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________________ खामगाहमाऊबउरने प्रतिनिशिराब सम-रासंष्पानामाणकारानोभ-शरीरले मातस्तेनीपर प्रतिविमुहबात एभियना मगरसनमधति कारादिकनयनी सराबरशरारयजाणणारनोर भगीबहायुध उयंचभिमुहनामागायचतिलिसड्नयाग्राभमुहनामागायंसंवश्वशसतंजाएग पण मित्र नरपराधीन बरावरकर (द इयसंध्या से तेएर- ट्रयसंव्यासन्ते नेव-उपमा चारप्रकारानेएक प्रानि मणे व्यसंपा रुपनाममात्र अकि कोण जालनात संपनियति गशरीरभवियसरिरवरसाद साम्सतंरवसंख्यासक्तिंचम्मसंवा २ च मान यानि नयभावन प.पस्पानातकतर वसंतीनुनमबतीउपमादीनापूर-संबतीप्रती -उपभाकी जरवल मानतोपिया सरबती तीपणाधीकार्य विहापंन्नतासंजहाअघिसंतयं संतगउवमिरारबिसंतश्यं संतरण उयमिजमाकरण -अबवीयमुनरसं-बीउ उपनाकार बनती बीती उ-उपनाका मतीवरतुनीसंउपनावीजाजनीय यप्रमाणकर करतीवल जरनदेखी तीबस्नुनीबी मानर उच्ची उनीबई अबिसंत्यसंतरणउम्मिद अबिप्रसनयंत्रसंतएणउमिधर४ संता नयमबेप लिनीबानेभरण
SR No.650032
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherSujalpur
Publication Year1851
Total Pages412
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size168 MB
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