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________________ ८८ ता. संभावना यउ उपशमश्रति रवलयती मन्त्र एरमात्र उ-उपशमन मति निपार शामिक निव पन्नांगो भार बोर्ड विष्मन्त रामान मे सनम उव समिएर यनित एवं खलु उब समिएरो पार (रा. इम स्व. सायकनिप रामघाति-धा) पा.पारे रणामों से ध्यान न रमौ भाग) हामा भो गोए मंझानुभाव आशावर पारीणामियस्सर मिएणं ७ एवंरवय समय एव-क्षयोपशमिक प्रति प• परिणाम कभावनिष्पन्न न हि जे जेनेभा गाति ही कसं जोगी उसमियस्तं ६ पारिणामिस्स १७ नबजात दुसनिग सं उ उदयभाने उपशम कमावलाय. ना. नामसभा भाग ३ एत्री बोलकर निमिश्रनिष्य नायर इम संघ लिया ग तुम उदय उप शमस यनिखन्त हरिया) से बनाम उदय जांगा नाम‍ बिनाम उदर उसमिए स्वयं निष्णुनिय प्रि ततेा इ.) हस्त नामसभा चना यह GG
SR No.650032
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherSujalpur
Publication Year1851
Total Pages412
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size168 MB
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