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________________ सतराव व गुण स तेको ग-गंध पुरणप्रमाण प्रकार परुपात तेकहो सिभिगेस गंधयए उपप्रमारग बाणते गुणरुपमा बचप्रमाप्रमागर असतंवन्तयामाणासतिगंधरगय्यमार शिल्पंन्नाततंजहामुझीगंधेझिग स-तेगे, गुरमप्रमाणास ते अर्थवि र रसगुणेकरीप्रमाण जागी पंपारप्रकाररत पररपान-तदेषा तिनीयो कोगानेते नरमगुरणप्रभाग 6बरसतनरसप्र माणराम धसितगंधणयमाणामतिरसगुणयामपंचनिह पन्नात महाततरसगुणा क-बायकाकसार वारउरस४म-मीरउरसापांच सि-तेएर-रंसप्रमागरा-रामटेकर व कर्मस्यरसमा ( स उरसरसरूपगुणेकरीप्रमारयेने गुण प्रमा) का माफरसगुणप्रमानाम्दुरण-काला ययमाणेकन्यकसायबिखमहररसय्यमा२प्सतंरसएवंफासअठसंजहीकरका भारवधुनेहलनी सीत कु-उस्लिणि लिष्ट पउपरसमस-नेरा. से. संस्थान गुरण पंपाचपरप्पा तटारउनेउन फाउफ फरशरणप्रमाणात प्रमाराजा फरसश्रमस्म थकीकोण-ते-ते) मउयगरूय लहूयसीय उमणसिण्डिखरकासनकासासकिंतंसंगणएप रविग्रह
SR No.650032
Book TitleAnuyogadwara Sutra
Original Sutra AuthorAryarakshit
Author
PublisherSujalpur
Publication Year1851
Total Pages412
LanguagePrakrit
ClassificationManuscript & agam_anuyogdwar
File Size168 MB
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