परमार तथा लपार बिहता समतार महताए बेस्करी विचार पाह तीमा तिमिह पंन्न ते तंज हा प्रामामाया परनामायारे तदुभयसमा सघ आपण स्वरूप ससमय तारे जुदान धारिवेळेअनेव्यवहारथी ए.आपण प्राधार जजिम कु· · कुडा माहिब बोरत- घर भणी सर्व द्रमापणा स्वरूपछी कुमादी कनेरिवेपण रर्त ना बोली- पराम नङ्‌रियई खाबई श्री.घानी श्रीराला भारिसमा बालभार तुहिने वस्तु रख-छंमत दुभावी समर वरर्तन-निमसरविष घाटियां प्रायसामाया र प्राय भाव सामा यरं ति१२ भावि जहा क्रुाउनुपरा सूर्त जभणी िितदुभयमा माया 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-------------------------------------------------------------------------- ________________ स-समावश्करीमायामाभावावसी ततेविहुँनेविषम समाववेकरीश्रावाससनरविषसासारवासनवि कानेविस-समावर वर वरियायसम्मायारणंसमोरारतभयसम्मायारणंभारगुपाए ससमारी समजा निगमगेना-सागरायमावेति -तविलुानतीवरंस-समबतारकरीक्षारोपभने हासोमसमयतारकरीयाशापणकायमानः विधासम्वतरइसमाई एसामायर एवंजावसागराचामसामायहरतरभयसग्मायारेगंडा समावई या-मासनामारोपनए.एम.उसम्रिगी लावसर्पिणी उगलावताना नेविष - विवेपूरसर्विएशतपो पुगवप्राव तिनकालनेति नविषमायनेउसमतानविवरमाय पंडममारे नेत्र श्री सप्पिणीसम्मायरायभायएवंउसपिरिणापासपरियभूनी तिनकालतानागतकाजविवहनामारयतितमानमः। सर्वकानवियपसमावापा-यालभावनामपरणाबने अतितमाम का-कावसमवतारे त अर्णकि कारण नानावसमाताररसमाही विषापासमावास-वर्ष अहसबहाएसमायरायभावयासतकालसामायारम्सतिंभ JanEducation startisces Page #389 -------------------------------------------------------------------------- ________________ समवतो ततेविस-ए-रामका क्रोधनमा भने प्रागमनोरिया प्रका-स्मठ यात्रामभावे सासमबनारसमाव मक्तारसमावर मानातमाळा-लोभन समवनारया " रविष मायमानाविपक्ष विमामायापशिडपंन्नात प्रायभावसामापरतुरभरसमोयारियएवोकार मस्तारामा गमअनंतराममा भाननाबषयमववारसको रवीगाघाअनुक्रमवारकाधनेमानीजकरइलमाटमानमा (परागमात्रिएन नायकानावपश्यनेमाहिसमावेनायगावलारमानमाहलमायारघाविसमागकाध्यक्षमार माथाानविवचन माहिसमाना अवधासमवतरोह तिप्रथा उपक्रमायातसमतोल कमायातसमवतारई निसमवनस्यवस-मारनी प्रगतिथकीसमवताबई तिव्याप्रमाणाधि गधारसंपूर्ण ली मानुमायालयाभागयचंयसाकाहामारणमायाखाभिराागामाहाधिवा भी ना-प्रगतिजीवथकीसमरन रोजी-जीथास्तिकायसमवनराखास-अस्तिवाश्समबतरनथानावनजीरास्तीकायान विधाबेभल कायसनावमारिखएएगाधाभाबायवीस-तेएभावसमवतारती मीरालीकायमविपर समववरस्थानीशस्तेिकायमा तभाणिमानयायानखिमक्तरेतथामायाहविकसपणवायतानेपणपटुद्रनारवेतनाणीसर्वद्रयविधेसमक्तरेममारेय लीसमावस्तभएमायविभिनेविवारसमवसरतविभगाएगाशभा बोलविस-तेरान्नावसमवतारसामाश्वपबरतनागोलाभरागरिखसमय तरेनथारागभाहनीनानेदबरनेत्रणी अध्ययन श्रुतज्ञानरूपपरपणथकालयोपनीयभारागमन हनीनविषरसमबरेलथामालनीतेकरमानानेदेखभणीनीमनिविघाससबारे उनकी निमानुपूर्वानिनीषा कमेलनिनविषासमय नरेत्याकर्मनाउदयिकभारखरतबमारना समननशाणारा फरवरीनिविवासमरनरेट विषसमनतरेजथाभावपणनीस्नेविसरपाश्रीबसंतभाणिजीवनविप्रमाणनाववसमवतोयसाप्रमाणविवराने संव्याप्रमाननेविसमवनेरेईनयप्रमानानविदारवनयविखेसमवतरतथापि विमानथाविधनरिचारना प्रभारी परमार्थकीनवनारजनाननीवगुणप्रमाननेविषयमस्तरेसान र्शन- बानाज्ञानप्रमाननेक्षित समवमारप्रत्यसारिकप्रमाननियरसमय तरे लोकालोकानमाहेवाकानर गीतर्वद्रबनविसमततरमार त्रिणवत्तमता। Page #390 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पगडीभावजीवजीरब्यिसबभावाय१एसागाहानासयासतंभावस सन्तर स.समरनारई स-तेश उ उपक्षमा शत प्रथमबहार नि-निक्षा तिनी प्रकार पेपरण] अर्थकिंकोग तं-ते मियारामतंसामायारासत उवकामनासक्तिनियारविनिविही नेतकररबई उतताःसामान्यमायना ना.नामश्रतस्मएवंसावाय.सु-सत्ताबायकाकार नि-निष्प-पनि। दिकश्रुताभिधानातननिष्पन्न कवि शष्पानिधानं मितिसामान्य क्षेपट स-तेश्र , त्यादिकविका लाततनहाउनियानयनामनिव्यान्नयसुतोलापयनिष्मान्तयम्सी इ.उाधकनिष्पनिझामारप्रका प्र.पर ले तेदेखाई अन्नधायन (अ.पीगारतिन नत अंतरति पउ . ई व्या वई अक्षीण तश्राराम किंतउहनिष्यान्नरचब्धिहपन्नाततंजहा क्षयारणअशिएण्याय scholndia Page #391 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १९५ समी जानुस कि प्रध्ययननितिश च मारप्रकाप- परप्पा नं-ते कहईना नाम ग्रध्य ८. थापना द·ट्रमन सबु कोण प्रातित्रिप्रकार ई बर चन ध्ययनर ध्ययनभाव अध्ययन ४ सकिं तं चउछिन्नितिं जहां नाम सया गठवण दहन नानामग्रध्ययनमने थापना श्रध्ययनेन ना. ज्ञानक सरीर ते नाम श्रावश्यक थापना श्रावश्य करने पर ते जाणनो जावाजा जिस गिर्र भभविक शरिर ब. वक्ति र र्-द्रव्यायन पोथी नापनी पो ता उनि सयाग नारा उगया उजा बजाएगसरीरं भक्यि सरिरवर ि पालि प्यादी इतथा स-ए-द्रम ची बांधा धरलब्याब स·अथकी कोणतं ते भाभा प्र अध्ययन प परुप्पा चयापचयापाडयलितिएग्सनंदनक्षयाणास किं तं भागेर दुवि ते- तक हर बई श्रागमात 'नाश्रागमनही या आगमतेजा जाना लञ्जन उ· ग्स तेथाः श्रागमप उपयोगसरित पंन्न ते तंज हा आगम उद्यानाश्रागमउयागमउजा एए उवडाचा १२५ Page #392 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भा‘भाबश्रध्ययनास-याकिं-कोशाते ते 'ना-नोश्रागमय की भा-भावमृध्ययन करेबई 'चित जेरनउमा नथ ग्राणवात श्रागम उभावयामास किंतंग्ना- प्रागमप्रभावया क-कर्म नउ च० पाना कररक्ष उचलत अन्नवान चणिइन० नवाकला ततेत मारि कर एतो सुभ ध्यान नोखा एवउ बालई सायरकम्मच उवचियाण श्रणवचउर नवाएं तम्ब - अध्ययनन सिब्तेएनोच्प्रा० श्रीगम भा-भाव अध्ययन सतेना भाव अध्ययनास ते अध्यय न प्रक्षयणमिवंतिसितं नागमाता भावसार एस. थकी • को-अध्ययनातणतं. ते कडा न-चार प्रकाररूप- परुपातं तदेषा ना. नाम, अध्य खे यन सतं यागासीतं प्रशिच उहि पेन्नात तं जहा नामसि Page #393 -------------------------------------------------------------------------- ________________ थापनायध्ययनर भाभावयध्ययनहादागतर्वास थकि-दट्रमध्यय टुपका पाणा-ते- ते शरास्यतिशत kट्रयध्ययन परजाएगवउकोणतं ते ननेको पध्यायनबोला रततनरसमय तएककपहरना स्व भावशीपणादागयाडासतिंदरशारण २ शितपन्नासते प्रतीसपिनी वा-श्रागमनाणपरायकीनो-क्रियासहि तय.जाज होगा अभाविकशरिरक्-अतिरकनरट्रवधय पण परस्पन हाल नेविषरस-सर्वश्राकाशवाकागकरपतनानेम्स नायतभणीभाव अध्ययन अयन मासानीनाशकश्रेणितेहनी एकरअपहस्ताकरत.पणतनेमि प्रणयनातकर यएमपंग जलागमनायागमउयजावजाणग वजाण्गतारारभावयशरारवारशा एहनेएलमा सयनलोथरातभरणीम-सर्शकासिबोकाावाकनित्रिणसे-तेराट्-ट्रवायूध्ययन भाभावभा-भावअध्ययनभातभगिनेत जिशरीरभय प.प्राटसीपसाता-तनादिग्स नथकिकोणते त्रिणिधाका द्रव्यमा दक्षिणेसागासासढीरासतंदवासीरणासंकीतंभावभावतीरगना इ-विप्रका पर ले लेक या-नागममहुर्तमान उपयोग स्याककप लागिरकावथक श्रागमथली भाभाव रे या हाई 'मानिविवरतमननाप्रमिलरीणाताअनंतानाधास्वभाव ध्ययनरता गरसम उसपणी समीक्षागताना. दुरािहपंन्नात्ततंजहाभागमउग्नाप्रागमउयासक्तिंशाणमउये भा Page #394 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जा-जाननाउ-उपगारवंत सतिएश्री-श्रा भाभादजियन अथर्ककोणततक्य यनपार्स नी-नोश्रामपठन रहाउपजोगनापा गमंथकि बनेसामाश्कादी अशी जाणएउवातासतंभागमउभावस्तीपासवितांना प्राग श्रुतदीधरातोना ज.एकहीवाथकीदीवानापप्रदीप्यतिप्रव दि. ही वासरीयानाचयापई माश्रुतनानासनीयरे सयथाई ततितिदतेदशाव परदप्त-दापि पर मउभावसिनेर जदिवारीवसरंपरियारसायदियार्शदिवोदीवसम नरदीवावरत सेपदीथीएनालनाचार्यनोउपजा नानाधागमभा-भाचपासतएभाजीव तथागथामनए गमनाचनक्रीयानाजा ध्ययन गनी झापरियारियांतिपरचदीवंति सितंनोआगमउभारहीग्णातले सात एअध्ययनास- यूथदिपा-उभचारपदः प परपुले तेदेयामना- नामट-थापना र ट्रया कागते नेप्राप्सितस्पू र रबर यायप्राय थाना भाव। वस्तीणामतं असीणामतिंभारे उउद्विारपन्नाततंजहीनामएन Page #395 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १९७ नानामने थाप-कमा पूर्वजम जाएग नाता राजा-नावत जिल जा जाएानी सानी भा. भविक शरि एक नोमरीर लिए दयाभावानामराउ गया उजारभाव जाग सरीर भाग्यस व्यत्र द्रव्याति-त्रिए प-परु ते-तेकाला लोकी लो- लोको कु· कुडित प्राय्चनजे नाते माथको चो अनेरी य प्रकार काय करश्रायर प्रवचन कहते हो प्राप वाकीकक ज्ञानं कारण शरीरवरशित दवाएतिचित्पन्नाचतं जहाम्लाइ राबाउ तारे एकुप्पाव्यि - त्रिप्रकापरुलं तदेषाईस.सवितव ग्रचित राम मिश्र मने प्रथकिं साचत यू बई नालासोपासना कोणते ते वस्तुनोलाभ ए मर्कितंाला र ए २ तिहिताना सचित तिमी एि त्रिप्रकार पर त- तक हर टु-दोपट्नो चः चापट् श्री अपना लाभ? (बे पगाते स 'बई नावार ना लाभ सांचा २ निहिताननरादुपया एच उपया धूपया Page #396 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शरासनोवान रा-दासीनो लाभ पंच उपशातहना या धाकानाला हाथीला श्रा-अपग श्रा-श्राबानो ठाभ भाभर तेलनालाभाभा यागंदासारणदासीएंच्उयायाएंसाएंथीयंत्रपणणंबाएंगे अं-लाभ वारानानथाश्राबवीप्रमुषनो स-अथदि के कोनचित सु-सवर्णर रुपानाम-मणिर स-तेएससाचितवासनोलाभ वसानासान नाबानाभा मालामाल अंबाडगारगंायासतंसचितासतिंचितमन्नरययमसिसहि सरक्षिणाबत्तन ति-राजाधिरनाम्स-तरानचितसर्थकि.मी.चीनद्रासदा-दासीप्रमुभव सपनायाभट विजोगबनावाभवसनावान कोणनं ते सोलाजल्याभोकरीसहित प.प्रवालानाभदा यसंवसिलयावालरयगाणंम्सतंचितासतिमीसएदामाद प्रा-माह-हाथीससमाभभस्यापूयस्वर्णउन्दहीपर्मनकीपर सप्तेरामा- विध सातेएलो-की साकलादिककरीविभूषीत अनेक जी तेस्नानसंबादप्रय " उज्यातही समोर पस्सनाभ - लगभमणि सीरयंत्राम्सागहबीएसमाभरियाउछालंदियाएंगसतंमीसगसतांना Fatehati Page #397 -------------------------------------------------------------------------- ________________ १९० रामकुः कुप्राक्वनि कनो परणति त्रिप्रकार सचित-चित्त कु. कुप्राक्चनीक [सर्थ कि- ला- लोकोत्तरत्रामिश्रनोचाय मान जाए नोश्रायाम कोणत वडास तेर एएएवं कुणावराणिएतिहिानयात्राम कुय्यावया एग्स किंतंग्ला प्राप्त-पुत्र प्रमं परपोतं तेकह् स-सचिवचित मी. निरवस्तुना के सतेथकी-स- साचत नो का रई इसई सत्रुान्न लाभ इंनोवा कोणतं ते बोलायको भ तरिए गाएतिविहपंन्भवेतं जहा साचा चित्तेमीसएएसकिंत सचित्ता 2 सि. शिष्पना. शि. शिष्पणी [स-तेरास-सचित वस्तु स अर्थ की चेतना लाभ पात्रो भब. वस्तूने) नाभ नोसाम नोलाभ कारण अ सिस्माएं सिस्सी लिएंग्सतं सचित सकिंनं चितवबा पत्ता तंत्र एस. श्री अनि 'स-प्रथकिं मि-मीश्रवघुना लाभ सि- सीपी सः सभउते मीना भोजन मात्र भोजन स-तेरामीया तवस्तुना कारण सि.शिंग 'विशेष उ-उपगर णातरत्र। हर गादी मिश्रनो यथाभ कासहीत स. नेरा चितास किंतंनी मए मिस्साएं सिस्सियाएं सभश्माता वगरणाएंग्स तेम काभ १९८ Page #398 -------------------------------------------------------------------------- ________________ लोलानाला द्रषत्रायास-तेश्रर्थभा. भावला हुन पर नतिक यात्रागमथकी नो। लाभ किंकोणते-ते भतेवस्तु का पा नाभागमथकी सएशारासतम्लागुप्तरिएदवाएतकिंतंभाराएरविहिपन्नात्ततंजहा स- अर्थविक्रीगने लेवा-भागमभा-भावभावाभ गाजा उ उपजा अापनाभ गसहित भागमातायानाभागमानायासक्तिंभागमउभाबावभावाएजाय स-एमागमभार श्राय-लाभास-श्रा यकीनो.नागम भावधाश्ते गभटु विप्रकार र परम्पा का कोणनेते एउत्तामसंगमउभावापासबिताना अण्णमउभावाएरदुविशल्पी ते नेकप-प्रशस्तव अप्रशस्तवस्तु सिथकि प.प्रशस्त-नित्रीणप्रकार ने कराइना ना बई स्तुनालाभ नोलाभ काणन ले रसुनोगाम पंपस्य्या ननावाभ मावर्तजहापसब्यप्रयासब्यासकीतपसातिविारपंन्नाततंजल err Page #399 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हूँ दर्शनना च-चारित्रनोमान सिताप-प्रशस्व सन्कीच प्रशस्त को-कार्य मा-माननोलाना लाभ वस्तुनोबान कागते ते वस्तु नादान नोवाभ नाराएदेसएएमलाएम्सतपसगासतिंअपसाबाकाहारमा मायाला लोभन ड स तेरा-अपश सराभावनासतेएचा पाय अथकी झतथा बामाकवस्तनालान यधाम"कहिताताभ कोयनेत प्रसारण राएमाशाएगेभारासतंय्यमाबगसतंभावाएम्सताएगसतिंस चमार पे-परमात तेकरब ना-नामध्येथन उन्धापनाध्ययनर द ट्रयाअपयन कारवणतस्पूक्षपणाअन्वयास्ताने अंतिपर्याय चारचउँविहान्नसातनहानामशरणारचणसवरणदवसाणा भा-भावनध्य नानामध्ययन५उगपूर्वखापरेनारावाजाया सागरिरन-भावकशरिरथबीच-पति यन४ -थापनाप्रथयनरत् ना-जागगते ज्ञानीनोई रक्तअनेक-अध्ययनए-रस भावस्तरानामठवाउगयाउ जावजाएगसरीरलक्यिसरिरवरी REClicatiac h apa enly Page #400 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ज-निमश्रा-पारा-तेराभवष्याएपो ततिमात-त्रिगलोककलोकोत्तरभा-भाकु कु एग एनलोविशेष्या प्रावचनीक तथासचिनावाकवादिकत्रिभेदे जेस-समाजव उउपाए लोप पादप्तराजाहरशारे तात्वतिविदिशाभएएंभारियरिगवरत भा-भावशरणाट प्रकारर परुपा तन्तेक हरबरी पं-प्रशस्तभा-भावश्तयणाने अध्ययन । अध्ययन रणानिभानगावाभावशरएण्टुक्हिापंन्नतातंजहापसबाभारताव अनशस्तरभा-भावक्षयणास तकिकाग भा भावसयाको क्रोधलीशायणाामा माननीप्तयणा | मा-मायानी लयाला दोभनीश्वयनासतएप-प्रशस्त एगासलेपसबाभावशयणाासकीतंभावसवणाकाहस्समारास्समाया। भा-भावसयराम-नायकी कोणते-ते __ अन्नप्रशस्त भा-भारतयणा एसाभस्सलवणासपसठाभावसयासिकिने प्रथ्यसलाभावशय masokar Page #401 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 1200 नाशाननीसगरण र दर्शननी सरणाचे मा. स-तएन-अपशसभा भावपणासन्तराभायसपासन्त ।। रित्रनीसपणा यसवरणादसाववरणचरितसवणाासतप्रयासगभावलयगाास उ-उपनिष्पन्नस्सअर्थ कोणते ते ना-नामनिष्पन्न निनिमपठ सा सामावतात तेसस पथकीतंभारक्षयासतंउहनिष्कान्तबासतिंनामनियान्ननिावावर सामा चारप्रकार पे-परप्पा तेतेदवाई सा-सामारकर अध्ययन क्षीणादि अपि ना-नाम समायव दट्रयतामा बना-नाम यासामायिकंशतिविशिषिकनाम उथापनासामा यदन् राससमासउचउछिह पेन्ताततंजहानामसामाइएउवर्णमामारएदवसा भा-भावसामायक-ना-नामसामायक जाणवाना-सामायनअध्ययननाजाण नपनासामायकदो-एपूर्व ' विवर मारए भारसामाईएग्दागयाउजाएगशरीरभवियशरिरवशतदवसा द.द्रव्यसामायट्रातप-पत्रन 1200 Page #402 -------------------------------------------------------------------------- ________________ |पा-पार्थिबहुपत्रनाशप.लि.तिथ्यु सनरार-द्रव्यसामायकग्स-अकि को भा-भावसामा र प्रका एतते यकात रहे। भाईएपत्तयापाबयलिहिएग्सतेश्वसामागसकिंर्तभावसामारिए -परप्पावतेवबईश्रा-आगमनाना नानागमतक्रिया यागमयकीनेसामायक स.प्रथकी-को गपरणायकी सहित नौजागानेउ-उपयोग वंत रगते.ते हिन्ताततंजहायागमयानासागमउयगमउजागर उवातासदि P-नाश्रागम भाभावमामा जनजिवेनेसा-सामरक्षथीस अप्रामासर्वकालंयापिरीक्वन्से सेवामी यकायको हितदकोजपुरख सूत्रणरूपानयामउन्नररणंसमुहार तिनाआगमउभावसामारेएजास्ससामाणिउअय्यास जामानयमि न.जपत तेहनई सा.सामश्क शातिरमक रविणभाभाय ना जेसःसुत्महोरस-सर्वश तसार हो-होयएहदाने भाभाउमा मतजीवनरावयई विपाई ताव तस्ससामाश्याहात्तिाकरलिभासियंरजासमिसबभएनसे CEOrprivateLPraonrTHEOnly Page #403 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २०१ वश्रयाकर थी उपरिद्रय-द्रखकर का-याचरनशब तन्तेहनसा सामायकला हा अननरम भाभाड क्ररतीयई जिसमम मुश्शनि-वश्वाहवं नथीतिमसघाजीवनिपचारबुन शिवारसुय सस्ससामाश्याहार एकिवलिभासियं जहममापियंदर जा-जाणीनेय-समस-सर्वस मतव नहरा भतणावरमा अनमोदनहरीसर्वजीवनविषान-नयी-नयी 'त्रात्मासमतुलपवीतभरणीमातेसमाहिकोईजीव नीरनेपरणटुपटान नही त मणकही चायोग्यनही कंजाणियामुवस सत्ताएंनहारनहरणवरयसमऋतिसासमाए निद-सर्वद्रव्यानविवरसमभावप्रकार दयामरएरवारपि.वाहलाबशजरसर्वमशनिरपिंप्रायकरवायोग्यसासवेनावनाएसमनरकारनेहा-हायरस-समुमनानएरनुपक्षशसाधली. विवरसएससुमन परिणामथकी गुणकरी समभनयप्ता-ए । नबिप्तिाकावासापिउयसासाचवदावएएगाहारसमाया भउतराया विप्रवास्पापपर्यावार्थ: उ-सर्पसरीकपारकाकीधारनियमक परमही पावसासाबार-तरुयसरीया पसुपनि विकास निपरेसर्वत्र हएल्वोसमणहोये उपाश्ररायासविगि-प्रारजन्यूगिसरीवात्रशानीपर गंभीरमरमाउसररक्षभारतमानकेनरालबनपसा तिरुवो नीपरीपरीसा-उपस विनिबालतमसाइहाध्यघिनलीन मुजारात थारायाणीविषदाधुनमनिख पोख कर्मशीनरी 'अमि-म्गसभापति भारतात शास्त्र भगवाना रजलासागरणभतरतरगण्सामाया संसारनाभयादा ग्रपणार तिता २० Page #404 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ४°धरनीप्रथाविसमापसर्वसुषज-कमवमता पानि निमयेन तप-पदवावमा जनमणाभ नानासमरगज-जास उपकरसंघमरतेमसाधषम रखेपरविर्य रासमानसाधुप्रतिबंध वनी मणभावकारीद्रय सामानावहारिएडवोरारतो मन्त्रास सुमनतोयभार kभमर मियधाणिजलसहरविषवरणसामायासासमारण ५ तासमाणान जजेननोकामना ज-जेननरोत्रका-पापकारि उमनपथ रिसरीवाभावरायठनपारसमल्याइयरार्दन समजनपर नएउप सम्मा मान-अपमाननिश्ववई समाभावस समे समारणाभावेण्यजनाहार पावमाणासयाणयाणयसमेग्मासामाव स-तेला भावसामायकइहासा नाक्रवारपसा माय सबेरानामानियन्न निक्षपडाव पोस्ट जनयनतेनोग्रागमसारसायक हजाचाराम मागावमाणसद्देसतंभावसामारासतंनामनिष्यान्ननिावावश्या मायरानियात्रा भगतक्निशिपेसूजना प्रात्यवाना रबाबनविपाकरवा तनिषों प्राजापकनानिविपाकरवा एस्सूनवावापक नविपउनिपजावासी भास प्रपषसविबरनोचवसाबरकबा पाईराहनापति रस्त्रास नही करनाषया शिंसुजालावयनिष्णान्न निावावश्गवेएसयपलसरकारगरिननिखि Page #405 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क-कसमातकारात हत्थे थीरजाम्नि अनुयोगहमर अण्णमानातहमा. तात्याहनिषि वालावार्थहारनुशतापूठीयाबरतीजि 2000 मेजपालापकनिषिपा याब जथूथासामटिका रकम्हालाघवलं उथितएउगदारोगोमातितहिंवानि अतीयोनपिव महोई ततरकारभणी नथी नाहि-त्या स्नायपाबवनेश्वरी सतरानितिन । मालघवार्थथाई नियेपता निक्षपरपबीजायनयोग्पहार लेया एकातहनिरकिंतेन तम्हाननिम्पियसचिवणिशिय्यितितिासते स- अर्थकि अनुगमनको उदेप्रकार पपरप्पू ते-तेकर ते-तक्रता-सस्त्रनगमकरबरकरवउनिकोणतं ते णकारी यई निारकारबासकिंतंगामर विहिपन्नात तंजहासुझाएगमेनिति थलोवीभार बजनहनउ नरामनामनगमकताएवषाणवारतालाजीनगनुगमकही यनिन अथकरताची कछातनिरक्षाविस-पूर्वनावश्यकथासामायक्रादिकदंदन मानथापना HINपहारकरितित्रिणप्रति वियाकररक निथति कोरगत-तेनि दिकजबाख्यानक वाननिशापानिटर कारप-तेन्तेपरप्पाकर रेमोखा सिपानिपूस प्राएंगमयासकिंतनिधतिएणमरतिहि पेन्ताततंजला निरकरनि उत्त्स ननउउ अर्थमकर उहवसेथाति। २०२ Page #406 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कड टुकडड़कर चाबी मजाणिवा माइककार आग्गा तिरपगमे उवाधाय निद्य विष्णू गाम सुना। सियनिझति-भूग नगदेतसमिप मार्यो किं' उ-उपर थानाजेर्फक्त प्रगतश्रन्यो कोणतं ते कथतानिख साकरई स- अथकिं को एतं ते बइतर कोण भगवंत केलि मया सर्कितं निरेकवनिछतिरगाम ग्राम सकिंत उवद्यायनि रुवता हुनउप तो कोण उप से. नेउ अध्य नभरि ब इ. शस्त्रागतिक हिप्स मूला जाणं वउ बिगाघाथ की जाणि बउ धरनष्ट छत्ति-प्रणुगामि २रमा हिंदाहिंमूल गाहाहिं -प्रसंगंतचे सामय कध्ये स्व. माहाम एावण माता माति उपनु पञ्च किहि प्रयाग यनमणीरबर सामायिक स्वाहरूनिका तु श्री उपदेस नगमा दिवा निर्गमनंनि श्रादीनाथघ ग्रॅम 'स. सम्पत सामायिकतत्व जाण रतलामा दसक सामा कवादियकी साभावि एहबु जोजारण इडली उदा मनि की रादिपरि जाने गरि स सामान्य साव छविरति रिस वि ति सामा यकस्तुरित्यनि त्यस्वरूप सण सश्रम स मचनारोपत्र संभवति एम किसान यनाधी सम दासयनिगाग्म खितकालपुरी सयकार र पञ्च यलरकए नए सामा यो कति ।। Page #407 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २०३ शुतरचरित्र सामायका विधाकाराणवानीवाय-गुरगतजीव याउपवधीरयासमतसुयस्सगावठिमाग कि पुणवेतमीवहिनश्यामयिकाह नरसामायिकाहनश्सामायिक कायरोक्मास्चिारित्राट्सवि किंवाएकलिंकनप्रकारसमकाबावरकमारासरयामात्साधि रतसामाचकपुरबकोडि सामायिककहाश्रूत्रमामायकचारीतामायकत्तमाकनरुवा कस्स-सामाया रगारमएकिकरविहंकस्सकहीकसकर्तिकविचिरंतनश्काबंकर लता चारित्रसामायिक सायनबाडाका कारुनिकीरमर्वनीक्उपरिसराषाभावतेहनासमायककहानी धनंताक्रालश्शालासमत केसीचारित्रसामायककर्ति-केसीसामायथार्यवीस सामायेकनरधदगलादप्स मक्रदृषिमानव्यागात बोधबाजयामरउ, उगाया। सतरमविलियरभागरिसाफासगणिरत्तीसतं उवघावनिकतिए || गामासकिन्सुतंफासिनिकतिएणामसतंउच्चारयवं प्रकार कंसंटरप्रमुष-मुक्रतेमुकाणा उ-पुस्खा वाच ताउ निवारया तरीय वियत्रचरई नायेकरी उपफक जानारण स्प यविशामलियं पडिपुन्नंपउिपुन्नधासं काटाठविय्यमुझंगुरवायारगे| FORPrivateSFamosalRREOnly Page #408 -------------------------------------------------------------------------- ________________ लेनेरल तिहास एनावलासास प.परशास्त्रादिकगतप्रधानावरादिकार्थ नाप्रबादिकरपावंधव होतगतनीवादिकप्रर्थाना नावावगहारेपदसम्परप्तमयपहनजीवन समयपदविज्ञानका होलापदं वासनानारतुनिश्बंधश्थ भणी पाकतामायब पर वगर्यउछनंतिहिति ससमयपदेवापरसमय पदंवाएबहामारकस प्रथवा सामायकवीव्यतिरिकतानिवारपग उऊपर माधिषिमादप्रर्थनाकार किकाइएक भारयपदंवानासासामाईय पटवावउतमि उच्चारिएसमारणाकसि काकोर राकसा कन्कललाराढ़भ-साधने के कारण अधिकार प्रनारया भ-हाई का काम धने अर्थाशकारभा विभगवंतागाकर अबतिगारवलिंगयाभवंतिकसिंचिकना करिनन्वतस् जरुपदवयवस्यू वेलचस्मारबरसझ्नरोपई ना-नेनेह-भूगजास्याका पे. अरस्थानस्लन अवरवठातसहितायथाकोभदंती भू-आणवानेश्र्थर पद मारकामा भाषा गापाभरणावरप-पदनकरंक्यथो राति प्रणलिंगयाभवंतिातातिसिंगरलिगयारंगंभीगमराठयारपदपदेण Page #409 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अनेकवाना नीरनयनरीय mथानुराकप पद-पदनी मगबमार्किटप-पदिसमासकरतभवनातयार पाउरुकवाय करा ग्दरीmrar अर्थनीतिकराचा -हीधिनिचातहनश्चात बसान्या रावसाहामा तभावानएप्रय समाहोप्रकारपूर्थतिमानवनि वितरस्सामिलहियायपदाचवपदागपदविग्रोहाचालनायपमिहीयबंधि रणनेगगरना स्परुपकहेलेन सतरा-अगम स-अर्थकि- सा-नयतकोणतंते पं. परप्पांत ने कोणतेन्ते स.साताहरनय कबद्री हिंविडीलरकर रासतंत्ररणगामासकिंतरगएसममूलनयापंन्नताजा रभारी गभ सीमिभक्सिामाश्य वर्ननु उस्तस्वरुपयाने उऊन सूत्र ४ससनय सप्तमभिरुद६एएभतपासाभित्र प्यादिकस संग्रतरनयमाटेगरतारनयंगकरसामनयनविषहरिनेकप्रकारअर्थजागीशनगमविवजेत वारप्रतिरियालाकृवसारस्पारितगभर्थयार्थमा हागामरसंगपश्चतारे ३ उछसए४ साह५समाभिराटी अनकनानविध कालोएवानगमसम्यक गूलोजेणेपेरिताथर्थरकशानरुपअनसेयरहितीतर्थवचनकलिय एअनुसंग्रसनयरचनश्री तीर्थकर गाधरसपार्थबारिसेगलनयसामान्यस्वरूपजमानेपरविशषवरपस ईथानमानसे सियरनयमाटे सर्वसामा-पातवियाईएकअसे मत एवंभुएशागरिमाणतिमिणरतिाएगमस्सयनिरुतीससारंगपिनया २०४ histosterlionmthe One Page #410 -------------------------------------------------------------------------- ________________ से अर्थ पीढी भूतकर व स सर्व द्रव्यनिवि पर स्थ करपणो नमानात मारव्यवहार करियर ए लरकर गेमि लामा साग बाय १ संग हियपिंडियां संग हवय समा बोलशी ठीर्थनी वा श्रर्थं नाव हार र व्यवहारस सर्व द्रव्पनिविवर प्रथकर पं. प्रवर्ते बर्तमान काल करभावाने सापीरती कारण विजन प्रभू परगो जमानतमाटर ब्यबहारकहीय. सा नतेनेग्रहेकनोस] साबति वच्चतिविशिबियवं अनेक धनागमास्थ नरनात सुनन वियर नाह विमुखरूपप्रय महारथप्रवर्ते अथवा यारी कराह उ सूत्र मानिग्नभरणीरुनु स्त्रराय करिय उप्रति वर्तमान म नथी रुपकुरनू बानर वर्तमान कालमा न इभाव दस्तुनि ववहारा सदासुर पचपन्नगाही उद्य सुउ एयविही सुनयाच सेयर प्रसूनादिक धनपने पर्यायाधिक वस्तु ट्रादिकन्सक पर मीट मानत पर ब्रजेत सम अन्य वस्तु शत दिकनिर्विषये सात वस्तुने संभव किांत समभिरुनि भिरुदथयारश्र्वर्य तपरमेश्वर ने शक्तेश्वरात राम माने यथा संदेहपदतथा उसक मणे हा अब ए इखविससियत र चुप नंउमंदा Page #411 -------------------------------------------------------------------------- ________________ २७५ एएसमभिसारजस्तदुभएएभविश्सासति ४ नगमिण एिस्साअगिरिहयामिास्वमिजश्यबामवर्शिजाउयएम्सास नउनामा ५ सायसिपिनयाएंबविप्तवयं निसाामतासघनयरि उहजचरएगाउसाहमिहासतणए श्रीअनायागहार स्त्रमा C h arostal MERESonalihEOnly Page #412 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मापतं शुभनवतुकल्याणमस्तु संवत् 1908 आठबर्यासारदि१४ सनिवारेसमापितंसुजालपुर नगरेलीधीन ब्रामणबालमुकंदउमरेठान श्रीरस्तुवल्पानमस्तु // ग्रंथारांश 18079 गाथा॥ E nabom FORPIVEesarianitleDily